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किसानों का आज दिल्ली चलो मार्च, बॉर्डर पर जेसीबी-पोकलेन के साथ डटे, पुलिस चौकस

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आज दिल्ली-एनसीआर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा सकती है। दरअसल पंजाब के किसान दिल्ली कूच के लिए अड़े हैं। फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर खरीद को लेकर केंद्र सरकार के ऑफर को ठुकराने के बाद किसान आज एक बार फिर ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं।इस बार किसानों ने बॉर्डर पर पुलिस की किलेबंदी तोड़ने के लिए भारी जेसीबी मशीनें लेकर तैयार हैं।मंगलवार को पंजाब की ओर से युवा किसान जेसीबी और पोकलेन मशीन लेकर पहुंच गए हैं। ट्रैक्टर मार्च के बीच में इन मशीनों को लाया गया, जिससे कोई रास्ते में रोक न सके।

पंजाब के हजारों किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया था। इन किसानों को हरियाणा सीमा पर ही रोक दिया गया था, जहां उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई थी। किसान तब से हरियाणा के साथ लगती पंजाब की सीमा पर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। इस बीच वह पुलिस की किलेबंदी तो तोड़ने के लिए भारी मशीनें और जेसीबी लेकर पहुंचे हैं। उन जेसीबी को भी उन्होंने खास तरह से बख्तरबंद कर रखा है।

बुलडोजर-जेसीबी जब्त करने के निर्देश

हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने पंजाब के अपने समकक्ष गौरव यादव को एक पत्र लिखकर पंजाब पुलिस से उन बुलडोजर और मिट्टी खोदने वाले उन उपकरणों को जब्त करने को कहा, जिन्हें ‘दो बॉर्डर प्वाइंट पर डेरा डाले किसान अवरोधकों को नुकसान पहुंचाने के लिए लाए हैं।’ उन्होंने कहा कि ऐसे उपकरण सुरक्षा बलों के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं और प्रदर्शनकारी किसानों को ऐसे उपकरण उपलब्ध कराने पर इनके मालिकों को सख्त चेतावनी दी जानी चाहिए, क्योंकि यह ‘एक आपराधिक कृत्य होगा।’

दिल्ली एनसीआर की रफ़्तार धीमी

गाजीपुर बॉर्डर पर सर्विस लेन 200 मीटर तक पूरी तरह से बंद है। फ्लाइओवर पर चार लेन बैरिकेडिंग के कारण डिस्टर्ब हैं। पंजाब से दिल्ली कूच करने वाले किसानों के लिए बेशक अभी दिल्ली दूर है और हरियाणा में प्रवेश और पार करना भी मुश्किल लग रहा है लेकिन दिल्ली के बॉर्डरों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम ने दिल्ली एनसीआर की रफ़्तार धीमी कर दी है। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर सर्विस लेन को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया जबकि फ्लाइओवर के आंशिक रूप से ब्लॉक होने के कारण एक्सप्रेसवे पर चार लेन दोनों तरफ डिस्टर्ब हुए हैं। सुरक्षा बैरिकेडिंग के कारण फ्लाइओवर पर रफ़्तार धीमी हो रही है।

किसानों ने ठुकराया सरकार का प्रस्ताव

फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी को लेकर केंद्र के साथ चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो स्थानों से बुधवार को फिर से अपना मार्च शुरू करने के लिए तैयार हैं। किसान नेताओं के साथ चौथे दौर की बातचीत में तीन केंद्रीय मंत्रियों की समिति ने रविवार को प्रस्ताव दिया था कि किसानों के साथ समझौता करने के बाद सरकारी एजेंसियां पांच साल तक दालें, मक्का और कपास एमएसपी पर खरीदेंगी. लेकिन, किसान नेताओं ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।

कौन है यूलिया नवलनया जिसने पुतिन को ललकारा? पति की मौत के लिए ठहराया जिम्मेदार

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रूस की जेल में पति एलेक्सी नवलनी की मौत के बाद उनकी पत्नी यूलिया नवलनया रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोध में उतर आईं है।रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की विधवा पत्नी यूलिया नवलनाया ने अपने पति की मौत के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जिम्मेदार ठहराया है। यूलिया ने पुतिन पर आरोप लगाते हुए आजाद रूस के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने की कसम खाई है। दरअसल, एलेक्सी नवलनी की मौत जेल में संदिग्ध तरीके से हुई थी।यूलिया ने एक बार फिर ये भी दोहराया है कि जेल में उनके पति की स्वभाविक मौत नहीं हुई है बल्कि राष्ट्रपति पुतिन ने साजिश रचकर उनकी हत्या कराई है।

पुतिन के आलोचक और कट्टर विरोधी एलेक्सी नवलनी की जेल में संदिग्ध मौत के बाद यूलिया का कहना है, उनके पति को जहर दिया गया। उन्होंने पति की मौत के लिए पुतिन को जिम्मेदार बताया है। यूलिया ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जानबूझकर जेल प्रशासन उनके पति एलेक्सी का शव नहीं दे रहा। यूलिया ने रूसी अधिकारियों पर अपने पति का शव छिपाने का भी आरोप लगाया है, जिससे कि उनके शरीर से नोविचोक नर्व एजेंट के निशान गायब हो सकें।

सोमवार को एक नौ मिनट का वीडियो जारी करते हुए यूलिया ने कहा, 'तीन दिन पहले व्लादिमीर पुतिन ने मेरे पति एलेक्सी नवलनी की हत्या कर दी। एलेक्सी की हत्या के साथ ही पुतिन ने मुझे, मेरे दिल को और मेरी आत्मा को भी आधा मार दिया है। लेकिन मेरे पास अभी भी आधा हिस्सा बचा हुआ है, जो मुझे यह बताता है कि मुझे अभी हार नहीं मानना है। मैं एलेक्सी के कम को जारी रखूंगी और अपने देश के लिए लड़ना जारी रखूंगी।

एलेक्सी ने कहा है कि मैं पुतिन और उनके सभी कर्मचारियों को यह बताना चाहती हूं कि उन्होंने मेरे पति के साथ जो किया है उसके लिए मैं उन्हें माफ नहीं करूंगी। पिछले कुछ सालों में देश में किए गए अत्याचारों के लिए पुतिन को दोषी ठहराया जाना चाहिए।

यूलिया ने आगे कहा, मैं एक स्वतंत्र रूस में रहना चाहती हूं। मैं स्वतंत्र रूस बनाना चाहती हूं। मेरी आपसे विनती है कि आप मेरे साथ खड़े रहें। मैं आपसे आपके गुस्से को साझा करने के लिए कह रहीं हूं। उन लोगों के प्रति गुस्सा और नफरत है, जिन्होंने हमारे भविष्य को खत्म करने का साहस किया है।

यूलिया ने इससे पहले राजनीतिक रूप से सक्रिय होने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी लेकिन अब उन्होंने भूमिका बदलने का फैसला लिया है।यूलिया राजनीति में आने के सवाल पर कहती रही थीं कि वह एक पत्नी और मां की भूमिका में खुश हैं लेकिन शुक्रवार को अपने पति की मौत के बाद वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरुद्ध खड़ी हो गई हैं। यूलिया रूस के एक वैज्ञानिक बोरिस अंब्रोसिमोव की बेटी हैं। 1998 में उनकी मुलाकात एलेक्सी से हुई थी। यूलिया और एलेक्सी युवावस्था से ही एक जैसे राजनीतिक विचार रखते थे। दोनों ने रूस की लिबरल पार्टी याबलोको की सदस्यता ली थी। बाद में यूलिया ने खुद को घर तक सीमित किया और एलेक्सी राजनीति में आगे बढ़ गए।

राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुनी गईं सोनिया गांधी, नड्डा सहित ये उम्मीदवार भी निर्वाचित

#soniagandhijpnaddaelectedforrajya_sabha

राज्यसभा के लिए कई दिग्गज नेता निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन ली गई हैं। राजस्थान से राज्यसभा चुनाव में सोनिया गांधी समेत तीनों प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। इन तीन सदस्यों में कांग्रेस की सोनिया गांधी और बीजेपी के मदन राठौड़ तथा चुन्नीलाल गरासिया निर्वाचित घोषित किए गए हैं। उधर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के तीन अन्य उम्मीदवारों को भी गुजरात से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है। तो बिहार के सभी छह उम्मीदवार भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं।

राजस्थान के कोटे की 10 में से सीटों में से 3 सीटों के लिए चुनाव हुए हैं। इन तीन सीटों में से बीजेपी ने दो ही सीट के लिए अपने प्रत्याशी मदन राठौड़ और चुन्नीलाल गरासिया को चुनाव मैदान में उतारा था। वहीं एक सीट के लिए कांग्रेस ने अपनी पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को चुनाव मैदान में खड़ा था। 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में चौथा कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं था। 20 फरवरी नाम वापसी की अंतिम तारीख थी। आज नाम वापसी का निर्धारित समय निकल जाने के बाद स्थिति बिल्कुल साफ हो गई। उसके बाद रिटर्निंग अधिकारी ने तीनों प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया।

पहली बार राज्यसभा पहुंचेंगी सोनिया

लोकसभा सांसद के रूप में पांच कार्यकाल पूरा करने के बाद 77 वर्षीया सोनिया गांधी का राज्यसभा में ये पहला कार्यकाल होगा। साल 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के बाद वह पहली बार सांसद चुनी गईं। वह पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के बाद राज्यसभा में प्रवेश करने वाली गांधी परिवार की दूसरी सदस्य होंगी। इंदिरा गांधी अगस्त 1964 से फरवरी 1967 तक राज्यसभा की सदस्य थीं।

गुजरात में चारों प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित

गुजरात में राज्यसभा की चार सीटें खाली थीं और सभी सीटों पर सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। किसी अन्य ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। जिसके बाद निर्वाचन अधिकारी रीता मेहता ने नड्डा सहित चारों भाजपा उम्मीदवारों को संसद के ऊपरी संदन के लिए निर्विरोध विजयी घोषित किया। नड्डा के अलावा निर्विरोध चुने गए तीन अन्य उम्मीदवारों में हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया, भाजपा नेता जसवन्तसिंह परमार और मयंक नायक हैं।

ओडिशा से अश्विनी वैष्णव निर्विरोध चुने गए

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी ओडिशा से निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। उन्हें जीत का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। वैष्णव भुवनेश्वर के राम मंदिर में प्रार्थना करने पहुंचे।

बिहार के सभी छह उम्मीदवार निर्वाचित

उधर बिहार के भी सभी छह उम्मीदवार राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। राज्यसभा के लिए बिहार से बीजेपी के दो, आरजेडी के दो, आरजेडी के एक और कांग्रेस से एक उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। सभी को निर्विरोध राज्यसभा का सदस्य चुन लिया गया है। बीजेपी की तरफ से भीम सिंह और धर्मशीला गुप्ता ने नामांकन दाखिल किया था जबकि जेडीयू से संजय झा को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया गया था। वहीं राष्ट्रीय जनता दल से मनोज झा और संजय यादव, कांग्रेस से अखिलेश प्रसाद सिंह ने नोमिनेशन फाइल किया था।

ब्रिटेन के स्कूल में मोबाइल पर लगा बैन, ऋषि सुनक सरकार ने जारी की एडवाइडरी, बोले-ये एक बड़ी समस्या

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आज मोबाइल एक ऐसी चीज बन गया है जो आपकी सबसे बड़ी जरूरत है। आज लोग बाहर निकलने से पहले अगर किसी सबसे जरूरी चीज का ध्यान रखते हैं, तो वो है मोबाइल। कहीं पेमेंट करना हो, घर जाने की कैब की जरूरत हो, 10 रूपये से लकेर लाखों का लेनदेन मोबाइल से एक झटके में हो रहा है। हालांकि मोबाइल की लत उससे भी ज्यादा खतरनाक है, खासकर बच्चों में।बच्चों में मोबाइल फोन का इस्तेमाल काफी आम बात हो गया। जो बच्चों की दिनचर्या को बिगाड़ रहा है।जिसे देखते हुए ब्रिटेन सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।ब्रिटेन ने स्कूलों में इस पर बैन लगा दिया है।ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए इसकी घोषणा की है।

ऋषि सुनक ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बड़ा ही क्रिएटिव वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वीडियो बनाने के दौरान उन्हें बार-बार फोन आता है, जिसकी वजह से काफी डिस्टरबेंस होता है। वह बार-बार फोन बजने से परेशान हो जाते हैं और फोन को साइड में रख देते हैं। फिर कहते हैं कि देखिए यह कितना निराशाजनक है।ऋषि सुनक ने वीडियो के जरिए यह दिखाने की कोशिश की है कि मोबाइल के कारण क्लासरूम में किस तरह से परेशानी हो रही है।

ऋषि सनक ने इस वीडियो संदेश के जरिए कक्षाओं में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने की सरकार की नई नीति का समर्थन किया गया है। जिसका लक्ष्य सुरक्षित और अधिक केंद्रित शिक्षण वातावरण बनाना है।पीएम ने अपने एक दूसरे में बयान में कहा है कि करीब एक तिहाई माध्यमिक स्कूल के विद्यार्थियों ने कहा कि फोन के कारण उनकी पढ़ाई बाधित हुई है। हम जानते हैं कि वे (मोबाइल फोन) कक्षा में ध्यान भटकाते हैं और स्कूलों में बदमाशी का कारण बनते हैं। 

बता दें की सरकार ने सोमवार, 19 फरवरी को नया दिशानिर्देश जारी किया, जिसमें इंग्लैंड भर के स्कूलों में ब्रेक के समय सहित मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाना अनिवार्य कर दिया गया। जबकि यूके में कुछ स्कूल पहले से ही फोन पर प्रतिबंध लागू कर रहे हैं।

प्लास से खींची प्राइवेट पार्ट की चमड़ी और...', MP में आदिवासी युवक के साथ फिर हुई हैवानियत, पढ़िए, बर्बरता की पूरी कहानी

मध्य प्रदेश के सिवनी जिलें से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां कुछ अराजक तत्वों ने एक आदिवासी शख्स को पकड़ कर उसके साथ बर्बरता की है। अपराधियों ने पहले तो युवक को लाठी से पीटा एवं फिर प्लास से उसके प्राइवेट पार्ट को पकड़ कर खींचा। पीड़ित शख्स के साथ अपराधियों ने इस तरह हैवानियत किया कि वह अधमरा हो गया। यह घटना 2 दिन पहले की बताई जा रही है। हालांकि अब घटना का वीडियो वायरल होने के पश्चात् पुलिस ने मामले को संज्ञान लिया है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस वारदात में अपराधी आदिवासी MLA एवं भारतीय जनता पार्टी नेता के परिवार के लोग है। पीड़ित भी आदिवासी समाज से है। उसकी पहचान संतोष काकोड़िया के तौर पर हुई है। आरोप है कि MLA के पारिवारिक सदस्यों ने संतोष को चोरी करते हुए पकड़ा था। फिर 3-4 लोगों ने मिलकर उसे पहले तो जल्लादों की भांति पीटा। तत्पश्चात, उसके परिवार वालों को बुलाया एवं उनके सामने ही प्लास से संतोष के प्राइवेट पार्ट की चमड़ी पकड़ कर खींचा।

उसके हाथ और पैरों के नाखून को प्लास से पकड़ कर उखाड़ने का प्रयास किया। आरोप है कि MLA के घरवालों ने संतोष के साथ मारपीट करते हुए उसकी जमीन हड़पने का भी प्रयास किया। वायरल हो रहे वीडियो में स्वयं MLA भी संतोष के पैर की चमड़ी एवं नाखूनों को प्लास से खींचते दिखाई दे रहे हैं। वहीं इस वारदात के पश्चात् पीड़ित युवक अपने शरीर के घावों को दिखाते दिखाई दे रहा है। वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के पश्चात् हरकत में आई पुलिस ने MLA विजय सूर्यवंशी के परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन आरम्भ कर दी है।

एसपी राकेश कुमार सिंह के अनुसार, पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है तथा जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार, आगे की कार्रवाई होगी। दूसरी तरफ, इस घटना की खबर प्राप्त होने के पश्चात् आदिवासी समाज ने भी मोर्चा खोल दिया है। आदिवासी समाज ने शासन एवं प्रशासन से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इसके लिए 22 फरवरी तक का समय दिया है। चेतावनी दी है कि इस अवधि में संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन आरम्भ किया जाएगा। इससे पहले बैतूल में भी इसी प्रकार की घटना सामने आ चुकी है। इसमें एक आदिवासी शख्स को उल्टा लटकाकर मारपीट की गई थी।

ऑनलाइन गेम खेलते-खेलते एक बच्चे की मां के प्यार में पागल हुआ नाबालिग, फिर जो हुआ वो कर देगा हैरान, पढ़िए हैरान कर देने वाली खबर

मध्य प्रदेश के सीधी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ फ्री फायर ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान एक लड़के को उत्तराखंड की महिला से प्यार हो गया। बॉयफ्रेंड के प्यार में पागल शादीशुदा महिला अपने बच्चे को लेकर उसके घर पहुंच गई। यह देख लड़के के पूरे परिवार में हंगामा मच गया। खबर प्राप्त होने पर पहुंची पुलिस ने समझाइश देकर महिला को उत्तराखंड वापस भेजा। 

दरअसल, सीधी जिले के सिहावल चौकी के रहने वाले एक नाबालिक लड़के को फ्री फायर गेम खेलने की लत थी। इस ऑनलाइन गेमिंग के चलते उत्तराखंड की रहने वाली एक महिला से नाबालिग को प्यार हो गया। प्रेमी के प्यार में पागल एक बच्चे की मां उत्तराखंड से चलकर सीधी आ गई तथा नाबालिग प्रेमी के घर में पहुंच गई। खबर प्राप्त होते ही पूरे क्षेत्र में हंगामा मच गया। लोग उत्तराखंड से पहुंची महिला को देखने पहुंच गए। नाबालिग लड़के के घरवाले महिला को किसी हालत में रखने को तैयार नहीं थे। खबर प्राप्त होते ही सिहावल पुलिस मौके पर पहुंची तथा महिला को बहुत समझाइश के बाद वापस उत्तराखंड भेज दिया। 

 

सीधी जिले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव ने बताया, फ्री फायर ऑनलाइन गेम के चलते एक उत्तराखंड की महिला का सिहावल चौकी के रहने वाले नाबालिग से प्रेम प्रसंग हो गया। ग्रामीणों एवं पुलिस की समझाइश के पश्चात् महिला को वापस उत्तराखंड भेज दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने लोगों से अपील की है कि अपने नाबालिग बच्चों को स्मार्टफोन से परहेज करने की हिदायत देते रहें।

छिंदवाड़ा से ही चुनाव लड़ेंगे एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ, जितेंद्र सिंह बोले- 'जिसे कांग्रेस से जाना है वो जाए...'

 मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के सांसद बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा से ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। 20 फरवरी को कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह ने भोपाल में कहा कि नकुलनाथ कहीं नहीं जा रहे। वे अपने जिले से ही चुनाव लड़ेंगे। कमलनाथ को लेकर अटकलें केवल अफवाह थी। वैसा कुछ था ही नहीं। सारी अफवाहें भारतीय जनता पार्टी ने फैलाईं। कमलनाथ हमारे वरिष्ठ नेता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2 मार्च से मध्य प्रदेश से आरम्भ होगी।

इस यात्रा में राहुल अग्निवीरों, पटवारी भर्ती परीक्षा के उम्मीदवारों एवं किसानों से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा में कमलनाथ भी होंगे। सिंह ने आज कांग्रेस कार्यालय में विधायकों की मीटिंग भी बुलाई है। उन्होंने कहा कि मीटिंग में सभी विधायकों के साथ आगामी रणनीति पर बातचीत करेंगे। विधायकों के साथ राहुल गांधी की न्याय यात्रा में सहभागिता पर बातचीत होगी। इस मीटिंग में कमलनाथ भी ऑनलाइन सम्मिलित होंगे। जितेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि जो कांग्रेस की रीति-नीति नहीं मानता, उसके लिए दरवाजे खुले हैं, वो जा सकता है। गौरतलब है कि देश में 3 दिन तक कमलनाथ को लेकर अटकलें चलती रहीं।

19 फरवरी को साफ़ हो गया कि कमलनाथ भारतीय जनता पार्टी में नहीं जा रहे। रविवार को उनके बेहद नजदीकी पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि कमलनाथ एवं उनके बेटे नकुलनाथ कहीं नहीं जा रहे। वे जल्द भोपाल आएंगे। कुछ नाराजगी थी, वो अब दूर हो गई है। पार्टी में थोड़ा बहुत मनमुटाव होता रहा है, उसे दूर कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ या नकुलनाथ ने कभी नहीं कहा कि वो पार्टी छोड़ रहे हैं।

एमपी के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को मिली जान से मरने की धमकी, सांसद नवनीत राणा ने अमित शाह को पत्र लिख मांगी सुरक्षा

 मध्य प्रदेश के सीहोर में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को जान से मारने की धमकी तथा बदनाम करने की चिट्ठी मिलने की घटना सामने आई है। खबर मिलते ही महाराष्ट्र से लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर पंडित प्रदीप मिश्रा के लिए सुरक्षा की मांग की है। लोकसभा सदस्य की तरफ से लिखी गई चिट्ठी का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है। 

कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा अपनी कथा एवं रुद्राक्ष महोत्सव को लेकर देश और दुनिया में लोकप्रिय हैं। उनकी कथाओं में लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ती है। वहीं, कथावाचक प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष लेने एवं दर्शन करने के लिए प्रतिदिन बड़े आंकड़े में भक्त पहुंचते हैं। रुद्राक्ष महोत्सव के चलते भक्तों का आंकड़ा लाखों में पहुंच जाता है। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को धमकी भरी चिट्ठी प्राप्त होने की सूचना लगते ही भक्तों में भी नाराजगी है।  

बताया गया है कि कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को जान से मारने की धमकी और बदनाम करने की जो चिट्ठी प्राप्त हुई है, उसमें किसी का नाम एवं मोबाइल नंबर नहीं है। पंडित प्रदीप मिश्रा की सुरक्षा को लेकर महाराष्ट्र की अमरावती सीट से भाजपा सांसद नवनीत राणा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। लोकसभा सदस्य की लिहकी गई चिट्ठी का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह की तरफ से लिखा गया, ''श्रीमती नवनीत रवि राणा जी आपका 22 दिसंबर 2023 का पत्र मिला है, जो कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले की सुरक्षा से संबंधित है।'' गृहमंत्री की तरफ से पत्र का 10 फरवरी को जवाब दिया गया है। 

धमकी भरी चिट्ठी के मामले में कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कुबेरेश्वर धाम समिति के सदस्य समीर शुक्ला ने बताया कि लोकसभा सदस्य को जानकारी लगी तो उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से सुरक्षा की मांग की है। इससे पहले भी अमरावती में पत्र मिला था। अब एक बार फिर पत्र मिला है। वहीं, मामले को लेकर SP मयंक अवस्थी ने बताया कि इस प्रकार की जानकारी यहां पर नहीं दी गई है। बाहर का मामला है। भोपाल पुलिस मुख्यालय से प्रदीप मिश्रा जी को सुरक्षा पहले से ही मिली हुई है।

महाराष्ट्र विधानसभा में पारित हुआ मराठा आरक्षण बिल, शिक्षा और नौकरियों में मिलेगा 10% आरक्षण

#maratha_reservation_bill_passed_in_the_maharashtra_legislative_assembly 

मराठा आरक्षण विधेयक एकमत से महाराष्ट्र विधानसभा से पास हो गया। इस बिल में मराठा समुदाय के लोगों को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 10 फीसदी का आरक्षण देने का फैसला लिया गया है। बिल को मंजूरी ऐसे समय में मिली है जब मनोज जरांगे पाटिल लगातार 11वें दिन भूख हड़ताल पर हैं। वहीं मराठा आरक्षण विधेयक विधानसभा से पारित होते ही लोगों में लोग जश्न मनाने लगे। महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर भी लोग ढोल मंजीरे के साथ जश्न मनाते हुए नजर आए। 

विधेयक पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि चाहे ओबीसी भाई हों, या कोई अन्य समुदाय...हमने किसी के आरक्षण से छेड़छाड़ किए बिना मराठा समुदाय के लिए शैक्षिक और नौकरी आरक्षण प्रदान करने का निर्णय लिया है। विधेयक पर चर्चा के दौरान सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने शिवाजी की प्रतिमा के सामने कसम खाई थी कि मैं मराठाओं को आरक्षण दूंगा और सदन में ये एक मत से पारित हुआ है।

सीएम शिंदे ने कहा, इस काम में उन कानूनी विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है, जिन्होंने हाई कोर्ट में मराठा आरक्षण की जोरदार वकालत की है। एक टास्क फोर्स का भी गठन किया गया। हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और अन्य न्यायिक स्तरों पर मराठा समुदाय का आरक्षण कैसे बरकरार रखा जाएगा, इस पर सरकार और आयोग के बीच समन्वय बनाया गया।मुख्यमंत्री ने आगे कहा, हमने मराठा आरक्षण के पक्ष में बहस करने के लिए राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ परिषदों की एक सेना खड़ी की है। चार दिनों तक हमने मराठा समुदाय की स्थिति पर बहुत गंभीरता और धैर्य के साथ अपने विचार व्यक्त किए हैं। हमने मराठा आरक्षण को रद्द करते समय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दर्ज किए गए निष्कर्षों पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किया। मुझे विश्वास है कि सफलता मिलेगी।

बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की गठबंधन सरकार ने मंगलवार को 10 प्रतिशत मराठा कोटा के जिस विधेयक को मंजूरी दी है, वह तत्कालीन देवेंद्र फड़नवीस सरकार द्वारा पेश किए गए सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़ा वर्ग अधिनियम, 2018 के समान है। एक दशक में यह तीसरी बार है जब राज्य ने मराठा कोटा के लिए कानून पेश किया है। साल 2014 में पृथ्वीराज चव्हाण सरकार ने मराठा समाज को 16% आरक्षण दिया, लेकिन हाईकोर्ट ने इसे रद्द कर दिया। इसके बाद 2018 में फडणवीस सरकार ने सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा होने के आधार और मराठा समाज को 16% आरक्षण देने का फैसला किया। लेकिन 2019 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने इसे घटाकर शिक्षा में 12% और नौकरी में 13 प्रतिशत कर दिया। हालांकि, साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे रद्द कर दिया, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसे कोई असाधारण स्तिथि नहीं दिखती, जिसके आधार पर मराठा को पिछड़ा मानते हुए उन्हें आरक्षण दिया जाए।

फारूक अब्दुल्ला ने बांधे पीएम मोदी के तारीफों के पुल, जानें क्यों दी बधाई?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को जम्मू कश्मीर को 30 हजार 500 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट की सौगात दी है। पीएम मोदी आज यानी मंगलवार को जम्मू में दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज का उद्घाटन किया।इसके अलावा घाटी में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन और संगलदान स्टेशन व बारामूला स्टेशन के बीच ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई।इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की खूब तारीफ की है।फारूक अब्दुल्ला ने भी जम्मू-कश्मीर को मिली सौगातों पर प्रधानमंत्री मोदी का जताया आभार और उनकी तारीफों के पुल बांधे।

अब्दुल्ला ने कहा, हमें इसकी जरूरत थी। यह हमारे पर्यटन और लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक बड़ा कदम है जो आज उठाया गया है। मैं इसके लिए रेल मंत्रालय और पीएम मोदी को बधाई देता हूं। अब्दुल्ला ने कहा कि रेल को जोड़ने से सड़क सेवा के कारण होने वाली कई समस्याओं का समाधान हो जाता है, यह वस्तुओं और सेवाओं के परिवहन और आपूर्ति में भी मदद करता है। मुझे उम्मीद है कि यह सेवा हमारे लोगों के लिए प्रगति लाएगी। हमें उम्मीद थी कि यह सेवा 2007 में ही शुरू हो जाएगी लेकिन पहाड़ी इलाके के कारण कई कठिनाइयां थीं। अब यह सेवा शुरू होगी, इसकी खुशी है।

हाल में कई बार उन्हें अब्दुल्ला को मोदी सरकार की तारीफ करते हुए देखा गया है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रगतिशील आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने फारूक अब्दुल्ला पर केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की बात कही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सूत्रों से पता चलता है कि फारुख अबदुल्ला केंद्रीय नेतृत्व से मिलने का प्रयास करते हैं लेकिन सिर्फ रात में।

इस पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि, जब मैं उनके ऐसे बयान सुनता हूं तो मुझे हैरानी होती है। उन्होंने कहा था कि अगर मुझे प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में मिलूंगा, रात में क्यों मिलूंगा?फारूक अब्दुल्ला ने कहा था, मैं जरूर आजाद साहब की इज्जत करता हूं लेकिन मुझे हैरानी होती है।