*प्रांतीय कन्या कौशल शिविर में बच्चियां बनेंगी गुणवान*
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सुलतानपुर।बल्दीराय तहसील स्थित आदर्श श्री गोस्वामी बाबा इण्टरमीडिएट कॉलेज बिरधौरा में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ सुधाकर सिंह प्रांतीय कन्या कौशल शिविर के आयोजन पर प्रतिभाग करने के लिए चलाया जागरूकता अभियान।
आदर्श श्री गोस्वामी बाबा इण्टरमीडिएट कॉलेज के बच्चों का चौमुखी विकास करने के लिए उनके अंदर पर्यावरण जागरूकता, शैक्षिक उत्कृष्टता, नैतिक ,चारित्रिक, स्वास्थ्य संवर्धन को लेकर प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ गायत्री परिवार उत्तर प्रदेश के द्वारा प्रांतीय कन्या कौशल शिविर शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है ।जिसमें 13 से 17 दिसंबर तक गनपत सहाय डिग्री कॉलेज पयागीपुर में पूर्ण आवासीय सिविल में प्रतिभाग करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
गायत्री परिवार के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रभाकर सक्सेना के द्वारा छात्राओं को जागरूकता के माध्यम से जागृत किया गया। संस्कारवान बच्चे एक परिवार और समाज के साथ देश का उत्थान कर सकते हैं । जिसे मूर्ति रूप देने के लिए शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा एक वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें सामूहिक प्रतियोगिताएं हैं प्रथम स्थान पाने पर ₹21000 से लेकर 2100 तक पुरस्कार निर्धारित है। प्रांतीय कन्या कौशल शिविर में लगभग पांच हजार छात्राएं प्रतिभाग लेगी जो पूर्णता निःशुल्क रहेगा। राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविद, योगाभ्यास ,दैनिक दिनचर्या , व्यक्तित्व निर्माण, लक्ष्य निर्धारण, सफलता के सूत्र ,कन्या सुरक्षा के साथ बच्चियों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जाएगा। संयुक्त समाज सेवी संस्थान संयोजक/जनपदीय वरिष्ठ चिकित्सक
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.सुधाकर सिंह ने पर्यावरण का मार्मिक चित्रण बच्चों के सामने प्रस्तुत किया और बताया कि हम प्राकृतिक वस्तुओं का दोहन करते हुए चले जा रहे हैं आने वाला भविष्य कैसा होगा हमारे जाने के बाद नई पीढ़ी हमारे ऊपर ही दोष रोपण करेंगे ।इसलिए हमने जो प्रकृति से पाया है।उसे संजोकर नई पीढ़ियों को हस्तांतरित करना हमारा आपका नैतिक कर्तव्य है। शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संचालित पांच दिवसीय शिविर के माध्यम से प्रांतीय कन्या कौशल शिविर में बच्चियां बनेगी गुणवान और अपने परिवार के साथ समाज का नाम रोशनी करेंगी। वरिष्ठ समाजसेवी
सच्चिदानंद सोनू ने छात्राओं को संकल्प दिलाते हुए नैतिक ,चरित्र के साथ उत्कृष्ट शिक्षा पाकर हम महान विभूतियों में सम्मिलित होने के लिए शपथग्रहण करवाया गया।
विद्यालय संयोजक बाल गोविन्द मौर्य ने पूरे कार्यक्रम की सराहना की प्रांतीय स्तरीय कार्यक्रम में हमारे बच्चे प्रतिभाग कर विद्यालय व जनपद का नाम रोशन करेंगे। ग्रामीणांचल क्षेत्र का विद्यालय होते हुए भी हर उत्कृष्ट काम में बच्चों को प्रतिभाग करने का अवसर मिलता है।यह विद्यालय के लिए ही नहीं इस क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। इस मौके पर शिक्षक राजित राम यादव ,अरुण अग्रहरी, दल बहादुर यादव ,भयेन्द्र विजय सिंह ,रमेश दुबे, मो सैफ, प्रभाकर अग्रहरी, किरण सिंह ,प्रेम कुमारी ,सायरा बानो ,उ प्र अपराध निरोधक समिति के तहसील मीडिया प्रभारी राहुल दूबे समेत अनेकों गणमान्य लोग उपस्थित रहे। प्रधानाचार्य रामदेव यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया।



आज हमारे विधानसभा क्षेत्र कादीपुर में स्थित विश्वनाथ पी जी कालेज कलान में छत्रपति शिवा जी महराज द्वारा हिंदवा स्वराज्य के 350 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहा ।
कार्यक्रम में उपस्थित अंतरराष्ट्रीय कथावाचक श्री शांतनु जी महराज, प्रबंधक वेदप्रकाश सिंह जी, प्रांत प्रचारक रमेश भाई साहब, एवं अनिल भाई साहब,विधायक शाहगंज रमेश सिंह जी, शिव कुमार सिंह जी, जिला उपाध्यक्ष आनंद द्विवेदी जी, जिला मंत्री राजेश सिंह जी, एवं उपस्थित सम्मानित जन।
उन्होंने निर्देशित किया कि संबंधित अधिकारी प्राप्त शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें, ताकि लोगों का ज्यादा से ज्यादा भला हो सके। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, अपर पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी ( प्रशासन) पंकज सिंह, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) मनोज कुमार पाण्डेय, उपजिलाधिकारी सदर सी०पी० पाठक, उपजिलाधिकारी संजीव यादव, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक (डीआरडीए) कृष्ण करुणाकर पाण्डेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर राघवेन्द्र चतुर्वेदी, अधिशासी अभियन्ता नगर पालिका श्यामेंद्र मोहन सहित जनता दर्शन में आये हुए फरियादीगण उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि ने अपने वक्तव्य में बाबू गनपत सहाय जी के जीवन एवं कार्यवृत्तियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके जीवन का हर पहलू हम सबके लिए अनुकरणीय एवं प्रेरणाप्रद है। छात्र/छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप राष्ट्र निर्माता हैं,परन्तु इसके लिए आप में अच्छी शिक्षा एवं संस्कार आवश्यक है।वक्तव्य को आगेे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरुष की जयन्ती समारोह एवं इतने वृहद सेमिनार के सफल आयोजन हेतु महाविद्यालय परिवार बधाई का पात्र है।
मुख्य अतिथि ने महाविद्यालय में अपनी निधि से एक भव्य गेट व स्ट्रीट लाइट लगाने की सहर्ष स्वीकृत प्रदान की।विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक महोदय ने अपने उद्बोधन में उपस्थित छात्र/छात्राओं को सेमिनार में प्रतिभाग करने हेतु बधाई देते हुए कहा कि आपकी शिक्षा का महत्व तभी है,जब आप लगन, धैर्य और अनुशासन से अपने कार्यों का संपादन करेंगे, जिससे समाज और राष्ट्र का उन्नयन हो।
वक्तव्य के क्रम में माननीय आशीष पाण्डेय ‘सनी‘,सदस्य प्रबन्ध समिति ने बाबू गनपत सहाय को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि शासन द्वारा लागू राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 छात्र/छात्राओं के लिए हितकर और समयानुकूल है,जो सेमिनार के चिन्तनीय विषय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई देती है। इसके साथ ही उपस्थित छात्र/छात्राओं के बेहतर भविष्य के लिए शुभाशीष प्रदान किया। जर्नलिस्ट मनोहर मनोज जी ने कहा कि ऐसा कार्यक्रम सुदूर क्षेत्रों में बौद्धिक जागरूकता उत्पन्न करने का एक जरिया है।
उम्मीद है कि आने वाले समय में यह महाविद्यालय बौद्धिक चेतना की मशाल लिए राष्ट्रफलक पर प्रतिष्ठित होगा। प्रो.मिर्जा शहाब शाह ने नैतिकता को शिक्षा के लिए अनिवार्य बताया।उन्होंने कहा कि यदि तहजीब नहीं,तो इल्म अपना असर नहीं दिखा पायेगा।इस तहजीब के लिए प्रथम प्राठशाला माँ का आगोश है,और दूसरा शिक्षक है, जो हममें तहजीब की तरबियत करता है।वरिष्ठ पत्रकार विनोद पाठक ने बाबू गनपत सहाय के जीवनवृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके द्वारा किया गया एक-एक कार्य हम सबके लिए अनुकरणीय है। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चरित्र, निष्ठा और ईमानदारी बहुत आवश्यक है,जो बच्चों को सीखना चाहिए।
संदीप शुक्ला, प्रो.प्रभा गुप्ता,प्रो.दुष्यन्त कुमार प्राचार्य पीलीभीत , प्रो.दिनेश कुमार,प्रो.नीरज शुक्ला इत्यादि विचारकों ने बाबू गनपत सहाय की जयन्ती एवं सेमिनार पर विचार प्रस्तुत किये। मुख्य अतिथि,विशिष्ट अतिथि एवं कार्यक्रम अध्यक्ष के द्वारा सेमिनार में प्रतिभागी छात्र/छात्राओं को सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
अन्त में,महाविद्यालय के यशस्वी प्राचार्य प्रोफेसर अंग्रेज सिंह "राणा" जी ने इतने बड़े सफल आयोजन हेतु महाविद्यालय के कर्मठ प्रबन्धक श्रद्धेय डॉ.ओम प्रकाश पाण्डेय बजरंगी जी एवं प्रबन्ध समिति के ऊर्जावान सदस्य आशीष पाण्डेय सनी जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इतने बडे़ आयोजन का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन आपके नेतृत्व एवं सहयोग के बिना सम्भव नही था। समय-समय पर आपका मार्गदर्शन मिलता रहा।इतने कम समय में इतने बडे़ आयोजन के लिए आपका सहयोग अभूतपूर्व रहा।प्राचार्य जी ने समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों,महाविद्यालय के प्राध्यापकगण तथा शिक्षणेत्तर कार्मिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
सुल्तानपुर में बीती शाम वसूली को लेकर किन्नर के दो गुट आपस में ही भिड़ गए। इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। दरअसल ये मामला है दोस्तपुर थानाक्षेत्र के ब्लॉक चौराहे का। जहां बीती शाम एक दूसरे के क्षेत्र में वसूली का आरोप लगाते हुए बबिता किन्नर और काजल किन्नर गुट के लोग आपस में ही भिड़ गए। दोनो गुटों में एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। किन्नर गुटों में हंगामे की खबर सुनते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनो को समझाने का प्रयास किया। लेकिन कोई समझने को तैयार नहीं था। इस दौरान पुलिस किसी तरह दोनो को समझा कर थाने लिवा ले गई।
वहीं दोनो किन्नर गुटों ने एक दूसरे के क्षेत्र में वसूली का आरोप लगाया। जौनपुर के सरपतहा गांव की रहने वाली काजल किन्नर ने आरोप लगाया की अंबेडकर नगर के बेवाना की रहने वाली बबिता किन्नर इनके क्षेत्र में आकर अवैध वसूली कर रही हैं। इनकी माने तो दोस्तपुर के शाहीपुल से अंबेडकर नगर की तरफ बबिता का क्षेत्र है,जबकि शाहीपुल से दोस्तपुर की तरफ इनका क्षेत्र है, लेकिन इसके बाद भी वे दोस्तपुर में आकर परेशान कर रही है।
काजल किन्नर वी ओ वहीं काजल किन्नर के आरोप को बबिता ने सिरे से खारिज कर दिया। बबिता की माने तो वो मूलतः गोसैसिंहपुर की रहने वाली है और वर्तमान में बेवाना अंबेडकर नगर में अपना घर बना लिया है। वहीं काजल जौनपुर के सरपतहा की रहने वाली है और यहां दोस्तपुर में कमरा लेकर रह रही हैं।
बबिता ने आरोप लगाया की जबरन काजल उसे परेशान कर रही है और आए दिन मारपीट रही है। लिहाजा उन्होंने मांग की है की इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। बबिता वीओ बहरहाल पुलिस ने दोनो पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, साथ ही मामले की पड़ताल में जुट गई है। फिलहाल आलाधिकारियों ने साफ कहा है कि जो भी दोषी है उसके खिलाफ कड़ी करवाई की जाएगी।
ज्ञान कौशल को समय के प्रवाह के साथ बढाना जरूरी है ऐसी शिक्षा जो हमारे व्यक्तित्व के साथ-साथ हमारा संर्वागीण विकास करें।वही शिक्षा असली शिक्षा है और यही राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का मंतव्य है।इसी कड़ी में उन्होंने देश की महत्वाकाक्षी योजना नारी शक्ति वन्दन अधिनियम को सरकार का क्रान्तिकारी कदम बताया।प्रो. रविन्दर सिंह बलियाला चेयरमैन अनुसूचित जाति आयोग हरियाणा ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के समक्ष आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला और अपने संबोधन में कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने हेतु मार्गदर्शक पीढ़ी एवं युवाओं का आवाह्न किया।
प्रो.अनिल ठाकुर ने सेक्रेटरी एवं ट्रेजरार इण्डियन इकोनामिक एसोसिएशन मुजफ्फर नगर बिहार ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सतत विकास की परिकल्पना पर प्रकाश डालते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की आवश्यकता पर बल दिया। आज युवाओं को आत्मावलोकन अर्थात अपनी आत्म क्षमताओं के अनुरूप स्वयं को तलासने एवं तद्नुसार तरासने की जरूरत है और यह कार्य तभी सम्भव है,जबकि शिक्षक व शिष्य का आई कान्ट्रैक्ट हो आनलाइन शिक्षा क्लास रूम शिक्षा का विकल्प नही हो सकती।समारोह के अध्यक्षीय उद्बोधन में बोलते हुए प्रो.अशोक मित्तल आगरा विश्वविद्यलय आगरा ने कहा कि शिक्षक की अपनी अस्मिता थी किन्तु बिडम्बना है कि शिक्षक अपनी अस्मिता को खोने का स्वयं जिम्मेदार है।
छात्र कहता है कि शिक्षक क्लास में नही आते और शिक्षक कहता है कि विद्यार्थी क्लास मे नही आते।दोनों एक दूसरे पर ही दोषारोपण करते हैं।शिक्षा हमें केवल साक्षर बनाती है।जबकि उच्च,शिक्षा हमें विनम्रता,सहनशीलता व उदारता जैसे मानवीय गुणों को सिखाती है।यह हमारी अर्जित योग्यता है।शिक्षा का कार्य मानव को मानवता सिखाना है। नई शिक्षा नीति का दोष यह है कि वह आनन- फानन में लागू की गयी अर्थात् उसका क्रियान्वयन दोषपूर्ण रहा, जबकि नीति सराहनीय है। जरूरत है कि विद्वतजन खानापूर्ति तक ही अपने को सीमित न रखे अपितु इसके लागू होने में आने वाली कठिनाईयों को दूर करने हेतु प्रतिबद्ध हो।
कार्यक्रम को वीडियों कान्फ्रेन्स के माध्यम से प्रो. आर.एस.लिबबे निदेशक सेन्टर ऑफ पीस स्टडीज, श्रीलंका,प्रो.मनोज कुमार मिश्रा,कालेज ऑफ बिजनेस एण्ड इकोनामिक शलाले विश्वविद्यालय फिजी इथिओपिया,प्रो.मिरजाना रोडबिक मार्कबिक,प्रोफेऔर प्राचार्य शोध फेलो. विश्वविद्यालय बिजनेश अकादमिक सर्विया,प्रख्यात राष्ट्रवादी ख्यातिलब्ध अर्थशास्त्री प्रोअरूण दिवाकर नाथ बाजपेयी वर्तमान कुलपति अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ ने वीडियों कान्फ्रेन्स से संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि देश में जो आय है वह सीमित हाथों में है।आज की आवश्यकता है कि इस सीमित आय को अधिसंख्यी हाथों में पहुॅचाया जाय जो कि लोकतन्त्र की मूल भावना समता व समरसता की मांग है।यह सामुहिक योगदान से ही सम्भव है।जिससे वैश्विक स्तर पर वसुधैव कुटुम्बकम का महनीय भारतीय मंतव्य चरितार्थ होगा। मूल्यो से कभी न समझौता करने वाले प्रोफेसर बाजपेयी ने संदेश में कहा कि हमें अपने अंतिम परिणामों से बहुत ज्यादा खुश या निरास नही होना चाहिए।यह तो हमारी मेहनत का पत्रकभर है, उसके लिए हमने जो श्रम किया है वह ज्यादा महत्वपूर्ण है।
प्रो.जे.पी.पाण्डेय,कुलपति, ए.पी.जे.अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ ने कहा कि तकनीकी कैाशल के बिना वैश्वीकरण के इस दौर में उच्च शिक्षा को नया आयाम नही प्रदान किया जा सकता,उन्होंने युवा पीढ़ी का आवाह्न करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप आज तकनीकी शिक्षा के बिना छात्र उज्ज्वल भविष्य का निर्माण नही कर सकता।इसलिए जरूरी है कि ज्ञान परक शिक्षा के साथ ही साथ तकनीकी शिक्षा के साथ भी तालमेल स्थापित किया जाय। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में अतिथि वक्ता के रूप में सुलतानपुर पुलिस प्रशिक्षण अकदामिक के पुलिस अधीक्षक मा.बृजेश मिश्र ने कहा प्राचीन भारतीय शिक्षा का उल्लेख करते हुए बताया कि हमारी प्राचीन शिक्षा संबाद शैली में थी,याज्ञबल्क्य मैंत्रेयी संवाद व आचार्य शिरोमणि शंकर तथा मंडन मिश्र के मध्य हुए शास्त्रार्थ का उल्लेख करते हुए कहा कि आचार्य ने शास्त्रार्थ में पराजित मंडन मिश्र को उनकी विद्वता के कारण श्रंगेरी मठ़ का पीठाधीश्वर नियुक्त किया था।यही विद्वान होने की सार्थकता है।कार्यक्रम को प्रमुख रूप से प्रोफेसर रविन्दर बलियाला,पूर्व चेयरमैन अनुसूचित जाति आयोग हरियाणा सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा में तकनीकी के प्रयोग से नवाचार को बढावा मिलेगा जिससे हमारे युवा अपनी जरूरतों को पूरा करेंगे। गोष्ठी की द्वितीय सत्र की अध्ययक्षता में प्रो.एम.ए.बेग जाकिर हुसैन कालेज ने की।संगोष्ठी सत्र में प्रो.रवीन्द ब्राह्मी सेक्रेटरीे एवं टेजरार, आई.ई.ए.अर्थशास्त्र विभाग पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़,प्रो.दिनेश कुमार अवकाश प्राप्त विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र छत्रपति साहू जी विश्वविद्यालय मेरठ,प्रो.विनोद कुमार श्रीवास्तव सेक्रेटरी यू.पी.यू.ई.ए.अर्थशास्त्र विभाग प्रो.मनोहर मनोज मुख्य संपादक इकोनामी इण्डिया प्रो.दुष्यन्त कुमार प्राचार्य उपाधि महाविद्यालय पीलीभीत,प्रो.सत्यव्रत रावत प्राचार्य हिन्दू कालेज मुरादाबाद,प्रो.अनिल कुमार हरियाणा बिजनेस स्कूल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी हरियाणा आदि प्रमुख वक्ताओं ने भी संगोष्ठी के विषय पर अपनी विद्वतापूर्ण विचार प्रस्तुत किया।संगोष्ठी के अन्त में प्रथम एवं द्वितीय सत्र में प्रतिभाग किये एवं सम्पूर्ण प्रदेश से आमंत्रित प्राचार्यो को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र महाविद्यालय परिवार द्वारा प्रदान किया गया जिसमें प्रमुख रूप से प्रोफे.अभय कुमार सिंह प्राचार्य का.सु.साकेत अयोध्या प्रो.डी.के त्रिपाठी,प्रो.सुचिता पाण्डेय,प्रो.मंजूषा मिश्रा,प्रो.आर.एन. सिंह,प्रो.सीताराम सिंह,प्रो.मंजू मगन आदि रहें। आगन्तुक अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर अंग्रेज सिंह 'राणा' ने किया,महाविद्यालय प्रबन्धक डॉ.ओम प्रकाश पाण्डेय बजरंगी ने कार्यक्रम में देश-विदेश से आये हुए विद्वानों का महाविद्यालय परिवार की तरफ से आभार प्रकट किया। संचालन आयोजन सचिव प्रोफे.मो.शमीम ने किया, संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन डॉ. एस.पी.मिश्र संयोजक ने किया।
Oct 10 2023, 19:18
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