दुमका : बाल संरक्षण पर कार्यशाला, बाल विवाह व तस्करी पर रोक जरुरी - बीडीओ
दुमका : बाल सुरक्षा, संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर ग्राम ज्योति, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को
दुमका प्रखंड के सभागार में प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।
बैठक की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी उमेश मंडल ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। ग्राम ज्योति की निदेशक आभा ने स्वागत भाषण में दुमका जिला अंतर्गत मुख्य रूप से 150 गांव में चल रहे कार्यक्रमों को साझा किया।
अनिवार्य एवं मुफ्त शिक्षा पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि यदि बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में शत प्रतिशत होती है तो बाल विवाह की दर में बेशक कमी आयेगी। प्रखंड विकास पदाधिकारी सह बाल विवाह निषेध पदाधिकारी उमेश मंडल ने कहा कि बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल श्रम, बाल यौन शोषण जैसी घटनाएं अगर होती हैं तो हम सबों को ध्यान रखने की आवश्यकता है, उसे कानून के तहत रोका जा सकता है, इसके लिए हमें एक होकर कार्य करना पड़ेगा।
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि सभी पंचायत में अपने स्तर से बच्चों से संबंधित मामलों पर विशेष नजर रखें ताकि हमारे प्रखंड के एक भी बच्चे सुरक्षा घेरे से बाहर ना जा पाए। कहा कि बीते दो-तीन दिन पहले ही हमारे प्रखंड के एक गांव में बाल विवाह के होने की सूचना मिली, जिस पर हमने त्वरित कार्रवाई करते हुए ग्राम ज्योति, चाइल्ड हेल्पलाइन एवं संबंधित थाना के संयुक्त प्रयास से बाल विवाह को रोका गया और बच्ची को उसके माता-पिता के साथ बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया गया।
इस पूरे बचाव कार्य में ग्राम ज्योति के कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अंचल अधिकारी ने कहा कि देखभाल एवं संरक्षण के अंतर्गत आने वाले बच्चों को मिशन वात्सल्य के मार्गदर्शिका के अनुरूप अंचल से हर संभव मदद मिलेगी जिससे बच्चों के हित में जिला को किसी भी प्रकार का कार्य करने में परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
चाइल्ड हेल्पलाइन की प्रॉजेक्ट कॉर्डिनेटर रितिका कुमारी ने कहा कि जो बालक देखभाल और सरंक्षण की श्रेणी में आते है तो इसकी सूचना निःशुल्क सहायता नंबर 1098 व 112 और जिला बाल संरक्षण ईकाई के कार्यालय में दी जा सकती है, और ऐसे बालकों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है जिससे बालक के सर्वोत्तम में निर्णय लिया जा सके । ग्राम ज्योति के कार्यक्रम समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने मिशन वात्सल्य अंतर्गत पंचायती राज संस्थान के सामाजिक न्याय महिलाओं और बच्चों के कल्याण पर ग्राम पंचायत की अस्थायी उप-समिति के कार्य एवं जिम्मेवारियां पर जानकारी साझा किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम ज्योति के टीम सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Mar 13 2024, 21:18