दुमका : बाल विवाह के खिलाफ गर्ल्स स्कूल में चला जागरूकता कार्यक्रम, छात्राओं ने ली शपथ
दुमका : जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के मकसद से कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन-यूएस के सहयोग और ग्राम ज्योति व जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्डलाइन दुमका के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को प्लस टू राजकृत कन्या उच्च विद्यालय में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम में विद्यालय के सैकड़ों बच्चों सहित शिक्षक शामिल हुए। भाग लिया। मौके पर मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ अमरेंद्र कुमार एवं विशिष्ट अतिथि जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र, बाल कल्याण समिति सदस्य डॉ राजकुमार उपाध्याय तथा नगर थाना के सब-इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत से विद्यालय की बालिकाओं ने अतिथियों का स्वागत गान एवं पुष्पगुच्छ देकर किया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक मृनाल कांति सरकार ने अपने स्वागत संबोधन में अतिथियों का स्वागत किया। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन-यूएस के कार्यक्रम समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा की ग्राम ज्योति केएससीएफ यूएस के सहयोग से दुमका जिला के 5 प्रखंडों के 34 पंचायतों के 150 गावों के 225000 परिवार को बाल विवाह मुक्त कराने के लिए एक रोडमैप पर काम कर रही है। इसके अंतर्गत बाल श्रम, बाल यौन शोषण व बाल तस्करी की रोकथाम के लिए जिला स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने का कार्य कर रही है। चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक ने भी कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा की।
विशिष्ट अथिति नगर थाना के सब-इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा ने कहा कि पुलिस को मित्र समझे और बच्चों से संबंधित कोई भी मामला हो तो हमें इसकी जानकारी दे, हम इसे गम्भीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाही करेंगे।
बाल कल्याण समिति सदस्य डॉ राजकुमार उपाध्याय ने विद्यालय की बालिकाओं एवं शिक्षकों को पॉस्को एक्ट 2012 पर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान बालिकाओं ने बाल यौन शोषण से संबंधित कई सवाल किये जिसका जवाब सदस्य श्री उपाध्याय ने दी।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र ने कहा कि जिला समाज कल्याण कार्यालय एवं मिशन वात्सल्य अंतर्गत कई योजनाएं हैं जिनका लाभ संस्थागत और गैर-संस्थागत देखभाल वाले पात्र बच्चों को मिलता है।
इसी संदर्भ में हम वैसे बच्चों को स्पॉन्सरशिप कार्यक्रम से जोड़ रहे हैं, जो एकल, अनाथ, आर्थिक रूप से कमजोर परिवार तथा कोरोना महामारी में अपने माता पिता को खो चुके हैं। मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ अमरेंद्र कुमार ने अपने सम्बोधन में बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 पर विस्तृत जानकारी दी।
कहा कि बाल विवाह होने से शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरुद्ध होता है। हमें ऐसे किसी आयोजन का हिस्सा नहीं बनना चाहिए जहां बाल विवाह हो रहा हो और कहीं बाल विवाह हो रहा हो तो इसकी सूचना टोल फ्री नंबर 1098/112 /100 पर साझा करें। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की बालिकाओं, शिक्षकों एवं अतिथियों ने दुमका जिला को बाल विवाह मुक्त करने हेतु शपथ ली।
मौके पर क्षेत्रीय उत्प्रेरक निक्कू कुमार, निशा कुमारी, शांतिलता, इब्नुल हसन, राजीव रंजन, पवन कुमार एवं सनातन मुर्मू आदि उपस्थित थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Aug 04 2023, 17:53