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दूसरे दिन भी गोल्डन टेंपल पहुंचे राहुल गांधी, महिलाओं के साथ सब्जी काटी, जूठे बर्तन धोए

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को दूसरे दिन स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका।सुबह श्री हरमंदिर साहिब पहुंचे राहुल गांधी ने लंगर में सेवा की। यहां राहुल गांधी ने सबसे पहले लंगर घर में महिलाओं के साथ सब्जी काटा और जूठे बर्तन धोए। इसके बाद लंगर बांटा। इससे पहले उन्होंने देर रात 12 बजे तक सेवा की थी।राहुल गांधी सोमवार को निजी दौरे पर अमृतसर आए थे और श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक हुए थे।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को पंजाब के अमृतसर पहुंचे। यहां वह सबसे गोल्डन टेंपल में माथा टेका, फिर गुरुद्वारे के लंगर में सेवा की। इस दौरान उन्होंने लंगर घर में सेवा करते हुए बाकी लोगों के झूठे बर्तन धोए। सोमवार राहुल गांधी ने गुरुद्वारे के लंगर में देर रात 12 बजे तक सेवा की। इतना ही नहीं मंगलवार की सुबह फिर से राहुल गांधी गोल्डन टेंपल पहुंच गए।

राहुल गांधी मंगलवार को गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के तुरंत बाद ही लंगर घर में सेवा के काम जुट गए। यहां उन्होंने सबसे पहले महिलाओं के साथ लहसुन छिलवाए और प्रसाद के लिए सब्जी काटी। इसके बाद राहुल गांधी परिक्रमा में छबील पर बैठकर लोगों को पानी पिलाने की सेवा की। राहुल गांधी ने पिछले 24 घंटों में गोल्डन टेंपल के लंगर घर में 3 बार अपनी सेवा देने पहुंचे।

मलेरिया की भारतीय वैक्सीन को WHO ने दी हरी झंडी, हर साल बनेगी 10 करोड़ डोज़, अब दुनियाभर में भेजेगा 'भारत'


ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा विकसित आर21/मैट्रिक्स-एम मलेरिया वैक्सीन को सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावशीलता मानकों को पूरा करने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उपयोग लिए अनुशंसित कर दिया है। WHO की स्वतंत्र सलाहकार संस्था, विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह (SAGE) और मलेरिया नीति सलाहकार समूह (MPAG) द्वारा एक कठोर, विस्तृत वैज्ञानिक समीक्षा के बाद, R21/मैट्रिक्स-एम मलेरिया वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए अनुशंसित किया गया है।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एक बयान में कहा कि, "सिफारिश प्री-क्लिनिकल और क्लिनिकल परीक्षण डेटा पर आधारित थी, जिसने चार देशों में मौसमी और बारहमासी मलेरिया संचरण वाले स्थानों पर अच्छी सुरक्षा और उच्च प्रभावकारिता दिखाई, जिससे यह बच्चों में मलेरिया को रोकने के लिए दुनिया का दूसरा डब्ल्यूएचओ अनुशंसित टीका बन गया।" वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा यूरोपीय और विकासशील देशों के क्लिनिकल ट्रायल पार्टनरशिप (EDCTP), वेलकम ट्रस्ट और यूरोपीय निवेश बैंक (EIB) के सहयोग से विकसित किया गया था। आज तक, आर21/मैट्रिक्स-एम मलेरिया वैक्सीन को घाना, नाइजीरिया और बुर्किना फासो में उपयोग के लिए लाइसेंस दिया गया है। SII ने कहा कि, "कीटनाशक-उपचारित मच्छरदानी के उपयोग जैसे सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के संयोजन में, यह टीका लाखों बच्चों और उनके परिवारों के जीवन को बचाने और बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।"

टीका हाल ही में बड़े पैमाने पर तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण में प्राथमिक एक साल के समापन बिंदु पर पहुंच गया है - मुख्य रूप से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा वित्त पोषित, नियामक प्रायोजक के रूप में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ - जिसमें बुर्किना फासो, केन्या, माली और तंजानिया भर में 4,800 बच्चे शामिल हैं। तीसरे चरण के परीक्षण के परिणाम प्रकाशन से पहले सहकर्मी समीक्षा के अधीन हैं। डॉ. लिसा स्टॉकडेल, वरिष्ठ इम्यूनोलॉजिस्ट, द जेनर इंस्टीट्यूट, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने कहा है कि, "आज की खबर हमारी छोटी, लेकिन समर्पित टीम के काम का प्रमाण है और इसका मतलब है कि हमारे पास इस बीमारी से लड़ने के लिए एक और उपकरण है, जो हर वर्ष पांच लाख से अधिक लोगों की जान लेता है।"

आगे का काम न केवल यह स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि टीका काम करता है, बल्कि यह कैसे काम करता है इसके बारे में और अधिक समझने के लिए, और उस ज्ञान को भविष्य के टीकों पर लागू करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला ने कहा है कि, “बहुत लंबे समय से, मलेरिया ने दुनिया भर में अरबों लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है, जो हमारे बीच सबसे कमजोर लोगों को प्रभावित कर रहा है। यही कारण है कि WHO की सिफारिश और आर21/मैट्रिक्स-एम वैक्सीन की मंजूरी इस जानलेवा बीमारी से निपटने की हमारी यात्रा में एक बड़ा मील का पत्थर है, जो दिखाता है कि जब सार्वजनिक और निजी क्षेत्र, वैज्ञानिक और शोधकर्ता मिलकर एक साझा लक्ष्य की ओर एक साथ काम करते हैं तो वास्तव में क्या हासिल किया जा सकता है।”

उन्होंने आगे कहा कि, 'जैसा कि हम सभी के लिए एक स्वस्थ, अधिक न्यायसंगत दुनिया बनाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखते हैं, मुझे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा आर21 मलेरिया वैक्सीन विकसित करने में निभाई गई भूमिका पर अविश्वसनीय रूप से गर्व है।' अदार पूनावाला ने कहा कि, हम यह सुनिश्चित करने के लिए वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के लिए तत्पर हैं कि यह उन लोगों के लिए सुलभ हो, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। CII ने आगे कहा कि WHO द्वारा अनुमोदन और सिफारिशों के साथ, अतिरिक्त नियामक अनुमोदन शीघ्र ही मिलने की उम्मीद है और आर21/मैट्रिक्स-एम वैक्सीन खुराक अगले साल की शुरुआत में व्यापक रोल-आउट शुरू करने के लिए तैयार हो सकती है।

बता दें कि, R21/मैट्रिक्स-एम एक दूसरा टीका है जिसे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है और इसकी आपूर्ति सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा की जाएगी और यह WHO द्वारा योग्य है। इस साल अप्रैल में, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित मलेरिया के लिए आर21/मैट्रिक्स-एम वैक्सीन को घाना सरकार द्वारा उपयोग के लिए नियामक मंजूरी मिल गई। SII ने पहले ही सालाना 200 मिलियन खुराक के लिए विनिर्माण क्षमताएं स्थापित कर ली हैं। आर21/मैट्रिक्स-एम एक कम खुराक वाला टीका है जो 5 से 36 महीने के बच्चों को दिया जाता है। यह लगातार 75% प्रभावकारिता के WHO मानकों को पूरा कर रहा है।

भारतीय कंपनियाँ मलेरिया के टीके की आपूर्ति करेंगी

5 जुलाई को वैक्सीन गठबंधन गावी ने ऐलान किया है कि अगले दो वर्षों में बारह अफ्रीकी देशों को पहली बार मलेरिया वैक्सीन की 18 मिलियन खुराकें प्राप्त होंगी। 2026 तक मलेरिया वैक्सीन की वार्षिक मांग 40-60 मिलियन खुराक तक पहुंच जाएगी और 2030 तक यह 80-100 मिलियन खुराक तक पहुंच जाएगी। भारत बायोटेक भविष्य में आरटीएस, एस/एएस01 वैक्सीन की आपूर्ति करेगा। 2021 में, गैर-लाभकारी समूह PATH के साथ 3 दशकों से अधिक समय तक काम करने वाली ब्रिटिश फार्मा दिग्गज GSK ने ऐलान किया कि मलेरिया वैक्सीन RTS, S/AS01 के प्रोटीन भाग का निर्माण भारत के भारत बायोटेक को हस्तांतरित किया जाएगा।

GSK के थॉमस ब्रेउर ने तब कहा था कि, "भारत बायोटेक जैसे स्थापित नेता के साथ काम करके उपलब्ध एकमात्र वैक्सीन के दीर्घकालिक भविष्य को सुरक्षित करने में मदद करना इस विनाशकारी बीमारी के खिलाफ जारी लड़ाई के लिए महत्वपूर्ण है।" हैदराबाद का भारत बायोटेक वर्तमान में आरटीएस, एस/एएस01 वैक्सीन का एकमात्र आपूर्तिकर्ता है और 2029 तक ऐसा ही बने रहने की उम्मीद है।

दिल्ली-एनसीआर से उत्तराखंड तक कांपी धरती, काफी देर तक महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके

#heavyearthquakeindelhincr

दिल्ली और उसके आसपास राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।उत्तराखंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटके काफी देर तक लगते रहे। पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटके लगे हैं। भूकंप का केंद्र नेपाल था। 2 बार आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.6 और 6.2 रही।

मनसुख मांडविया बैठक छोड़ बाहर निकले

आज दोपहर में 2.50 बजे का वक्त था। ऑफिस में लोग काम कर रहे थे। सड़कों पर चहल-पहल थी। अचानक एनसीआर में कुर्सी पर बैठे लोगों के पैर कांपने लगे। एक सेंकेड में समझ में आ गया कि यह तो भूकंप है। ऑफिस से लोग भागने लगे। आलम यह था कि दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी बैठक छोड़कर बाहर आ गए। निर्माण भवन में हड़कंप मच गया। दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर भूकंप आया था। खौफनाक यह था कि एक बड़े झटके के बाद कम तीव्रता के कई झटके महसूस किए गए।

झटके 45 सेकंड तक महसूस किए गए

न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तराखंड के कई वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किए हैं। इन वीडियो में घरों और दफ्तरों में लगे पंखे हिलते हुए देखे जा सकते हैं। उधर, एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों और दफ्तरों से भाग खड़े हुए। चंडीगढ़ और मोहाली में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप विभाग का कहना है कि दूसरी बार में डेप्थ कम रही, वरना इससे बड़ा नुकसान हो सकता था। झटके 45 सेकंड तक महसूस किए गए।

36 घंटे में दूसरी बार भूकंप के झटके

बता दें कि पिछले 36 घंटे में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं।इससे पहले सोमवार सुबह 6.15 बजे को देश के उत्तर पूर्वी राज्य मेघायल में भी भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.2 नापी गई थी। भूकंप का केंद्र नार्थ गारो पहाड़ में करीब 10 किमी अंदर था। हालांकि यहां भूकंप के कारण किसी भी प्रकार के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई थी।

क्रिकेटर ऋषभ पंत दस महीने बाद अब स्वस्थ, ठीक होने के बाद पहली बार धार्मिक यात्रा पर निकले क्रिकेटर, बदरीनाथ धाम के किए दर्शन

सड़क हादसे में घायल होने के दस महीने बाद क्रिकेटर ऋषभ पंत अब स्वस्थ हैं। वे मंगलवार को खानपुर विधायक उमेश कुमार के साथ धार्मिक यात्रा पर निकले। सुबह वे दोनों देहरादून हेलीपैड से केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए रवाना हुए।

इसके बाद पहले वे बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए गए। वहां तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत किया और पूजा अर्चना कराई। इसके बाद अब वे केदारनाथ धाम दर्शन के लिए जाएंगे। वहीं अब ऋषभ पंत भारतीय क्रिकेट टीम में जल्द वापसी करने वाले हैं।

घर आते समय हुआ था हादसा

बता दें कि क्रिकेटर ऋषभ पंत 30 दिसंबर 2022 को उस समय भीषण कार दुर्घटना का शिकार हुए थे, जब वह अपनी मर्सिडीज बेंज से दिल्ली से रुड़की के ढंढेरा स्थित अपने घर लौट रहे थे। सर्दी के मौसम में सुबह पांच बजे उनकी कार नारसन कस्बे में डिवाइर से टकराकर दूसरी तरफ पलटी खाती चली गई और उसमें भीषण आग लग गई। इस दुर्घटना में ऋषभ पंत गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे।

'कांग्रेसी अपने बच्चों की तिजोरी भरने का माध्यम बनाना चाहते हैं', छत्तीसगढ़ में जमकर बरसे PM मोदी


पीएम नरेंद्र मोदी ने आज जगदलपुर में आयोजित एक सभा छत्तीसगढ़ को 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने कहा कि भारत के विकास में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में जिन 26,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया, उनमें नगरनार में NMDC स्टील लिमिटेड का स्टील प्लांट भी सम्मिलित है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने जगदलपुर, बस्तर में ताड़ोकी-रायपुर रेल सेवा को भी हरी झंडी दिखाई। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'विकसित भारत का सपना तब सिद्ध होगा जब हर प्रदेश, हर जिला, हर गांव विकसित हो। विकसित भारत के लिए फिज़िकल, डिजिटल तथा सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर भी भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार, होना चाहिए। यही कारण है कि हमारी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले खर्चे को बढ़ाकर इस वर्ष 10 लाख करोड़ कर दिया है।"

उन्होंने कहा- 'आज छत्तीसगढ़ में रेलवे की कई बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं, स्वतंत्रता के इतने सालों में भी ताड़ोकी को रेलवे के नक्शे को जगह नहीं मिली थी लेकिन आज ताड़ोकी को नई रेल लाइन की सौगात मिल रही है। इससे आदिवासी साथियों को सुविधा प्राप्त होगी। रेलवे की ये सभी परियोजनाएं इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।" एक दिन ऐसा आएगा हिंदुस्तान का नौजवान बस्तर काम के लिए आएगा। खदान से जो कमाई होती थी मोदी ने ताला लगा दिया। इनका इरादा समझिए ये झूठी बातें फैलाकर स्टील प्लांट को हड़पना चाहते हैं। कांग्रेसी अपने बच्चों की तिजोरी भरने का माध्यम बनाना चाहते हैं। मोदी की गारंटी है मोदी नहीं होने देगा। ये बस्तर का स्टील प्लांट आप का है। इसके मालिक आप हैं। मोदी इसका मालिक नहीं है। और न ही कोई दूसरा नेता , कोई कांग्रेसी को मैं इसका मालिक नहीं बनने दूंगा। कोई आपका अधिकार नहीं छीन सकता है। कांग्रेस के नेताओं को किसी हाल में कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। उनको बेइमानी नहीं करने दिया जाएगा।

वही आज यहां बहुत बड़े और देश के आधुनिकतम स्टील कारखाना मिला है आपको गर्व हो रहा है कि नहीं? इतना बड़ा सरकार का कार्यक्रम था। सरकार का मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री नहीं आया। आपकी भलाई के लिए आना चाहिए था कि नहीं ? उनके पास समय नहीं है, सरकार बचाने में लगे हैं। दूसरी बात ये है कि मोदी है तो कोई भ्रष्टाचारी मोदी से आंख नहीं मिला सकता है। आने से डरते हैं और भाग जाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अटल जी की सरकार ने अलग छत्तीसगढ़ का निर्माण किया। उनकी सरकार ने केंद्र में अलग जनजातीय मंत्रालय बनाया, अलग बजट बनाया, पूरी सरकार में एक विभाग खड़ा कर दिया। कांग्रेस ने दशकों तक नजरअंदाज किया। वे सिर्फ आप का वोट ले लेते थे। भाजपा सरकार ने मेडिकल , इंजीनियरिग कॉलेज बनाया। मैंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा मैने आदिवासी क्षेत्रों में गुजारा है। मेरा आपसे सीधा दिला का नाता है।

आईआईटी बॉम्बे में वेज टेबल पर नॉनवेज खाने पर बवाल, छात्र पर लगाया 10,000 का जुर्माना

#iitbombayfinedrs10000fromstudentstoeatnonveginmess

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आईआईटी बॉम्बे में एक छात्र पर मेस के नियमों का उल्लंघन करने के लिए 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। दरअसल, यहां पर मेस में खाने की जगह अलग-अलग होने के विरोध में तीन छात्रों ने शाकाहारी भोजन के लिए निर्धारित स्थान पर नॉन वेज खाना खाया है।आईआईटी बॉम्बे में मेस काउंसिल की ओर से निर्धारित "केवल शाकाहारी" टेबलों के खिलाफ कुछ छात्रों ने मौन विरोध प्रदर्शन किया था।इसके कुछ ही दिनों बाद संस्थान ने उनमें से एक पर 10,000 रुपये का भारी जुर्माना लगाया।

छात्र मेस में वेज और नॉनवेज खाने की टेबल अलग किए जाने का विरोध कर रहा था। गुरुवार को उसने विरोध में अन्य लोगों के साथ मिलकर शाकाहारी भोजन के लिए निर्धारित स्थान पर मांसाहारी भोजन किया, जिसके बाद मेस काउंसिल ने छात्र पर सख्ती दिखाते हुए फाइन लगाया। छात्रावास 12 के एक छात्र पर जुर्माना लगाया गया है, वहीं दो अन्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की जाएगी। काउंसिल ने बताया कि छात्रों की पहचान की जा रही है। एक बार उनकी पहचान हो जाने के बाद उन पर एक्शन लिया जाएगा।

वेज टेबल पर नॉन वेज खाने पर विवाद

आईआईटी बॉम्बे के हॉस्टल 12, 13 और 14 का संयुक्त मेस है। इस मेस में काउंसिल की तरफ से 6 टेबल वेज खाना खाने वाले छात्रों के लिए रखा जाता है। इसे जैन मेन्यू के आधार पर तैयार किया गया है। 28 सितंबर को अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्किल के छात्रों ने इस टेबल पर कब्जा कर लिया और वेज टेबल अलग रखने का विरोध करने लगे।छात्रों की मांग थी कि वेज टेबल रखने से मुस्लिम, दलित और आदिवासी स्टूडेंट्स को अलग किया जा रहा है। इस बात की जानकारी मेस कमेटी को हुई तो छात्रों के खिलाफ एक्शन लिया गया। इन छात्रों के खिलाफ हुए एक्शन का विरोध किया जा रहा है।

खाप पंचायत से की तुलना

परिसर में छात्रों के समूह आंबेडकर पेरियार फूले स्टडी सर्कल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में छात्रावास प्रशासन की कार्रवाई की तुलना 'आधुनिक समय में छुआछूत बनाए रखने के लिए काम करने वाली खाप पंचायत' से की है।

जानबूझकर मेस के नियमों का किया उल्लंघन

वहीं, काउंसिल ने छात्रों के अनियंत्रित व्यवहार और मेस नियमों के उल्लंघन को लेकर रविवार को कार्रवाई करने को लेकर बैठक आयोजित की थी। इसमें वार्डन सहित चार प्रोफेसरों और तीन छात्र प्रतिनिधि शामिल रहे। काउंसिल ने कहा कि उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर यह पाया गया कि उक्त छात्रों ने 28 सितंबर को रात्रिभोज के दौरान जानबूझकर मेस के नियमों का उल्लंघन किया है।काउंसिल ने बैठक के दौरान कहा कि मेस के भीतर शांति और सद्भाव को बाधित करने का एक पूर्व-निर्धारित प्रयास था। छात्रों ने एसोसिएट डीन द्वारा दी गई सलाह की अवहेलना की।

अक्षय कुमार-पंकज त्रिपाठी की OMG 2 ओटीटी पर रिलीज को तैयार, जानें कब और कहां होगी स्ट्रीम

अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी की फिल्म ओएमजी 2 ओटीटी पर रिलीज की तैयारी कर रही है। थिएटर्स में दस्तक देने के लगभग दो महीने बाद फिल्म अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम होने जा रही है यानी जिन्होंने फिल्म अब तक नहीं देखी है, वो अब घर बैठे फिल्म का लुत्फ उठा सकते हैं

ओएमजी 2, सनी देओल की ब्लॉकबस्टर फिल्म गदर 2 के साथ 11 अगस्त को रिलीज हुई थी। दोनों ही फिल्म के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। एक मसाला एंटरटेनर थी, तो दूसरी सोशल मैसेज के साथ सोचने पर मजबूर करने वाली फिल्म थी।

फिल्म की हुई तारीफ

हालांकि, बॉक्स ऑफिस पर बाजी गदर 2 ने मारी, लेकिन ओएमजी 2 भी पीछे नहीं रही। फिल्म को क्रिटिक्स और ऑडियंस दोनों से प्यार मिला। ओएमजी 2 ने ठीक- ठाक बिजनेस किया और अपने अलग कॉन्सेप्ट के लिए तारीफ बटोरी। हफ्तों के इंतजार के बाद अब ओएमजी 2 ओटीटी पर रिलीज होने जा रही है।

कब और कहां होगी स्ट्रीम

ओएमजी 2 के प्लेटफार्म और रिलीज डेट की बात करें तो अक्षय कुमार की ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम की जाएगी। फिल्म को लेकर ओटीटी प्लेटफॉर्म ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट की है। अपडेट के अनुसार, ओएमजी 2 कुछ दिनों बाद 8 अक्टूबर को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी।

आएमजी 2 का बिजनेस

ओएमजी 2 के बिजनेस की बात करें तो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ने अच्छा बिजनेस किया था। फिल्म की लागत कम थी ऐसे में ओएमजी 2 के लिए प्रॉफिट कमाने में ज्यादा मुश्किल नहीं हुई। गदर 2 जैसी बड़ी फिल्म के साथ मुकाबला होने के बावजूद ओएमजी 2 , 100 करोड़ क्लब में एंट्री पाने में कामयाब रही। बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म रिलीज के बाद एक महीने तक थिएटर्स में टिकी रही। इसके साथ ही ओएमजी 2 ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर लगभग 150 करोड़ का नेट बिजनेस किया।

'इस्लामिक स्टेट के निशाने पर राम मंदिर..', दिल्ली से धराए आतंकी शाहनवाज़ का कबूलनामा, नेताओं ने पहले ही कर दी थी भविष्यवाणी !

कई दशकों की कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में श्री राम मंदिर का पक्ष में फैसला सुनाया था, इसके बाद से ही यह मंदिर आतंकियों के निशाने पर है। इस्लामिक स्टेट (ISIS), अल कायदा जैसे संगठन तो मंदिर पर हमला कर वहां वापस मस्जिद बनाने की धमकी तक दे चुके हैं। इसी बीच सोमवार (3 अक्टूबर) को दिल्ली में पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पूछताछ के दौरान हैरान करने वाला खुलासा किया है। कड़ी पूछताछ के दौरान आतंकियों ने कबूला है कि उनके निशाने पर देश के कई बड़े नेताओं के साथ कुछ महत्वपूर्ण मंदिर भी थे। सबसे अधिक चौंकाने वाली बात है कि, आतंकियों के निशाने पर अयोध्या का राम मंदिर और मुंबई का छाबड़ा हाउस भी था। पूछताछ में तीनों आतंकियों शाहनवाज, रिजवान और अरशद ने यह बात कबूली है।

इस्लामिक स्टेट (ISIS) आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। इस दौरान पुलिस को आतंकियों के मुंह से कई बड़े राज उगलवाने में सफलता प्राप्त हुई है। आतंकी शाहनवाज उर्फ सैफी, अरशद और रिजवान ने बताया है कि देश की कई लोकप्रिय जगहें उनके निशाने पर थीं। इस दौरान उनका निशाना अयोध्या का राम मंदिर, मुंबई का छाबड़ा हाउस और देश के कई वरिष्ठ नेता भी थे, जो अधिकतर हिंदूवादी थे। आतंकी अपनी साजिश को अंजाम देते, इससे पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकियों को अरेस्ट कर लिया गया है।

यही नहीं, दिल्ली से पड़के गए दोनों आतंकियों के ठिकानों से पुलिस को कई संदिग्ध चीजें बरामद हुईं हैं। इनमें हथियार के साथ, हथियार बनाने वाले सामान भी मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों आतंकियों के ठिकाने से पुलिस को IED बनाने का सामान मिला है और इसके साथ ही पिस्टल भी मिली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीनों का 26/11 से भी बड़ा हमला करने की तैयारी थी। ये तीनों आतंकी काफी पढ़े-लिखे हैं। झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला शहनवाज माइनिंग इंजीनियरिंग कर चुका है।

माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने की वजह से शाहनवाज को विस्फोट का सामान बनाने का तरीका आता था। इस दौरान आतंकियों ने यह भी बताया कि धमाके की प्रैक्टिस के लिए उन्होंने पुणे के जंगलों का इस्तेमाल किया था। शाहनवाज के साथ-साथ पकड़े गए दोनों आतंकी रिजवान और अरशद भी काफी पढ़े-लिखे हैं। रिजवान कंप्यूटर साइंस से बीटेक कर चुका है और अरशद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पढ़ा है।

एक रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, बॉर्डर पार बैठे विदेशी हैंडलर शाहनवाज और दूसरे आतंकियों से ऐसा बम ब्लास्ट कराना चाहते थे, जिससे अधिक से अधिक लोगों की जान जा सके। ये आतंकी जंगल में इसकी टेस्टिंग का वीडियो बनाकर शाहनवाज और उसके साथ पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को भेजते थे। वहां से उनको PDF के माध्यम से दिशा-निर्देश मिलते थे। PDF में यह बताया जाता था कि, बम में कौन सा केमिकल मिलाकर उसकी मारक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका लगातार लोगों को जिहाद के लिए तैयार करने के लिए कहते थे। इनको विदेशी फंडिंग तो मिलती ही थी, साथ ही ये आतंकी चोरी-लूट को अंजाम देकर अपना माल-ए-गनीमत भी बढ़ा रहे थे। NIA ने इन आतंकियों पर 3-3 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।

आतंकियों के निशाने पर राम मंदिर और राजनेताओं की भविष्यवाणी

बता दें कि, बीते कई दिनों से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नेता यह आरोप लगा रहे हैं कि, भाजपा राम मंदिर पर हमला करा सकती है। गोधरा जैसा ट्रेन अग्निकांड करवा सकती है। शिवसेना (UBT) के उद्धव ठाकरे कह चुके हैं कि, ''राम मंदिर के उद्घाटन समारोह पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में देशभर से भीड़ जुटेगी, उनके वापस लौटने के वक्त गोधरा ट्रेन अग्निकांड जैसी घटना हो सकती है।'' वहीं, उनकी ही पार्टी के संजय राउत कह चुके हैं कि, 2024 का चुनाव जीतने के लिए भाजपा गोधरा जैसा ट्रेन अग्निकांड करवा सकती है। बता दें कि, गोधरा में मुस्लिम भीड़ ने साबरमती ट्रेन में आग लगा दी थी, जिसमे अयोध्या से आ रहे 59 श्रद्धालु जिन्दा जल गए थे, जिसमे महिलाएं-बच्चे भी शामिल थे।

वहीं, कांग्रेस पार्टी के नेता और कर्नाटक सरकार में मंत्री बीआर पाटिल तो यहाँ तक कह चुके हैं कि, 'भाजपा राम मंदिर पर बमबारी करवाएगी और उसका दोष मुसलमानों पर डाल देगी, ताकि उसे चुनाव में फायदा मिले।' हालाँकि, कांग्रेस शुरू से ही राम मंदिर के विरोध में रही है, लेकिन पार्टी नेता का बयान शाहनवाज़ जैसे आतंकियों को 'ताकत' और 'क्लीन चिट' देने वाला है। आतंकी निश्चिन्त हैं और अपनी नापाक साजिश रचने में लगे हुए हैं, वे भी खबरें देखते ही होंगे, उन्हें पता है कि, यदि वे हमला करते भी हैं, तो भारत में ऐसे नेता बैठे हैं, जो इसका दोष सीधे भारत सरकार पर डाल देंगे और वे बच जाएंगे। ठीक ऐसा ही 26/11 मुंबई आतंकी हमले के दौरान भी हुआ था, जब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने '26/11 हमला- RSS की साजिश' नाम से किताब लॉन्च कर दी थी, वास्तव में हमला करने वाले आतंकी और साजिश रचने वाला पाकिस्तान बिलकुल पाक-साफ़ साबित हो गए थे। लेकिन, मुंबई में खून की नदियाँ बहाने वाले 10 आतंकियों में से एक अजमल कसाब को मुंबई पुलिस के कर्मी तुकाराम ओम्ब्ले ने 20 से अधिक गोलियां खाकर भी जिन्दा दबोच लिया था। इसी अजमल कसाब ने बाद में कबूला कि उसे पाकिस्तान ने 'हूरों' की लालच देकर 'जिहाद' करने के लिए भेजा था। अगर आतंकी कसाब न पकड़ा जाता, तो पूरी दुनिया 26/11 हमले को 'हिन्दू आतंकवाद' के नाम से जानती, क्योंकि किताब तो जांच से पहले ही छप चुकी थी, अब निशाने पर अयोध्या है, सतर्क रहिए।

जातिगत जनगणना पर पीएम मोदी का विपक्ष को जवाब, बोले-मेरे लिए तो गरीब ही सबसे बड़ी आबादी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो राज्यों के दौरे पर हैं। पीएम मोदी आज पहले छत्तीसगढ़ के जगदलपुर पहुंचे।जहां उन्होंने शासकीय कार्यक्रम में 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।लोकार्पण व शिलान्यास के कार्यक्रम के साथ ही जगदलपुर में पीएम मोदी ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनता को सौगात की बधाई देते हुए कहा कि बस्तर में तैयार हुआ स्टील सेना को सशक्त बनाएगी। मंच से बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘विकसित भारत का सपना तब सिद्ध होगा जब हर प्रदेश, हर जिला, हर गांव विकसित हो। विकसित भारत के लिए फिजिकल, डिजिटल और सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर भी भविष्य की जरूरतों के अनुरूप होना चाहिए। यही वजह है कि हमारी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले खर्चे को बढ़ाकर इस साल 10 लाख करोड़ कर दिया है।

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में भाजपा की परिवर्तन महासंकल्प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, अगर छत्तीसगढ़ को कांग्रेस ने कुछ दिया है तो केवल घोटालेबाज की सरकार दी है। कांग्रेस ने झूठा प्रचार किया। छत्तीसगढ़ में अपराध का बोलबाला बढ़ रहा है। इसलिए छत्तीसगढ़ बदलाव की बात कह रहा है।

सीएम या किसी भी मंत्री के ना पहुंचने पर कसा तंज

लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का कोई भी मंत्री, मुख्यमंत्री और ना ही उप मुख्यमंत्री पहुंचे। इस बात पर पीएम मोदी ने जगदलपुर के लालबाग में आयोजित परिवर्तन महासंकल्प रैली को संबोधित करते हुए बघेल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ का एक मंत्री नहीं आया, सीएम नहीं आया, डिप्टी सीएम नहीं आया। ये आपका भला ताहते हैं तो कार्यक्रम में बैठना चाहिए की नहीं। सरकार बचान में लगे हुए हैं। अगर मोदी के सामने जाना है तो कोई भ्रष्टाचारी आंख नहीं मिला सकता है, इसलिए वो आने से डरते हैं।

मेरे लिए तो गरीब ही सबसे बड़ी आबादी

बीजेपी और केन्द्र सरकार की उपलब्धियों का बखान और विपक्ष पर हमले के साथ ही अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने जाति जनगणना पर बड़ा दांव चला। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, उसमें भी मुसलमानों का है। अब कांग्रेस कह रही है आबादी तय करेगी कि पहला हक किसका होगा। क्या अब अल्पसंख्यकों का हक कांग्रेस गप करना चाहती है। मेरे लिए तो गरीब ही सबसे बड़ी आबादी है। पीएम मोदी ने कहा कि कल से कांग्रेस ने एक अलग राग अलापना शुरू कर दिया है। कांग्रेसी कहते हैं कि जितनी आबादी, उतना हक। मैं कहता हूं इस देश में अगर सबसे बड़ी कोई आबादी है तो वह गरीब है इसलिए गरीब क्लायण ही मेरा मकसद है।

न्यूज क्लिक के दफ्तरों और पत्रकारों के घर छापे, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस- मोबाइल जब्त, यूएपीए के तहत केस दर्ज

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डिजिटल न्यूज वेबसाइट न्यूज क्लिक और उससे जुड़े कुछ पत्रकारों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत केस दर्ज करते हुए मंगलवार तड़के उनके घरों पर छापेमारी की।दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद सहित 30 जगहों पर छापेमारी की गई। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की 30 से ज्यादा टीमें मंगलवार तड़के एक साथ अलग-अलग लोकेशंस के लिए निकलीं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न्यूज क्लिक के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन को जब्त कर डंप डाटा रिकवर किया है।ये पूरा मामला विदेशी फंडिंग से जुड़ा हुआ है।

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशन पर रेड की है। पुलिस कुछ पत्रकारों को अपने साथ ले गई है। इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश और परंजॉय गुहा ठाकुरता शामिल हैं। एंकर अभिसार शर्मा ने सुबह 8 बजे ही ट्वीट कर बताया था कि दिल्ली पुलिस की टीम उनके घर पहुंची और उनका लैपटॉप और फोन लेकर चली गई। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सेंट्रल सिक्योरिटी एजेंसीज की सर्विलांस चल रही थी।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस मामले में जिन पत्रकारों के घर छापेमारी की गई, उनमें औनिंद्यो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा, सोहेल हाशमी, भाषा सिंह, प्रबीर पुरकायस्थ और उर्मिलेश शामिल हैं। इन पर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए धन स्वीकार करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रेड के दौरान लैपटॉप, कंप्यूटर, हार्डडिस्क और मोबाइल जब्त किए गए हैं।

5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि न्यूजक्लिक को एक अमेरिकी अरबपति नोवेल रॉय सिंघम ने फाइनेंस किया था। वे चीनी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने के लिए भारत समेत दुनियाभर में संस्थाओं को फंडिंग करते हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर 17 अगस्त को न्यूजक्लिक के खिलाफ यूएपीए के सेक्शन 153(a) (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 120(b) (आपराधिक षड्यंत्र में भागीदारी) समेत कई अन्य सेक्शन के तहत एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी।

क्यूज क्लिक के ठिकानों पर छापेमारी के बीच सोशल एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर पर भी पुलिस पहुंची। तीस्ता न्यूजक्लिक वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखती रही हैं। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस केस से तीस्ता के कनेक्शन के बारे में कुछ नहीं कहा है। तीस्ता को गुजरात दंगों से जुड़े एक केस में सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई को जमानत दी थी। उन्हें पिछले साल 25 जून को गिरफ्तार किया गया था