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एएसपी के प्रोटोकॉल भूलने पर भड़के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, स्वीटी सहरावत को पढ़ाया फुल प्रोटोकॉल का पाठ

औरंगाबाद - शहर में बढ़ती चोरी की घटनाओं की लगातार मिल रही शिकायत से परेशान दिल्ली के पुलिस महानिदेशक रहे पूर्व राज्यपाल व पूर्व सांसद की सोमवार को औरंगाबाद की सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) से मोबाइल पर बात नहीं हुई तो वें तमतमाते हुए अपने दानी बिगहा स्थित आवास से पैदल ही एएसपी आवास पहुंच गए। आवास पहुंचकर पूर्व राज्यपाल ने एएसपी स्वीटी सहरावत को मिलने के लिए उन्ही के मातहतो से जब संदेश भेजा तो वें प्रोटोकॉल भूल गई। कहवा दिया कि वें आवास पर नही मिलती।उन्हे ऑफिस में आने की सलाह दे दी। 

एएसपी की सलाह सुनते ही पूर्व राज्यपाल फॉर्म में आ गए और उन्होने एएसपी को पर्सनल लाइफ, पब्लिक लाइफ से लेकर फुल प्रोटोकॉल तक का पाठ पढ़ा दिया। उन्होने एएसपी की लगभग बोलती बंद कर दी। पूर्व डीजीपी व पूर्व राज्यपाल बोलते रहे और एएसपी सुनती रही। 

दरअसल पूर्व राज्यपाल जब भी औरंगाबाद आते है तो उनके आवास पर सुबह में हर दिन जनता दरबार लगता है। सोमवार की सुबह भी जनता दरबार में शहर में चोरी की बढ़ती घटनाओं को लेकर पूर्व राज्यपाल के समक्ष कई शिकायतें आई। शिकायतो के आशय साफ थे कि शहर में अपराध बढ़ गए है। पूर्व राज्यपाल शहर में बढ़ते अपराध से चिंतित हुए। उन्होने मामले में एक्शन के लिए एएसपी को कॉल लगाया लेकिन कॉल पिक नही हुआ। कॉल पिक नही होने पर पूर्व राज्यपाल उठे और अपने आवास से कुछ ही दूरी पर स्थित एएसपी के आवास की ओर उनसे मिलने पैदल ही चल दिए। एएसपी आवास पर पूर्व राज्यपाल के पहुंचने पर ही यह सारा वाकया हुआ। 

इस दौरान पूर्व राज्यपाल ने एएसपी की जमकर खैर खबर ली। उन्होने एएसपी को शहर में क्राइम कंट्रोल करने का निर्देश दिया। चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए सही तरीके से पुलिसिंग की सलाह दी। पूर्व राज्यपाल ने इतना तक क़ह डाला कि शहर में बढ़ते अपराध के बचाव में मुझे आपके एक्सप्लानेशन से मतलब नही है बल्कि मुझे रिजल्ट चाहिए। अपराध रुकने चाहिए। इस दौरान एएसपी प्रशिक्षु बनकर पूर्व राज्यपाल की सुनती रही और बीच बीच में पुलिस का पक्ष रखती रही।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मामूली विवाद में सास-बहू के बीच शुरू हुई नोंक-झोंक देखते ही देखते मारपीट में हुई तब्दील,सास घायल, जांच में जुटी पुलिस


गोह. सास-बहू के नाजुक व संवेदनशील रिश्ते में मामूली बात में भी तकरार होना आम बात है. हालांकि, इस रिलेशन में स्नेह व प्रेम भी कम नहीं होता है और इसकी दास्तां भी सुनने को मिलती है. लेकिन, गोह के भुरकुंडा में एक अलग मामला सामने आया है. मामूली विवाद में सास-बहू के बीच शुरू हुई नोंक-झोंक देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गयी और मामला थाने तक जा पहुंचा.

दरअसल, इस विवाद में बहू आक्रोशित हो उठी और सॉसपैन (चाय बनाने का बर्त्तन) से सास के चेहरे पर मार दिया. इससे सास के दो दांत टूट गये और वह जख्मी हो गयी. दर्द से कराह उठी. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया गया. गोह थाना में मामला पहुंचने के बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और आधा दर्जन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.

भैंस बांधने को लेकर हुआ था विवाद : दर्ज प्राथमिकी में जख्मी सास गीता देवी ने उल्लेख किया है कि वह अपने बेटे चितरंजन कमार को भैंस रही है.

बांधने के लिए कहा था. वहां मौजूद बहू रिंकी देवी ने चितरंजन को काम करने से मना कर दिया. जब सास ने बहू से पूछा कि वह मना क्यों कर रही है तो दोनों के बीच बहस शुरू हो गयी. दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं होने लगी. देखते ही देखते बात बढ़ गई और मामला मारपीट तक पहुंच गया. आरोप लगाया कि तू-तू मैं-मैं के बीच बहू रिंकी देवी ने सॉसपैन उठाकर सास गीता के चेहरे पर दे मारा,

 जिससे सास के दो दांत टूट गये. शोर सुन तक तब तक गांव के अन्य लोग भी वहां इक्ट्ठा हो गये थे. जख्मी सास गीता को स्थानीय लोगों की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज किया जा रहा है. वहीं सास गीता ने दस हजार रुपये भी छीनने का आरोप बहू रिंकी पर लगाया है.

प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई में जुटी पुलिस जख्मी सास के बयान पर गोह थाना में कांड संख्या 298/23 दर्ज की गयी है. धारा 341, 323, 325, 379, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है. थानाध्यक्ष कमलेश पासवान ने बताया कि जख्मी महिला गीता के बयान पर कांड दर्ज किया गया है, जिसमें बहू रिंकी देवी को आरोपित बनाया गया है. मामले की जांच की जा

मौसम अलर्ट:6 सितम्बर तक बारिश के साथ साथ मेघ गर्जन एवम आकाशीय बिजली गिरने की संभावना

औरंगाबाद : जिले में 6 सितम्बर तक बारिश के साथ साथ मेघ गर्जन एवम आकाशीय बिजली गिरने का मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

 

मौसम पूर्वनुमान के अनुसार आगामी पाँच दिनों का दिनाँक 5, 6, 7, 8 & 9 सितम्बर 2023 को अधिकतम तापमान 33, 31, 32, 33, & 34 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 26, 25, 26, 26.5 & 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

किसान भाईयों को सलाह दिया गया है कि खेतों में मेड़बन्दी करके रखे जिससे बारिश का पानी खेतो में रहे।

मौसम खराब होने पर अपने एवम पशुओं को भी बाहर निकले से परहेज करें।

सब्जियों में जलजमाव के स्थिति होने पर उचित जलनिकासी का प्रबंध करें।

मौसम साफ होने पर ही फसलो में किसी प्रकार के दवा का छिड़काव करें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

क्राउड फंडिंग के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी गिरोह के संचालक को महिलाओं ने दबोचा, किया पुलिस के हवाले*

औरंगाबाद : शहर में क्राउड फंडिंग के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने का सनसनीखेज मामला उस वक्त सामने आया जब महिलाओं ने संचालक सिकंदर को बंधक बना लिया और उसे सम्हारणालय लेकर पहुंची। जहां काफी भीड़ जुट गई। मगर रविवार का दिन होने के कारण एसपी और एसडीपीओ ऑफिस में नही थी। महिलाओं की भीड़ में से किसी ने गस्ती 112 को कॉल कर दिया और बताया कि हमलोगो ने एक जालसाज ठग को पकड़ा है। जिसने ऑनलाइन मार्केट के नाम पर भोली भाली जनता की गाढ़ी कमाई की ठगी कर ली है। 

सूचना पर पुलिस अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंची और शिकायत के आलोक में पुलिस ने सिकंदर को गिरफ्तार कर थाने ले गई। 

क्राउड फंडिंग के संचालक सिकंदर ने बताया कि अमेरिकन कंपनी एनडीएस फ्लड क्लब नाम की पेपरलेस कंपनी है जिसमे 2100 रुपए ऑनलाइन भुगतान कर टीम बनाई जाती है और निर्धारित टीम बनने के बाद जमाकर्ता को 22 डॉलर का भुगतान किया जाता है। उनके द्वारा कई लोगों को ऑनलाइन भुगतान भी किया गया है। अब डॉलर के चेंज होने से थोड़ी परेशानियां आई और उन्ही परेशानियों को दूर करने के लिए आज सबों को बुलाया गया था। लेकिन इनलोगों के द्वारा मुझे बंधक बनाकर मेरी मोबाइल छीन ली गई और स्कूटी भी जप्त कर लिया गया। फिलहाल संचालक को हिरासत में लेकर पुलिस थाने में पूछताछ कर रही है।

 

इधर ठगी का शिकार हुई महिलाओं ने बताया कि ज्यादा कमाने का झांसा देकर सिकंदर द्वारा करोड़ों रुपए आईडी बनाने के नाम पर लिए लेकिन वे अपने वायदे से मुकर गए और जिसके कारण जितने लोगों की आईडी बनवाई गई उन्हे फायदा नही हुआ। अब हाल यह है कि जिससे जिससे पैसा लगवाया था अब वो हमलोगो से पैसा वापस मांग रहा है। नही देने पर जान से मारने की धमकी दे रहा। 

महिलाओं ने बताया कि स्थिति यह हो गई है अनलोगो के डर से अपनी स्कूटी को भी एक कमरे में बंद कर दी हूं नही तो वो छीनने की लगातार धमकी दे रहे है। मोबाइल और बाइक संचालक ने मेंबर जोड़ने के एवज में दिया था पर उसकी किस्ती के मैसेज बार बार आ रहा है। हमलोग गरीब है और इतनी किस्त कहां से भरेंगे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

उपहारा थाना में लगा जनता दरबार, फरियादियों का फरियाद सुने सीओ व थानाध्यक्ष

औरंगाबाद: भूमि विवाद को लेकर उपहारा थाना परिसर में शनिवार को अंचलाधिकारी मुकेश कुमार व थानाध्यक्ष किरण कुमारी के संयुक्त अध्यक्षता में जनता दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें पुराने ज़मीन विवाद को लेकर बेला गांव निवासी स्व राम शिवन पासवान की पत्नी रेशमी कुंवर ने आवेदन दी है। 

वहीं बुधई खूर्द निवासी स्व कमला प्रसाद की पत्नी निर्मला देवी ने आपस जमीन बटवारे को लेकर लिखित आवेदन दी है। साथ ही अरंडा गांव निवासी स्व गोवर्धन शर्मा की पत्नी ने आपसी मतभेद को लेकर जमीन बटवारे के मामले में आवेदन दी। 

तथा बैजलपुर गांव निवासी वृज बिहारी शर्मा दो डिस्मिल जमीन पर जबरन कब्जा को लेकर सुरेन्द्र शर्मा के विरुद्ध आवेदन दी है। सभी फरियादियों की फरियाद सुनते हुए अगले शिविर में सुनवाई करने का आदेश दिया गया। 

प्रस्तुत साक्ष्य के अभाव में चारो मामलों में फरियादियों को दस्तावेज के साथ अगले शिविर में उपस्थित होने की बात कही गई। इस मौके पर राजस्व कर्मचारी विनय कुमार, महबूब आलम सहित अन्य लोग मौजूद थे।

डिंगराही गांव में तालाब में डूबने से 21 वर्षीय युवक की हुई मौत

औरंगाबाद: गोह थाना क्षेत्र के फाग पंचायत अंतर्गत डिंगराही गांव निवासी सुरेंद्र यादव का 21 वर्षीय पुत्र सुजीत कुमार का तालाब में डूबने से मौत हो गई। बताया जाता है कि उक्त युवक शनिवार के दोपहर से ही घर से बाहर निकला हुआ था जो देर शाम तक घर वापस नहीं आया। 

काफी खोजबीन के दौरान कुछ ग्रामीणों ने उक्त युवक का चप्पल हसनपुर व डिंगराही गांव के पूर्व दिशा में स्थित तालाब के पास देखा। तत्पश्चात शक के आधार पर तालाब में डूबने की आशंका से छानबीन की गई। जहां पानी के अंदर से युवक का शव बरामद किया गया। घटना की सूचना गोह पुलिस को दी गई।

 सूचना मिलते ही गोह पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर कागजी प्रक्रिया पुरी करते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दी। विदित हो कि उक्त युवक भारतीय सेना में भर्ती के लिए चयनित किया गया था। घटना से गांव में मातम पसरा हुआ है तो वहीं परिजनों का रो रो कर हाल बेहाल है।

पूर्व सांसद ने सोनारचक में डूबने से पांच बच्चों की मौत मामले में नीतीश सरकार को कहा धृतराष्ट्र

औरंगाबाद: गौरतलब है कि पूर्व सांसद डॉ. अरूण कुमार एलजेपीआर सुप्रीमो चिराग पासवान द्वारा औरंगाबाद के मदनपुर के सोनारचक में पांच बच्चों की डूबने से हुई मौत और रफीगंज के भदवा में अपराधियों द्वारा चार दुकानों को फूंके जाने की घटना की जांच के लिए गठित सात सदस्यीय जांच टीम लेकर शनिवार को औरंगाबाद आए थे। दोनों जगहों पर टीम के साथ जाकर परिजनों और पीड़ितों से मुलाकात के बाद पूर्व सांसद ने यहां प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में उन्होने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया और जमकर भड़ास निकाली। कहा कि नीतीश कुमार धृतराष्ट्र है और वें धृतराष्ट्रों की टीम स घिरे है।

 इसी वजह से राज्य में हो रहे अपराध उन्हे नजर नही आ रहे है। उन्होने कहा कि सोनारचक में पोखर में पांच बच्चों की डूबकर हुई मौत के लिए औरंगाबाद का शासन-प्रशासन दोषी है। यह हादसा नही बल्कि हत्या है क्योकि वहां मनरेगा के तहत पोखर नही बल्कि पोखर में गहरा कुआं खोद दिया गया। पोखर की गहराई तो मात्र दो फीट ही थी लेकिन कुआंनुमा खड्ढ़ा काफी गहरा था। 

इतना ही नही इसकी खुदाई में मानव श्रम का इस्तेमाल नही किया गया बल्कि जेसीबी से खुदाई की गई, जो सरासर गलत है। यदि श्रमिकों से पोखर की खुदाई होती तो पोखर में कुआं नही होता और न ही बच्चों की मौत होती। पूर्व सांसद ने भदवा की घटना पर कहा कि जिनके दुकान फूंके गए है, वें सभी महादलित है। इस मामले में रफीगंज के अंचल अधिकारी का बयान बेहद शर्मनाक है। कहा कि अंचल अधिकारी का यह कहना कि यदि घर जल जाता तो मुआवजा मिलता लेकिन दुकान जलने का मुआवजा नही दे सकते, बेहद शर्मनाक और संवेदनहीन है।

 सरकार और उसके अधिकारी दोनों ही संवेदनहीन है। कहा कि सोनारचक के पीड़ित परिवारों के लिए चार-चार लाख का मुआवजा काफी नही है और उन्हे 20-20 लाख का मुआवजा सरकार दे। साथ ही भदवां के पीड़ितों को भी उचित मुआवजा मिले। पार्टी दोनों मामलों में अपनी ओर से भी मदद करेगी और दोनों घटनाओं के पीड़ितो को मुआवजा नही मिला तो पार्टी इसे लेकर आंदोलन करेगी।

नीतीश की छाती तोड़ने वाला बयान देने वाले बयानवीर एलजेपीआर नेता लालू के नरेंद्र मोदी का नरेटी दबाने वाले बयान पर दायर करेंगे पीआइएल


औरंगाबाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का छाती तोड़ देने वाला बयान देकर बयानवीर के रूप में लंबे समय तक चर्चा में रहे लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद डॉ. अरूण कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नरेटी(गला) दबाने संबंधी हालिया आपत्तिजनक बयान को लेकर पटना उच्च न्यायालय में लोकहित याचिका(पीआइएल) दायर करने का ऐलान किया है।

डॉ. अरुण कुमार ने शनिवार को यहां प्रेसवार्ता में पूर्व के अपने छाती तोड़ने वाले बयान और राजद सुप्रीमो के विवादास्पद और आपत्तिजनक बयान के संदर्भ में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कहा कि उन्होने नीतीश कुमार के खिलाफ छाती तोड़ने वाला बयान तब दिया था, जब राज्य में एक जाति विशेष पर जुल्म हो रहा था तो उसी संदर्भ में उन्होने उस वक्त भाजपा के कार्यालय में मुहावरा के सेंस में कहा था कि हमलोग हाथ पर हाथ धर कर बैठने वाले लोग नही है बल्कि नीतीश कुमार की छाती तोड़ देने वाले लोग है और जरूरत पड़ी तो ऐसा कर देंगे। इस बयान के लिए मुझे निचली अदालत ने तीन साल की सजा भी सुनाई। उन्होने यह भी कहा कि छाती तोड़ने से दर्द होता है लेकिन नरेटी(गला) दबाने से मौत होती है। 

कहा कि लालू प्रसाद का पीएम मोदी का नरेटी दबाने वाला बयान बेहद आपत्तिजनक है। उनके इस विवादास्पद बयान के लिए लोकहित याचिका दायर करेंगे। कहा कि लोकहित याचिका दायर करने के लिए उनकी एक टीम है और टीम अपना काम करेगी।

औरंगाबाद: जिला स्तरीय युवा उत्सव का 04 एवं 05 सितंबर 2023 को होगा आयोजन

कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन, औरंगाबाद के संयुक्त तत्वाधान में राज्य के युवा वर्ग को कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में प्रोत्साहन हेतु जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद के निर्देशानुसार जिला स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन 04 एवं 05 सितंबर 2023 को पूर्वाह्न 10:00 बजे से अनुग्रह नारायण नगर भवन, औरंगाबाद में किया जा रहा है।

इसी क्रम में आज दिनांक- 2 सितंबर 2023 को (शनिवार) को अपर समाहर्ता औरंगाबाद, मनोज कुमार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी, संग्राम सिंह ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि आयु समूह 15 से 35 वर्ष तक के प्रतिभागी एवं युवा इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। 

सामान्य शाखा प्रभारी पदाधिकारी ने बताया कि कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभा को पहचान करने के उद्देश्य से प्रखंड स्तरीय युवा उत्सव का भी आयोजन किया गया था। इसके उपरांत प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता के प्रत्येक विधा के प्रथम विजेता जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं। प्रभारी पदाधिकारी, आलोक कुमार ने बताया कि विभाग के निर्देशानुसार इसके अंतर्गत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत समूह गायन, समूह लोक नृत्य, एकांकी नाटक, शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय वादन, हारमोनियम वादन, वक्तृता, लोकगाथा गायन, सुगम संगीत, लोकगीत, वायलिन वादन सारंगी वादन सरोद वादन शहनाई पखावज ध्रुपद धमार आदि की प्रतियोगिता होगी। 

इसके अतिरिक्त हस्तशिल्प मूर्तिकला फोटोग्राफी की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। प्रतिभागी इस प्रदर्शनी में अपनी कृति फ्रेम एवं पेडेस्टल पर लगाकर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। प्रभारी पदाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक प्रखंड के विभिन्न विधाओं के प्रथम विजेता ही जिला स्तरीय युवा उत्सव में भाग लेंगे। 

जिला स्तरीय युवा उत्सव के सफल आयोजन हेतु अपर समाहर्ता औरंगाबाद द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर लेने का निर्देश दिया गया। 

इस बैठक में वरीय उप समाहर्ता आलोक कुमार, जिला जन संपर्क पदाधिकारी कृष्णा कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, जिला योजना पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान गार्गी कुमारी एवं जसवंत सिंह, राजेश पांडे आदि उपस्थित थे।

स्टूडेंट्स के कल्याण के सवाल पर बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रॉद्योगिकी मंत्री सुमित सिंह ने दिया गजब का जवाब, जानिए पूरा डिटेल

औरंगाबाद - सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए नेताओं के उल्टे-सीधे बोल आम है। ऐसे ही एक बोल बिहार सरकार के विज्ञान और प्रोद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह के भी है। श्री सिंह शुक्रवार को सत्ताधारी महागठबंधन के घटक दल जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ द्वारा शहर के नगर भवन में आयोजित "कारवाने इतेहाद व भाईचारा" कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। इस दौरान स्टूडेंट्स के कल्याण के लिए बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में पूछे जाने पर ही मंत्री जी ने उल्टा सीधा बोल दिया।

नोएडा-बेंगलुरू जाने की जरूरत नही, पांच में पॉलीटेक्निक व 10 रूपयें में इंजीनियरिंग करे छात्र

विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्री ने कहा कि बिहार के छात्रों को इंजीनियरिंग करने के लिए नोएडा और बेंगलुरू जाने की जरूरत नही है। उन्हे बिहार में इंजीनियरिंग करने के लिए दो लाख, तीन लाख या पांच लाख खर्च करने की जरूरत ही नही है। स्टूडेंट्स 5 रूपयें में पॉलीटेक्निक और 10 रूपयें में इंजीनियरिंग कर सकते है।

यह है बिहार में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज की फीस

बिहार के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में यदि फीस की बात करे तो बीटेक प्रथम वर्ष में नामांकन शुल्क 10 रूपये, शिक्षण शुल्क 120 रूपयें, विकास व मिश्रित शुल्क 3 हजार, निबंधन शुल्क 2,100 रूपयें एवं यूनिवर्सिटी एग्जाम फी 7,400 रूपयें है। यानी बीटेक प्रथम वर्ष में एक छात्र को कुल 12,630 रूपये देने पड़ते है। इसी प्रकार द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ वर्ष में नामांकन शुल्क 10 रूपये, शिक्षण शुल्क 120 रूपयें, विकास व मिश्रित शुल्क 3 हजार एवं यूनिवर्सिटी एग्जाम फी 7,400 रूपयें है। यानी दूसरे, तीसरे व चौथे वर्ष में एक छात्र को कुल 10,530 रुपयें देने होते है। यानी चार साल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पर एक स्टूडेट को 44,220 रूपयें देने है। यह फीस खुद सरकार द्वारा ही तय की हुई है।

यह है पॉलीटेक्निक की फीस

बिहार के सरकारी पॉलीटेक्निक संस्थानों में पॉलीटेक्निक की पढ़ाई पांच सेमेस्टर में होती है। प्रथम सेमेस्टर में नामांकन शुल्क 5 रुपयें, शिक्षण शुल्क 60 रूपयें, विकास व मिश्रित शुल्क एक हजार, निबंधन शुल्क 500 रूपयें, सी शुल्क 100 रूपयें एवं परीक्षा शुल्क एक हजार रूपयें है। यानी पॉलीटेक्निक के लिए एक स्टूडेंट को प्रथम सेमेस्टर में 2,665 रुपयें देने है। इसी प्रकार सेमेस्टर-2 में एक हजार, सेमेस्टर-3 में 2,065 रूपयें, सेमेस्टर-4 में एक हजार एवं सेमेस्टर-5 में 2,065 रूपयें देने है। यानी एक पॉलीटेक्निक स्टूडेंट को पूरी पढ़ाई के लिए कुल फीस के रूप में कुल 8,795 रूपयें देने है। दोनों फीस से स्पष्ट है कि मंत्री सिर्फ नामांकन शुल्क की बात को कहकर गलतबयानी ही कर रहे है।

"कारवाने इतेहाद व भाईचारा" कार्यक्रम में हुई ये बातें

वही कार्यक्रम में बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खां, विधान पार्षद व कार्यक्रम के संयोजक डॉ. खालिद अनवर एवं अन्य वक्ताओं ने मिल्लत व भाईचारगी की बातें की। कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में नफरत का वातावरण बना दिया है। इस सरकार की नीतियां नफरत को बढ़ाने वाली है। भाई-भाई को लड़ाने वाली है। प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रेम, सौहार्द, शांति और भाईचारगी की बात करते है। वें इसके प्रतीक भी है। इस कारण हम सब मिल जुल कर अपनी तारीख को बचाएं और नीतीश कुमार के साथ आए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मुमताज अहमद जुगनू ने की।

कार्यक्रम में जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष व रफीगंज के पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह एवं अन्य नेताओं ने विचार रखे। कार्यक्रम में सैकड़ो अल्पसंख्यक एवं जदयू नेता-कार्यकर्ता मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र