जानिए कौन हैं सबसे ज्यादा चुनावी चंदा देने वाले सैंटियागो मार्टिन, जिनकी कंपनी ने दिया 1368 करोड़ रुपए का चंदा
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भारतीय चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड यानी चुनावी बॉन्ड को जारी कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 14 मार्च को चुनावी चंदे की जानकारी को सार्वजनिक कर दिया गया है। देश की कंपनियों और कुछ लोगों ने व्यक्तिगत स्तर पर 2019 से अब तक चुनावी बॉन्ड के जरिये राजनीतिक दलों को 1,27,69,08,93,000 रुपये दान में दे दिये। चुनावी बॉन्ड के माध्यम से राजनीतिक दलों को दान देने वालों में कई कंपनियां और व्यक्ति शामिल हैं।चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद डेटा के दो भागों में बंटी हुई है, जिसमें कुल 763 पन्ने हैं। एक लिस्ट में बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियां, बॉन्ड खरीदने की तारीख और बॉन्ड की कुल राशि की बात की गई है। वहीं दूसरी लिस्ट में तारीख, राजनीतिक पार्टी और उनके चंदे को दर्शाया गया है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डाली गई लिस्ट में वह सारे नाम हैं, जिन्होंने राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे थे। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा चंदा देने वाली कंपनियों में पहले नंबर पर फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज (Future Gaming And Hotel Services) का नाम शामिल है। कंपनी ने बॉन्ड के जरिए करीब 1,368 करोड़ रुपये दिए हैं। कंपनी ने साल 2019 से 2024 के बीच ये बॉन्ड खरीदे हैं। वहीं दूसरे स्थान है मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड जिसने 980 करोड़ रुपये चुनावी दान में दिए हैं।
इस फ्यूचर गेमिंग कंपनी को सैंटियागो मार्टिन चलाते हैं, जिन्हें लॉटरी किंग के नाम से जाना जाता है। फ्यूचर गेमिंग कोयंबटूर स्थित एक कंपनी है। इसकी स्थापना साल 1991 में हुई थी और इससे पहेल मार्टिन लॉटरी एजेंसीस लिमिटेड के नाम से इसे जाना जाता था। फर्म की वेबसाइट के मुताबिक मार्टिन ने 13 साल की उम्र में ही लॉटरी व्यवसाय में अपनी किस्मत आजमाई थी
कौन हैं सैंटियागो मार्टिन?
मार्टिन चैरिटेबल ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, सैंटियागो मार्टिन मार्टिन ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, जिन्होंने बहुत कम उम्र में लॉटरी इंडस्ट्री में अपनी यात्रा शुरू की थी। मार्टिन को भारत का ‘लॉटरी किंग’ माना जाता है क्योंकि उन्होंने सालों के इनोवेशन और मार्केटिंग के माध्यम से व्यवसाय में लिडरशीप की पोजिशन हासिल की। सैंटियागों ने लॉटरी के जरिए आम लोगों को सपने और भाग्य बेचते हुए हजारों करोड़ रुपये कमाए हैं।
मजदूर से बना लॉटरी किंग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैंटियागो मार्टिन कभी म्यांमार के यांगून में एक मजदूर हुआ करते थे। इसके बाद साल 1988 में वह भारत लौटे और तमिलनाडु में लॉटरी बिजनेस की शुरुआत की। उन्होंने पूर्वोत्तर जाने से पहले कर्नाटक और केरल में कारोबार का विस्तार किया। नॉर्थ ईस्ट में लॉटरी बिजनेस को शुरू करने के बाद सैंटियागो मार्टिन ने भूटान और नेपाल में भी कंपनी शुरू की और जल्द ही लॉटरी बिजनेस वहां भी शुरू कर दिया। सैंटियागो मार्टिन ने लॉटरी के अलावा कंस्ट्रक्शन, टेस्सटाइल्स, हॉस्पिटैलिटी और कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टर में भी विस्तार किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ लॉटरी ट्रेड एंड एलायज इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष भी हैं।
Mar 15 2024, 12:50