फॉलोअप : बरवाअड्डा की मनिका अखौरी मौत मामले में पुलिस ने पति - ससुर से की पूछताछ, कहा : पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस करेगी खुलासा
मोना के माता-पिता ने बताया हत्या, शव लाने वालों की भूमिका भी रही संदिग्ध
धनबाद : बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के ऋषि नगर निवासी मणिका अखौरी उर्फ मोना की मौत मामले में सोमवार को डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने हिरासत में लिये गये मोना के पति अभिषेक कुमार व ससुर ब्रजेश कुमार कोचगवे से घंटों पूछताछ की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक ने बताया है कि उसकी पत्नी की किसी ने हत्या कर दी है, लेकिन पुलिस उसकी बातों पर विश्वास नहीं कर रही है.
पुलिस को शक है कि मोना की हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए वह अपने पिता को लेकर चला गया, ताकि साबित कर सकें कि घटना के समय पिता-पुत्र घर में नहीं थे. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस मामले का खुलासा करेगी. पुलिस मोना हत्याकांड में उपयोग किये गये हथियार को जब्त करने में जुटी है. डीएसपी श्री पांडेय ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ चल रही है. मामला हत्या का है यह क्लीयर है.
इस हत्याकांड में कौन-कौन शामिल हैं इसका पता लगाया जा रहा है. हत्याकांड का खुलासा करने में थोड़ा और समय लगेगा. उल्लेखनीय है कि शहर के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के भेलाटांड़ में मनिका अखौरी की संदिग्ध मौत मामले में उसके मायके से माता-पिता रविवार को एसएनएमएमसीएच पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपनी बेटी के शव को देखा।
बाद में माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी की निश्चित तौर पर नृशंस हत्या हुई है।
घटना को एक व्यक्ति द्वारा अंजाम नहीं दिया गया, बल्कि उसे सामूहिक रूप से मिलकर मारपीट किया गया और बाद में गले को किसी तार जैसी वस्तु से दबाकर हत्या कर दी गई। मृतका मनिका के बुजुर्ग माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी एक माह पहले ही मायके से वापस ससुराल आई थी।
मौत के एक दिन पहले भी बेटी से फोन पर बातचीत हुई थी। जिसमें उसने कहा था कि उसे बुखार है। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी बेटी को अगले 24 घंटे में हत्या कर दी जाएगी। मामले में माता-पिता ने जिला प्रशासन और पुलिस से गुहार लगायी थी कि बेटी के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाए। जिससे मौत के कारणों का खुलासा हो सके।
मालूम हो कि शनिवार की दोपहर एक चिकित्सक द्वारा एंबुलेंस से मनिका अखौरी का शव शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल लाया गया था।
जहां वह अपने चिकित्सक होने का रौब दिखाकर आनन-फानन में पोस्टमार्टम कराने की बात कर रहा था। जिससे अस्पताल कर्मियों को महिला की मौत के हालात पर संदेह हुआ। जिसकी वजह से अस्पताल कर्मियों ने शव को मर्चरी कैबिनेट में रखवाया और मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी।
अस्पताल सूत्रों का कहना है कि शव को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ है कि महिला के सिर पर किसी भारी चीज से वार किया गया और बाद में उसके गले में फंदा डालकर मौत के घाट उतारा गया। हालांकि मौत का स्पष्ट कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। लेकिन अस्पताल में शव लाने वाले लोगों की गतिविधियां संदिग्ध थी। पूरे मामले में एक-दो पुलिसकर्मी की कार्रवाई संदेहास्पद दिखी। क्योंकि शनिवार से ही पुलिस कड़े अंदाज में अस्पताल कर्मियों और मीडिया के लोगों को मौत मामले से संबंधित खबर के कवरेज पर अंकुश लगाने का दबाव बनाती दिखी। लेकिन दबाव काम नहीं आया और संदिग्ध परिस्थिति में मनिका अखौरी की मौत का मामला मीडिया में हेड लाइन बनी।
रविवार को भी एसएनएमएमसीएच में मृतका मनिका अखौरी के माता-पिता के पहुंचने पर सादी वर्दी में कुछ पुलिसकर्मियों ने मीडिया पर्सन को उनसे बातचीत करने से रोकने का प्रयास किया।
लेकिन वह कामयाब नहीं हुए और मृतका मनिका अखौरी के माता-पिता ने अपनी बात को स्पष्ट रूप से मीडिया के समक्ष रखा। जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की हत्या हुई है। इसकी निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
मृतक महिला बरवाअड्डा थाना अंतर्गत भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के समीप रहने वाले अभिषेक कुमार की पत्नी मोनिका अखौरी (36 वर्ष) बताई जाती है। वहीं मृतक महिला का मायके रांची में है।
शादी के बाद से ही पुत्री को प्रताड़ित करने का लगाया आरोप
बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के ऋषि नगर निवासी मणिका अखौरी उर्फ मोना की मौत मामले में रविवार को मोना के पिता हरमू हाउसिंग कालोनी (रांची
निवासी अखौरी धनेंद्र बिहारी लाल ने थाना में आवेदन देकर मोना के इंजीनियर पति, सास व ससुर के खिलाफ पुत्री की हत्या कर देने का मामला दर्ज कराया है. आवेदन में श्री अखौरी ने कहा है कि मेरी पुत्री की शादी 31 मई 2010 को अभिषेक कुमार के साथ हुई थी. शादी के बाद आज तक पुत्री को संतान का सुख नहीं मिला. इस कारण मोना के पति अभिषेक कुमार, ससुर ब्रजेश कुमार कोचगवे व सास मीना देवी हमेशा प्रताड़ित करते थे. इसके अलावा तीनों मिलकर मोना के ऊपर दबाव बनाकर पांच लाख रुपये की मांग करते थे.
सास-ससुर मोना को कहते थे कि मेरा वंश उजड़ जायेगा. तुम अपने मम्मी- पापा से पांच लाख रुपये मांगकर लाओ नहीं तो तुमको जान मारकर फेंक देंगे व अपने पुत्र की शादी दूसरी लड़की से करवा देंगे।मेरी पुत्री भी ये बात मुझे बताती थी. मैंने दामाद, समधी व समधिन को बहुत समझाने का प्रयास किया. लेकिन वे लोग नहीं माने. इधर, एसएनएमएमसीएच में परिजनों की मांग पर मेडिकल बोर्ड का गठन कर मोना के शव का पोस्टमार्टम किया गया. बिसरा प्रिजर्व कर लिया गया.
की जा रही कार्रवाई :
इस संबंध में थाना प्रभारी विक्रम कुमार सिंह ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हकर लिया गया है. आगे की प्रक्रिया के लिए नियम संगत कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
Jul 19 2023, 09:52