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गोल ने स्टूडेंट्स की तैयारी को आसान बनाने के लिए लॉन्च किया गोल ऐप

पटना : मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाली अग्रणी संस्थान गोल नित्य नए आयाम कायम करते हुए छात्रों के लिए बेहतर ऑनलाइन सुविधा देने के लिए गोल ऐप लॉन्च किया।

नए ऐप के विषय में बताते हुए गोल इंस्टीट्यूट के संस्थापक और प्रबंध निदेशक श्री विपिन सिंह ने कहा कि एक तरफ जहां ऑनलाइन और ऑफलाइन हाइब्रिड मॉडल के साथ नए ऐप के द्वारा गोल इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे छात्र ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन अतिरिक्त कक्षाएं, ऑनलाइन डाउट प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन मॅटरिंग और कई अन्य रिजल्ट ओरिएंटेड सुविधाएं ले पाएंगे जिसकी मदद से वे अपने रिजल्ट को आसान बना सकते हैं। 

वही दूसरी तरफ वैसे छात्र जो गांव, कस्बो या छोटे शहरों में रहते हैं उन्हें बहुत ही कम फीस में लाइव ऑनलाइन क्लासेस, ऑनलाइन टेस्ट ऑनलाइन डाउट्स और + ऑनलाइन मॅटरिंग की सुविधा अब आसानी से मिल पायेगी। अब छात्र कहीं से भी कम से कम फीस में गोल के रिजल्ट ओरिएंटेड अच्छी पढ़ाई के माध्यम से डॉक्टर और इंजीनियर बनने के अपने सपनों को एक नई उड़ान दे सकते हैं और सफलता के शिखर पर खुद को स्थापित कर सकते हैं। 

विपिन सिंह ने बताया कि पुराने ऐप को अपरोड करते हुए और उसमें छात्रों की आवश्यकताओं के अनुसार नए ऐप में बहुत सारी फैसिलिटी को जोड़ा गया है ताकि छात्रों को ज्यादा से ज्यादा फायदा के साथ उन्हें सहजता से सफलता तक पहुंचाया जा सके। इस ऐप के द्वारा गोल एक अनूठी सुविधाएं देने जा रहा है। अब गोल ऐप के द्वारा छात्र अपने डाउट्स को सॉल्व कर सकते हैं। 

इस ऐप से छात्र फोटो टेक्स्ट या आवाज के माध्यम से अपने डाउट्स को डालकर सेकंड में अपने डाउट्स का ऑडियो और वीडियो सॉल्यूशन खोज सकते हैं। गौल संस्थान ने कौविड काल में भी 12000 से ज्यादा छात्रों को ऑनलाइन की सुविधा एवं गुणवत्तापूर्ण रिजल्ट ओरियंटेड

शिक्षा उपलब्ध कराया था। जिसके कारण सैकड़ों छात्रों ने शानदार सफलता हासिल किया था

इस गोल ऐप की खासियत बताते हुए गौल के एकेडमिक हेड गौरव सिंह ने कहा कि बहुत ही कम इंटरनेट उपलब्धता में भी इस ऐप के माध्यम से छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई अच्छी तरह होगी और साथ ही इस ऐप की खासियत है कि बहुत कम डेटा खपत के साथ छात्रों को अच्छी गुणवत्ता का लाइव और वीडियो स्ट्रीमिंग की सुविधा मिलेगी।

गोल इंस्टीट्यूट के आनंद वत्स ने कहा कि गोल ऐप एंड्रॉइड और आई फोन फ्रेंडली है, जिसे प्ले स्टोर और आईओएस से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।

जिसने दी थी विनेश फोगाट को चुनौती, उसने बढ़ाया देश का मान, लगातार दो बार अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी

#antimpanghalwongoldmedalinu20worldchampionship

हरियाणा के हिसार की रहने वाली अंतिम पंघाल ने शुक्रवार को इतिहास रच दिया।अंतिम पंघाल लगातार दो बार अंडर 20 विश्व खिताब जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बन गई हैं।अंतिम ने जॉर्डन के अम्मान में खेली जा रही अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। उन्होंने 53 किलोग्राम भारवर्ग में ये मेडल जीता। उन्होंने पिछली बार भी ये इसी कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था और इस बार उन्होंने अपने खिताब का सफलतापूर्वक बचाव करते हुए इतिहास रच दिया।

पंघाल ने यूक्रेन की मारिया येफ्रेमोवा को 4 . 0 से हराकर खिताब जीता । उसने पूरे टूर्नामेंट में इतना जबर्दस्त प्रदर्शन किया कि सिर्फ दो अंक गंवाए, उसने साबित कर दिया कि एशियाई खेलों के ट्रायल के लिये विनेश फोगाट को चुनौती देना अति आत्मविश्वास नहीं था।अंतिम गुरुवार को लगातार तीन बाउट जीतकर फाइनल में पहुंची थीं। 

विनेश फोगाट को दिया था चैलेंज

बता दें कि अंतिम एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए दावेदार थी, लेकिन जब भारतीय कुश्ती संघ ने बिना ट्रायल के विनेश फोगाट का नाम इस प्रतियोगिता के लिए फाइनल कर दिया था तो अंतिम पंघाल ने कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने परिवार के लोगों के साथ भारतीय ओलंपिक संघ के बाहर धरना भी दिया था। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में रिट दायर कर ट्रायल करवाने की मांग की थी। हालांकि वहां से उन्हें राहत नहीं मिल पाई थी। बाद में विनेश फोगाट ने अनफिट होने की बात कहकर खुद का नाम इस प्रतियोगिता से वापस ले लिया था। इसके बाद रिजर्व में रखी गई अंतिम पंघाल को भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया। यह गेम्स अभी होने हैं।

इन खिलाड़ियों ने भी जीते मेडल

अंतिम के अलावा 62 किलोग्राम में सविता भी गोल्ड मेडल जीतने में सफल रही हैं। सविता ने खिताबी मुकाबले में वेनेजुएला की ए पाओला मोंटेरो चिरिनोस को टैक्निकल सुपीरियॉरिटी के आधार पर मात दी। इन दोनों से पहले गुरुवार को 76 किलोग्राम भारवर्ग में प्रिया मलिक ने खिताबी जीत हासिल कर गोल्ड मेडल जीता था। भारत ने इस टूर्नामेंट में कुल सात पदक अपने नाम किए हैं जिसमें से तीन गोल्ड मेडल हैं। 65 किलोग्राम भारवर्ग में अंतिम कुंडू ने सिल्वर मेडल, रीना ने 57 किलोग्राम में सिल्वर मेडल और आरजू ने 68 किलोग्राम में कांस्य पदक के अलावा हर्षिता ने 72 किलोग्राम भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान-3, सफल रही विक्रम लैंडर की डिबूस्टिंग, कैमरे ने कैद की चांद की खूबसूरत तस्वीर

#chandrayaan3vikramlanderdeboosting

भारत का मिशन मून यानी चंद्रयान-3 अपने आखिरी लेकिन अहम पड़ाव पर है।चंद्रयान-3 धीरे-धीरे चंद्रमा के करीब पहुंचता जा रहा है।इस बीच लैंडर मॉड्यूल ने सफलतापूर्वक शुक्रवार को डिबूस्टिंग ऑपरेशन किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने ट्वीट करके ये जानकारी दी।पहली सफल डीबूस्टिंग के बाद लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान वाला पूरा मॉड्यूल अब चांद से अधिकतम 157 किमी की दूरी वाली कक्षा पर है। दूसरी डीबूस्टिंग 19-20 अगस्त की दरम्यानी रात में होगी। 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग होगी।

इसरो ने शुक्रवार को बताया कि लैंडर मॉड्यूल पूरी तरह सामान्य तरीके से काम कर रहा है।इसरो ने बताया है, लैंडर की स्पीड उन्होंने कम कर ली है और अब वह चांद की तरफ ले जाने वाली कक्षा की तरफ मुड़ गया है। अभी तक सभी हालात सामान्य हैं।एलएम ने सफलतापूर्वक एक डिबूस्टिंग प्रक्रिया को पूरा किया जिससे अब इसकी कक्षा घटकर 113 किलोमीटर x 157 किलोमीटर रह गई है। दूसरी डिबूस्टिंग प्रक्रिया 20 अगस्त, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात दो बजे की जानी है।

इसरो ने बताया था कि 23 अगस्त को होने वाली सॉफ्ट लैंडिंग से पहले यह एक अहम चरण है, क्योंकि यही डिबूस्टिंग विक्रम लैंडर को चांद के और भी करीब लाएगी। गुरुवार को चंद्रयान-3 का प्रॉपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अलग हुआ था, जिसके बाद से ही विक्रम लैंडर अकेले ही चांद की ओर कदम बढ़ा रहा है।

क्या है डिबूस्टिंग ?

आसान भाषा में समझें तो इस प्रक्रिया का मतलब विक्रम लैंडर की स्पीड कम करना है। अभी विक्रम लैंडर चांद से 150 किमी। की दूरी पर है, डिबूस्टिंग के वक्त इसके थ्रस्टर्स ऑन होते हैं और इसे आगे धकेलते हैं। यही प्रक्रिया स्पीड कम करने और इसकी कक्षा बदलने की होती है। अब क्योंकि लैंडिंग की तरफ बढ़ना है, इस वजह से विक्रम लैंडर को निचले स्तर पर लाया जाएगा। पहले विक्रम लैंडर को 100 किमी. की दूरी पर लाया जाएगा और उसके बाद इसे 30 किमी. की दूरी पर लाया जाएगा। जब लैंडर 30 किमी पर लाया जाएगा, तब इसे लैंडिंग की पॉजिशन में लाया जाएगा और फिर सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। सॉफ्ट लैंडिंग के बाद छह पहियों वाला रोवर प्रज्ञान विक्रम से बाहर निकलेगा और एक चंद्र दिवस (धरती के 14 दिन) की अवधि तक सतह पर प्रयोग करेगा।

चंद्रयान-3 ने चांद की तस्वीरें भेजी

गुरुवार को लैंडर मॉड्यूल के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के ठीक बाद चंद्रयान-3 ने चांद की पहली तस्वीर भेजी है, जो बेहद खूबसूरत है। चंद्रयान-3 के लैंडर इमेजर लगे कैमरा-1 से 17/18 अगस्त को ये तस्वीर ली गई थी। भारतीय स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने इसका वीडियो बनाकर ट्विटर पर शेयर किया है। इन तस्वीरों में चांद की सतह पर मौजूद खड्ड साफ दिख रहे हैं। इसरो ने इन क्रेटर्स को ‘फैब्री’, ‘जियोर्डानो ब्रूनो’ व ‘हारखेबी जे’ के रूप में दिखाया है।

देश के अधिकांश राज्यों में फिर एक्टिव हुआ मॉनसून, झमाझम बारिश से मौसम सुहाना, आईएमडी ने हिमाचल समेत इन राज्यों के लिए जारी किया अलर्ट

#imdalertforallindiarainforecas

देश में मानसून फिर से एक्टिव हो गया है। कई राज्यों में बारिश की वजह से मौसम सुहावना बना हुआ है। दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के इलाकों में शनिवार की शुरूआत बारिश के साथ हुई। हालांकि, हिमाचल प्रदेश में जोरदार बारिश से चारों ओर तबाही का मंजर पसरा हुआ है। इस बीच मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अनुमान लगाया है कि पूर्वी और मध्य भारत में 19-20 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 20 अगस्त से नॉर्थईस्ट इंडिया में भी बारिश का दौर तेज हो सकता है।

आईएमडी ने किया अलर्ट

मौसम विभाग ने पूर्वी भारत के लिए अनुमान लगाते हुए कहा है कि ओडिशा में आज 19 अगस्त को बहुत भारी बारिश होगी. इसके अलावा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में 19 अगस्त, बिहार और सब सिक्किम में 22 अगस्त तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. बिहार के सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पटना,समस्तीपुर, खगरिया जिलों में ज्यादा बारिश हो सकती है। वहीं, मध्य भारत की बात करें तो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में 19 और 20 अगस्त को तेज बारिश के लेकर अलर्ट जरी किया गया है। पूर्वोतर भारत की बात करें तो असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश में 19 से 22 अगस्त के बीच भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग ने बताया है कि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में 23 अगस्त तक भारी बारिश होगी, जबकि यूपी में 19 और 22 अगस्त, हिमाचल प्रदेश में 22 अगस्त तक तेज बरसात होने वाली है। दक्षिण भारत की बात करें तो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कल 19 अगस्त को भारी बरसात देखने को मिल सकती है।

हिमाचल प्रदेश में 21-22 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इन दिनों बारिश ने तबाही मचाकर रखी है। पिछले कुछ दिनों से यहां लगातार बारिश हो रही है, जिससे लैंडस्लाइड की घटनाए काफी बढ़ गई हैं। वहीं इस बीच मौसम विभाग ने 21-22 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। बता दें कि हिमाचल में शुक्रवार को 65 मकान ढह गए और 271 क्षतिग्रस्त हुए। 875 सड़कें बंद हैं. कई गांवों में बिजली गुल है।

उत्तराखंड में भी भारी बारिश से तबाही मची हुई है। उधमसिंह नगर में कल तीन मकान भरभराकर गिर पड़े। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है। भूस्खलन की भी कई खबरें सामने आ रहे हैं।

राजस्थान में आज से 21 अगस्त तक अलग अलग इलाकों में बारिश की संभावना जताई गई है। कोटा, उदयपुर, भरतपुर, जयपुर और अजमेर के कुछ-कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। 21 अगस्त को धौलपुर, भरतपुर और जयपुर हल्की बारिश हो सकती है।

वहीं, अगर देश में पिछले 24 घंटों के मौसम की बात की जाए तो ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी स्तर की बारिश हुई। वहीं झारखंड, बिहार, सिक्किम और उत्तराखंड में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की बरसात हुई। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, दक्षिण और मध्य उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के उत्तरी तट पर हुई मानसूनी बारिश ने भी लोगों को खूब भिगोया।

राहुल गांधी फिर अमेठी से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव? यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का बड़ा ऐलान

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लोकसभा चुनाव 2024 में अभी वक्त बचा है, हालांकि सभी दल तैयारी में जुटे हुए हैं, इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आना वाला लोकसभा चुनाव अमेठी से लड़ेंगे।बता दें कि वर्तमान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद हैं।

आम चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने पार्टी में कई बड़े फेरबदल किए हैं। इसी फेरबदल के तहत यूपी कांग्रेस की कमान अजय राय को दी गई है।पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उत्तर प्रदेश पहुंचे कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि कांग्रेस 2024 के चुनाव में बीजेपी को हराएगी।साथ ही अजय राय ने राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने का बयान देकर सबको चौंका दिया।उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि राहुल गांधी बिल्कुल अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। जहां से प्रियंका गांधी की इच्छा चुनाव लड़ने की होगी तो वहीं से लड़ेंगी, प्रियंका जी चाहें तो वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं, हमारा एक एक कार्यकर्ता उनके लिए जान लगा देगा।

वहीं इस दौरान अजय राय ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर भी जमकर हमला बोला।एक सवाल के जवाब में कहा कि स्मृति ईरानी बौखला गईं हैं। वो 13 रुपये किलो चीनी दिला रहीं थीं। पूछा कि 13 रुपये किलो चीनी मिल रहा है क्या? अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व ने जो विश्वास किया है उस विश्वास को लेकर आम जनता में जाएंगे। बता दें कि वर्तमान में अमेठी की संसदीय सीट पर भाजपा कायम है। अमेठी की सीट से भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सांसद हैं।

बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन बार अमेठी सीट से सांसद रह चुके हैं लेकिन साल 2014 में उन्हें भाजपा की कद्दावर नेता स्मृति ईरानी से हार मिली। अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस की पारवारिक सीट रही है. इस सीट से संजय गांधी, पूर्व पीएम राजीव गांधी, सोनिया गांधी भी लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. इसके अलावा अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी भी लगातार तीन बार सांसद रह चुके हैं। हालांकि, 2019 के चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के किले में सेंध लगा दी थी। इस दौरान राहुल गांधी ने दो जगहों से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें केरल के वायनाड से जीत मिली थी और वायनाड से जीतकर राहुल गांधी संसद में पहुंचे।

पटना हवाई अड्डा के नवनिर्मित सिविल विमानन निदेशालय भवन का सीएम नीतीश कुमार ने किया उद्घाटन, एयरपोर्ट पर चल रहे निर्माण कार्य का लिया जायजा

 

डेस्क :  आज पटना हवाई अड्डा के नवनिर्मित सिविल विमानन निदेशालय भवन का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित सिविल विमानन निदेशालय भवन का निरीक्षण किया। 

नवनिर्मित भवन के मीटिंग हॉल में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक की और वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने पटना हवाई अड्डा पर चल रहे निर्माण एवं सौंदर्यीकरण कार्य का भी जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।

कार्यक्रम के पश्चात् पटना हवाई अड्डा से निकलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार का जो क्षेत्र है वहां पर विकास कार्य कराए जा रहे हैं। एक हिस्से का काम हो गया है और एक हिस्से का कार्य प्रगति पर है, उसका हम जायजा लेने आए हैं। बहुत पहले ही हमने इस सड़क का चौड़ीकरण करवाया ताकि पटना एयरपोर्ट तक लोगों का आवागमन आसान हो सके।

उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र बहुत ही ऐतिहासिक है इसलिए यहां ज्यादा कुछ छेड़छाड़ कर निर्माण कार्य नहीं कर सकते हैं और वृक्षों को काटना भी ठीक नहीं है। बगल से भी हमलोग रास्ता बनवा रहे हैं ताकि पटना हवाई अड्डा तक पहुंचने में किसी को कोई दिक्कत नहीं हो। जब बिहटा एयरपोर्ट बन जाएगा तो फिर कोई दिक्कत नहीं होगी। दोनों एयरपोर्ट तक लोगों को आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी ।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, अपर पुलिस महानिदेशक, विशेष शाखा सुनील कुमार, पटना के जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के निदेशक अंचल प्रकाश, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के जेनरल मैनेजर के०एस० विजयन सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।

12 दिन की शांति के बाद मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोलीबारी में तीन कुकी नागरिकों की मौत

#manipur_violence_three_village_volunteers_killed

मणिपुर पिछले तीन महीने से ज्यादा समय से जल रहा है। राज्य में रूक रूककर हिंसा भड़क जा रही है। पिछले 12 दिनों से घाटी में शांति थी, लेकिन आज शुक्रवार की सुबह एक बार फिर हिंसा की खबर सामने आई है। मणिपुर के उखरुल जिले में शुक्रवार सुबह भड़की ताजा हिंसा के दौरान तीन कुकी लोगों की मौत हो गई।बताया जा रहा है कि सुबह करीब 4.30 गांव में उपद्रवियों ने गोलीबारी की जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई है। इस हमले के पीछे मैतेई समुदाय का हाथ बताया जा रह है। फिलहाल पुलिस गोलीबारी करने वालों की पहचान करने में जुटी है।

मणिपुर पुलिस ने बताया कि यह घटना उखरूल जिले से लगभग 47 किलोमीटर दूर स्थित थोवई गांव में सुबह करीब 4.30 बजे हुई, यह कुकी बहुल गांव है। उखरुल के पुलिस अधीक्षक एन वाशुम के मुताबिक, हथियारबंद उपद्रवियों का एक समूह गांव के पूर्व में स्थित पहाड़ियों से गांव के पास आया और ग्राम रक्षकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। घटना में गांव के 3 लोगों की मौत हो गई है। किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

बताया जा रहा है कि मैतेई उपद्रवियों ने सबसे पहले गांव के ड्यूटी पोस्ट पर हमला किया, जहां स्वयंसेवक गांव की सुरक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे थे। इस गोलीबारी में कुकी स्वयंसेवकों के तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने बचाया है कि जब पुलिस ने सर्च अभियान चलाया तब यहां जंगल के इलाके से 3 शव बरामद हुए हैं। मारे गए लोगों की पहचान जामखोगिन हाओकिप (26), थांगखोकाई हाओकिप (35) और होलेनसोन बाइते (24) के रूप में हुई है।चाकू से इनके शरीर पर निशान बनाए गए हैं, जबकि अंगों को भी काटा गया है।

राज्य में अब तक 190 लोगों की मौत

मैतइ और कुकी समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर शुरू हुई जातीय हिंसा ने धीरे-धीरे पूरे राज्य में हिंसा का स्वरूप ले लिया था, जिसके बाद कई जान चली गई। हिंसा की ताजा घटना के साथ, मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष में कम से कम 190 लोग मारे गए हैं। राज्य में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदायों के बीच व्यापक हिंसा देखी गई है। हिंसा भड़कने के बाद से लगभग 60,000 लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हो गए हैं। राज्य में बलात्कार और हत्या के मामले सामने आए हैं और केंद्रीय सुरक्षा बलों की भारी उपस्थिति के बावजूद भीड़ ने पुलिस शस्त्रागार लूट लिया और कई घरों में आग लगा दी।

हिंसा की वजह

बता दें कि मणिपुर में बहुसंख्यक मैतई समुदाय जनजातीय आरक्षण देने की मांग कर रहा है। इसकी वजह ये है कि मैतई समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है लेकिन ये लोग राज्य के सिर्फ 10 प्रतिशत मैदानी इलाके में रहते हैं। वहीं कुकी और नगा समुदाय राज्य के पहाड़ी इलाकों में रहते हैं जो की राज्य का करीब 90 फीसदी है। जमीन सुधार कानून के तहत मैतई समुदाय के लोग पहाड़ों पर जमीन नहीं खरीद सकते, जबकि कुकी और नगा समुदाय पर ऐसी कोई पाबंदी नहीं है। यही वजह है, जिसकी वजह से हिंसा शुरू हुई और अब तक इस हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

शोएब अख्तर का बड़ा बयान, कहा-भारत के पैसे से पलते हैं पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी

#shoaib_akhtar_big_comment_on_bcci_revenue

पाकिस्तानी के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर रिटायरमेंट के बाद भी अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर पूर्व क्रिकेटर ने ऐसा बयान दिया है, जिससे विवाद गहरा सकता है। उन्होंने भारतीय खेल पत्रकार को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर बड़ी बात कही है। शोएब अख्तर ने कहा कि भारत के पैसों से पाकिस्तान के क्रिकेटर पलते हैं।अख्तर के इस बयान पर पाकिस्तान में काफी बवाल हो सकता है।

शोएब अख्तर ने वरिष्ठ खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार से खास बातचीत में बताया कि बीसीसीआई वर्ल्ड क्रिकेट में कितनी पावरफुल एसोसिएशन है।एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के मुकाबले को लेकर बोरिया मजूमदार से बातचीत के दौरान शोएब अख्तर ने इस बात को माना कि बीसीसीआई के जरिए जो पैसा आईसीसी के पास आता है और फिर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल रेवेन्यू शेयरिंग के तहत वो पैसा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भेजती है। उसी पैसे के दम पर ही पाकिस्तान में घरेलू क्रिकेटर्स को मैच फीस मिल पाती है।

शोएब अख्तर ने ये भी कहा कि वर्ल्ड कप 2023 सुपरहिट होने वाला है। अख्तर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि बीसीसीआई इस वर्ल्ड कप से काफी पैसा कमाएगी। इससे बीसीसीआई की आर्थिक स्थिति और ज्यादा मजबूत हो जाएगी।साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मैं चाहता हूं कि भारत इस विश्व कप से खूब पैसे बनाए।कई लोग इस बात को कहने से हिचकेंगे।लेकिन मैं साफ कहता हूं कि भारत से जो रेवेन्यू आईसीसी को जाता है। उसका हिस्सा पाकिस्तान में भी आता है और इससे हमारे घरेलू क्रिकेटरों को मैच फीस मिलती है। यानी भारत से जो पैसा आ रहा है, उससे हमारे युवा क्रिकेटर पल रहे हैं।

शोएब अख्तर ने आईगे कहा कि भारत-पाकिस्तान मैच में एक बार फिर टीम इंडिया पर ही दबाव होगा। अख्तर ने कहा कि ये दबाव मीडिया की वजह से बनता है। लगातार टीम इंडिया की जीत के ही दावे किए जाते हैं। स्टेडियम भी बिल्कुल ब्लू कर दिए जाते हैं। इससे पाकिस्तान को मदद ही मिलती है क्योंकि वो अपने आप ही डार्कहॉर्स बन जाती है और इससे उसके खिलाड़ियों को खुलकर खेलने में मदद मिलती है।

हिंदू से मुसलमान में कन्वर्ट होने वाले गुलाम नबी के बयान पर महबूबा मुफ्ती ने कसा तंज, कहा-कहीं उनके पूर्वज बंदर न निकल जाएं

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कांग्रेस पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के मुखिया गुलाम नबी आजाद के बयान पर घमासाम छिड़ता दिख रहा है।दरअसल, गुलाम नबी आज़ाद ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि सभी भारतीय मुसलमान हिंदू धर्म से कन्वर्ट हुए हैं।आजाद के इस बयान पर जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने तंज कसा है। मुफ्ती ने कहा है कि अगर गुलाम नबी आजाद थोड़ा और पीछे जाएं तो कहीं ऐसा न हो कि उनके पूर्वज बंदर निकल जाएं।

गुलाम नबीं आजाद के बयान पर तंज कसते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, मुझे नहीं पता कि वह कितना पीछे चले गए और उन्हें अपने पूर्वजों के बारे में क्या ज्ञान है। मैं उनसे बहुत पीछे जाने की सलाह दूंगी और हो सकता है कि उसे वहां पूर्वजों में कुछ बंदर मिल जाएं।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डोडा जिले में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान आजाद ने कहा, कुछ बीजेपी नेता ने कहा कि कुछ मुसलमान बाहर से आए हैं और कुछ नहीं। कोई भी बाहर या अंदर से नहीं आया है। इस्लाम सिर्फ 1,500 साल पहले वजूद में आया था। हिंदू धर्म बहुत पुराना है। उनमें से लगभग 10-20 मुसलमान हैं। कुछ बाहर से आए होंगे लेकिन कुछ मुगल सेना में थे।उन्होंने कहा, भारत में अन्य सभी मुसलमानों ने हिंदू धर्म छोड़ दिया। इसका एक उदाहरण कश्मीर में पाया जा सकता है। 600 साल पहले कश्मीर में मुसलमान कौन थे? सभी कश्मीरी पंडित थे।उन्होंने इस्लाम अपना लिया। सभी इसी धर्म में पैदा हुए हैं।उन्होंने कहा कि यह हमारा घर है। हम बाहर से नहीं आये हैं।हम इसी मिट्टी पर पैदा हुए हैं और इसी में फना हो जाएंगे।

अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणी, कहा-हमें ये देखना है संविधान का उल्लंघन तो नहीं हुआ

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जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाने को लेकर शीर्ष अदालत में बहस जारी है।आर्टिकल 370 को बेअसर करने के केंद्र सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर गुरुवार को भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।गुरुवार को सुनवाई के सातवें दिन के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने को सिर्फ इस आधार पर चुनौती दी जा सकती है कि इसमें संवैधानिक प्रावधानों का कथित तौर पर उल्लंघन हुआ है। इस आधार पर नहीं कि इस कदम को उठाने के लिए सरकार की मंशा क्या थी। अगली सुनवाई अब 22 अगस्त मंगलवार को होगी।

सुनवाई के दौरान सीजआई के नेतृत्व में बनी संविधान पीठ ने गुरुवार को याचिकाकर्ताओं में से एक का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे से पूछा, क्या आप अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के सरकार के फैसले की समझदारी की समीक्षा करने के लिए अदालत को आमांत्रित कर रहे हैं? आप कह रहे हैं कि सरकार के फैसले के आधार का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए कि अनुच्छेद 370 को जारी रखना राष्ट्रीय हित में नहीं था? इस पीठ में जस्टिस संजय किशन कौल, संजीव खन्ना, बी आर गवई और सूर्यकांत शामिल हैं।

अनुच्छेद 370 हटाए जाने के विरोध में दलील पेश करते हुए एडवोकेट दुष्यंत दवे ने कहा कि वो संविधान के साथ धोखाधड़ी की तरफ इशारा कर रहे हैं। केंद्र सरकार का फैसला पूरी तरह सियासी था। उन्होंने कहा कि अगर आप पूरे घटनाक्रम को देखें तो फैसले से पहले जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग कर दी गई थी और संसद के पास शक्ति के साथ राष्ट्रपति को भी अनुच्छेद 356 के तहत शक्ति हासिल थी। उन्होंने अनुच्छेद 370 के उपखंड तीन का हवाला देते हुए कहा कि इस आधार पर अनुच्छेद 370 को हटाया ही नहीं जा सकता था। केंद्र सरकार ने संविधान के साथ धोखाधड़ी की थी।

सुनवाई के दौरान दवे ने ये भी दलील दी कि आर्टिकल 370 को सिर्फ संविधान में संशोधन के जरिए ही खत्म किया जा सकता था। उन्होंने कहा, एक नैरेटिव है कि आर्टिकल 370 की वजह से ही जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है, लेकिन ये पूरी तरह गलत है। जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न हिस्सा रहा है। यहां तक कि जवाहर लाल नेहरू ने भी इस नैरेटिव को खारिज किया।

इस पर भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि राष्ट्रपति को आर्टिकल 356 के तहत संविधान के कुछ प्रावधानों को निलंबित करने की शक्ति है। बेंच ने कहा कि जनवरी 1957 में जम्मू-कश्मीर की संविधान सभा भंग होने के बाद अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के प्रावधान को अकेले अस्तित्वहीन नहीं माना जा सकता है। आर्टिकल 370 के कुछ हिस्से अगले 62 सालों तक प्रभाव में रहे।