धान बीज खरीद पर अनुदान का तुरंत लाभ उठाएं किसान:- देवेंद्र प्रताप
खजनी गोरखपुर।किसान नजदीकी राजकीय कृषि बीज भंडार पर जाएं, धान की नर्सरी डालने के लिए धान खरीद पर तुरंत अनुदान पाएं। निजी बीज की दुकानों और चमक वाली बोरियों को देख कर भटकें नहीं। यह बातें जिला कृषि अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने बताया कि अनुदान को लेकर कुछ परिवर्तन किया गया है। पहले धान बीज खरीद पर अनुदान बैंक खाते में पहुंचने में महीनों लग जाते थे, लेकिन अब बीज भंडार पर ही सरकारी अनुदान उपलब्ध है। किसानों को अनुदान का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, आधार कार्ड लेकर जाए, अंगूठा लगायें गोदाम प्रभारी तुरंत अनुदान का भुगतान करेगा। उन्होंने बताया कि गोरखपुर जिले में 1669 कुंतल धान के बीज जिले के 19 सरकारी बीज गोदामों पर भेजे गए हैं। सरकारी गोदाम पर भेजे गए धान के बीज से 1 लाख 58 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती होती है।
उन्होंने कहा कि किसान निजी दुकान या चमक दमक वाली बोरियों पर न जाने की सलाह देते हुए कहा है कि कृषक सरकारी बीज गोदाम से बीज की खरीदारी करें उनके लिए बेहतर होगा। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि राजकीय बीज भंडारों पर महीन और मोटा दोनों प्रजातियों के बीज सरकारी सब्सिडी पर उपलब्ध हैं। जिसमें बीपीटी-5204 महीन, एनडीआर -2065 मोटा, एमडीयू -7029 बावनी मंसूरी, डीआरआर- 42, एचयूआर- 917 इत्यादि प्रजातियों के बीज उपलब्ध हैं। साथ ही सीओ 51 प्रजाति का धान भी है जो सिर्फ 110 दिनों में तैयार हो जाता है।
बाजारों निजी दुकाने सजीं, चमकती बोरियों कहीं नक़ली बीज तो नहीं
खरीफ का सीजन शुरू हो चुका है, जिसकी तैयारी किसान कम दुकानदार और बीज कंपनियों ने ज्यादा की है। इन बोरियों में कहीं नकली वह मिश्रित बीज तो नहीं है। कंपनियों द्वारा चमकती बोरी और बैग में बीज की बिक्री की जा रही है। किसान चमकती बोरी को देख आकर्षित हो रहे हैं।
पूर्वांचल क्षेत्र के लिए महीन धान BPT 5204 जिसको सांभा के नाम से भी जाना जाता है, हैदराबादी के नाम पर कंपनियों और दुकानदारों द्वारा लूट मचा रखी है। कंपनियों द्वारा इसी तरह के धान की हजारों प्रजातियां बाजार में बेची जा रही है। जो पूर्वांचल कृषि क्षेत्र के लिए अनुकूल है या नहीं इसकी कोई जानकारी किसानों को नही है। मनमाने दाम पर गलत प्रजातियों के बीजों की बिक्री की जा रही है, लेकिन इसका पता उन्हें तत्काल नहीं, बल्कि जब धान की बालियां निकलेंगी तब चलेगा।
तब तक महीनों बीत जाएगा और किसान अपने को ठगा महसूस करेंगे। बीते नवंबर दिसंबर माह में श्रीराम कंपनी की बोरी में मिश्रित बीज खजनी तहसील क्षेत्र सिसवा खजूरी के दुकानदारों ने बेच दिया था, लेकिन ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई आज तक नहीं हुई ।
Jun 03 2024, 15:03