नागरिकों को समुद्री डकैतों से बचाया तो बुल्गारियाई राष्ट्रपति ने भारतीय नौसेना को कहा शुक्रिया, पीएम मोदी का भी जताया आभार
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आज भारत की गूंज पूरे विश्व में सुनाई देती है। हाल के सालों में दुनियाभर में भारत ने अपनी धाक जमाई है। भारत के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय कद और हिंद महासागर में इसकी ताकत का एक और सबूत सामने आया, जब भारतीय नौसेना ने समुद्री डाकुओं के कब्जे में आए बुल्गारियाई जहाज को छुड़ा लिया। भारतीय नौसेना द्वारा सात बल्गेरियाई नागरिकों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किए जाने के बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन रादेव ने ने भारतीय नौसेना के इस पराक्रम की जमकर तारीफ की है साथ ही इस मदद के लिएआभार जताया है।
बुल्गारिया ने सोशल साइट पर कहा शुक्रिया
बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन रादेव ने सोशल साइट एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि हाईजैक बुल्गेरियाई जहाज रुएन और 7 बुल्गेरियाई नागरिकों सहित उसके चालक दल को बचाने के बहादुरीपूर्ण कार्रवाई के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और भारतीय नौसेना के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता। इससे पहले बुल्गारिया की डिप्टी पीएम मारिया गेब्रियल ने एक्स पर लिखा कि मैं अपहृत जहाज रुएन और उसके चालक दल के सदस्यों, जिनमें 7 बीजी नागरिक भी शामिल हैं, को बचाने के लिए नौसेना के प्रति अपना आभार व्यक्त करती हूं।
पीएम मोदी ने दी प्रतिक्रिया
इसपर पीएम मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी। पीएम मोदी ने लिखा, राष्ट्रपति जी, आपके संदेश की सराहना करता हूं। हमें खुशी है कि 7 बुल्गारियाई नागरिक सुरक्षित हैं और जल्द ही घर लौट आएंगे। भारत नौसेना, स्वतंत्रता की रक्षा करने और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती और आतंकवाद से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।
40 घंटे चला ऑपरेशन
दरअसल, भारतीय नौसेना ने शनिवार को अरब सागर में 40 घंटे लंबे ऑपरेशन के बाद एमवी रुएन को सोमालियाई समुद्री लुटेरों के चंगुल से मुक्त कराया था। एमवी रुएन का सोमालियाई लुटेरों ने पिछले साल 14 दिसंबर को अपहरण कर लिया था। भारतीय नौसेना ने तीन महीने पहले हाईजैक हुए जहाज को बचा लिया। इस पर सवार चालक दल के 17 सदस्यों को भी नौसेना के मार्कोज कमांडो ने रेस्क्यू किया। इसमें से सात बुल्गारिया के नागरिक हैं। नौसेना ने करीब 40 घंटे के अभियान के दौरान आईएनएस कोलकाता और आईएनएस सुभद्रा और सी गार्जियन ड्रोन को तैनात किया। अभियान के लिए सी-17 विमान से विशिष्ट मार्कोस कमांडो को उतारा गया।भारतीय तट से लगभग 2,600 किमी दूर ऑपरेशन के दौरान उसने न केवल पूर्व माल्टीज ध्वज वाले अपहृत व्यापारिक जहाज एमवी रुएन के चालक दल के 17 सदस्यों को सुरक्षित रिहा कराया बल्कि 35 सोमालियाई समुद्री लुटेरों को भी पकड़ लिया।
Mar 19 2024, 11:44