गिरिडीह: अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर जिले में समाज ने किया कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित
गिरिडीह: अंतर्राष्ट्रीय आदीवासी दिवस के अवसर पर बुधवार को एचई हाई स्कूल परिसर स्थित छात्रावास में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता आदिवासी छात्रसंघ प्रदीप सोरेन ने किया। इस दौरान आदिवासी महा नायकों को याद किया गया। सभा के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
जिसमे मणिपुर में आदिवासी महिला के साथ हुई घटना,लोकसभा में पारित वन संशोधन विधेयक 2023,समान नागरिक संहिता, विकास के नाम पर आदिवासियों की जमीन को हड़पना आदि शामिल रहे। इन तमाम मुद्दों पर अधिवासी समाज ने पुरजोर विरोध किया।
इस दौरान मांग किया गया कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर पूरे भारत में अवकास होनी चाहिए। इस दौरान प्रदीप सोरेन ने बताया कि हम लोगों द्वारा हर साल आदिवासी दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस बार भी भव्य तरीके से मनाने का कार्यक्रम था। लेकिन गिरिडीह में आचार संहिता लागू होने के कारण बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सका।
जिसके कारण हम लोगों ने एक सभा के माध्यम से आदिवासी दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में आज भी आदिवासी भाई बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। आज भी आदिवासी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है।
उन्होंने कहा कि इन तमाम मुद्दों पर सरकार को सोचनी की आवश्यकता है। मौके पर सचिव मदन हेंब्रम, नारायण मुर्मू, सनिचर बेसरा, सिकंदर हेंब्रम, चांद सोरेन, विष्णु किस्कू, सुधीर बस्के, श्याम सुंदर, आबून टुडू, विलियम बसके, प्रेम राज, सूरज, रमेश कुमार आदि मौजूद थे।
इधर डुमरी में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर मगरबुरू सांवता विकास समिति निमियाघाट के तत्वाधान में प्रखंड के सुरही में आदिवासी दिवस मनाया गया।
मौके पर समाज के लोगो ने सिद्धू कन्न्हू,तिलका माझी और नीलाबर,पीतांबर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम शुरुआत की।मौके पर उत्पाद एवं मद्य निषेद मंत्री बीबी देवी के पुत्र अखिलेश महतो कार्यक्रम स्थल पहुंच कर समाज के लोगो को बधाई दी।
वक्ताओं ने वर्तमान में आदिवासी की स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा की आज देश के सर्वोच्च पद पर हमारी समाज की महिला बैठी है।उनसे प्रेरणा प्राप्त कर हम सभी को समाज को आगे ले जाने के लिए रुढ़ीवादी परंपरा को त्याग कर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत है,इस दौरान सभी से प्राकृतिक की रखा के लिए पेड़ लगाने और जल जंगल जमीन को बचाने का संकल्प दिलाया गया।इसके बाद बदखारो से आए अनिल हेंब्रम के टीम के द्वारा बजाए जा रहे मांदर की थाप पर लोग झूमने लगे।
यहां मौके पर माझी हड़ाम बजल हेंब्रम, चरकू मरांडी नायके बाबा सूकर मांझी,मरांग बुरु नायके चंदोलाल टुडु,लालदेव राम मांझी,सोना राम हेंब्रम,अनिल हेंब्रम,हीरालाल टुडु शिवलाल टुडु,पतिया मांझी आदि उपस्थित थे।
Aug 09 2023, 20:55