*प्रश्नोत्तर विद्यार्थी की आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करता है : डॉ शिल्पी सिंह*
राणा प्रताप कॉलेज के शिक्षाशास्त्र विभाग में प्रश्नोत्तरी का आयोजन हुआ।
सुल्तानपुर,राणा प्रताप पी जी कॉलेज के शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ शिल्पी सिंह ने कहा कि प्रश्नोत्तर प्रविधि शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है। इस प्रविधि के जन्मदाता प्रसिद्ध विद्वान् सुकरात थे।
अतः इस प्रविधि को सोकरेटिक मेथड भी कहा जाता है। विद्यार्थियों की समझ की जाँच करने और उन्हें मौजूदा कार्य में व्यस्त रखने के लिए प्रश्न पूछना आवश्यक है। छात्रों द्वारा जानकारी प्राप्त करने और संसोधित करने के तरीके के लिए यह महत्वपूर्ण है और यह स्वतंत्र और आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करता है। शिक्षक एक बौद्धिक रूप से प्रेरक कक्षा वातावरण बनाता है और बनाए रखता है और उस वातावरण में छात्र के मूल्य को स्वीकार करता है। बौद्धिक रूप से खुले, सुरक्षित और मांग वाले सीखने के माहौल में, छात्रों को चुनौती मिलेगी,फिर भी वे अपने साथियों के सामने ईमानदारी से और पूरी तरह से सवालों के जवाब देने में सहज होंगे।
इस प्रश्नोत्तरी में बी ए द्वितीय, चतुर्थ और षष्टम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस प्रश्नोत्तरी में टीम बी ने 13 अंक के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया इस टीम में नैना, संजना गीता, रोली, प्रीति, आरती, शालू, संजना, शिवानी गौतम थी। टीम ए ने 7 अंक के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस टीम में देवेंद्र, नीलाक्षी, सर्वेश, शिल्पी, राखी और स्नेहा शामिल थी। इस अवसर पर बी ए द्वितीय, चतुर्थ और षष्ठम सेमेस्टर के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Feb 25 2024, 04:10