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चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान-3, आखिरी ऑर्बिट में ली एंट्री, अब 23 अगस्त का इंतजार

#chandrayaan_3_successfully_completes_fifth_and_final_maneuver_to_reach_moon

चंद्रयान-3 चांद के और करीब पहुंच गया है।चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने की पांचवीं और अंतिम कवायद सफलतापूर्वक पूरी कर ली है।जी हां, चंद्रयान-3 आज चंद्रमा के आखिरी ऑर्बिट में पहुंच गया है। इसरो ने इसकी जानकारी दी है।इसरो ने ट्वीट कर बताया कि रफ्तार बढ़ाने के लिए की गई आज की सफल फायरिंग थोड़े समय के लिए आवश्यक थी। इस फायरिंग ने चंद्रयान-3 को अपनी मंशा के अनुरूप 153 किलोमीटर से 163 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित कर दिया है।यह वो पल है जहां से चंद्रयान की यात्रा में महत्वपूर्ण लेकिन निर्णायक बदलाव होने हैं। 

इसरो के मुताबिक, इस ऑर्बिट में पहुंचने के बाद वह लैंडर को अलग करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।इसरो ने बताया कि अब तैयारियों का समय आ गया है क्योंकि प्रोपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अपनी अलग-अलग यात्राओं के लिए तैयार हो रहे हैं। लैंडर मॉड्यूल को प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग करने की योजना 17 अगस्त, 2023 को बनाई गई है।

इसरो ने ट्वीट में कहा गया है कि आज इंजन को सफलतापूर्वक ऑन करने के बाद उसने चांद की तरफ जाने वाली एक ऑर्बिट को पूरा कर लिया है। अब उसकी दूरी 153 km x 163 km रह गई है। यहां से लैंडर को अलग किया जाएगा और इस मिशन का कैरियर 17 अगस्त से एक और राउंड पूरा करने के बाद अपनी अलग-अलग यात्रा शुरू करेंगे। अगर सब ठीक रहता है तो लैंडर 23 अगस्त को अपने तय समय के मुताबिक चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर जाएगा।

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। चंद्रयान-3 का मिशन न सिर्फ अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन है बल्कि इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजें करना भी है।

‘चंद्रयान-3' का प्रक्षेपण 14 जुलाई को किया गया था और पांच अगस्त को इसने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था।चंद्रयान-3 ने जब पहली बार चंद्रमा की कक्षा में एंट्री की थी तो उसकी ऑर्बिट 164 Km x 18,074 Km थी।ऑर्बिट में प्रवेश करते समय उसके ऑनबोर्ड कैमरों ने चांद की तस्वीरें भी कैप्चर की थीं। इसरो में ने अपनी वेबसाइट पर इसका एक वीडियो बनाकर शेयर किया था।पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के बाद छह और नौ अगस्त को चंद्रयान को कक्षा में नीचे लाए जाने की दो प्रक्रियाओं को अंजाम दिया गया।

मिजोरम को लेकर बीजेपी नेता के दावे का सचिन पायलट ने दिया करारा जवाब, कहा- मेरे पिता ने बम जरूर गिराए थे, लेकिन...

#sachin_pilot_replied_on_amit_malviya_claims 

मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं। विपक्ष द्वारा हाल ही में मणिपुर के मसले पर संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस बीच मिजोरम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग छिड़ गई है।इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने उनके पिता राजेश पायलट को लेकर किए किए गए भारतीय जनता पार्टी के दावे का करारा जवाब दिया है। अमित मालवीय ने ये दावा करते हुए ट्वीट किया था कि राजेश पायलट ने मार्च 1966 में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट मिजोरम में बम गिराए थे। इस पर सचिन पायलट ने कहा कि आपके तथ्य और दिनांक दोनों ही गलत हैं।

सचिन पायलट ने अमित मालवीय के ही ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने लिखा, 'स्व. राजेश पायलट दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी- काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हां, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ, जय हिन्द।'

इसके साथ ही सचिन पायलट ने पिता राजेश पायलट के वायुसेना में कमीशन होने का सर्टिफिकेट भी अटैच किया है।

दरअसल, अमित मालवीय ने 13 अगस्त को एक ट्वीट किया था। मालवीय ने ट्वीट में लिखा था, "राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। साफ है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।"

बता दें कि मिजोरम का यह मसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिए भाषण के बाद उठा है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि मिजोरम में कांग्रेस ने अपने ही नागरिकों पर वायुसेना से हमला करवाया था, क्या मिजोरम के लोग हमारे देश के नागरिक नहीं थे। आज भी 5 मार्च को मिजोरम में शोक दिवस मनाया जाता है. मणिपुर पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने यह हमला किया था, जिसके बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस के बीच तकरार चल रही है।

दुनिया को रास्ता दिखाने के लिए आजाद हुआ भारत, स्वतंत्रता दिवस पर बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत


राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि पूरे विश्व को प्रकाशित करने के लिए भारत स्वतंत्र हुआ था। अब सम्पूर्ण दुनिया को प्रकाश देने के लिए भारत को अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की जरूरत है।बता दें कि संघ प्रमुख ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कर्नाटक की राजधानी बंगलुरू में ध्वजारोहण किया। 

भारत स्वतंत्रता दिवस की 77वीं सालगिरह पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी बसवनगुड़ी में तिरंगा फहराया।बसवनगुड़ी के वासवी कन्वेंशन हॉल में समर्थ भारत संस्था ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया।इस दौरान भागवत ने राष्ट्रीय ध्वज के महत्व को समझने पर भी जोर दिया। साथ ही भागवत ने भारत का भी अर्थ बताया।भागवत ने कहा कि हम सूर्य की पूजा करते हैं और इसलिए हमें भारत कहा जाता है। इसमें भा का मतलब होता है रोशनी। सूर्य की आराधना स्वतंत्रता दिवस पर होने वाला एक सार्थक आयोजन है।उन्होंने कहा कि यहां हमने ध्वजात्तोलन किया। भारत माता का पूजन किया। सूर्य भगवान की आराधना आप लोग कर रहे हैं, सूर्य नमस्कार के द्वारा। यह अत्यंत समीचीन बात है। उन्होंने कहा कि प्रकाश का उद्गम हमारे विश्व के लिए सूर्य हैं, उस आदित्य की आराधना स्वतंत्रता दिवस पर करना अत्यंत औचित्यपूर्ण कार्य है। 

मोहन भागवत ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस, भारत के स्वतंत्र होने का अवसर है और भारत सम्पूर्ण विश्व को प्रकाश देने के लिए स्वतंत्र हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र होने के मूल में स्व है, यह महत्वपूर्ण उक्ति हैं और आज विश्व को इसकी आवश्यकता है, इसके लिए सभी को तैयार होना है।

कुछ ताकतें भारत की प्रगति को रोकना चाहती हैं-भागवत

मोहन भागवत ने कहा कि देश को तिरंगे से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए और दुनिया का नेतृत्व करना चाहिए। हालांकि देश विरोधी ताकतें नहीं चाहतीं कि हम आगे बढ़ें। संघ प्रमुख ने अपने बयान में कहा कि भारत, दुनिया को जागृत करने में सक्षम है लेकिन कुछ ताकतें हैं जो भारत की प्रगति को रोकना चाहती हैं। हमें उनसे सावधान रहना होगा और हमारे राष्ट्रीय ध्वज में छिपे संदेश के अनुसार, काम करना होगा और देश को एकजुट रखना होगा। जिससे नकारात्मक ताकतें सफल ना हो सकें।

हमें राष्ट्रीय ध्वज के संदेश के आधार पर ही काम करना होगा-भागवत

इस मौके पर भागवत ने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि झंडे में सबसे ऊपर नारंगी रंग बलिदान का प्रतीक होता है और ये तमसो मा ज्योतिर्गमय का संदेश देता है। इसका मतलब होता है अंधेरे से उजाले की तरफ जाना।भागवत ने बताया कि झंडे में सफेद रंग शुद्धता और बिना किसी स्वार्थ के काम करने का प्रतीक होता है। वहीं हरे रंग को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लक्ष्मी और समृद्धि का प्रतीक है, जो बौद्धिक, आध्यात्मिक और निस्वार्थ शक्ति की प्राप्त करने में मदद करता है।भागवत ने कहा कि हमें राष्ट्रीय ध्वज के संदेश के आधार पर ही काम करना होगा

रूस में बड़ा हादसा, गैस स्टेशन में हुए भीषण विस्फोट में 25 से ज्यादा लोगों की मौत, 100 से ज्यादा घायल


रूस के मखाचकाला में एक गैस स्टेशन में भीषण धमाका हो गया है। इस धमाके में तीन बच्चों समेत 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जबकि 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि आग पहले कार की मरम्मत करने वाली दुकान में लगी और देखते ही देखते पास के गैस स्टेशन में फैल गई।

रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती की देश के आपातकाल मंत्रालय के हवाले से जारी की गई खबर के मुताबिक, क्षेत्र की राजधानी मखचकाला के बाहरी क्षेत्र में स्थित गैस स्टेशन में सोमवार रात को विस्फोट हुआ था। आग पहले कार की मरम्मत करने वाली दुकान में लगी और देखते ही देखते पास के गैस स्टेशन में फैल गई। खबर के मुताबिक, गैस स्टेशन में लगी आग थोड़ी ही देर में 600 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैल गई। आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम को साढ़े तीन घंटे से अधिक समय लगा।

रूसी उप स्वास्थ्य मंत्री व्लादिमीर फिसेन्को ने बताया है कि घायलों में से 10 की हालत गंभीर है। इंटरफैक्स ने दागेस्तानी स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया कि घायलों में तेरह बच्चे हैं। रूस के आपातकालीन स्थिति मंत्रालय ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर कहा कि गंभीर रूप से घायलों को मॉस्को ले जाने के लिए माखचकाला में एक विमान भेजा गया था।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मखचकाला में ग्लोबस शॉपिंग सेंटर के पास एक कार सर्विस सेंटर में विस्फोट हुआ था। क्षेत्रीय गवर्नर ने मंगलवार 15 अगस्त को कहा कि दागेस्तान के दक्षिणी रूसी क्षेत्र में एक गैस स्टेशन में आग लगने का मामला सामने आया। डागेस्टानी डिजास्टर मेडिसिन सेंटर की जानकारी के अनुसार, 12.00 बजे (मॉस्को समय) तक 12 लोग मारे गए, 50 घायल हो गए। हालांकि बाद में मृतकों की संख्या और बढ़ी जो कि 25 से ज्यादा पहुंच गई। मरने वालों में 3 बच्चे भी शामिल हैं।

अक्षय कुमार को मिली भारतीय नागरिकता, बोले- दिल और सिटीजनशिप दोनों हिन्दुस्तानी


भारतवासी आज 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। इस मौके पर हर व्यक्ति जोश और उत्साह से भरा हुआ है। बॉलीवुड में भी स्वतंत्रता दिवस को लेकर अलग उमंग देखने को मिल रही है। इस बीच बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने अपने फैंस को बड़ी खुशखबरी दी है।अक्षय कुमार अब भारतीय नागरिक बन गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर ऑफिशियल डॉक्यूमेंट शेयर किए हैं। उन्होंने डॉक्यूमेंट की तस्वीर शेयर करके फैंस को ये खुशखबरी दे दी है।बता दें कि फिल्मों में सफलता नहीं मिलने के कारण उन्होंने 1990 में भारत की नागरिकता छोड़ दी थी और कनाडा में बसने और काम करने के लिए वहां की नागरिकता ले ली थी।

नागरिकता को लेकर सवाल उठने वालों को मिला जवाब

अक्षय कुमार ने भारतीय नागरिकता पाने की जानकारी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए दी है।अक्षय ने फोटो शेयर करते हुए लिखा- 'दिल और सिटिजनशिप, दोनों हिंदुस्तानी। स्वतंत्रता दिवस की बधाई। जय हिंद। उन्होंने इंडियन सिटीजनशिप के लिए 2019 में आवेदन किया था।इसके साथ ही अक्षय कुमार की नागरिकता को लेकर उठने वाले सवालों पर पूर्ण विराम लग गया है।दरअसल, कनाडा की नागरिकता होने की वजह से हेटर्स ने कई बार उनकी देशभक्ति पर भी सवाल खड़े किए थे।

पहले अक्षय के पास थी कनाडा की नागरिकता

याद दिला दें कि अक्षय कुमार के पास पहले भारतीय नहीं, कनाडा की नागरिकता थी। लगातार उनकी फिल्में फ्लॉप हो रही थीं, जिसके बाद उन्होंने कनाडा में बसने का फैसला किया था, लेकिन इसके बाद एक बार फिर उनका सिक्का बॉलीवुड में चल पड़ा और वो भारत छोड़कर कनाडा नहीं जा पाए। लंबे वक्त से अक्षय भारतीय नागरिकता के लिए प्रयास कर रहे थे। आखिरकार अब उन्हें भारतीय नागरिकता मिल गई है।

दुमका : राज्यपाल ने फहराया तिरंगा, कहा - सुदूरवर्ती इलाको में विकास की किरण पहुँचाने के लिए कृत संकल्प, सुखाड़ पर सरकार की नजर

दुमका :- झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को उपराजधानी दुमका के पुलिस लाइन मैदान में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए राज्य की जनता से समृद्धशाली एवं खुशहाल व स्वस्थ झारखंड के निर्माण के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

राज्यपाल ने कहा कि विकास और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्र में रहनेवाले अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे, इस दिशा में केंद्र और राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। निरंतर प्रयासों का ही नतीजा है कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखण्ड ने कई क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनायी है।

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार जनता की सहभागिता एवं रचनात्मक सहयोग से राज्य के सामने आनेवाली चुनौतियों का सामना करने में सरकार सक्षम होगी। 

उन्होंने सुखाड़ पर चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान खरीफ मौसम में सामान्य से कम बारिश होने की सूचना है। सरकार इसपर लगातार नजर रख रही है और सुखाड़ की स्थिति का आकलन कर सरकार द्वारा समुचित निर्णय लिया जाएगा। 

दुमका के स्थानीय पुलिस लाइन मैदान में झंडोतोलन करने और राष्ट्रीय ध्वज की सलामी लेने के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने अपने अभिभाषण में राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और राज्य में सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओ की प्रगति पर चर्चा की।

राज्यपाल श्री राधाकृष्णन पुलिस लाइन मैदान में सुबह 8 बजकर 51 मिनट पर पहुँचे और 8 बजकर 52 मिनट पर परेड का निरीक्षण किया। ठीक 9 बजकर 5 मिनट पर राज्यपाल ने झंडोतोलन किया और राष्ट्रीय ध्वज की सलामी ली। 

इस अवसर पर उन्होने पूरे राज्यवासियों को स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा कि झारखंड तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। सरकार सुदूरवर्ती इलाके में रह रहे नागरिकों तक विकास की किरण पहुँचाने के लिए कृतसंकल्पित है। 

राज्यपाल ने कहा कि संथाल परगना में विकास की गति तेज हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुभारंभ केंद्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम उड़ान के तहत कोलकाता, पटना और रांची के लिए सीधी उड़ान सेवा के लिए स्वीकृत किया गया है।

राज्यपाल ने कहा कि झारखंड में बेरोजगारी एवं पलायन एक गंभीर समस्या रही है। सरकार ने करीब 36 हजार रिक्त पदों पर बहाली के लिए अधियाचना झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग को भेजी है। 

बच्चों के बेहतर और गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए सरकार द्वारा 88 एकलव्य विद्यालय एवं 80 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस शुरू किया गया है। उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए झारखंड खुला विश्वविद्यालय एवं पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। 

राज्यपाल ने कहा कि राज्य के सभी वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और निसहाय महिलाओं के लिए शुरू किये गए सर्वजन पेंशन योजना के तहत अब तक 12 लाख से अधिक लाभुकों को योजना से जोड़ा जा चुका है। झारखण्ड सौर ऊर्जा नीति 2022 के तहत राज्य को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

गिरिडीह शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। जमशेदपुर में निजी क्षेत्र अंतर्गत पहला हाइड्रोजन ईंधन उद्योग स्थापित होने जा रहा है।राज्यपाल ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने एवं अपने अभिभाषण के बाद स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को शॉल देकर सम्मानित किया।

       

वही राज्यपाल ने परेड में बेहतर प्रदर्शन करनेवाली टुकड़ी को भी सम्मानित किया।मौके पर प्रमंडलीय आयुक्त लालचंद डाडेल, डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल, डीसी ए0 दोड्डे, एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार, एसडीओ कौशल कुमार, डीएसपी विजय कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

रांची के मोरहाबादी मैदान में सीएम हेमंत सोरेन ने किया झंडोत्तोलन, अपने संबोधन में सरकार की योजनाओं को बताया


सीएम हेमंत सोरेन ने रांची के मोरहाबादी मैदान में झंडोतोलन किया। सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम के बीच भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।राजकीय समारोह में उन्होंने परेड का निरीक्षण भी किया।

झंडोत्तोलन के बाद मुख्यंमत्री राज्य की जनता को संबोधित किये। मुख्यंमत्री हेमंत सोरेन ने अपनें संबोधन की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा और सिद्धो कान्हू को याद करते हुए झारखंड के लोगों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा लाखों देशभक्तों की शहादत की बदौलत हमे आजादी मिली है।

 अपने संबोधन में हेमंत सोरेन ने कई योजनाओं का जिक्र किया और बताया कि राज्य सरकार कैसे सरकारी नौकरी और प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नये अवसर ला रही है। साशन और प्रशासन सच्ची निष्ठा के साथ जनता की सेवा में लगा है। लाखों जरूरत मंदों के द्वार तक सरकार पहुंची है। जनता से किए वादे को संजीदगी से निभाने का प्रयास कर रहे हैं।

मुख्य्मंत्री ने कहा, 38 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना झारखंड कर्मचारी आयोग को भेज दी गई है। शीघ्र ही इन पदों पर नियुक्ति होगी। नियुक्तियों में झारखंड के लोगों को उनका उचित हक मिले, इसे सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्य्मंत्री ने अपने अभिभाषण में कहा कि झारखंडवासियों की उन्नति, खुशहाली और सशक्तिकरण के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस अवसर पर अबुआ आवास योजना की घोषणा की। इस योजना के तहत आगामी दो वर्षों में 15 हजार करोड़ करोड़ से ज्यादा खर्च कर जरूरतमंद लोगों को आवास उपलब्ध कराएगी। सभी को तीन कमरे का आवास उपलब्ध कराया जाएगा।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परेड में मेहमान के रूप में यूपी पुलिस भी शामिल हुए। उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से अवर निरीक्षक महेंद्र सिंह यादव ने नेतृत्व कर रहे थे। मुख्य्मंत्री ने इस अवसर पर राज्य के 44 पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों को राष्ट्रपति के हाथों दिए गए पदक को प्रदान किया। ये सभी पदक पूर्व में राष्ट्रपति के हाथों गणतंत्रता दिवस समारोहों के मौके पर प्रदान किया गया था।

हेल्थ टिप्स:अगर आप डिप्रेशन या उदासी को दूर भगाना चाहते है तो ट्राई करें ये स्पेशल फूड आइए जानते अवसाद को दूर करने वाले आहार के बारे में ...


डिप्रेशन एक ऐसी अवस्था जब व्यक्ति का मन और दिमाग नैगेटिविटी,चिंता , तनाव और उदासी से घिर जाता है। 

कभी-कभी हमारी लाइफ में कुछ चीजें ऐसी हो जाती है जिन्हें हैंडिल करना मुश्किल हो जाता है जिसकी वजह से इंसान डिप्रेशन का शिकार हो जाता है या फिर उस पर टेंशन हावी होने लगती है। ऐसे में इंसान अकेले रहना ही पसंद करता है या यूं कहे कि लोगों के बीच होकर भी खुद में खोया रहता है।

तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे food items के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें खाकर आप अपने डिप्रेशन या फिर टेंशन से छुटकारा पा सकते हैं।

डार्क चॉकलेट

चॉकलेट खाना किसे पसंद नहीं होता लेकिन अगर आप किसी से लड़ाई करने के बाद खाए तो ये आपकी टेंशन को दूर भगा देती है। इसमें cocoa और कम चीनी के साथ serotonin नाम का पदार्थ पाया जाता है। ये anti-oxidants आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं जिस वजह से आपका गुस्सा और स्ट्रेस modulate हो जाता है।  

 

दही

क्या आपको पता है कि दही में पाए जाने वाले बैक्टीरिया भी आपके मूड को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। दही में प्रोटीन और कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो कि आपके डिप्रेशन और गुस्से को कम करने में मदद करते हैं।

अखरोट

टेंशन और डिप्रेशन को छूमंतर करने के लिए अखरोट को सबसे अच्छा और प्राकृतिक तरीका माना गया है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ये एसिड आपके दिमाग में मूड को रिफ्रेश करने वाले रयायन पैदा करता है। यही रसायन मूड को ठीक करने में सहायता करते हैं।

 

केला

डिप्रेशन न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन की मात्रा कम होने पर होता है और केले में सेरोटोनिन की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है। इसे खाने से आपका गुस्सा और डिप्रेशन दोनों ही दूर हो जाते हैं।

देश आज मना रहा 77वां स्वतंत्रता दिवस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार लाल किले पर फहराया तिरंगा


आज पूरा भारत 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ने आज 10वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया है। इस दौरान ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से देशवासियों को आजादी के पर्व की शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज देश की आजादी के जश्न में योगदान और बलिदान देने वालों को नमन करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं। 

लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर बात की।पीएम मोदी ने कहा कि देश त्याग और तपस्या के बाद आजाद हुआ। यह अमृतकाल का पहला साल है। अमृतकाल में सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को लेकर सरकार आगे बढ़ रही है।अब देश नए संकल्पों से जुड़ रहा है।पंच प्राण के साथ देश आगे बढ़ रहा है।

देश आसमान से उतरने के अवसर देने का सामार्थ्य रखता है-पीएम मोदी

लालकिले के प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा, जैसा सौभाग्य आज देश के नौजवानों को मिला है, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी को मिलता है। हमें इसे गंवाना नहीं चाहिए। आने वाला समय टेक्नोलॉजी से प्रभावित रहने वाला है। हमारे छोटे-छोटे शहर और कस्बे आबादी में छोटे हो सकते हैं। लेकिन उनका सामार्थ्य किसी से कम नहीं है। देश में अवसरों की कमी नहीं है, आप जितने अवसर चाहेंगे ये देश आसमान से उतरने के अवसर देने का सामार्थ्य रखता है।

भारत की क्षमता-संभावनाएं भरोसे की नई ऊंचाइयों को पार करने वाली हैं-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, यह निश्चित है कि भारत की क्षमता और संभावनाएं भरोसे की नई ऊंचाइयों को पार करने वाली हैं। विश्वास की ये नई ऊंचाईयां, नई क्षमताओं के साथ आगे बढ़ेंगी। आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का अवसर मिला है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है।

देश एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि हमें याद है जब हमारे देश पर आक्रमण हुआ, लेकिन तब पता तक नहीं था कि एक घटना भारत को हजार साल की गुलामी में फंसा देगी। हम गुलामी में जकड़ते गए, जो आया लूटता गया। पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला हुआ देश एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। मां भारती एक बार फिर जागृत हो चुकी है। 

आज के फैसलों से आने वाले 1000 सालों का भविष्य तय होगा-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे पास लोकतंत्र और विविधता है। दुनिया के देश बूढ़े हो रहे हैं, लेकिन भारत युवा हो रहा है। आज के फैसलों से आने वाले 1000 सालों का भविष्य तय होगा। सामर्थ्य देश के भाग्य को बदल देता है। अब न रुकना है और ना ही दुविधा में जीना है।

लालकिले से पीएम मोदी ने की 2024 की भविष्यवाणी, कहा-अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा, अगले 5 सालों के लिए लिया वादा


लाल किले से आज अपने भाषण के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। इस साल लालकिले से 10वीं बार तिरंगा लहराने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अगले साल फिर आने का वादा कर डाला। पीएम ने कहा, 'अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा।'2024 के आम चुनाव से पहले लाल किले से पीएम मोदी की यह आखिरी स्पीच थी। ऐसे में उन्होंने जो कहा, उसके मायने बड़े हैं। 

पीएम मोदी ने कहा कि मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे की साक्षी में लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को दे रहा हूं। दस साल पहले राज्यों को 30 लाख करोड़ भारत सरकार की तरफ से ज्यादा थे, लेकिन पिछले 9 साल में ये आंकड़ा 100 लाख करोड़ पर पहुंचा है। इसके बाद कहा कि पहले स्थानीय निकाय के विकास के लिए भारत सरकार से 70 हजार करोड़ जाता था, लेकिन अब वो 3 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले गरीबों के घर के लिए 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होता था और अब 4 लाख करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

देश को पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचाने की दी गारंटी

पीएम मोदी ने कहा कि हम 2014 में दुनिया की अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, लेकिन आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं। आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है कि देश पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में जगह ले लेगा। पिछले साढ़े 5 सालों में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और मध्यमवर्ग की शक्ति बन रहे हैं। जब गांव की शक्ति बढ़ती है तो शहरों की आर्थिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है।हमें इस बल देकर आगे चलना चाहते हैं। हमने टास्कफोर्स बना दिया है। हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि देश में नई संसद बने। ये मोदी है जो समय से पहले नई संसद बनाकर दे दिया।ये काम करने वाली सरकार है। निर्धारित लक्ष्यों को पार करने वाली सरकार है।

पीएम ने बताया अगले चुनाव में उन्हें मौका देना क्यों जरूरी

प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के बाद देश में आए बदलाव की चर्चा करते हुए समझाया कि अगले चुनाव में उन्हें मौका देना क्यों जरूरी है।उन्होंने कहा, 'मेरे शब्द लिखकर रख लीजिए इस कालखंड में जो त्याग और तपस्या हम करेंगे। सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय एक के बाद एक फैसले लेंगे उससे 1000 साल का देश का स्वर्णिम काल लिखा जाएगा।' उनका साफ तौर पर कहना था कि इस अमृतकाल में लिए गए फैसले 1000 साल तक प्रभाव पैदा करेंगी। इसके लिए उन्होंने एक और कार्यकाल मांगा।

देशवासियों को कहा परिवारजनों

पीएम ने कहा कि सपने अनेक हैं, संकल्प भी साफ और नीतियां भी स्पष्ट हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना होगा और उसके समाधान के लिए मेरे परिवारजनों मैं आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं। मैं लाल किले से आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज गंभीरतापूर्वक उन चीजों को लेना होगा।

अगले 15 अगस्त के लिए ले लिया देश से वादा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 2047 में देश जब स्वतंत्रता के 100 साल का जश्न मनाए तो हमारे भारत का तिरंगा दुनिया में विकसित देश की पहचान के साथ लहराए। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगले 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा।