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होली से पहले यातायात की सुविधा के लिए बिहार झारखंड में कई स्टेशन पर होगा ठहराव, रेल विभाग ने जारी किया सर्कुलर


होली से पहले यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए कई ट्रेनों का स्टोपेज बिहार-झारखंड के अलग-अलग स्टेशनों पर दिया गया है। मौर्य एक्सप्रेस पाटलीपुत्र एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें शामिल हैं जिसका स्टोपेज अलग-अलग स्टेशनों पर दिया गया है। 

इन ट्रेनों के स्टोपेज मिलने से यात्रा करने वाले यात्रियों में सहूलियत होगी। आचार संहिता से पहले ही ठहराव के आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

संबलपुर-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस का नामकोम में मिला स्टोपेज

हटिया-पूर्णिया कोर्ट कोशी एक्सप्रेस अथमलगोला में मिला ठहराव

धनबाद होकर गुजरने वाली संबलपुर-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस, रांची-दुमका इंटरसिटी और पाटलिपुत्र एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशन पर ठहराव दिया गया है।

 लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो चुका है। ऐसे में अब सांसद, विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि ठहराव वाले स्टेशन पर हरी झंडी नहीं दिखा सकेंगे। आचार संहिता से पहले ही ठहराव के आदेश जारी कर उसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

इन स्टेशन पर मिला ठहराव

दुमका-रांची इंटरसिटी झालिदा दिन के 11:10-11:11 बजे

रांची-दुमका इंटरसिटी झालिदा दोपहर 2:45-2:46 बजे

संबलपुर-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस नामकोम शाम 5:36-5:37 व टाटीसिल्वे शाम 5:41-5:42 बजे

गोरखपुर-संबलपुर मौर्य एक्सप्रेस नामकोम सुबह 6:47-6:48 व टाटीसिल्वे सुबह 6:42-6:43 बजे

पूर्णिया कोर्ट-हटिया कोशी एक्सप्रेस अथमलगोला सुबह 8:24-8:26 बजे

हटिया-पूर्णिया कोर्ट कोशी एक्सप्रेस अथमलगोला शाम 4:50-4:52 बजे

पटना-हटिया पाटलिपुत्र एक्सप्रेस अथमलगोला शाम 4:27-4:29 बजे

हटिया-पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस अथमलगोला सुबह 10:58 -11:00 बजे

इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस पुंदाग सुबह 5:09-5:10 बजे

हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस पुंदाग रात 9:51-9:52 बजे

संबलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस

 नामकोम शाम 5:52-5:53 

8 बजे टाटीसिल्वे शाम 5:57-5:58 बजे

जम्मूतवी-संबलपुर एक्सप्रेस नामकोम सुबह 8:36-8:37 व टाटीसिल्वे सुबह 8:27-8:28 बजे

लोकसभा चुनाव को लेकर झरिया में कांग्रेस समन्वय समिति की हुई आवश्यक बैठक

धनबाद। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को धनबाद जिला कांग्रेस की झरिया आरएस गार्डन, फुलारी बाग में एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई.बैठक में जिला प्रभारी चंद्रशेखर शुक्ला उपस्थित थे।

कांग्रेस पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें बुके देकर सम्मानित किया गया।

बैठक को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि धनबाद कांग्रेस की ऐतिहासिक धरती हैं। यहां के कांग्रेसजनों में लोकसभा चुनाव को लेकर काफी उत्सुकता हैं जिसे मजबूती एकजुटता के साथ जगाएं रखना हैं।

केंद्रीय कांग्रेस का एजेंडा है कि लोकसभा चुनाव में प्रखण्ड स्त़र पर समिति, बुथ कमेटी पार्टी की योजना, बिचार धारा को मजबूती से आम जनता के बीच रखना है ताकि हम अपने कांग्रेस प्रत्याशी को भारी से भारी मतों से जिता सकें।

बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि 2024 का धनबाद लोकसभा का चुनाव कांग्रेस पार्टी मजबूती से लड़ेगी। हमारे कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के सहयोग से हमलोगों ने जिला से प्रखण्ड स्तर, गांव -पंचायत तक बीएलए सहित सभी बुथों पर तटस्थ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी तैयारी पूरी कर ली हैं। हमारे सेवादल के कार्यकर्ता भी जमीनी स्तर पर डटे हुए हैं।

बैठक में पुर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, लक्षमण तिवारी, काली चरण यादव, मुख्तार खान, शमशेर आलम, राम गोपाल भुवानियां, ललन चौबे, कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष सिता राणा, माला झा, राजेश्वर यादव, नवनीत नीरज, योगेन्द्र सिंह योगी, मंटु दास, अशोक लाल, सहित अन्य करीब दो सौ जिला कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारीगण शामिल थे।

100 स्वयं सहायता समूह की बहनों के बीच सिलाई मशीन का किया वितरण


धनबाद। गुरुवार को विधायक राज सिन्हा ने 100 स्वयं सहायता समूह की बहनों के बिच सिलाई मशीन का वितरण किया।विधायक राज सिन्हा ने कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सेवा करना हमारा प्राथमिकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य किया है। महिलाओं के कई स्वयं सहायता समूह काफ़ी उपयोगी साबित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मातृ वंदना योजना, स्टैंडअप इंडिया योजना, उज्जवला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला शक्ति केंद्र योजना, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं महिलाओं को सम्मान देते हुए सख्त बनाने का प्रयास किया हैं।

मौके पर श्रवण राय, रीता प्रसाद, अर्चना सिंह, बॉबी पाण्डेय, विभा रानी, मानस प्रसून, निर्मल प्रधान, रवि सिन्हा, पुरषोत्तम रंजन, कपिल पासवान, राजा राम दत्ता, राजेश गुप्ता, टुन्नू यादव, रिंकू सिन्हा, मनोज मालाकार, छोटू कुमार दास, विशाल सिन्हा, गुड्डू वर्मा, मिथुन ठाकुर एवं सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

चुनाव में भड़काऊ संदेश व चुनाव में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से करेगी कार्रवाई

धनबाद। आगामी लोकसभा चुनाव को निष्पक्षपूर्ण और शांतिपूर्ण संपन्न कराने हेतु वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन के निर्देशानुसार धनबाद पुलिस लगातार अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने में जुटी है। चुनाव को भयमुक्त व निष्पक्षता से संपन्न कराने के लिए धनबाद पुलिस व्यवस्था को लगातार मजबूत करने में प्रयासरत है। इसी अभियान के तहत धनबाद पुलिस विभाग की तरफ से चुनाव से संबंधित शिकायत एवं निगरानी हेतु एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।

वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर धनबाद जिले में स्वतंत्र निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर 0326 -2311217 एवं मोबाइल नंबर 8210840901 जारी किया गया है। विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर चुनाव से संबंधित गड़बड़ी की किसी भी तरह की सूचना अथवा शिकायत को आमजन फोन / व्हाट्सअप के जरिए सीधे पुलिस तक पहुंचा सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर पर पुलिस को सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

हेल्पलाइन नंबर जारी करने के साथ साथ धनबाद पुलिस ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है। जिले के विभिन्न क्षत्रों में वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है । सड़क, रेलवे स्टेशन व बस पड़ाव पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र मैथन में इंटर स्टेट पुलिस चेकपोस्ट भी स्थापित किया गया है जहाँ बंगाल से आने वाले सभी वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है।

इसके अलावा धनबाद पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक संदेश पोस्ट करने के साथ-साथ लाइक, कमेंट व शेयर करने वालो के खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

वाट्सएप पर भ्रामक वीडियो, तस्वीर, झूठी खबर अथवा किसी भी तरह के असत्यापित, आपत्तिजनक एवं भ्रामक कंटेंट शेयर करने वाले शख्स के साथ ग्रुप एडमिन को भी दोषी माना जाएगा। धनबाद पुलिस जिलावासियों से अपील करती है कि किसी भी तरह के भ्रामक व आपत्तिजनक सूचना के प्रसार को रोकने में पुलिस की मदद करें और मामले की जानकारी अवलंब जारी हेल्पलाइन नबर पर पुलिस को दें।

धनबाद लोकसभा:मज़दूर बहुल कोलनगरी में 1952 से 1977 तक था कांग्रेस का वर्चस्व,1977 में ए के राय ने लगाया सेंध,1999 में रीता वर्मा ने लहराया केसरिया

देश की कोयला राजधानी का जिक्र आते ही धनबाद का नाम जेहन में आता है। यही वजह है कि धनबाद लोकसभा क्षेत्र में कोयला मज़दूरों की वोट एक बड़ी ताकत मानी जाती है, लेकिन शहरी क्षेत्र के मतदाता धनबाद लोकसभा क्षेत्र में निर्णायक फैक्टर माने जाते हैं।

 6 विधानसभा क्षेत्र में झरिया, धनबाद, सिंदरी, निरसा, चंदनकियारी और बोकारो विधानसभा क्षेत्र आते हैं। अगर बोकारो विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दें तो सभी विधानसभा में कोयला मज़दूर वोटरों की तादात अच्छी है। इनका असर वोटों पर भी साफ दिखता है। एक दो लोकसभा चुनावों को अगर छोड़ दें तो 1952 से लेकर 1977 तक यहां कांग्रेस का ही वर्चस्व रहा है।

1977 में ए.के. राय ने तोड़ी थी कांग्रेस की बादशाहत

1977 में पहली बार जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति आंदोलन से उपजी जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार एक साधारण से कोयला मजदूरों के मशीहा के नाम से मशहूर कॉमरेड एके रॉय को जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था। यही समय था जब आज़ादी के बाद पहली बार जनता ने अपना मत जनता पार्टी को देकर धनबाद की राजनीति पलट दी थी। 

पहली बार देश की कोयला राजधानी धनबाद लोकसभा क्षेत्र में कोयला मजदूर संगठन के वर्चस्व वाले इलाके में शहरी क्षेत्र के वोटर निर्णायक साबित हुए।

1952 से 1977 तक चला यहां कांग्रेस का सिक्का

6 विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले धनबाद लोकसभा क्षेत्र में धनबाद, झरिया, निरसा, सिंदरी, चंदनकियारी और बोकारो विधानसभा क्षेत्र आते हैं। अगर बोकारो विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दे तो बाकी विधानसभा क्षेत्रों में कोयला मजदूर वोटरों का ही वर्चस्व रहा है। 1952 से लेकर 1977 तक धनबाद लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस की पकड़ काफी मजबूत रही है। 

यहां से कांग्रेस को हार का मुंह 1977 में देखना पड़ा था। जब जेपी आंदोलन के बाद जनता पार्टी सतीत्व में आयी थी।

1980 में हुए मध्यावधि चुनाव में भी धनबाद की जनता ने एके रॉय को ही अपना मत देकर विजयी बनाया था, वह इस चुनाव में मासस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।1984 में इंदिरा गांधी की हुई हत्या के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस के शंकर दयाल सिंह को सहानभूति की लहर का फायदा मिला और एक बार फिर कांग्रेस ने ये सीट हासिल कर ली। लेकिन 1989 के हुए चुनाव में मजदूर नेता मासस के एके रॉय ने एकबार फिर बाजी मारी।

 1991 में लहराया यहां केसरिया

 1991 के मध्यावधि चुनाव में बीजेपी ने यहां से एक रणनीति के तहत धनबाद के शहीद रणधीर वर्मा की पत्नी रीता वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया। रणधीर वर्मा डियूटी के दौरान धनबाद में ही पंजाब के आतंकवादियों के गोली का शिकार हो शहीद हुए थे। 

रीता वर्मा के नॉमिनेशन में तत्कालीन अविभाजित बिहार के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष कैलाशपति मिश्र ने खुद शिरकत कर बीजेपी कार्यकर्ताओं में इस सीट की अहमियत समझा दी थी।

बीजेपी की ये रणनीति कामयाब रही और पहलीबार कांग्रेस के गढ़ में केसरिया लहराया था। तब से लेकर 1999 तक बीजेपी इस सीट पर कब्ज़ा जमाए रखा। 

1999 में बीजेपी की गुटबंदी बनी घातक,फिर कांग्रेस के पाले में सीट

लेकिन इस दौरान बीजेपी के कई गुट बन गए थे और उसका असर दिखा 2004 के लोकसभा चुनाव में जब मजदूर संगठन से जुड़े कांग्रेस नेता चंद्रशेखर दुबे ने कांग्रेस के परंपरागत सीट पर फिर एकबार कांग्रेस का परचम लहराने में कामयाब रहे।

इस जीत ने जहां कांग्रेसियों में उत्साह भरा वहीं बीजेपी की गुटबंदी भी खुलकर सामने आ गई। यही वो वक्त था जब कोयला मज़दूर सूदखोरों का दंश झेल रहे थे। यही वजह थी कि कोयला मज़दूरों ने ज़मकर वोट किया। 

दूसरी ओर बीजेपी का शहरी वोट पार्टी की गुटबंदी का शिकार हो गया। इस तरहा यहां से बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। 

2009 था बीजेपी के लिए चुनौती,तब पीएन सिंह को किया आगे

2009 में बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी एक ऐसे नेता को सामने लाना जो इन सबपर भारी पड़ता हो, तभी बीजेपी में पशुपतिनाथ सिंह के नाम को बीजेपी ने आगे किया।

पशुपतिनाथ सिंह बीजेपी के एक ऐसे नेता रहे हैं कि पार्षद से लेकर धनबाद विधानसभा का तीन बार नेतृत्व कर चुके थे और प्रदेश सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके थे। 

इस निर्विवाद नेता ने किसी भी चुनाव में हार का मुंह नहीं देखा था। बीजेपी ने इन्हें अपना उम्मीदवार बनाया और इसी चुनाव में पार्टी ने अपनी खोई ज़मीन वापस पा ली। 

बीजेपी ने चुनावी राजनीति के अजातशत्रु माने जाने वाले पशुपतिनाथ सिंह को 2014 और 2019 में भी अपना उम्मीदवार बनाया। धनबाद की जनता ने भी साबित किया कि सच में पशुपतिनाथ सिंह चुनावी मैदान के अजातशत्रु हैं। उन्होंने 2019 के चुनाव में कीर्ति आजाद को 5 लाख से अधिक मतों से पराजित किया था।

2024 में भाजपा है असमंजस में चल रहा मंथन

2024 के आगामी चुनाव में बीजेपी ने अभी तक धनबाद सीट से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इस बार के चुनाव में अजातशत्रु के चुनाव लड़ने में उनकी सबसे बड़ी बाधा उनकी उम्र साबित हो रही है।

इधर, बीजेपी के कई दिग्गज़ नेता दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं सभी अपने अपने संपर्क सूत्र के सहारे टिकट की जुगाड़ में जुटे हैं, अब देखना है कि बीजेपी इस बार किसी बाहरी को चुनावी मैदान में उतरती है या फिर धनबाद के ही किसी पार्टी कार्यकर्ता पर अपना भरोसा जताती है।वहीं धनबाद सीट से अभी तक कांग्रेस सहित किसी दल ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, आने वाले समय में यह पता चलेगा कि धनबाद लोकसभा सीट पर मामला कितना रोचक होने वाला है।

धनबाद लोकसभा सीट का इतिहास

साल       विजेता   पार्टी

1952  पीसी बोस    कांग्रेस

1957  पीसी बोस    कांग्रेस

1962 पीआर चक्रवर्ती

1967 रानी ललिता राज्यलक्ष्मी निर्दलीय

1971 राम नारायण शर्मा कांग्रेस

1977 एके रॉय      मासस, (जनतापार्टी समर्थित)

1984 शंकर दयाल शर्मा- कांग्रेस

1989 एके रॉय    मासस

1991 रीता वर्मा    बीजेपी

1996 रीता वर्मा    बीजेपी

1998 रीता वर्मा    बीजेपी

1999 रीता वर्मा     बीजेपी

2004 चंद्रशेखर दुबे   कांग्रेस

2009 पीएन सिंह    बीजेपी

2014 पीएन सिंह     बीजेपी

2019 पीएन सिंह    बीजेपी

2019 पीएन सिंह बीजेपी

2019 में पीएन सिंह को कुल वोट 827234, वोटों का प्रतिशत 66.03%

कृति आज़ाद कांग्रेस को मिली वोट, 341040, वोट का प्रतिशत 27.22 (प्रतिशत डाले गए वोट के अनुपात में)

धनबाद में विलुप्त हो रही नदियों का संरक्षण करेगी केंद्र सरकार


धनबाद : कभी धनबाद में छोटी-बड़ी नदियों की संख्या 100 से अधिक थी। अब मुश्किल से एक दर्जन नदियां भी नहीं बची हैं। जो नदियां बची हैं, वह अब नाले में तब्दील हो चुकी हैं। ऐसी नदियों का अब संरक्षण किया जाएगा।

केंद्र सरकार ने अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान के लिए धनबाद समेत झारखंड के 12 शहरों का चयन किया है। इस योजना के तहत नदियों को संरक्षित करने के उपायों पर सरकार काम करेगी।

केंद्र सरकार ने नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा कार्यक्रम के तहत गंगा की सहायक नदियों को भी संरक्षित करने का फैसला लिया है। इस योजना के तहत नगर निकायों को सबसे पहले नदियों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही नदियों की जीआईएस मैपिंग कराई जाएगी। इससे नदियों की वर्तमान स्थिति का पता चल पाएगा। इस योजना के तहत नदियों के आसपास ग्रीन पैच विकसित किया जाएगा। वहीं अतिक्रमण को भी हटाने की योजना सरकार ने बनाई है। देशभर में इस योजना के लिए 142 रिवर सिटी का चयन किया गया है। जिन शहरों का चयन इस योजना के लिए किया गया है, उन्हें रिवर सिटी घोषित किया गया है।

केंद्र सरकार राशि उपलब्ध कराएगी

चयनित शहरों में नदियों के विकास के लिए केंद्र सरकार आर्थिक मदद मुहैया कराएगी। इस योजना का उद्देश्य शहर की नदियों को संरक्षित करना है। इससे पर्यावरण का संरक्षण होगा। सामाजिक व आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी। झारखंड सरकार की ओर से नदियों की सूची उपलब्ध कराने के बाद उनके विकास की योजना तैयार की जाएगी। यह योजना नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अरबन अफेयर्स (एनआईयूए) मिलकर तैयार करेंगे।

इन शहरों का किया गया है चयन

धनबाद, रांची, देवघर, चास, साहिबगंज, राजमहल, जमशेदपुर, मानगो, गिरिडीह, आदित्यपुर, मेदनीनगर, जुगसलाई, चिरकुंडा और फुसरो।

गया पुल में नए अंडरपास का बढ़ा बजट, 24.76 करोड़ का टेंडर


धनबाद : एक साल के लंबे इंतजार के बाद गया पुल में नए अंडरपास का टेंडर निकाल दिया गया है। सिविल वर्क में 24 करोड़ 76 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। वहीं इस योजना के लिए रेलवे की 2200 वर्गफीट जमीन का अधिग्रहण भी किया जाएगा।

इसके एवज में पथ निर्माण विभाग छह करोड़ रुपए का भुगतान रेलवे को करेगा। अब इस आरयूबी निर्माण में कुल 30 करोड़ 50 लाख 43 हजार 700 रुपये खर्च होंगे। पथ निर्माण विभाग के नए कार्यपालक अभियंता मिथिलेश प्रसाद ने रविवार को गया पुल में नए आरओबी का टेंडर निकाल दिया। इस योजना को लेकर 22 मार्च को पथ निर्माण विभाग कार्यालय रांची में प्री बीड मीटिंग होगी। ई-टेंडर डालने की अंतिम तिथि पांच अप्रैल 2024 निर्धारित की गई है। पिछले एक साल से यह योजना ओवरस्टीमेट की वजह से यह योजना अटकी हुई थी। 

पिछली बार जब टेंडर निकला था, तब इसके निर्माण में 23.72 करोड़ रुपए खर्च किया जा रहा था। इसी बीच रेलवे ने अपनी जमीन के बाद छह करोड़ रुपए की मांग रख दी। इस राशि की मंजूरी कुछ दिन पहले झारखंड सरकार के मंत्रिमंडल ने दे दी थी। मंजूरी के बाद इसका टेंडर रविवार को निकाल दिया गया है। 

12.5 मीटर चौड़ा व 40 मीटर लंबा होगा अंडरपास

गया पुल में बनने वाला नया अंडरपास 12.5 मीटर चौड़ा और 40 मीटर लंबा होगा। राइट्स कंपनी ने अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट में बताया है कि यह 7.5 मीटर चौड़ा टू लेन होगा। नए अंडरपास में 1.5 मीटर चौड़ा फुटपाथ और 1.1 मीटर ऊंची रेलिंग भी रहेगी। नए आरयूबी को पुराने आरयूबी से 15 मीटर दूर बनाया जाएगा। इसके लिए एप्रोच रोड भी होगा। एप्रोच रोड के लिए श्रमिक चौक की चौड़ाई कम की जाएगी। श्रमिक चौक से सीधे नया आरयूबी तक नया एप्रोच रोड बनाया जाएगा।

रेलवे गोदाम को तोड़कर बनेगा अंडरपास

अगले छह महीने के अंदर गया पुल में अतिरिक्त आरयूबी बनाने का काम शुरू हो जाएगा। पथ निर्माण विभाग रेलवे का 2200 वर्गफीट जमीन अधिग्रहण करेगा। इसके एवज में पथ निर्माण विभाग छह करोड़ रुपए का भुगतान रेलवे को करेगा।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने किया वज्रगृह व मतगणना स्थलों का निरीक्षण


धनबाद। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी माधवी मिश्रा ने प्रशासन और पुलिस पदाधिकारियों के साथ रविवार को जिले के विभिन्न वज्रगृह एवं मतगणना स्थलों का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने कृषि बाजार प्रांगण, धनबाद पॉलिटेक्निक, पॉलिटेक्निक के सामने स्थित पुराने विनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी परिसर, निरसा पॉलिटेक्निक, मेगा स्पोर्ट्स कंपलेक्स का निरीक्षण किया।

निरीक्षण करने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि किसी भी चुनाव में जिला प्रशासन के लिए सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। इसी दृष्टिकोण से आज वज्रगृह एवं मतगणना स्थलों का निरीक्षण किया। वहां की सुरक्षा की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अभी कुछ और स्थान का भी निरीक्षण किया जाएगा और चुनाव से पहले वज्रगृह एवं मतगणना स्थलों को चिन्हित कर वहां पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए जाएंगे।

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त माधवी मिश्रा, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन, उप विकास आयुक्त सादात अनवर, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर हेमा प्रसाद, अपर समाहर्ता विनोद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी उदय रजक, जिला परिवहन पदाधिकारी दिवाकर सी द्विवेदी, नगर निगम, भवन प्रमंडल, निर्वाचन शाखा सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे।

धनबाद :जिले के मंडल कारा में हुई छापेमारी, खैनी-मोबाइल चार्जर बरामद


धनबाद: जिले के मंडल कारा में रविवार की सुबह जिला प्रशासन किया ने औचक छापेमारी की। 

जिले के वरीय अधिकारी भारी संख्या में पुलिस जवानों के साथ धनबाद जेल पहुंचे। जहां विभिन्न वार्डों का औचक जांच किया गया।

लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए पुलिस ने कसी कमर

आईजी और डीआईजी ने धनबाद जिले के पुलिस अधिकारियों को दिए कई दिशा निर्देश

धनबाद। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर झारखंड पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से निपटने के लिए हर दिन रणनीति तैयार की जा रही है।शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न करवाने के लिए कोयला प्रक्षेत्र के आईजी माइकल राज एस, डीआईजी सुरेंद्र झा आज धनबाद पहुंचे। जहां उन्होंने एसएसपी हरदीप पी जनार्दन समेत जिले के तमाम पुलिस अधिकारों के साथ समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गईं है। 

लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने और चुनाव आचार संहिता का कहीं उल्लंघन ना हो इसके लिए पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से अलर्ट किया गया है।चुनाव के दौरान निगरानी बेहतर तरीके से हो सके इसके लिए अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं। चुनाव के दौरान वीआईपी मूवमेंट को लेकर भी जिम्मेदारी तय की गई है। चुनाव के दौरान कई बड़े नेता चुनाव प्रचार करने के लिए आएंगे ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर कोऑर्डिनेट करना है । साथ ही मतदान कर्मियों को सुरक्षित केंद्र तक कैसे पहुंचाया जाए। 

वीआईपी आगमन पर हेलीकॉप्टर लैंडिंग से लेकर प्रस्थान करने तक सुरक्षा के सभी मुद्दों पर दिशानिर्देश दिए गए है। इधर धनबाद के कुछ इलाके अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। इन इलाकों में पुलिस को कैसे एहतियात बरतनी है। इन मुद्दों पर भी चर्चा की गई है।