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सरायकेला खरसावां जिला के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया जितिया पर्व


सरायकेला सरायकेला खरसावां जिला के विभिन्न प्रखण्ड  क्षेत्रों में बड़े ही धूमधाम से जितिया पर्व मनाया गया।

जितिया पर्व की धूम कुछ अलग ही रहती हैं। यह पर्व भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।जितिया पर्व के संबंध में किंवदंती कथाएं भी सुनने को मिलती है, लोगों का अवधारणा है कि जितिया पर्व के नामकरण के पीछे एक युक्ति है।

 जीति+आ अर्थात जीत कर आना। बिहा के पश्चात कन्या जब मायके में जाती है , तो कन्या के मां बाप की मंशा होती है कि मेरी पुत्री ससुराल से कब जीतकर मेरी आंगन में आएगी।

कहने का तात्पर्य है की कन्या जब तक ससुराल में वंशवृद्धि अर्थात संतानोत्पत्ति नहीं कर पाती है, तब तक वह ससुराल में हारी हुई मानी जाती है, क्योंकि समाजिक नियमानुसार यदि कोई कन्या का संतानोत्पत्ति लंबे समय तक नहीं होती है, तो उसके विकल्प में उसके पति दूसरे को बिहा कर लाता है और ऐसी स्थिति में अधिकतर जगहों मैं उसके साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है।

 यहां तक की कभी-कभार उसे झगड़ा झंझट से बचने के लिए मायके में ही रहना पड़ता है। तब कन्या के माता पिता को काफी दुख होता है और वह बेटी से कहता है की आज तुम ससुराल में हार गई।यहीं पर जो कन्या संतानोत्पत्ति कर मायके आती है तो उसे कहा जाता है तुम जीत कर आई है अब तुम जितिआ मां अर्थात जीव सृजनकारी प्रकृति महाशक्ति की तुम परब करो और अपनी संतानों की वंशवृद्धि यशवृद्धि कर्मवृद्धि व धनवृद्धि आदि की कामना करो। 

इस परब में जो भी खर्च या लागत आएगी सारा मैं यानी कन्या के पिताजी वहन करेंगे यह कहकर जितिआ परब करने की प्रेरणा देते है।

पर्व के कुछ दिन पहले से ही घर की सफाई कार्य शुरू कि जाती है। इसके बाद संजोत के दिन आंगन की लीपापोती कर नाई से नाखुन काटवाति है फिर तालाब, नदी आदि के किनारे मिट्टी का घड़ा लेकर जाती है उसमें झिंगा पता, दतइन, हलदी, चना, कुरी, मूंग के बीजों के साथ खिरा आदि होता है। मुँह धोने के समय चालह सियार को दइतन पानी देकर नेहर करती है -

ले चालह सिआर दतइन पानि मुँह धो, स्नान करके संजअत करा

आर हामरा केउअ मुँह धउआआ आर जितिआ परब कर संजअत कराउआ । इसके बाद घर आकर भूतपिढ़ा में धूप देती है और नियम पूर्वक भीतर घर में आँकुर चुका को रखती है। अगले दिन आष्टमी में दिनभर उपवास कर शाम के समय झींगा पत्ता दतइन लेकर नदी या तलाब में जाती है फिर चालह सियार को सेंउरन कर झिंगा पता दतइन देती है और नहान कर एक खिरा बहाती है अर्थात मातृत्व शक्ति का वह गुण जो काम नहीं आया है उसे वह आती है। फिर घर आकर नया कपड़ा पहनकर जितिया ससटि माँ के सेंउरन के लिए तैयार होती है। प्रायः हर गुस्टि में डाल गाड़ी जाती है जहां सभी महिलाएं एकत्रित होकर सेउरन करती हैं।

जितिया पर्व के मुख्य रूप से 9 प्रकार के पेड़ पौधे / वस्तु का चयन किया गया है

1: ईख (3या5)- यह मातृशक्ति का प्रतिक है। इसके हार गांठ में सृजनकारी क्षमता है। 

2: बड़ टहनी - इसमें मातृत्व शक्ति के साथ साथ

पुत्र की दीर्घायु की कामना की जाती है। 

3 :भेलुआ टहनी - इसमें पुत्र पुत्री की अशुभ लक्षण नष्ट होने की कामना की जाती है।

4 : बेलनदड़ि घास- इसके हर भाग में पोषक तत्व यानी दूध पाया जाता है इसलिए इससे पोषक तत्व कमी ना हो कि कामना की जाती है।

6 : चिडचिटि- अपनी पहचान / गुण दूसरों को देने मे।

7 : धान पौधा- वंश वृद्धि एवं पोषण में सहायता प्रदान करना।

8 आकंद टहनी - पोषक तत्व के प्रतीक गुण का समावेश | 9) घर मुहनी - मूल तत्व के प्राप्ति की प्रतीक ।

इन 9 चीजों को एक साथ मिलाकर गुस्टि के पुराना आंगन में तांबा, दूब घास, काटी, हरतकी आदि देकर गढ्ढा में गाड़ा जाता है। इसके बाद सभी व्रती विधिपूर्वक सेउरन करती है और इनके सृजन कारी व सृजन में सहयोग करने वाले तत्व की सेंउरन कर उसे उसके गुणों की प्राप्ति की कामना अपने पुत्र पुत्रियों के लिए करती है। ताकि

9 : घर मुहनी - मूल तत्व के प्राप्ति की प्रतीक । इन 9 चीजों को एक साथ मिलाकर गुस्टि के पुराना आंगन में तांबा, दूब घास, काटी, हरतकी आदि देकर गढ्ढा में गाड़ा जाता है। इसके बाद सभी व्रती विधिपूर्वक सेउरन करती है और इनके सृजन कारी व सृजन में सहयोग करने वाले तत्व की सेंउरन कर उसे उसके गुणों की प्राप्ति की कामना अपने पुत्र पुत्रियों के लिए करती है। ताकि उसके वंश में किसी भी चीज का कमी ना हो। सेंवन के पश्चात रात भर नाच गा कर जितिया को जगाया जाता है, फिर सुबह विधि पूर्वक उसे उठाकर नदी या तलाब में ले जाकर फूल आदि को भाषाया जाता है और ईख को लाकर बच्चों के बीच भग के रुप में वितरण किया जाता है। व्रती सब नहा धो के परब का भोग बनाती है। फिर चालह सिआर को भग देने के पश्चात भोग का वितरण वैसे घर में करती है जहां यह परब नहीं चलता है इसके बाद पारण करती है। परब के संजोत या उपवास के दिन कोई व्यक्ति उस गुस्टि का मर जाता है तो इस परब को रखने के लिए भेगना के यहां आँकुर देने की भी प्रचलन है। वह इस परब को रख देता है, फिर वह अगले वर्ष विधि पूर्वक वापस कर देता है। यदि अंकुर थकने से लेकर डालने तक कोई मर जाता है तो परब चला जाता है और फिर यदि उस गुष्टी में बच्चा, बछड़ा या बकरी का जन्म संजोत या उपवास के दिन होता है तो यह परब पुनः आ जाता है। इस पर्व अमावस्या के पूर्व तक संगे संबंधियों के यहां आँकुर पीठा देने का भी विधान है।

चाईबासा:आनंदपुर पुलिस ने आर्म्स एक्ट के आरोपी को किया गिरफ्तार।

चाईबासा :- कोल्हान के आनंदपुर थाना पुलिस ने आर्म्स एक्ट के आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है इस संबंध में जानकारी देते हुए आनंदपुर थाना प्रभारी विकास दुबे ने कहा कि शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक चाईबासा को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि आनन्दपुर थाना काण्ड संख्या 20/2021, आर्म्स एक्ट के प्राथमिकी अभियुक्त जोसेफ गुड़िया उर्फ लादेन उम्र 32 वर्ष, ग्राम काईन, थाना गुदड़ी, जिला प० सिंहभूम, चाईबासा आनन्दपुर एवं बानो थाना क्षेत्र के सीमावार्ती हाटबाजार में मोटरसाईकिल से घुम रहा है। 

प्राप्त सूचना के आलोक में पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार एक छापामारी दल का टीम गठन किया गया एवं छापामारी दल द्वारा घेरा बन्दी करते हुए उक्त प्राथमिकी अभियुक्त को विधिवत गिरफ्तार किया गया। 

यह उल्लेखनीय है कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के एरिया कमाण्डर सुजीत कुमार राम उर्फ साहु जी के द्वारा अपने दो सहयोगियों का हत्या कर उनका शव को पतियार मंगरा दोहा नाला के पास दफनाने की बात स्वीकार किया गया था, एवं उसके निशानदेही पर उक्त दोनो शव को प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी के उपस्थिति में बरामद किया गया था।

उक्त काण्ड में जोसेफ गुड़िया उर्फ लादेन फिरार चल रहा था। उनके पास से नीले रंग का पैशन प्रो मोटरसाईकिल बरामद किया गया है। छापामारी दल में पुलिस निरीक्षक फागु होरो, अंचल निरीक्षक मनोहरपुर अंचल । देवानन्द कुमार आनन्दपुर थाना एवं आनन्दपुर थाना सशस्त्र बल के पुलिसकर्मी शामिल थे।

धालभूमगढ़ : मनरेगा घोटाला में सहायक अभियंता राज शंकर मुर्मू और कनीय अभियंता धनंजय मंडल गिरफ्तार


धालभूमगढ़ प्रखंड में मनरेगा योजना में सिंचाई नाला में बिना काम कराये 3.62 लाख रूपये निकासी के मामले में दो अभीयंता को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं। 

वहीं तत्कालीन कनीय अभियंता धनंजय मंडल और तत्कालीन सहायक अभियंता राज शंकर मुर्मू हैं। विगत 14 जुलाई को तत्कालीन पंचायत सचिव हाड़ी राम दास को पुलिस ने गिरफ्तार कर इसी मामले में जेल भेजा था।

 वहीं बीडीओ सविता टोपन्नो के बयान पर 21 अकटूबर 2022 को धालभूमगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई थी।

लातेहार: झारखंड के एक गांव ऐसा ,जहां बीमार होने पर मरीज को खटिया पर लाद कर ले जाया जाता है अस्पताल


लातेहार :आज़ादी के बाद भी आज तक नही बदली है गांवो की गांव की सूरत आज भी नही बदली।ऐसे कई गांव हैं जहां मरीज को लेकर अस्पताल जाने के लिए गांवों तक कोई वाहन नही पहुंच सकता। ऐसा ही गांव है लातेहार जिला का पांडंगी जहां पगडंडी से पैदल चलने पर लोग मजबूर हैं । इस गांव में अबतक विकास की रोशनी नही पहुंची। पहाड़ी रास्ते और जंगलों से चलने के लिए लोग मजबूर हैं,जंगल की रास्ते से गुजरे जिंदगी ।

मूल भूत सुविधाओं से वंचित है यह गांव

लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड क्षेत्र के माल्हन पंचायत का दाल चुंआ गांव जो प्रखण्ड मुख्यालय से 10 से 15 दूरी यह गांव पहाड़ी के ऊपर बसे जहा हजारों की तादात में लोग बसे हैं। जो आजादी के पूर्व से ही यहां निवास करते हैं।

 किसी ग्रामीणों का स्वास्थ्य बिगड़ जाने पर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए परिजनों को खाट का सहारा लेना पड़ता है। बुधवार को गांव के दीपक गंझू की गर्भवती पत्नी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन उसे खटिया पर लिटाकर लगभग ढाई किलोमीटर पैदल चलें, तब एंबुलेंस तक पहुंचे ।

 जिसके बाद से एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया । जहां उसका इलाज किया जा रहा है।पूर्व में यह गांव नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा है।शाम होते हीं जंगली जीवजंतु के हाथी की बहुल क्षेत्र माना जाता है । सभी नागरिक इस उम्मीद पर यहां जी रहे हैं कि जब जब चुनाव पहुंचते हे तो नेता मंत्री द्वारा विकास की बड़े बड़े वायदे करते हैं ओर उन लोगो का बहुमूल मतदान लेना के बाद सता में पहुंच कर भूल जाते हैं।

 देखते ही देखते ही पांच बर्ष बीत जाते हैं।इस प्रकार न विकास हुआ न रोजगार मिला आज भी जंगल और खेती बाड़ी पर ये लोग निर्भर हैं। आज भी पहाड़ी की झरनों नाले की पानी पीने पर ये मजबूर हैं।

दो महीना से जनवितरण प्रणाली दुकान से राशन नही मिलने को लेकर कांग्रेस नेता ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को सौंपा ज्ञापन


सराईकेला: कुकडु पंचायत के कार्ड धारी को दी महीना से जनवितरण प्रणाली दुकान द्वारा राशन नही दिया गया।

जिसको लेकर आज कांग्रेस जिला कमेटी के सचिव मुबारक मोमिन के नेतृत्व में एक ज्ञापन प्रखंड खाध आपूर्ति पदाधिकारी को सौंपा।

चेतबनी भी दी गयी कि इसका समाधान नही किया गया तो इस मुद्दा को लेकर आंदोलन किया जाएगा

सरायकेला :मनोहरपुर कोयल नदी के तेज बहाव में बहा किशोर, नहाने के दौरान हुआ हादसा

चाईबासा : मनोहरपुर स्थित कोयल नदी में शुक्रवार की दोपहर नहाने गए चार युवकों में से एक पानी के तेज बहाव में बह गया। ग्रामीणों ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला.

 मिली जानकारी के अनुसार 15 वर्षीय विशाल पटेल बिहार के सिवान का रहने वाला है. वह मनोहरपुर में आयोजित बारह दिवसीय गणेश पूजा मेले में अपने चाचा के साथ लोहे के सामान का दुकान लगाने आया था. 

रोजाना व अन्य दुकानदार साथियों के साथ नहाने के लिए नदी जाया करता था.

पुलिस को दी गई सूचना

शुक्रवार को भी वह नहाने के लिए नदी गया. वहां गहरे पानी में चले जाने के कारण वह नदी के तेज बहाव में बहने लगा. उसके साथियों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे. 

इसके बाद सभी ने शोर मचाना शुरू किया. लेकिन जब तक उन्हें मदद मिलती तब तक विशाल पानी के तेज बहाव में बह गया था. इधर, नदी में डूबने की सूचना मिलने पर गणेश पूजा मेला समिति के अलावा स्थानीय लोगों ने नदी के विभिन्न घाटों में काफी खोजबीन की परंतु कुछ पता नहीं चला. वहीं इस घटना की सूचना मनोहरपुर पुलिस को दी गई है .

आदित्यपुर : शनिवार को आंशिक रूप 2घंटे से विधुत आपूर्ति बाधित रहेगी

सरायकेला : 07.10.2023 (शनिवार) को विद्युत आपूर्ति अवर-प्रमंडल आदित्यपुर 1 के अंतर्गत विद्युत शक्ति उपकेंद्र आदित्यपुर 1 के ADP33 और NIT33 केवी में लाईन मरम्मती तथा रखरखाव के कारण आंशिक रूप से विद्युत आपूर्ति दोपहर 12.00 बजे से दोपहर 02.00 बजे तक बाधित रहेंगी।

प्रभावित क्षेत्र समपर्ण आदित्यपुर । 

जमशेदपुर महाप्रबंधक के आदेशानुसार, 

अति आवश्यक होने के कारण यह कार्य किया जा रहा है।

इसके अलावा विधुत सम्बन्धित जानकारी या विशेष परिस्थिति में निम्नलिखित नम्बरों पर भी संपर्क कर सकते हैं। 

सहायक विद्युत अभियंता, अदीत्यपुर 1- 9431135929

कनीय विधुत अभियंता, अदीत्यपुर 1- 9431135950

नियंत्रण कक्ष - 8434659950

असुविधा के लिए खेद है। 

यह सूचना जनहित में जारी की जाती है।

सरायकेला-उपायुक्त नें “मिशन इंद्रधनुष 5.0” अभियान के तीसरे चरण के सफल क्रियान्वयन को लेकर की बैठक

सरायकेला : सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0″ अभियान का तीसरा चरण 9 से 14 अक्टूबर 2023 तक चलाया जायेगा। जिसमें 0-5 वर्ष के छूटे हुए बच्चों तथा गर्भवती महिलाएं का टीकाकरण पूरा किया जायेगा। 

अभियान के सफल संचालन को लेकर उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला नें आज सम्बन्धित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर प्रखंड स्तर पर कार्य योजना निर्धारित कर अभियान को सफल बनाने के निदेश दिए।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा अभियान के तीसरा एवं अंतिम चरण में प्रथम एवं द्वितीय चरण के टीकाकरण गैप (अंतर) को दूर करे तथा सभी प्रतिनियुक्त सुपरवाइजर अभियान का निरिक्षण कर अध्ययत्न रिपोर्ट कार्यालय को दे।

 साथ ही संस्थागत प्रसव के पश्चात शत प्रतिशत बच्चों को अन्य आवश्यक टिका के साथ-साथ हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण करना सुनिश्चित करे। उपायुक्त नें कहा IMI कार्यक्रम निर्धारित समस्याओं से प्रारम्भ हो साथ ही टिका सम्बन्धित जानकारिया परिवार जनो को जरूर दे ताकि किसी प्रकार की शंका-संदेह ना रहें।

बैठक में उपायुक्त के साथ उप विकास आयुक्त श्री प्रवीण कुमार गागराई, सिविल सर्जन डॉ अजय सिन्हा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती सत्या ठाकुर, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित रहें।

सरायकेला : उपायुक्त की अध्यक्षता में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन

अभियान के तहत कुपोषित बच्चों एवं एनीमिया पीड़ित महिलाओं को किया जाएगा चिन्हित-

सरायकेला : जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला के अध्यक्षता में समर अभियान के सफल संचालन हेतु सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों के उपस्थिति में एक दिवसीय उन्मुखिकरण कार्यशाला का आयोजन समाहरणालय सभागार में आयोजित किया गया। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त नें कहा कि इस 1000 दिवसीय अभियान के अन्तर्गत अति गंभीर कुपोषण (Severe acute malnourished-SAM) से ग्रसित बच्चों, गंभीर एनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाओं की पहचान की जायेगी। इन चिन्हित लोगो को उनके निकटमत आंगनबाड़ी केन्द्रो पर जांच की जायेगी और फिर अंततः कुपोषण (Severe acute malnourished - SAM) से ग्रसित बच्चों, गंभीर अनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाओं का उपचार करवाया जायेगा । 

यह स्क्रीनिंग की प्रक्रिया प्रत्येक तीन माह पर दोहरायी जायेगी। उपायुक्त नें अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करते हुए अभियान को सफल बनाने के निदेश दिए। उपायुक्त नें कहा जिला को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने की दिशा में कार्य करना है। 

इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में शत प्रतिशत बच्चो की उपस्थिति तथा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध करायें। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों का नियमित वजन माप करायें एवं कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों का सूची तैयार कर नजदीकी एमटीसी में ससमय भर्ती सुनिश्चित करायें। उपायुक्त नें कहा ऐसे सभी घर जहां पर कुपोषण एवं अनीमिया से ग्रसित बच्चों, किशोरियों, युवतियाँ, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाएं होती है, उन्हें सरकार के विभिन्न विभागों के ऐसे कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा जिनका कुपोषण निवारण पर प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव होता है।

 इसके अतिरिक्त उपायुक्त नें कहा कि अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतू सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करे, पदाधिकारी अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर अपनी जवाबदेही पर कार्य करेंगे साथ ही सभी सम्बन्धित डेटा पोर्टल पर ससमय अपलोड करे ताकि अभियान की गतिविधियों का नियमित मोनेटरिंग किया जा सके।

इस दौरान उपायुक्त नें कार्यक्रम के सफल संचालन हेतू जिला एवं प्रखंड स्तर पर टीम गठित करने, प्रखंड स्तर पर कार्य योजना निर्धारित कर कार्य करने तथा अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित करने के निदेश दिए।

बैठक के दौरान समर अभियान अन्तर्गत चिन्हित सैम, मैम, एनीमिक सस्पेक्टेड केस वाले लाभुकों को यथोचित लाभ प्रदान कराने के निमित्त नया कार्यप्रणाली तैयार करने का निर्देश दिया गया। साथ ही इससे संबंधित कर्मियों का प्रखंडवार कैलेंडर तैयार कर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा सस्पेक्टेड केस की पहचान कर उनका ससमय उपचार कराया जा सके और जिले से कुपोषण एवं एनीमिया को जड़ से खत्म किया जा सके।

मास्टर ट्रेनर्स अजय कुमार झारखंड राज्य पोषण मिशन द्वारा उपस्थित सभी MOIC, महिला पर्यवेक्षिका एवं उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को समर अभियान के संबंध में संपूर्ण विवरणी एवं प्रशिक्षण दिया गया।

उक्त कार्यशाला में उपायुक्त के साथ उप विकास आयुक्त श्री प्रवीण कुमार गागराई, सिविल सर्जन डॉक्टर अजय सिंह, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती सत्या ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री जितेंद्र सिन्हा, DPM JSLPS, सभी MOIC, सभी CDPO, सभी महिला प्रवेक्षिका एवं अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी उपस्थित रहें।

सरायकेला : चांडिल अनुमंडलक्षेत्र के दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में आज 17 वर्षीय रजनी नामक हाथनी का जन्म दिन मनाया गया


 इस अवसर पर 17 पाऊंड का केक काटा गया, वन विभाग के कर्मचारी के साथ स्थानीय लोग भी थे शामिल

जमशेदपुर प्रमंडल और सरायकेला खरसवां क्षेत्र के दलमा वाइल्ड लाइफ सेचुरी माकूलाकोचा चेक नाका मे हथीनी रजनी के जन्मदिन पर 17 पाउंड के केक  काट कर रजनी का जन्म दिन  मनाया गया।

रजनी के जन्मदिन पर दलमा पश्चिमी रेंज के रेंजर दिनेश चंद्रा बताया कि यह खुशी की बात है कि इससे लोगों में एक अच्छा संदेश जाता है कि जब हम अपने बच्चों का जन्म दिन मना सकते हैं तो जंगली जानवर का क्यों नहीं।

 लोगों मे जंगली जानवरों के प्रति जागरूक करने का भी यह एक अवसर होता है। रजनी के जन्मदिन को लेकर वन विभाग यह संदेश देना चाहता है कि जानवर भी पृथ्वी के लिए महत्वपूर्ण हैं और उनका भी अपना महत्व है। इसी संदेश को ध्यान में रख कर जन्मदिन मनाया जा जाता है। कोशिश है कि इससे दूसरे भी सीख लें और जानवरों की संरक्षा व सुरक्षा के संदेश देने के लिए इसे आत्मसात करें। 

 स्कूली बच्चे हर साल रजनी की जन्मदिन पर आस पास के स्कूली बच्चे और ग्रामीणों के बच्चे सामिल रहते है। 

हथनी रजनी अपनी झुंड से बिछड़कर गढ्डे में फंसी मिली थी रजनी झुंड में रहने वाली मादा हाथी रजनी आपने साथी हाथियों के झुंड से बिछड़ कर चांडिल वन क्षेत्र के ईचागढ़ पिलीद जंगल और स्वर्ण रेखा नदी के समीप पीलीद एक गड्ढे में फंसा हुआ मिला था। उसे घायलावस्था में निकालकर टाटा जू लाया गया था, जहां काफी दिनों तक रजनी का इलाज हुआ। जब रजनी ठीक हो गई तो उसे चांडिल दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी माकूलाकोचा लाया गया। 

दलमा के मकुलाकोचा चेक नाका में बकायदा इस हाथीनी का नामकरण रजनी के रूप में किया गया था। उसी समय से रजनी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा हे । रजनी का जन्मदिन मनाने के लिए दलमा वन आश्रयणी के कर्मचारियों के साथ ही मकुलाकोचा के ग्रामीण भी सामिल थे ।