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औरंगाबाद के मॉडल सदर हॉस्पिटल में रुपये के बल पर निकलती है दो दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पढ़िए ए रिपोर्ट

औरंगाबाद - विवादों से चोली दामन का रिश्ता रखने वाले औरंगाबाद के सदर अस्पताल में नित नये एक से बढ़कर गुल खिला करते है। कभी डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत हो जाती है। कभी गार्ड मरीज को पीट देता है। कभी आइसीयू काम करना बंद कर देता है। आउटसोर्सिंग एजेंसी को भुगतान नही होने से जांच, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और सिटी स्कैन की सेवा बंद हो जाती है। इस बीच ताजा मामलें में तो सदर अस्पताल ने गजब का कमाल कर दिया है। इस कमाल से धमाल मच गया हैं।   

एक ही मृतक की दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट, तारीख एक, जारीकर्ता डॉक्टर एक, सीरियल नंबर एक पर दोनों रिपोर्ट जुदां

कमाल यह हुआ है कि अस्पताल के एक चिकित्सक ने एक ही मृत व्यक्ति का दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी कर दिया है। दोनों ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जुदां है और दोनों ही रिपोर्ट एक ही डॉक्टर ने जारी की है। दोनों रिपोर्ट जारी करने की तारीख भी एक ही है और रिपोर्ट नंबर भी एक ही है।

एक ही मृतक का दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी होने से खुल गई सिस्टम की पोल

दरअसल एक ही मृतक का दो-दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी किए जाने के मामले से सदर अस्पताल के पूरे सिस्टम की पोल खुल गई है। भरोसेमंद सूत्रों की माने तो औरंगाबाद सदर अस्पताल में वह सब कुछ होता है, जो नही होना चाहिए। यहां डिलेवरी कराने के लिए नर्से पैसे लेती है। मेडिकल सर्टिफिकेट, हेल्थ सर्टिफिकेट, फिजिकली डिसएबिलिटी सर्टिफिकेट, किसी कागजात को अभिप्रमाणित कराने तक के लिए यहां के कर्मी पैसे लिया करते है। इतना ही नही इंज्यूरी रिपोर्ट में घटाव-बढ़ाव करने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण बदलने के लिए भी पैसे लिए जाते है। एक ही मृतक का दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी किए जाने का मामला भी रुपयों के खेल की ओर ही इशारा कर रहा है।

पहले असली रिपोर्ट जारी होती है, फिर दूसरी रिपोर्ट में बदल जाता है पूरा मामला

पोस्टमार्टम की पहली रिपोर्ट में मौत का कारण भूख, कमरे में दबाव में रहने के कारण लू लगने और डिहाइड्रेशन बताया गया है। वहीं रिपोर्ट को बदल कर जारी की गई दूसरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण भूख, लू और डिहाइड्रेशन के बताया गया है। 

रफीगंज के एक प्राइवेट स्कूल में हुई मौत से जुड़ा है मामला

मामला औरंगाबाद के रफीगंज शहर के कासमा रोड स्थित एक निजी स्कूल के छात्रावास के बेसमेंट स्थित एक कमरे में का में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मिली लाश से जुड़ा है। बताया जाता है कि स्कूल के होस्टल के बेसमेंट के एक कमरें से चार माह पहले इसी साल 12 जून को सुबह में एक व्यक्ति की लाश मिली थी। मृतक की पहचान कुटुम्बा प्रखंड के रिसियप थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव निवासी बबन कुमार सिंह के रूप में की गई थी। मृतक का पुत्र सूर्य प्रकाश उसी स्कूल में पढ़ता था और मृतक बेटे को पढ़ाने के लिए ही हॉस्टल के बेसमेंट में स्थित एक कमरे में किराए पर बेटे के साथ रहता था। मामले में मृतक के भाई मदन कुमार सिंह ने रफीगंज थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में स्कूल के संचालक विजय कुमार सिंह पर हत्या का आरोप लगाया गया था।  

प्राथमिकी में मृतक के भाई ने कहा था कि उसे 12 जून को सूचना मिली कि उनके भाई की मौत हो गई है। सूचना मिलने पर जब मौके पर पहुंचा तो देखा कि उनका भाई कमरे में मृत पड़ा था। लाश के नाक और मुंह से काफी खून निकला हुआ था। साथ ही शरीर पर भी कई जगहों पर गंभीर चोट के निशान दिखाई पड़े थे। 

प्राथमिकी में मृतक के भाई ने यह भी आरोप लगाया था कि उनके भाई का स्कूल के संचालक विजय कुमार सिंह के साथ पैसे के लेनदेन को लेकर कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। कहा था कि स्कूल के संचालक ने उनके भाई के घर और जमीन खरीदी थी और उसकी रजिस्ट्री भी कराई थी। जमीन की खरीद-बिक्री के एवज में मृतक क पैसा स्कूल संचालक पर बकाया था। इसे लेकर मृतक स्कूल संचालक से लगातार तगादा करता था लेकिन स्कूल संचालक उसे बकाए का भुगतान नही कर रहा था। 

आरोप है कि स्कूल संचालक बबन को कुछ दिनों से पैसे का तगादा नही करने की सख्त हिदायत देने के साथ ही उसे हत्या करने की भी धमकी भी दे रहा था। यह भी आरोप है कि पैसा देने से बच जाने के लिए ही स्कूल संचालक ने बबन की हत्या कर दी।  

स्कूल संचालक पर रसूख का इस्तेमाल कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने का आरोप

मृतक के भाई मदन कुमार सिंह का आरोप है कि स्कूल संचालक काफी रसूखदार है। उसे मामले में शुरू से ही अंदेशा था कि स्कूल संचालक मामले से खुद को बरी कराने के लिए हर तरह का हथकंडा अपनाएगा। इसी वजह से वह केस से जुड़ी हर एक्टिविटी पर नजर रख रहा था। इसी क्रम में जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट उसे हाथ लगी तो यह संतोष हुआ कि अब न्याय मिल सकेगा। रिपोर्ट के आलोक में वह रफीगंज थानाध्यक्ष से स्कूल संचालक को गिरफ्तार करने की मांग भी की लेकिन चंद दिन बाद ही रिपोर्ट बदल दी गई। इसके बाद मृतक के भाई को जब थानाध्यक्ष ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या से संबंधित कोई ऐसी बात सामने नहीं आई है तो वह आश्चर्यचकित रह गया। जब रिपोर्ट देखा तो पाया कि अपने भाई की मौत से संबंधित जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट उसने पहले प्राप्त की थी, वह बिल्कुल बदला हुआ है। 

स्कूल संचालक ने हत्या की हो या न की हो पर मामले से यह तय हो गया कि बदली जाती है पोस्टमार्टम की रिपोर्ट

मामले में आरोपी बने स्कूल संचालक ने हत्या की हो या न की हो लेकिन एक ही डॉक्टर द्वारा एक ही मृतक का दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी किए जाने से यह साफ हो गया है कि औरंगाबाद सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट बदली जाती है। ऐसा होने के पीछे रूपयों के खेल से भी इंकार नही किया जा सकता है। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलने के इस मामले को पहला और दुर्लभ मामला भी नही कहा जा सकता है। यह मामला संकेत दे रहा है कि नोटो की चमक के आकर्षण में सदर अस्पताल में पहले से ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदले जाते रहे है। ऐसे में मामले की गहराई से जांच की जरूरत है और सच में मामले की सही जांच होती है तो निःसंदेह सफेद लबादे वाले डॉक्टरों की काली करतूत और काले चेहरे उजागर हो सकते है।

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने जताया आश्चर्य, कहा-जांच कर होगी कार्रवाई

इस मामले में पूछे जाने पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार ने पहले तो आश्चर्य जताया। फिर कहा कि ऐसा होना संभव नहीं है। पुनः कहा कि वें मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से जुड़े हर पहलू की बारीकी से जांच कराएंगे। जांच में जो भी चिकित्सक दोषी पाएं जाएंगे, उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

9 सितंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी पूरी, कुल 12 बेंच का किया गया गठन

औरंगाबाद - 09 सितम्बर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके लिए व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के जिला जज सम्पूर्णानंद तिवारी ने बेंचों का गठन कर दिया है। इसकी जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव एडीजे प्रंनव शंकर ने पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही को उपलब्ध कराई। 

एडभोकेट स्नेही के अनुसार व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में विभिन्न सुलहनिय वादों के निष्पादन के लिए कुल -10 बेंच का गठन किया गया है बेंच न:( 1)पर मोटर दुर्घटना एवं इजराय वाद तथा भरण पोषण एवं पारिवारिक मामलों का निष्पादन किया जाएगा इस बेंच पर वाद निष्पादन एडीजे सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में होगा, बेंच न: (2)पर औरंगाबाद जिले के सभी बैंकों से सम्बंधित ऋण वाद का निष्पादन किया जाएगा इस बेंच पर वाद निष्पादन एडीजे नीतीश कुमार के नेतृत्व में होगा, बेंच न :(3) पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय से सम्बंधित वादों का निष्पादन किया जाएगा इस बेंच पर वाद निष्पादन का नेतृत्व मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आनन्द भूषण करेंगे, बेंच न:(4) पर अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम एवं चतुर्थ के न्यायलय से सम्बंधित सुलहनिय वादों का निष्पादन किया जाएगा। इस बेंच पर वाद निष्पादन के नेतृत्व अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजेश सिंह करेंगे। 

बेंच न: ;(5) पर एसीजेएम कोर्ट तीन से सम्बंधित सुलहनिय वादों का निष्पादन किया जाएगा इस बेंच पर वाद निष्पादन का नेतृत्व एसीजेएम सुकूल राम करेंगे, बेंच न: (6)पर एसीजेएम छः और सात के न्यायलय से सम्बंधित सुलहनिय वादों का निष्पादन किया जाएगा इस बेंच पर वाद निष्पादन का नेतृत्व प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी मो शाद रज्जाक करेंगे, बेंच न; (7) पर अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट के सुलहनिय वादों और एन आई एक्ट से सम्बंधित वादों का निष्पादन किया जाएगा। इस बेंच पर वाद निष्पादन का नेतृत्व अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी योगेश कुमार मिश्रा करेंगे, बेंच न: ( 8) पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी शोभित सौरभ और न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम के न्यायलय के सुलहनिय वाद तथा विधुत ,वन,श्रम, परिवहन, माप-तोल, टेलीफोन एवं अनुमंडलीय दंडाधिकारी कोर्ट के सुलहनिय वाद का निष्पादन किया जाएगा। इस बेंच पर वाद निष्पादन का नेतृत्व न्यायिक दंडाधिकारी शोभित सौरभ करेंगे, बेंच न : (9) पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी निधि जायसवाल,मो शाद रज्जाक के कोर्ट और प्रभारी नेहा दयाल के कोर्ट का सुलहनिय वादों का निष्पादन किया जाएगा इस बेंच पर वाद निष्पादन का नेतृत्व प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी निधि जायसवाल करेंगी। 

वहीं व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के आखिरी बेंच: ;(10 ) पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी ओम प्रकाश नारायण सिंह के कोर्ट और प्रभारी प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी नेहा के कोर्ट का सुलहनिय वाद निष्पादन किया जाएगा। इस बेंच पर वाद निष्पादन का नेतृत्व प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी ओम प्रकाश नारायण सिंह करेंगे। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

ट्रेन की चपेट में आने से अज्ञात एक वृद्ध की मौत, मृतक की पहचान करने में जुटी पुलिस

औरंगाबाद - पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के रफीगंज रेलवे स्टेशन के धावा नदी के समीप पोल संख्या 508/19 एवं 21 के बीच अज्ञात ट्रेन की चपेट में आ जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। 

घटना की सूचना मिलते हैं आरपीएफ ए एस आई नीतीश कुमार, प्रधान आरक्षि एस एन त्रिपाठी अपने दलबल के साथ पहुंचे। और आगे की कार्रवाई में जुट गए। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। मृतक जोगिया रंग का टी-शर्ट एवं हरा लाइनर लोअर पहना हुआ है। 

एएसआई सोहन सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे औऱ शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया। 

थानाध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, मृतक की पहचान नहीं हो सकी है।पोस्टमार्टम उपरांत शव की पहचान हेतु 72 घंटे तक शव को थाना में रखा जाएगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में लोकसेवक रामविलास स्मृति मंच का हुआ सूपड़ा साफ, जिलाध्यक्ष को हटाए जाने पर सभी पदाधिकारियों ने दिया पद से इस्तीफा

औरंगाबाद – जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां लोकसभा चुनाव से पहले लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अनुषंगी संगठन लोकसेवक रामविलास स्मृति मंच के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष पद से हटाये जाते ही मंच का सुपड़ा साफ हो गया है। मंच के सभी 22 पदाधिकारियों ने पद से इस्तीफा दे दिया है। 

गौरतलब है कि स्मृति मंच के जिलाध्यक्ष सुधीर शर्मा ने अध्यक्ष बनने के बाद मंच का प्रखंड स्तर तक नेटवर्क खड़ा किया था। मंच के नेटवर्क से एलजेपीआर के जिला संगठन को मजूबती मिल रही थी लेकिन मंच के पदाधिकारियों के इस्तीफे से पूरा मंच ही नेतृत्व विहीन हो गया है। 

इस्तीफा देने वाले पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता में बताया कि स्मृति मंच के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र मांझी द्वारा जिलाध्यक्ष सुधीर शर्मा पर ऐसे कई गंभीर आरोप लगाए है, जो निराधार है। हम इन आरोपों को सिरे से खारिज करते है। सुधीर शर्मा पर पार्टी नेताओं के साथ बदतमीजी करने का लगाया गया आरोप बिल्कुल तथ्यहीन है। श्री शर्मा का ऐसा आचरण नही है बल्कि वें एलजेपीआर व मंच के सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं का बेहद सम्मान करते है और सबको आदर देते है।

बताया कि झूठा आरोप लगाकर उन्हे मंच के जिलाध्यक्ष के पद से हटाए जाने के कारण उन सभी ने सामूहिक रूप से मंच से इस्तीफा दे दिया है। इसकी सूचना उन्होने प्रदेश कमेटी को दे दी है। इस्तीफा देने वालों ने बिना किसी का नाम लिए आरोप लगाया कि औरंगाबाद में तीन नेता चमचागिरी कर पार्टी को रसातल में ले जा रहे है। 

कहा कि इस्तीफा देने के बावजूद एलजेपीआर और मंच के प्रति वें वफादार रहेंगे। अब उनका स्मृति मंच से कोई संबंध नहीं रहेगा।

इस्तीफा देनेवालो में ये है शामिल

मंच से इस्तीफा देने वालों में मंच के अध्यक्ष रहे सुधीर शर्मा, जिला उपाध्यक्ष प्रफ्फुल सिंह, जिला उपाध्यक्ष खुशबू कुमारी, जितेंद्र कुमार, लालदेव पासवान, जिला प्रधान महासचिव अमित सिंह, जिला सचिव अमरेन्द्र दुबे, रविकांत सिंह, नबीनगर प्रखंड अध्यक्ष विजय सिंह, बारुण प्रखंड अध्यक्ष विजय कुमार, कुटुम्बा प्रखंड अध्यक्ष रॉकी कुमार, मदनपुर प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार सिंह, ओबरा प्रखंड अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह एवं अन्य शामिल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*दो भाईयों के बाद अब तीसरे भाई की भी रोड एक्सिडेंट में हुई मौत परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूटा

औरंगाबाद : पहले सड़क हादसे में दो भाईयों की मौत हुई थी। अब तीसरे भाई की भी रोड एक्सिडेंट में मौत होने से परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। 

दरअसल यह मामला औरंगाबाद के देव प्रखंड में ढ़िबरा थाना के बनुआ गांव के एक परिवार से जुड़ा है। 

बताया जाता है कि इसी परिवार का तीसरा और सबसे छोटा भाई सोनू चौधरी(32) किसी काम से बाइक से घर से निकला था। इसी दौरान बनुआ मोड़ के पास अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। 

हादसे के बाद स्थानीय लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सक ने नब्ज टटोलते ही उसे मृत घोषित कर दिया। 

हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया। वही हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची ढ़िबरा थाना की पुलिस ने शव को कब्जें में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया है।      

सोनू ही था परिवार का इकलौता सहारा-

सोनू अपने परिवार का इकलौता सहारा था। वह किसी तरह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था लेकिन हादसे में उसकी मौत के बाद उसका परिवार बेसहारा हो गया है।          

सोनू के दो भाईयों की भी पहले सड़क हादसें में हुई थी मौत-

हादसे के बाद मातमपुर्सी करने आए बनुआ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सह सामाजिक कार्यकर्ता विशाल कुमार ने बताया कि सोनू के दो बड़े भाईयों की भी मौत सड़क हादसे में हो चुकी है। कहा कि सोनू के सबसे बड़े भाई अर्जुन चौधरी की मौत 14 साल पहले गुजरात में सड़क दुघर्टना में हो गई थी। 

वही दूसरे यानी मंझले भाई संजय चौधरी की मौत औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में एनएच-19 पर मंजुराही मोड़ के पास बस व ट्रक के चपेट में आने से हो गई थी। 

बड़े भाई की मौत के बाद सोनू की कराई गई थी भाभी से शादी-

सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि बड़े भाई अर्जुन चौधरी की सड़क हादसे में मौत के बाद सोनू की शादी परिजनों की सहमति पर उसकी भाभी से करवा दी गई थी। बड़े भाई से सोनू की भाभी की पहले से ही तीन बच्चियां थी। वही सोनू से शादी के बाद दो बच्चे हुए। 

बड़े भाई के बच्चियों में 18 वर्षीय पूजा कुमारी, 16 वर्षीय मुटरी कुमारी तथा 14 वर्षीय गुलाब जल शामिल है। वहीं शादी के बाद हुए सोनू के दो बच्चों में 8 वर्षीय अंशु कुमारी एवं 6 वर्षीय छोटू कुमार शामिल है। 

मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि सोनू ही घर का एकमात्र सहारा था लेकिन अब उसकी भी मौत हो जाने से परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*सदर अस्पताल मे गार्ड ने मरीज को पीटा, रणभूमि में तब्दील हुआ अस्पताल

औरंगाबाद : सदर अस्पताल उस वक्त रणभूमि में तब्दील हो गया जब सदर अस्पताल परिसर में सुरक्षा के लिए लगाए गए गार्ड ने एक मरीज की जमकर पिटाई कर डाली। 

 

बताया जाता है कि पटना से आए हड्डी के प्रख्यात डॉक्टर उदय प्रकाश सदर अस्पताल के नशामुक्ति केंद्र में मरीजों को देख रहे थे। काफी भीड़ होने के कारण अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था। 

तभी लाइन में लगे एक व्यक्ति की गार्ड से तु तु में में हो गई ।फिर क्या था गार्ड ने आव देखा न ताव उसकी जमकर कुटाई कर डाली जिससे लाइन में लगी एक महिला गार्ड के द्वारा दिए गए धक्के से गिर पड़ी और उसे भी चोट आई है।  

युवक ने गार्ड का विरोध किया था कि हमलोग भी कई घंटो से लाइन में लगे है और आप पैसे लेकर अन्य मरीज को ले जाकर दिखवा रहे। इसी बात पर गार्ड को गुस्सा आ गया और उसने युवक की जमकर पिटाई कर डाली। 

हड्डी के पटना के प्रख्यात डॉक्टर उदय प्रकाश सप्ताह में मात्र दो दिन ही सदर अस्पताल आते है और मरीजों की उनसे दिखाने के लिए काफी भीड़ लग जाती है। इसी क्रम में यह घटना घटित हुई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बाइक चोर को रंगेहाथ पकड़ने के बाद लोगों ने की जमकर पिटाई

औरंगाबाद शहर में नागरिकों ने मंगलवार को एक बाइक चोर को रंगेहाथ पकड़ने के बाद लोगों ने की जमकर पिटाई कर दी।

 बाद में उसे मौके पर आई पुलिस को सौंप दिया। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। 

बताया जाता है कि शहर में पुरानी जीटी रोड पर सदर अस्पताल के गेट के पास स्थित एक मेडिकल स्टोर पर दवा लेने आया एक ग्राहक बाइक को दुकान के पास खड़ा कर दवा लेने गया। इसी दौरान बाइक चोर मास्टर चाभी से बाइक का लॉक खोलने में लगा ही था कि उसकी हरकत को बाइकर ने देख लिया।

 उसने बाइक चुराने के प्रयास में लगे चोर को दौड़कर पकड़ लिया।पकड़ में आते ही उसने शोर मचाया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने उसकी अच्छी खातिरदारी की।

 उसे जमकर पीट दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को लोगो ने चोर को सौंप दिया।

 पिटाई से घायल बाइक चोर का पुलिस ने सदर अस्पताल में इलाज कराया है। उसकी हालत सामान्य है।

हत्या मामले में आरोपी दो अभियुक्त को कोर्ट ने दिया दोषी करार, 15 सितंबर को सजा के बिंदु पर होगी सुनवाई

औरंगाबाद - आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे प्रथम पंकज मिश्रा ने जम्होर थाना कांड संख्या -32/20 में निर्णय पर सुनवाई करते हुए दो अभियुक्त कपिल पासवान और सुनील पासवान को दोषी ठहराया है।  

स्पेशल पीपी रविंद्र कुमार और अधिवक्ता रामनरेश प्रसाद ने बताया कि सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई 15/09/23 को होगी।  

वहीं अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी सूचक रुदल पासवान मटपा जम्होर ने 12/06/20 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि नामजद कुछ लोगों द्वारा मेरे पुत्र सुरज पासवान की गला दबाकर हत्या कर दी गई। 11/06/20 को शाम में मेरा लड़का क्रिर्केट मैच देखने गया था, रात्रि में घटना घटी, सुबह खेत में लाश मिली थी।  

अनुसंधान के क्रम में और गवाही में नामजद के स्थान पर कपिल पासवान और सुनील पासवान का नाम आया। जिन्हें आज भादंवि धारा 302/201/34,120 बी में दोषी करार दिया गया है और सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई के तिथि 15/09/23 निर्धारित किया गया है। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

डूबने एवं प्राकृतिक आपदा से होने वाली मौत की घटनाओं को कम करने के लिए दो एलईडी सुरक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना

औरंगाबाद - जिला पदाधिकारी,औरंगाबाद के निर्देश के आलोक में आज दिनांक 04 सितंबर 2023 को समाहरणालय परिसर से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण/जिला प्रशासन के सौजन्य से जिले में डूबने से होने वाली घटनाओं एवं ठनका की घटनाओं को न्यून करने के लिए दो एलईडी रथ बज्रपात सुरक्षा रथ एवं डूबने से बचाव हेतु सुरक्षा रथ को अपर समाहर्ता सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, डीडीएमए, सहायक समाहर्ता कुमार गौरव, आपदा प्रभारी कृष्ण कुमार एवं जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश कुमार दास के द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। 

यदि आपदा की दृष्टि से देखा जाय तो यह जिला प्राकृतिक आपदा के साथ साथ मानवजनित आपदाओं की घटनाएं निरंतर घटती रहती है और जिला इससे प्रभावित रहता है।इसी उद्देश्य से आमजन को जागरूक करने हेतु रथ का परिचालन किया जा रहा है। ये दोनो रथ एक प्रखंड में तीन दिनों तक भ्रमण करेगा जो ग्रामों, हाट बाजार,चौक चौराहों पर एलईडी एवं ऑडियो के माध्यम से वीडियो का प्रदर्शन किया जाएगा। 

साथ ही अपर समाहर्ता के द्वारा बताया गया की रथ विद्यालयों में भी जाकर वीडियो का प्रदर्शन करेगा ताकि विद्यार्थी भी यदि घर जाएं तो अपने परिवार को आपदाओं से बचाव एवं सुरक्षा के उपायों से अवगत कराए जिससे लोगों की जान बच सके।

इस दौरान यह भी बताया गया कि फिल्म में यह भी दर्शाया गया है कि डूब रहे व्यक्ति को कैसे निकाला जा सकता है तथा बाहर निकालने के बाद कैसे उसका सीमित उपलब्ध संसाधनों से कैसे जान बचाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त आमजनो से अपील किया गया कि इन सुरक्षा रथों पर प्रदर्शित संदेश को ध्यान से देखें, समझें व अमल में लाए।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

भाजपा के खिलाफ मशाल जुलूस निकाल जदयू ने पोल खोल अभियान किया शुरूआत

औरंगाबाद - जनता दल (यूनाईटेड) ने राज्य में केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाएगी। इसका शुभारंभ जदयु के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में शहर के गांधी मैदान से शहर के रमेश चौक तक निकाल कर किया। इस अभियान का मकसद केंद्र की बीजेपी सरकार के अनुसूचित जाति, पिछडा, अति पिछड़ा एवं अन्य कमजोर वर्ग विरोधी चेहरे को उजागर करना है। इसको लेकर वैसे तमाम मुद्दों को जनता के बीच ले जाने की कोशिश है जिसका कि प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सीधा प्रभाव जनता पर पड़ता है।

जिलाध्यक्ष ने पोल खोल अभियान के दौरान उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण बिंदु को रखा। क्या बीजेपी की आनुषंगिक संस्था यूथ फॉर इक्वलिटी और एक सोच एक प्रयास आरएसएस और बीजेपी से नहीं जुड़ी है? यूथ फॉर इक्वालिटी की वेबसाइट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर आखिर क्यों लगी है? क्या ये सच नहीं है कि बीजेपी ने जिस यूथ फॉर इक्वालिटी और एक सोच एक प्रयास, जो आरक्षण विरोधी संस्था है उसकी मदद से जाति आधारित गणना रुकवाने की कोशिश की।

बीजेपी अगर जाति आधारित गणना की पक्षधर है तो उसने सुप्रीम कोर्ट में पहले हलफनामा दाखिल क्यों किया। मुख्यमंत्री की सोच थी कि जाति सर्वे कराने से समाज के सारे तबके के सामाजिक आर्थिक स्थिति का सही आकलन एवं उनकी आर्थिक स्थिति की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। जबकि बीजेपी इसकी सख्त विरोधी रही है।

भाजपा से जदयू पूछेगी 40 सवाल

सवाल जदयू (40) ये सवाल पूछना चाहती है कि अगर बीजेपी सही में राष्ट्रवादी है तो स्वतंत्रता सेनानियों की तीसरी पीढ़ी को नीतीश कुमार सरकार की तरफ से क्षैतिज आधार पर 2 फीसदी आरक्षण एवं उनके पोते पोतियों नाती नातियों की शादी में आर्थिक सहायता दी जाती है, तो केन्द्र की तरफ से उन्हें ये सहायता क्यों नहीं दी जाती।सेना में बहाल होने वाले भारत मां के सपूत अग्निवीरों की अनुकंपा का लाभ नहीं दिया जाता जबकि सामान्य सरकारी कर्मी को अनुकंपा का लाभ मिलता है। जदयू ये पूछना चाहती है कि आखिर बीजेपी का ये कैसा राष्ट्रवाद है? जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न क्यों नहीं दे रही केंद्र सरकार ?

 इस मशाल जुलूस कार्यक्रम में काराकट सांसद प्रतिनिधि राजीव रंजन उर्फ राजा बाबू , सांसद काराकाट श्री महाबली सिंह जी, जदयू के मगध प्रभारी श्री विद्यानंद विकल जी, पूर्व सांसद औरंगाबाद सह पूर्व विधायक श्री वीरेंद्र कुमार सिंह, पूर्व विधायक रफीगंज सह जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, पूर्व प्रत्याशी ओबरा सुनील यादव, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव दानिश खान, जदयू मुख प्रवक्ता औरंगाबाद सह सांसद प्रतिनिधि राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू,अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र चंद्रवंशी, जदयू के सोनम दास जी, दाउदनगर के प्रभारी अमरेश चौधरी, प्रभारीप्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष सूर्यवंश सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष रिंकू सिंह, जदयू उपाध्यक्ष ओमकार नाथ सिंह , देव प्रखंड अध्यक्ष बृजेश सिंह ,किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बृजमोहन मेहता, संजय राणा सिंह, प्रभाकर कुमार सिंह उर्फ चिंटू, रितेश कुमार सिंह, टिंकू सिंह, जिला महासचिव नागेंद्र सिंह, धर्मेंद्र कुशवाहा, शशिकांत सिंह, सत्येंद्र चंद्रवंशी, आपकी पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव आमोद चंद्रवंशी , सुरेंद्र चंद्रवंशी , चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष प्रकाश वर्मा , प्रमोद सिंह, कौशल चंद्रवंशी , हसपुरा प्रखंड अध्यक्ष चंदेश पटेल, रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष सुनील वर्मा, गोह प्रखंड अध्यक्ष कुंजन कुमार सिंह, बारुण प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र यादव, राज परिषद सदस्य अनिल यादव,अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मुमताज अहमद जुगनू, जदयू नगर औरंगाबाद अध्यक्ष मोहम्मद मुजफ्फर कादरी आदि शामिल रहे। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र