MLC सुनील सिंह की सदस्यता खत्म किए जाने पर गरमाई प्रदेश की सियासत, राजद ने इसे बताया लोकतंत्र की हत्या
डेस्क : राजद के बिहार विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह को आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मिमिक्री करना भारी पड़ गया। आज शुक्रवार को उनके बिहार विधान परिषद की सदस्यता समाप्त कर दी गई। उनके खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस पर आचार समिति ने अपनी रिपोर्ट सभापति को सौपी दी थी जिसके बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने उनके निलंबन को लेकर आदेश जारी किया।
वहीं इस मामले को लेकर बिहार की सियासत गरमा हई है। राजद नेता आज के दिन को लोकतंत्र की हत्या और काला अध्याय के रुप में बता रहे हैं।
सभापति के इस फैसले से राबड़ी देवी सहित राजद पार्टी गुस्से में है। राबड़ी देवी ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताई है। उन्होंने कहा कि है लोकतंत्र की हत्या हुई है, काला अध्याय है। इसे इतिहास में लिखा जाएगा। बता दें राजद के निलंबित एमएलसी सुनील सिंह राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई हैं। राबड़ी देवी उन्हें राखी भी बांधती हैं।
वहीं अपनी सदस्यता जाने पर राजद के निलंबित एमएलसी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने नीतीश सरकार के ऊपर अपनी भड़ास निकाली है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार उनको चुप्प कराना चाहते हैं तो उनके पास एक ही रास्ता है कि वो उनको गोली मारवा दें।
अपनी सदस्यता जाने पर निलंवित एमएलसी सुनील सिंह ने कहा कि, लोकतंत्र के मंदिर में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है, और यह पूर्व नियोजित रिजल्ट है। यह चौंकाने वाला नहीं है। इसकी पटकथा एक अन्य मार्ग में 19 अप्रैल के पहले ही तैयार कर दी गई थी और यह तय कर दिया गया था कि आप लोग जाइए इस कार्य को अंजाम दीजिए, नियम क्या कहता है इससे कोई लेना-देना नहीं है, प्रक्रिया से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि, एक को उपसभापति बनाने और दूसरे को लोकसभा का टिकट देने का लोभ दिया गया। उसी के तहत नियम के खिलाफ जाकर, सारे नियमों की धज्जि उड़ाकर आज हमारी सदस्यता ले ली गई है। आपने ये भी देखा होगा कि सभापति से मैंने अनुरोध किया, नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने भी डिमांड किया कि हमें हमारा पक्ष रखने का समय दीजिए.. लेकिन दो मिनट का भी समय नहीं दिया गया। इस तरह के कृत्य में जो शामिल हैं उन्हें भी पता है कि नियम विरुद्ध कार्रवाई हुई, सदन का एक एक ईंट इस बात को बोल रहा है कि सुनील सिंह के खिलाफ नियम विरुद्ध कार्रवाई हुई है। एक एक स्टॉफ से बात करिए सब इसको गलत कहेंगे, यह नियमावली और संवैधानिक पद का उलंघन हैं, और यह इस दिन के काला अध्याय के रुप में शामिल होगा।
Jul 27 2024, 13:46