/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने को लेकर फैसला आज, कश्मीर में हाई अलर्ट India
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने को लेकर फैसला आज, कश्मीर में हाई अलर्ट

#supreme_court_decision_article_370_jammu_kashmir_ladakh_on_alert

आज जम्मू कश्मीर, लद्दाख समेत पूरे देश की निगाहें सुप्रीम कोर्ट की तरफ है।जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को निरस्त करने और दो केन्द्र शासित प्रदेश में बांटने के खिलाफ याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, बीआर गवई और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ आज यह फैसला सुनाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने 16 दिनों की बहस के बाद 5 सितंबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था।

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आने वाले इस बड़े फैसले को देखते हुए आज कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह हाई अलर्ट पर है।इस दौरान किसी भी तरह के वीआईपी मूवमेंट तक की मनाही है।सीआरपीसी 144 के तहत सोशल मीडिया को लेकर साइबर पुलिस ने एक गाइडलाइन जारी की है और इस पर कड़ी निगाह रखी जा रही हैं ताकि किसी भी तरह के भड़काऊ पोस्ट पर समय रहते कार्रवाई की जा सके।सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वालों को को सलाह दी गई है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का जिम्मेदारी से उपयोग करें और अफवाहें, फर्जी खबरें, नफरत फैलाने वाले भाषण शेयर न करें। साथ ही ऐसी कोई भी मैसेज मिलने पर दूसरों के साथ साझा करने के बजाय तुरंत साइबर पुलिस कश्मीर को सूचित करें।

श्रीनगर जिले के सभी इलाको में जो भी डेप्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात हैं, उनको सरकार की तरफ से खासी हिदायत दी गई है। हिदायत में यह है कि हर इलाके में एक अधिकारी को तैनात किया गया है जिससे कानून व्यवस्था को बनाया रखा जा सके।

जम्मू-कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के केंद्र सरकार के 2019 के फैसले के खिलाफ याचिकाएं दायर की गई थी। सितंबर माह में लगातार 16 दिनों तक सभी पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। 16 दिन में सुनवाई के दौरान अदालत ने केंद्र और हस्तक्षेपकर्ताओं की ओर से अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, वरिष्ठ अधिवक्ताओं- हरीश साल्वे, राकेश द्विवेदी, वी गिरि और अन्य को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का बचाव करते हुए सुना था। वकीलों ने इस प्रावधान को निरस्त करने के केंद्र के 5 अगस्त 2019 के फैसले की संवैधानिक वैधता, पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने वाले जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम की वैधता, 20 जून 2018 को जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लगाए जाने, 19 दिसंबर 2018 को राष्ट्रपति शासन लगाए जाने और 3 जुलाई 2019 को इसे विस्तारित किए जाने सहित विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे थे।

इस अनुच्छेद के जरिए जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा मिला हुआ था। कोर्ट यह तय करेगी कि जम्मू और कश्मीर की स्वायत्तता छीनने वाले केंद्र सरकार के पांच अगस्त, 2019 को संसद में पारित कराए इस फैसले की संवैधानिक वैधता क्या है, इसको स्पष्ट किया जाएगा।

आदिवासी नेता विष्णु देव साय को भाजपा ने बनाया छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री, प्रेरक रहा है राजनीतिक सफर

भाजपा ने रणनीतिक रूप से विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में चुना है। राज्य का नेतृत्व करने के लिए एक आदिवासी नेता को नियुक्त करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस फैसले से छत्तीसगढ़ में नेतृत्व को लेकर कई तरह की अटकलों पर विराम लग गया है. विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के कुनकुरी विधानसभा से आते हैं, जहां आदिवासियों की अच्छी खासी आबादी है और वह आदिवासी समुदाय से आते हैं।

मुख्यमंत्री के रूप में एक आदिवासी नेता को चुनने के कदम को भाजपा द्वारा एक साहसिक फैसले के रूप में देखा जाता है, खासकर तब जब राज्य को अजीत जोगी के बाद एक आदिवासी मुख्यमंत्री मिला है। 2020 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके विष्णुदेव साय इस भूमिका में भरपूर राजनीतिक अनुभव लेकर आए हैं। उन्होंने पहले संसद सदस्य और केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया है और खुद को एक अनुभवी नेता के रूप में स्थापित किया है।

आदिवासी समुदायों में साईं की जड़ें और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ उनका घनिष्ठ संबंध उन्हें एक उल्लेखनीय व्यक्ति बनाता है। इसके अलावा, रमन सिंह जैसे नेताओं से उनकी निकटता उनकी राजनीतिक प्रतिष्ठा को बढ़ाती है। विष्णुदेव साय ने 1999 से 2014 तक लोकसभा में रायगढ़ का प्रतिनिधित्व किया और केंद्र में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री के रूप में कार्य किया। विशेष रूप से, उन्होंने पार्टी के सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए अपने संगठनात्मक पद से इस्तीफा दे दिया।

यह कदम छत्तीसगढ़ में आदिवासी आबादी से जुड़ने और एक ऐसे नेता के माध्यम से उनकी चिंताओं को दूर करने के भाजपा के इरादे को दर्शाता है जो उनके मुद्दों को पहले से समझता है। नवनियुक्त मुख्यमंत्री के रूप में, राज्य की राजनीतिक गतिशीलता और चुनौतियों को देखते हुए, विष्णुदेव साय के नेतृत्व पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

हिमाचल के परवाणू कस्बे में नशामुक्ति केंद्र में हो रहा था बड़ा 'खेल', खिड़कियों के शीशे तोड़ 13 लड़कियां हो गईं फरार

चंडीगढ़ से सटे हिमाचल के परवाणू कस्बे के एक नशामुक्ति केंद्र में उपचाराधीन 13 लड़कियां रात को खिड़कियों के शीशे तोड़ कर भाग गईं। दरअसल, नशा छुड़ाने के नाम पर बने केंद्र में बड़ा खेल हो रहा था। लड़कियों को ही नशा दिया जा रहा था। लड़कियों ने जब वहां से भागकर आस-पास के घरों में शरण ली तो लोगों को इसके बारे में पता चला। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने लड़कियों के परिजनों को मौके पर बुलाया और उन्हें उनको सौंप दिया। पुलिस को युवतियों ने आपबीती सुनाई और नशा मुक्ति केंद्र से भागने का कारण बताया।

उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों और कर्मचारियों पर उन्हें नशा देने और मारपीट का आरोप लगाया है। पंजाब और हरियाणा की ये लड़कियां नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के लिए आई थीं। केंद्र में कुल 17 लड़कियां इलाज के लिए दाखिल थीं। अभी केंद्र में केवल 3 ही लड़कियां बची हैं।

17 लड़कियां उपचाराधीन थीं, 13 भागीं

परवाणू स्थित नशा मुक्ति केंद्र में पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा की 17 लड़कियां उपचाराधीन थी। 13 युवतियों ने शनिवार देर रात नशा मुक्ति केंद्र की खिड़कियों के शीशे तोड़े और फ़रार हो गई। इसके बाद सभी 13 लड़कियां भाग निकली। जैसे ही लोगों ने लड़कियों की आवाज सुनी तो उन्होंने पुलिस को बताया। पुलिस मौके पर पहुंची और कारण पूछा। पुलिस को युवतियों ने आपबीती सुनाई और नशा मुक्ति केंद्र से भागने का कारण बताया। उन्होंने बताया कि केंद्र में उनके साथ मारपीट की जाती थी और केंद्र के कर्मचारी ही उनको जबरदस्ती नशा देते थे। 

आरोपों की होगी जांच

डीएसपी परवाणू प्रणव चौहान ने बताया कि जैसे ही पुलिस को जानकारी मिली वैसे ही टीम मौके पर पहुंची। कुछ युवतियों के परिजन आने के बाद वह उनके साथ चली गई। युवतियों ने केंद्र संचालकों पर जो आरोप लगाए हैं, उस बारे में पुलिस छानबीन कर रही है। 

दो माह पहले परवाणू के ही एक नशा मुक्ति केंद्र को किया था बंद

दो माह पहले परवाणू के ही एक अन्य नशा निवारण केंद्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें केंद्र के कर्मचारियों पर वहां भर्ती युवाओं को सिल्वर फॉइल में नशा उपलब्ध कराते बताया गया था। इसके बाद पुलिस ने केंद्र के संचालक के खिलाफ एफआईआर कर दी थी और केंद्र को बंद करने के आदेश दिए गए थे। उसके बाद उपचाराधीन युवकों के परिजनों ने उन्हें केंद्र से बाहर निकाल लिया था। अब परवाणू के ही एक और नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाकर लड़कियां फरार हुई हैं।

उत्तराखंड: प्रदेश में खुलेंगे 10 निजी विश्वविद्यालय, तीन नए मेडिकल कालेज, सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी सरकार

उत्तराखंड में 10 नए निजी विश्वविद्यालय और तीन नए मेडिकल कालेज खुलेंगे। यह कहना है शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत का। उन्होंने यह बात वैश्विक निवेशक सम्मेलन में निवेशकों से कही। उन्होंने कहा, नए स्कूल और विश्वविद्यालयों के लिए सरकार सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।

शिक्षा मंत्री ने कहा, राज्य में निवेशकों को स्कूल और विश्वविद्यालय के लिए जमीन का चयन खुद करना है। बिजली, पानी, सड़क की सुविधा सरकार देगी। 25 प्रतिशत सब्सिड़ी भी दी जाएगी। उन्होंने निवेशकों से पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, पौड़ी आदि पर्वतीय जिलों में निवेश करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड में 2024 तक पांच लाख बच्चे अन्य राज्यों से पढ़ने आएं। जबकि एक लाख विदेशी बच्चे यहां आकर पढ़ें।

लक्ष्मण रेखा में रहकर करें काम

शिक्षा मंत्री ने निवेशकों से कहा, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री चाहते हैं कि राज्य में अधिक से अधिक निवेश हो। निवेशकों को यहां निवेश के दौरान यदि किसी तरह की दिक्कत होती है, तो इसके समाधान के लिए वह 24 घंटे खड़े हैं, लेकिन निवेशकों को लक्ष्मण रेखा में रहकर काम करना होगा। उन्हें ध्यान रखना होगा कि यहां की संस्कृति खराब न हो।

9000 करोड़ के निवेश का हुआ करार

वैश्विक निवेशक सम्मेलन में शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा में 9000 करोड़ के निवेश का करार हुआ। जिसमें करीब 17 निजी उच्च शिक्षण संस्थान और चार माध्यमिक विद्यालय शामिल थे। इसमें अपोलो ग्रुप, साबरमती इंस्टीट्यूट गुजरात, सलोनी यूनिविर्सिटी, दून मॉर्डन एजुकेशन सोसाइटी, न्यू फाउंडेशन, शिवालिक हिल फाउंडेशन, डीआईटी यूनिवर्सिटी, गोंडवाना रिसर्च फाउंडेशन, राइट पार्क फाउंडेशन, ग्रीन फील्ड स्कूल, जन कल्याण एजुकेशन, गुरुनानक ट्रस्ट रुड़की, उत्तराखंड उत्थान समिति आदि के बीच करार हुआ।

*बसपा प्रमुख मायावती ने घोषित किया अपना उत्तराधिकारी, जानिए कौन है वो नेता*

डेस्क: बसपा प्रमुख मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। रविवार को हुई मीटिंग में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया। मायावती की गैर मौजूदगी में अब आकाश आनंद ही बसपा की कमान संभालेंगे। मायावती ने अभी कुछ महीने पहले ही आकाश आनंद को बसपा का राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर बनाया था। आकाश को बसपा ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में हुए चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। आकाश आनंद ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई चुनावी रैलियां भी की थी।

बसपा नेता ने की पुष्टि

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता उदयवीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मायावती ने आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। उदयवीर सिंह ने बताया कि पार्टी नेताओं की मीटिंग में मायावती ने कहा कि उनके न रहने पर आकाश आनंद बसपा की कमान संभालेंगे। जिन राज्यों में बसपा का संगठन कमजोर है वहां भी आकाश आनंद पार्टी को मजबूती देने के लिए काम करेंगे।

उदयवीर सिंह ने कहा कि मायावती ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक में कहा कि सभी लोग लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। मायावती ने कहा कि गठबंधन से पार्टी को नुकसान होता है।

CPM करा रही मुस्लिम महिलाओं की हिंदुओं में शादी? केरल में लगे ऐसे आरोप तो भड़क गए विजयन, कहा, वामपंथी संगठन मैरिज ब्यूरो नहीं चला रहे

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन एक जानेमाने मुस्लिम जानकार की बात पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि लेफ्ट पार्टियां 'अंजरजातीय मैरिज ब्यूरो' नहीं चला रही है। दरअसल, समस्त केरल जमियत्तुल उलेमा सुन्नी युवजन संगम के सचिव नजर फैजी कुडथयी ने दावा किया था कि वामपंथी संगठन हिंदू समुदाय में शादी के लिए मुस्लिम महिलाओं के 'अपहरण' में मदद कर रहे हैं।

अंगामली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विजयन ने अंतरजातीय शादियों का समर्थन किया है। उनका कहना है कि अगर एक पुरुष और महिला प्यार करते हैं, पसंद करते हैं और वे शादी करना चाहते हैं तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने पलटवार किया और कहा कि वामपंथी संगठन 'इंटरकास्ट मैरिज ब्यूरो' नहीं चला रहे हैं।

इस्लामिक जानकार ने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर शादियां कराने पर लेफ्ट संगठनों पर निशाना साधा था। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, उन्होंने कहा था, 'कुछ लोगों को लगता है कि मुस्लिम और हिंदू समुदाय में शादियां धर्मनिरपेक्षता है। वे बड़े स्तर पर अंतरधार्मिक विवाह का समर्थन कर रहे हैं।' उन्होंने लेफ्ट के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया।

उन्होंने कहा, 'पार्टी के नेता भी इसका समर्थन कर रहे हैं और पार्टी के दफ्तरों का इस्तेमाल इन कामों में हो रहा है। युवा मुस्लिम लड़कियों को SFI, DYFI और सीपीएम की मदद से अगवा किया जा रहा है और गैर-मुसलमानों में उनकी शादी कराई जा रही है। जो लोग मुस्लिम महिलाओं की पहचान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ महल्लु समितियों को सतर्क रहना चाहिए।'

CPM करा रही मुस्लिम महिलाओं की हिंदुओं में शादी? केरल में लगे ऐसे आरोप तो भड़क गए विजयन, कहा, वामपंथी संगठन मैरिज ब्यूरो नहीं चला रहे


केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन एक जानेमाने मुस्लिम जानकार की बात पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि लेफ्ट पार्टियां 'अंजरजातीय मैरिज ब्यूरो' नहीं चला रही है। दरअसल, समस्त केरल जमियत्तुल उलेमा सुन्नी युवजन संगम के सचिव नजर फैजी कुडथयी ने दावा किया था कि वामपंथी संगठन हिंदू समुदाय में शादी के लिए मुस्लिम महिलाओं के 'अपहरण' में मदद कर रहे हैं।

अंगामली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विजयन ने अंतरजातीय शादियों का समर्थन किया है। उनका कहना है कि अगर एक पुरुष और महिला प्यार करते हैं, पसंद करते हैं और वे शादी करना चाहते हैं तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने पलटवार किया और कहा कि वामपंथी संगठन 'इंटरकास्ट मैरिज ब्यूरो' नहीं चला रहे हैं।

इस्लामिक जानकार ने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर शादियां कराने पर लेफ्ट संगठनों पर निशाना साधा था। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, उन्होंने कहा था, 'कुछ लोगों को लगता है कि मुस्लिम और हिंदू समुदाय में शादियां धर्मनिरपेक्षता है। वे बड़े स्तर पर अंतरधार्मिक विवाह का समर्थन कर रहे हैं।' उन्होंने लेफ्ट के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया।

उन्होंने कहा, 'पार्टी के नेता भी इसका समर्थन कर रहे हैं और पार्टी के दफ्तरों का इस्तेमाल इन कामों में हो रहा है। युवा मुस्लिम लड़कियों को SFI, DYFI और सीपीएम की मदद से अगवा किया जा रहा है और गैर-मुसलमानों में उनकी शादी कराई जा रही है। जो लोग मुस्लिम महिलाओं की पहचान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ महल्लु समितियों को सतर्क रहना चाहिए।'

लंदन की सोफिया' ने शिक्षा व्यवसायी को लगाया 37 लाख का चूना, सात लोगों को 43 लाख रुपये की लगाई चपत

'

खुद को लंदन की महिला बता साइबर ठग ने पहले शिक्षा कारोबारी से पहचान बढ़ाई। बाद में शातिर ने अपनी सहयोगी को कस्टम अधिकारी बनाकर फोन करा पीड़ित से 37 लाख रुपये ठग लिए। साइबर ठगों ने अलग-अलग बहाने से कुल सात लोगों को 43 लाख रुपये की चपत लगाई। पीड़ितों की शिकायत पर साइबर थाने में सात और आठ नवंबर को एफआईआर की गई। मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

पटना के कंकड़बाग के आरएमएस कालोनी निवासी शिक्षा व्यवसायी हैं। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि नवंबर महीने में लंदन से उनके पास एक फोन आया था। फोन करने वाले ने उनके पूर्ववर्ती एक छात्र के बारे में बात की। बाद में उसने सोफिया जोंनसन नाम की एक महिला से बात कराई। उसने कहा कि वह पटना में मेडिकल कालेज एवं अस्पताल खोलना चाहती है। इसी बीच उसने बताया कि वह 25 नवंबर को भारत आएगी। उसने पीड़ित को विश्वास दिलाने के लिए अपना और अपने परिवार का फोटो उनके पास भेजा।

शिक्षा व्यवसायी से 37 लाख की ठगी

कस्टम अधिकारी के नाम पर बरगलाया 28 फरवरी को अंकिता नाम की महिला ने शिक्षा कारोबारी को फोन कर बताया कि वह मुंबई एयरपोर्ट से बोल रही है। उसने बताया कि उनकी जानने वाली सोफिया लंदन से भारत आई हैं। उनके पास दो करोड़ से अधिक की विदेशी मुद्रा है। लंदन से आई महिला को एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने पकड़ लिए है। बाद में कस्टम कोर्ट से मामला सुलझाने के नाम पर शातिरों ने उनसे 37 लाख 41 हजार रुपये ठग लिए।

टास्क पूरा करने का लालच 

अन्य मामले में साइबर ठगों ने कंकड़बाग निवासी मिथलेश को टास्क पूरा करने पर कमाई का झांसा दे उनसे दो लाख 88 हजार रुपये झटके। एक ट्रैवल कंपनी में कार्यरत दानापुर निवासी रजनीश कुमार ने मकान किराए पर देने के लिए एक वेबसाइट पर विज्ञापन दिया था। विज्ञापन देखकर शातिरों ने खुद को सेना का जवान बता कमरा लेने की बात कही। बाद में बातों में उलझा ठगों ने उनके 89 हजार 999 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। 

स्टॉक मार्केटिंग के नाम पर ठगी 

वहीं, नाला रोड निवासी युवती वेदिका से स्टाक मार्केटिंग के नाम पर 23 हजार रुपये की ठगी कर गई। अंतिम मामले में साइबर ठगों ने खुशरूपुर के रहने वाले आलोक कुमार को गूगल पे पर रुपये भेजने के बहाने 65 हजार 810 रुपये का चूना लगा दिया। वहीं राम जयापल नगर के रहने वाले अशोक कुमार ने ऑनलाइन वेबसाइट से 1900 रुपये में इंडक्शन चूल्हा खरीदा था।

चूल्हा खराब निकलने पर उन्होंने गूगल पर ऑन लाइन सर्च कर कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर ढूंढ उसपर फोन किया। फोन करने पर शातिरों ने उनसे कहा कि वे रुपये आन लाइन वापस कर देंगे, चूल्हा बाद में उनका आदमी ले आएगा। झांसे में लेकर ठग ने पीड़ित के खाता नंबर व अन्य जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद उनके खाते से 41 हजार रुपये की निकासी कर ली गई।

बरेली-नैनीताल हाईवे पर बड़ा हादसा, कार और ट्रक में टक्कर, 8 लोग जिंदा जले, सीट पर मिले जले हुए कंकाल

बरेली में भोजीपुरा हाईवे पर रात करीब 11 बजे डंपर और कार में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि दोनों गाड़ियों में आग लग गई। डंपर का ड्राइवर तो जान बचाकर भाग गया लेकिन कार में सवार आठ लोग जिंदा जल गए। इसमें एक बच्चा भी शामिल है। नैनीताल हाईवे पर रात 11 बजे बरेली से बहेड़ी की तरफ अर्टिगा कार जा रही थी। हाईवे पर भोजीपुरा के पास गाड़ी अचानक कंट्रोल से बाहर होकर डिवाइडर पार करती हुई दूसरी तरफ चली गई। दूसरी तरफ सामने से तेज रफ्तार आ रही डंपर से कार टकरा गई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि डंपर और कार में भयानक आग लग गई। हाईवे पर टायर के निशान देखने से पता चल रहा है कि कार करीब 100 मीटर तक डंपर में फंसकर रोड पर घिसटती चली गई।

बताया जा रहा है कि किसी को भी कार से निकलने का अवसर नहीं मिला। सेवन सीटर अर्टिगा कार में सवार सभी लोगों के जिंदा जल गए। राहगीरों की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची। तुरंत ही कार और डंपर में लगी आग को बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया गया। प्राथमिक सूचना के आधार पर पुलिस का कहना है कि मरने वालों की संख्या आठ है।  

शादी समारोह के लिए बुक की गई थी कार

कार के नंबर से पता चला है कि अर्टिगा गाड़ी बहेड़ी के रामलीला मोहल्ला के रहने वाले सुमित गुप्ता की है। इस कार को नारायण नगला गांव के फुरकान ने बुक किया था। बताया जा रहा है कि कार शादी समारोह के लिए बुक की गई थी।

कार की सीट पर थे कंकाल, पलभर में सब हुआ खाक

शादी समारोह से लौटते समय डंफर व अर्टिगा कार में हुई टक्कर से कार आग का गोला बन गई। देखते ही देखते कार के अंदर सवार सभी लोगों की जलकर मौत हो गई। सूचना पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया तो कार के अंदर सीटों पर केवल कंकाल ही थे। मौके का नजारा देख यहां पहुंचे अफसरों समेत प्रत्यक्ष दर्शियों की भी आंखें नम हो गईं।

कार मालिक पर होगी कार्रवाई

दरअसल जिस कार में हादसा हुआ वह अर्टिगा कार बहेड़ी के रामलीला मोहल्ला के रहने वाले सुमित गुप्ता के नाम से आरटीओ में पंजीकृत है। इस कार को बुकिंग में चलाया जा रहा था। निजी गाड़ी का बुकिंग में इस्तेमाल करना गैर कानूनी है। घटना स्थल पर कार में सफेद हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगी मिली, जबकि बुकिंग वाहनों का पंजीकरण व्यावसायिक में दर्ज कर पीली नंबर प्लेट लगाने का प्रावधान है। आरटीओ प्रवर्तन दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि एआरटीओ प्रवर्तन को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 20 जनवरी से आम श्रद्धालु नहीं कर सकेंगे रामलला के दर्शन, 23 को दोबारा खुलेगा मंदिर

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा से पहले श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने बड़ा फैसला लिया है। ट्रस्ट ने 20 जनवरी से आम श्रद्धालुओं के लिए रामलला के दर्शन को बंद कर दिया गया है। ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। 22 जनवरी को अयोध्या के श्रीराम मंदिर में होने वाला मूर्ति प्रतिष्ठा समारोह दोपहर करीब 12.30 बजे होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत तमाम बड़े नेता और कई हस्तियां मंदिर परिसर में मौजूद रहेंगी। ज्यादातर लोगों का प्राण-प्रतिष्ठा से कुछ दिन पहले अयोध्या में आगमन हो जाएगा। अनिल मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा कारणों को देखते हुए ट्रस्ट ने रामलला के दर्शन बंद करने करने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से दोबारा मंदिर खुल जाएंगे, जिसके बाद श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर पाएंगे।

7000 लोगों को भेजा निमंत्रण

पांच सौ सालों की प्रतीक्षा के बाद श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के गौरवशाली क्षणों के साक्षी बनने का सुअवसर सनातन धर्मियों संग कई अन्य सेलेब्रिटियों को होगा। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने इसके लिए सभी को निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है। लगभद 7000 लोगों को निमंत्रण भेजे गए हैं। इन निमंत्रण कार्ड की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस निमंत्रण कार्ड में लिखा है कि हमारी प्रबल इच्छा है कि आप इस शुभ अवसर पर अयोध्या में मौजूद रहकर अभिषेक के साक्षी बनें और इस महान ऐतिहासिक दिन की गरिमा को बढ़ाएं। 

11 से एक बजे के बीच होगा रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम

श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने बताया कि 22 जनवरी 2024 में होने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से सम्बन्धित आमन्त्रण पत्र विश्व भर के रामभक्तों को सोशल मीडिया के माध्यम से भेजा है। पत्र में अपील की गयी कि पौष शुक्ल द्वादशी विक्रम संवत 2080 तदनुसार 22 जनवरी के शुभ दिन प्रभु राम के बाल रूप नूतन विग्रह को नवीन मंदिर के भूतल के गर्भगृह में विराजित कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। आनंद के इस वातावरण में प्राण प्रतिष्ठा की तिथि पर पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे के मध्य अपने ग्राम, मोहल्ले व कालोनी के किसी मंदिर में रामभक्तों को एकत्र कर भजन-कीर्तन करें। 

राम मंदिर का गर्भगृह तैयार, लाइट फिटिंग भी पूरी  

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर में काम तेजी से चल रहा है। श्री राम जन्मभूमि पर बना रहे भव्य मंदिर में गर्भगृह का काम पूरा हो गया है। आधार आसान समेत लाइटिंग भी पूरी कर दी गई है। अष्टकोणीय गर्भगृह की बेहद खूबसूरत दो तस्वीर शनिवार को साझा की गई ।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने दोपहर बाद दो तस्वीरें साझा करते हुए लिखा की ' प्रभु श्री रामलला का गर्भ गृह स्थान लगभग तैयार है। हाल ही में लाइटिंग-फिटिंग का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। आपके साथ कुछ छायाचित्र साझा कर रहा हूँ।'

सोशल मीडिया पर इन दो तस्वीरें की सजा होते ही राम भक्तों ने इसे वायरल करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते हजारों श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के टैग के साथ इसे अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तस्वीर पोस्ट कर दी। शुक्रवार को ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्री राम जन्मभूमि परिसर में ही 11 केवीए विद्युत उपकेंद्र ऊर्जीकृत किया गया ।शुक्रवार से राम मंदिर का अपना बिजली घर चालू हो गया। 1250 किलो वाट के कनेक्शन के साथ दर्शन नगर स्थित 33/11केवी ए विद्युत उपकेंद्र से आपूर्ति शुरू की गई। इसके पहले कई बार बिजली सप्लाई का ट्रायल किया जा चुका है।