पाकिस्तान में चीनी इंजीनियरों के काफिले पर भीषण आतंकी हमला, चीन के 5 नागरिकों की मौत, जिनपिंग को बड़ा झटका
पाकिस्तान में हुए एक सुसाइड ब्लास्ट में पांच चीनी नागरिकों समेत छह लोगों की मौत हो गई। मलकंद के पुलिस उप महानिरीक्षक ने मंगलवार को कहा कि शांगला के बेशम शहर में चीनी नागरिकों के काफिले पर हमला किया गया। चीनी नागरिकों की कार से हमलावर ने विस्फोटक से भरी गाड़ी में धमाका किया। उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में एक आत्मघाती हमला चीनी नागरिकों के काफिले पर हुआ। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख मोहम्मद अली गंडापुर ने बताया कि हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन से चीनी इंजीनियरों के एक काफिले को टक्कर मार दी। काफिला इस्लामाबाद से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दासू में अपने कैंप की ओर जा रहा था। गंडापुर ने पुष्टि की है कि इस हमले में पांच चीनी नागरिक और उनका पाकिस्तानी ड्राइवर मारे गए हैं।
दासू एक प्रमुख बांध स्थल है और इस क्षेत्र पर पहले भी हमले हुए हैं। गंडापुर ने कहा, काफिले में शामिल बाकी लोग सुरक्षित हैं। पाकिस्तान में 'चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे' के तहत कई प्रोजेक्ट बन रहे हैं। चीन ने पाकिस्तान को इन प्रोजेक्ट्स के लिए कर्ज दिया है। लेकिन इन प्रोजेक्ट्स में काम करने के लिए चीन से कर्मचारी आए हैं। पाकिस्तान में इनके ऊपर पहले भी हमले होते रहे हैं। कराची यूनिवर्सिटी के करीब 2022 में भी चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया था।
पहले भी हुआ आतंकी हमला
दासू पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का हिस्सा है। यहां कई वर्षों से हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। लंबे समय से यह आतंकियों का टार्गेट रहा है। 2021 में भी यहां एक हमला हुआ था, जिसमें 9 चीनी नागरिक और एक बच्चे की मौत हुई थी। इस हादसे के दौरान चीनी नागरिक एक बस में बैठे हुए थे। शुरुआत में हमले को लेकर भ्रम था। पहले माना जा रहा था कि यह बस दुर्घटना है, लेकिन बाद में जांच से पता चला कि यह आतंकी हमला था, जिस कारण बस खाई में गिर गई।
बलोचिस्तान में चीनी नागरिक निशाने पर
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने मंगलवार को हुए आतंकी हमले की निंदा की और गहरा दुख प्रकट किया। एक बयान में उन्होंने चीनी नागरिकों के परिवारों और चीन की सरकार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसमें उन्होंने कहा कि पाकिस्तान विरोधी ताकतें पाक-चीन दोस्ती की नुकसान पहुंचाने में सफल नहीं होंगी। पाकिस्तान में जहां भी चीनी नागरिक हैं उन्हें आतंकी निशाना बनाते रहते हैं। बलोचिस्तान में भी 20 मार्च को चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया था। ग्वादर बंदरगाह के डेवलपमेंट में चीन लगा है। इसका विरोध बलूचिस्तान की स्थानीय आबादी कर रही है। यही कारण है कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी इन्हें निशाना बनाती रहती है।
Mar 26 2024, 19:59