इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में सरकार पर बरसे कपिल सिब्बल, बताया अब तक सबसे बड़ा घोटाला, एसआईटी जांच की मांग
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भारतीय चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड यानी चुनावी बॉन्ड को जारी कर दिया है।चुनाव आयोग द्वारा भारतीय स्टेट बैंक द्वारा साझा किए गए चुनावी बांड डेटा प्रकाशित करने के एक दिन बाद, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इसे लेकर केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। कपिल सिब्बल ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच एक विशेष जांच दल यानी (एसआईटी) से कराने की मांग की।
सिब्बल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि जांच होगी, इसकी संभावना ही कम है। उन्होंने कहा कि जांच होगी ही नहीं। ना तो सीबीआई और ना ही ईडी जांच करेगी। तो अब जिम्मेदारी कोर्ट पर है। सिब्बल ने 2जी स्कैम की जांच के लिए गठित एसआईटी का हवाला देकर कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए किस पार्टी को, किसने कितना चंदा दिया है और उसे बदले में क्या फायदा पहुंचाया गया, इसकी जांच के लिए भी एसआईटी बननी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि जैसे टूजी (स्कैम) में हुआ, उसी तरह कोर्ट को एक एसआईटी बनानी चाहिए। कोर्ट को खुद ही एसआईटी के सदस्यों की नियुक्ति करनी चाहिए। जिस-जिस कंपनी ने डोनेशन दिया है, उसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि कई ऐसी कंपनियां हैं जो घाटे में हैं या जिनका मुनाफा बहुत कम है, उन्होंने भी चंदा दिया है। अगर चंदे के बदले कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया है तो इसकी जांच होनी चाहिए। यह अवैध है और ऐसे चंदे के पैसे जो इमारतें बनी हैं, वो भी अवैध हैं।
नोटबंदी बड़ा घोटाला, उससे भी बड़ा स्कैम बॉन्ड स्कीम-सिब्ब्ल
सिब्बल ने दावा किया कि नोटबंदी देश का बहुत बड़ा घोटाला था और उससे भी बड़ा घोटाला अब सामने आया है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में दो बहुत बड़े स्कैम हुए। एक दो नोटबंदी का, जहां करोड़ों रुपये जो कैश में थे लोगों के, किसी ने कोई ऐतराज नहीं किया और सभी ने पैसा बदल लिया। उसकी आज तक जांच नहीं हुई। वो बहुत बड़ा स्कैम था। उससे भी बड़ा स्कैम ये है।
पीएम मोदी पर कसा तंज
कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि ‘सरकार ने नींद की गोलियों का ओवरडोज ले लिया है।’ इसके साथ ही सिब्बल ने इशारों इशारों में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘किसी ने कहा था कि वे स्विस बैंक से काला धन लाएंगे और लोगों के खातों में 15-15 लाख रुपये ट्रांसफर करेंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने वह पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर लिया है।पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि किसी ने कहा था- 'ना खाऊंगा ना खाने दूंगा'। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स से पता चलता है कि कहीं न कहीं 'लाभ के बदले लाभ देने' का काम हुआ है।
दरअसल, चुनाव आयोग ने गुरुवार (14 मार्च) को इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स सार्वजनिक की। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च को चुनाव आयोग को बॉन्ड की डिटेल्स दी, जिसे फिर सार्वजनिक कर दिया गया। भारत के चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए गए आंकड़ों से पता चला है कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, जिसके निदेशक लॉटरी मैग्नेट सैंटियागो मार्टिन चुनावी बांड के शीर्ष खरीदार हैं। उन्होंने 1368 करोड़ रुपये के बांड खरीदे हैं। यह डेटा 2019-2024 की अवधि से संबंधित है। मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।
Mar 15 2024, 15:01