NEET पेपर लीक मामले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं, अब इस मामले में सीबीआई ने भी केस दर्ज कर लिया
रिपोर्टर जयंत कुमार
NEET जिस तरह परत दर परत खुलते जा रहे हैं उससे ये तो साफ है कि इस पूरे कांड में पैसे और रसूख का पूरा इस्तेमाल किया गया था। इस मामले में सबसे पहली FIR 5 मई 2024 को पटना के शास्त्री नगर थाने में हुई थी। इसके बाद बिहार के कई राज्यों में छापेमारी करते हुए 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया। मामले जांच आगे बढ़ी तो बिहार पुलिस ने आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी का गठन किया है।
इससे झारखंड भी अछूता नहीं रहा जहां देवघर जिले से 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई वहीं हजारीबाग का एक स्कूल भी संदिग्ध के घेरे में है।
अब बिहार सरकार ने सीबीआई को नीट परीक्षा को लेकर 5 मई 2024 को जो शास्त्रीनगर थाना में केस दर्ज हुआ था उसे टेक ओवर करने की अनुमति दे दी है। इसके बाद ही सोमवार को सीबीआई की टीम पटना पहुंची है। पटना पहुंचते ही सीबीआई की टीम मामले में जानकारी लेने के लिए ईओयू ऑफिस पहुंची है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईओयू की टीम सीबीआई को नीट पेपर लीक मामले से जुड़ी जानकारी शेयर करेगी।
ईओयू की टीम नीट पेपर लीक मामले में जले हुए प्रश्न पत्र, मास्टर माइंड संजीव मुखिया, सिंटू के खुलासे समेत तमाम बिन्दुओं से जुड़े दस्तावेजों को सीबीआई को सौंपेगी।
बता दे कि ईओयू को 20 जून की शाम में एनटीए के द्वारा अधजले प्रश्न पत्र के सीरियल कोड से संबंधित रिपोर्ट मिली। इसके बाद ही यह स्पष्ट हुआ की नीट यूजी की परीक्षा में मिले अधजला प्रश्न पत्र का तार झारखंड के हजारीबाग से जुड़ा है। यह सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के परीक्षा केंद्र का है। इसके बाद ही ईओयू की टीम हजारीबाग गई और जांच आगे बढ़ी। ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक हैं जो CBSE के सिटी कोऑर्डिनेटर भी हैं। उनके पास चार जिले हजारीबाग, चतरा, कोडरमा और रामगढ़ के सेंटर आते हैं, जहां CBSE कई एग्जाम कंडक्ट कराती है।
इस मामले में झारखंड के ही देवघर जिले से 6 अभियुक्तों की गिरफ्तार हो चुकी थी। ईओयू के मुताबिक "जिन 6 आरोपियों को देवघर से गिरफ्तार किया गया, उनमें देवघर के देवपुर का रहनेवाला बलदेव कुमार उर्फ चिंटू पेपर लीक के मास्टर माइंड संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया गिरोह से जुड़ा हुआ है"।
इस मामले को सीबीआई अपने हाथ में लेते ही, नयी FIR दर्ज कर अपना जांच शुरू भी कर दी है। उम्मीद की जानी चाहिए कि ये जांच अंजाम तक पहुंचेगी और छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करनेवाले सलाखों के पीछे होंगे और उन्हें कड़ी सजा मिले।
Jun 24 2024, 15:07