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*डीएम ने की भूजल विभाग से संबंधित गोष्ठी*


गोण्डा । जल जीवन का अनमोल रतन, इसे बचाने का सब करो जतन समय है कम, जागें हम... अपनी आदतों में बदलाव लाएं और कल के लिए आज से पानी बचाएं। स्लोगन के साथ डीएम नेहा शर्मा ने भूजल सप्ताह गोष्ठी में जल संरक्षण का संदेश दिया। इसके साथ ही वर्षा जल को संरक्षित करने के लिए लोगों में जागरूकता लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

उन्होंने जल संरक्षण के लिए आमजन को जागरूक करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि 16-22 जुलाई तक तक चलने वाले भूजल सप्ताह गोष्ठी के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करें।

उन्होंने डीएफओ, एसडीएम, उद्यान अधिकारी, बीडीओ, डीआइओएस, बीएसए, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय को निर्देशित करते हुए कहा कि जल संरक्षण को लेकर अभियान चलाएं और आमजन को इससे जोड़ें। रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से वर्षा जल का संचयन किया जाए। उन्होंने कृषि, उद्यान, भूमि संरक्षण सहित अन्य विभागों को वाटर बजट बनाने के निर्देश दिए, जिससे पता लग सके की कितना जल रिचार्ज हुआ, कितना खर्च।

गोष्ठी में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को जल संरक्षण के संबंध में शपथ दिलाई और कहा कि सभी लोग शपथ ले कि वह जल को अनावश्यक खर्च नहीं करेंगे का संरक्षण करेंगे तथा लोगों को भी जागरूक करेंगे। इसके बाद उन्होंने जल संरक्षण को लेकर जन जागरूकता फैलाने के लिए एक वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया यह वाहन सभी ब्लॉकों में जाकर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करेगा।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एम. अरून्मोली, प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार शुक्ल, तहसीलदार करनैलगंज नरसिंह नारायन वर्मा, जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार श्रीवास्तव, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, समस्त बीडीओ, सभी विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

*छेड़छाड़ पर किशोरी ने थाने को दी तहरीर*


नवाबगंज (गोंडा) । थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक नाबालिग किशोरी ने थाने पर दी गई तहरीर में बताया कि सोमवार को दिन में करीब 02 बजे दिन में स्कूल से वापस जा रही थी।

रास्ते में गांव के ही विपक्षी युवक ने जबरन छेड़छाड़ की और घटना के बारे में घर पर ना बताने के लिए धमकाया।किशोरी डरी-सहमी जब अपने घर पंहुची तो परिजनों को सारी घटना बताई।

प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि आरोपी युवक के विरूद्ध किशोरी की तहरीर पर पाॅक्सो एक्ट सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है और आरोपी की तलाश की जा रही है।

*व्यापारी व समाजसेवी करेंगे सरस्वती शिशु मंदिर का संचालन*


करनैलगंज/ गोण्डा। बंद होने के कगार पर पहुंच चुके नगर के सबसे पुराने सरस्वती शिशु मंदिर के संचालन का बीड़ा नगर के व्यापारियों व समाजसेवियों ने उठाया है।

   

 करनैलगंज-हुजूरपुर मार्ग पर सीएचसी के सामने नगर का सबसे पुराना विद्यालय सूरज लाल मुनीम सरस्वती बाल मंदिर स्थित है। इस विद्यालय में पढ़कर अधिकतर छात्र आज विभिन्न विभागों में उच्च पदों पर आसीन हैं। यहां सनातन धर्म की शिक्षा से लेकर आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाती है। 

बीते कुछ वर्षों में विभिन्न कारणों से विद्यालय में बच्चों की संख्या कम हो गयी जिससे आर्थिक संकट के चलते विद्यालय बंद होने के कगार पर पहुंच गया।

 विद्यालय की दयनीय स्थिति को देखते हुए समाजसेवी मोहित पाण्डेय ने विद्यालय का रंग रोगन कराया उसके बाद नगर के व्यापारियों व समाजसेवियों की एक बैठक बुलाई जिसमें सभी से विद्यालय के संचालन में योगदान के लिए अपील की गयी।

 रविवार को विद्यालय के परिसर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता अरुण वैश्य ने व संचालन प्रधानाचार्य मेवाराम त्रिपाठी ने किया। बैठक में ओमप्रकाश रस्तोगी, धर्मेंद्र रस्तोगी, मोहित पाण्डेय, अशोक सिंघानिया व संजीव मोदनवाल ने विद्यालय के प्रति अपने विचार रखे।

 सर्वसम्मति से अरुण वैश्य को समिति का कार्यवाहक अध्यक्ष चुना गया। इस मौके पर शिव कुमार बाथम, परागदत्त गुप्ता प्रधान, आयुष सोनी, डॉ एके गुप्ता, संतोष अवस्थी, घनश्याम तिवारी आदि मौजूद रहे।

*मुख्य आरक्षी पर गैर हल्के में जाकर धमकाने का आरोप*


नवाबगंज (गोण्डा) । थाना क्षेत्र के भोपतपुर गाँव के राजमनि पिपरी मजरे की निवासिनी महिला ने नवाबगंज थाने पर कार्यरत एक मुख्य आरक्षी पर दूसरे हल्के में आकर अपशब्दों का प्रयोग करने और धमकी देने का आरोप लगाया है ।

पीड़िता ने थाने पर दी गई तहरीर कहा कि वह तलाकशुदा महिला है और अपने मायके में अपनी मां के साथ रहती है। मेरी मां ने मेरी दयनीय स्थिति देखते हुए मुझे एक कमरा और एक बीघा चौदह विस्वा जमीन बैनामा कर दी थी जिस पर मैं काबिज और दाखिल भी हूँ। अब मैं अपनी जमीन पर चाहरदीवारी का निर्माण कराना चाहती हूं लेकिन मेरे विपक्षी नजर मोहम्मद और जान मोहम्मद पुत्रगण शौकत अली निर्माण नहीं करने दे रहे हैं।

विपक्षी आये दिन मुझे और मेरी माँ को मारते-पीटते हैं और जान से मारने की धमकी भी देते हैं। पीड़िता का आरोप है कि बीते रविवार को जब उसने निर्माण कराने के लिए मजदूर और मिस्री बुलाये तो विपक्षीगण आमादा फौजदारी हो गये जिससे कार्य नहीं हो पाया।पीड़िता का आरोप है लगभग 01 घंटे बाद थाने पर तैनात मुख्य आरक्षी अखिलेश सिंह पंहुचे और मुझे और मेरी माँ को अपशब्दों का प्रयोग करते हुए धमकाया ।मुख्य आरक्षी ने कहा कि यदि ज्यादा नेता बनोगी तो घर ही गिरा दूंगा।

मुख्य आरक्षी अखिलेश बल्लीपुर बीट पर तैनात हैं जबकि महिला का घर राजमनि पिपरी में है।अखिलेश सिंह थाने पर एकमात्र ऐसे मुख्य आरक्षी हैं जिनकी तीसरी बार नवाबगंज थाने पर तैनाती हुई है। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है।

*जिला पंचायत सदस्य ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र डीएम को सौंपा*


करनैलगंज / गोण्डा। क्षेत्र के दो प्रमुख मुद्दों को लेकर जिला पंचायत सदस्य नेहा सिंह ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र जिलाधिकारी को सौंपा है।

विकासखंड हलधरमऊ चतुर्थ की जिलापंचायत सदस्य नेहा सिंह ने डीएम नेहा शर्मा को दिये गये पत्र में कहा है कि गोण्डा-लखनऊ मार्ग स्थित सरयू नदी के पुल पर दोनों तरफ जाली लगवाना नितांत आवश्यक है। आये दिन इस पुल से कूद कर लोग आत्महत्या कर रहे हैं।

जिससे यह स्थान सुसाइड पॉइंट बनता जा रहा है। वहीं पुल से लोग कूड़ा करकट, पूजा की सामग्री व दवाएं नदी में फेंक देते हैं जिससे सरयू नदी प्रदूषित होती है। दूसरी मांग के अनुसार गत वर्ष देवा बाराबंकी में बस व ट्रक की भिंडत में 15 लोगों की मौत हो गयी थी।

हादसे में क्षेत्र के निंदूरा निवासी अनंतराम व बरगदी निवासी अलखराम की भी मौत हो गयी थी। मुख्यमंत्री द्वारा मृतकों के परिजनों को दो लाख रूपये मुआवजे की घोषणा की गयी थी परन्तु अभी तक परिजनों को वह सहायता राशि नहीं मिली है। उन्होंने सहायता राशि दिलाने की मांग की है।

*पुलिस की मौजूदगी में दबंगों ने ढहाया दलितों का आशियाना, बिलखती रही महिलाएं*


नवाबगंज (गोंडा)। कस्बे के पडाव मोहल्ले में दिन-दहाड़े लाठी-डंडे से लैस दबंगों ने हरिजन बस्ती में जेसीबी लगाकर दीवार और टीन शेड गिरा डाला। विरोध करने पर महिलाओं और पुरूषों को मारा-पीटा। पीड़ित पक्ष ने थाने पर तहरीर दी है ।

कस्बे के पडाव मोहल्ले में थाने से महज चंद कदमों की दूरी पर स्थित हरिजन बस्ती में सोमवार को करीब 11 बजे लाठी-डंडे लैस दर्जनों दबंगों ने जेसीबी लगाकर दीवार और टिन शेड गिरा डाला इस मौके पर पुलिस भी मौजूद थी जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

पीड़िता मालती पत्नी पंचम ने दी गई तहरीर में कहा कि विपक्षी राम दीन पुत्र रामअलंघ लगभग 50 लोगों के साथ लाठी-डंडे हथियार से लैस होकर आये और जेसीबी लगाकर बाउंड्री, टिन शेड और मकान गिराने लगे। विरोध करने पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए लाठी-डंडे से मारा-पीटा साथ ही जान से मारने की धमकी दी।

प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने कहा कि आरोपी सहित 50 अज्ञात लोगों पर हरिजन एक्ट सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है ।

सोमवार को करीब 11 बजे सुनियोजित तरीके से दबंग राम दीन अपने 50 अन्य साथियों के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर हरिजन बस्ती पंहुचा और ललकारते हुए जेसीबी से दलितों के घर, चाहरदीवारी और टिन शेड तोड़ डाले लगभग एक घंटे चले इस तांडव के दौरान कस्बा चौकी इंचार्ज मय फोर्स मौजूद रहे लेकिन तमाशबीन बने रहे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

पीड़ित पक्ष का आरोप

मालती की बहू का आरोप है की दबंगों ने मेरे और मेरी ननद के साथ पुलिस की मौजूदगी में छेड़छाड़ और मारपीट की।

पुलिस की लीपापोती

एक तरफ जहां घटना के समय पुलिस मूक दर्शक बनी रही जिससे दबंग दलितों का आशियाना गिराते रहे। महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बदसलूकी से आक्रोशित दलित ने सड़क किनारे धरना दे दिया। मामला तूल पकड़ा देख पुलिस के हाथ-पाँव फूल गये मौके पर मौजूद कस्बा चौकी इंचार्ज घटना स्थल से फरार हो गए।

काफी ना-नुकुर के बाद अंततः पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया लेकिन छेड़खानी के मामले को दबाने में कामयाब रही।

*न्यायालय के आदेश पर पति-पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज*


नवाबगंज (गोंडा)। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने पति-पत्नी के विरुद्ध जालसाजी सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है ।

थाना क्षेत्र के वजीराबाद निवासी दिनेश यादव पुत्र राममूरत यादव ने न्यायालय में प्रस्तुत की गई अपील में बताया कि मूलतः बिहार के रहने वाले पति-पत्नी नवीन सिंह पुत्र गया सिंह और उनकी पत्नी मधू सिंह वर्तमान निवासी गौतमबुद्ध नगर नोएडा, द्वारा मेरी और मेरे चचेरे भाईयों की पुश्तैनी जमीन को कूटरचित तरीके से जमीन पर प्रोजेक्ट बनाने के लिए गलत दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराये गये साथ ही आरोपियों ने मुझसे और मेरे चचेरे भाइयों से सिक्योरिटी मनी के नाम पर 05 लाख रुपये भी ले लिए। 

पीड़ित का आरोप है जब उक्त रकम मांगने गए तो आरोपियों ने अपशब्दों का प्रयोग किया और जान से मारने की धमकी दी गई। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर आरोपी पति-पत्नी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है ।

*भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 95 वां स्थापना दिवस मना*


नवाबगंज,/गोण्डा। कृषि संकाय नंदिनी नगर महाविद्यालय द्वारा आयोजित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 95वॉ स्थापना दिवस के मौके पर मंच पर उपस्थित विशिष्ठ अतिथियों मेजर राजेश द्विवेदी, मेजर राजा राम, ले० अमिताभ पाण्डेय ,डॉ बीएल सिंह, डॉ करुलेश यादव,ले०आनंद पाण्डेय,प्रशासक डॉ राम कृपाल सिंह, अन्य समस्त सम्मानित अध्यापको एवं अभिभावकों ने मां सरस्वती जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर शुभारंभ कर बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया।

इस अवसर पर देश के वैज्ञानिकों कर्मचारियों व देश के किसानों और युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने देश में हरित क्रांति लाने और उसके बाद कृषि में निरंतर विकास में अपने अनुसंधान व प्रौद्योगिकी विकास ने जबरदस्त भूमिका निभाई है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने ना केवल देश को आयतक राष्ट्र के बजाय एक निर्यातक राष्ट्र के रूप में स्थापित किया, बल्कि खाद्यान्न के मामले में आप निर्भरता और पोषण संबंधी सुरक्षा भी दी है। परिषद के कुशल वैज्ञानिकों के अनुसंधान परिणामों और किसान भाइयों की कड़ी मेहनत से आज देश में अनाज के भंडार भरे पड़े हैं।

पशुपालन हमारे जीवन का एक बड़ा हिस्सा है। खेती का लाभ ही गाय से है, इसके लिए हमें वैज्ञानिको की मदद लेनी चाहिए और किसान पहले से ही अपने यहां बगीचा लगाते हैं वह भी बिना कार्बन के जो बहुत ही मुश्किल होता है इस काम के लिए लोगों को अधिक खर्चा करना पड़ता है।

प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार का मूल मंत्र "सबका साथ, सबका विकास,और सबका विश्वास' को ध्यान में रखकर भारत देश की GDP दर में काफी बढ़ोतरी हुई है इसमें किसान और वैज्ञानिकों का पूरा सहयोग है हमें एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा हम सबको देश की नई तकनीक को और आगे ले जाना होगा और नई तकनीकों से भी कहीं अधिक तकनीक को लाना होगा देश के किसानों को जागरूक होने की काफी जरूरत है किसानों को एक साथ संगठित होना होगा।

आईसीएआर के ऊपर किसान भाइयों को काफी भरोसा और उत्साहित है। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में उपस्थित एनसीसी कैडेट्स, कृषि विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राओं, किसान भाइयों, युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हरित, शिक्षित और स्वास्थ्य देवीपाटन मंडल के संकल्पों को पूरा करने का आवाहन किया।

अपने जीवन में अच्छी कविताएं, अच्छी किताब, अच्छे दोस्त, और युवाओं से जुड़ी विभिन्न प्रसिद्ध कविताओं के माध्यम से जीवन के कठिन और संघर्षों के समय में सच है, विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है, सूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, काँटों में राह बनाते हैं। और रश्मिरथी के तृतीय सर्ग वो ही शुरमा निकलते है बढ़कर विपत्तियों पर छा जा। मेरे किशोर ! मेरे ताजा! जीवन का रस छंद जाने दे, तन को पत्थर बन जाने दे, तू स्वयं तेज भयंकारी है! और ज़िंदगी भर तो हुई गुफ़्तुगू ग़ैरों से मगर

आज तक हम से हमारी न मुलाक़ात हुई।

कौन विघ्न ऐसा जग में,टिक सके आदमी के मग में?खम ठोक ठेलता है जब नर,

पर्वत के जाते पाँव उखड़,

मानव जब ज़ोर लगाता है,

पत्थर पानी बन जाता है। जैसे कविताओं के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए अपनी जीवनशैली में सीख लेने की प्रेरणा दी।

*बीडीओ जब गांव प्रवेश करते हैं तो हूटर बजाकर हनक दिखाते हैं बीडीओ का यह घटनाक्रम चर्चा का विषय बना हुआ*


नवाबगंज /गोंडा। जिलाधिकारी गोंडा नेहा शर्मा के क्षेत्र के विभिन्न गांवों में चौपाल लगाने के समय समीप आने पर ब्लाक के ब्लाक डेवलेपमेंट अफ्सर सहित चयनित गांव के प्रधान सचिव सभी गांवों को चमकाने में लगे हैं गांवों में साफ सफाई सहित विभिन्न काम तेजी से हो रहा है ।

इन कामों के निरीक्षण में खंड विकास अधिकारी गांवों में निरीक्षण बाद हूटर बजाकर चलते नजर आये स्थानीय लोगों की माने तो आये दिन बीडीओ जब गांव प्रवेश करते हैं तो हूटर बजाकर हनक दिखाते हैं बीडीओ का यह घटनाक्रम चर्चा का विषय बना हुआ है।

मिली जानकारी अनुसार क्षेत्र के विभिन्न गांवों में जिलाधिकारी गोंडा नेहा शर्मा का चौपाल आगामी 18जुलाई को प्रस्तावित है इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ब्लाक के अधिकारियों सचिव और प्रधान दिन रात एक कर रहे हैं इस दौरान गांवों में हुए विकास काम को तेजी से पूरा कराने तथा साफ सफाई कर बेहतर दिखाने का प्रयास तेजी से किया जा रहा है ।

रविवार को खंड विकास अधिकारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह परसापुरथनवा गांव जाकर विकास काम देखा और जिलाधिकारी के आगमन में कोई समस्या ना हो इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए पर जब गांव से निकलने लगे तब वह अपनीo प्राइवेट गाड़ी में लगा हूटर तेजी से बजाकर निकल गये खंड विकास अधिकारी की गाड़ी में हूटर बजने पर गांव के व्यक्ति ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जब भी साहब गांव में आते हैं और जाते हैं तो हूटर बजाकर ही जाते हैं।

जबकि सरकार ने हूटर पर रोक लगा रखी है इस हूटर बजाने के बाबत खंड विकास अधिकारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह से उनके मोबाइल पर फोन मिलाकर बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने ब्लाक मुख्यालय आकर मिलने को कहकर फोन काट दिया जबकि सीडीओ गोंडा के सीयूजी नंबर पर फोन मिलाया गया पर किन्हीं कारणों से उनका मोबाइल नहीं उठा और बात नहीं हो रही पाई फिलहाल खंड विकास अधिकारी द्वारा हूटर बजाकर चलने का रिवाज चर्चा का विषय बना हुआ है।

*किसानों की आय बढ़ाने व प्रदूषण कम करने के लिए तापीय परियोजनाओं में कृषि अवशेषों एवं बायोमास पैलेट्स का किया जायेगा उपयोग*


लखनऊ- प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री के विजन एवं सकल्प को पूरा करने के लिए प्रदेश के थर्मल तापीय परियोजनाओं में कृषि अवशेषो और बायोमास पैलेट्स के प्रयोग को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए उद्योगपतियों और किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे तापीय परियोजनाओं में कोयले पर निर्भरता में कमी आये और वर्ष 2070 तक कार्बन उत्सर्जन में नेट जीरो एमीशन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि थर्मल पावर प्लांट में को-फायरिंग के लिए कोयले के साथ कृषि अवशेष व बायोमास पेलेट्स के प्रयोग को बढ़ाने से किसानों एवं उद्यमियों की आय में वृद्धि होगी। कृषि अवशेष एवम् पराली के न जलाने से वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी। साथ ही प्रधानमंत्री के ‘बेस्ट टू वेल्थ‘ और ‘कचरे से कंचन‘ बनाने के सकल्प एवं दृष्टिकोण को बल मिलेगा।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा आज होटल हयात, गोमतीनगर में ऊ प्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड एवम् ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार के समर्थ के सहयोग से आयोजित कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। यह कार्यशाला तापीय परियोजनाओं में बायोमास पेलेट्स के प्रयोग को बढ़ावा दिए जाने तथा उद्यमियों को बायोमास के क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु आयोजित की गई थी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के आयोजन से किसानो, उद्योगपतियो, स्टेकहोल्डर, स्टार्टअप को एक प्लेटफार्म मिला, जहां पर विशेषज्ञ से उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान और लाभों की जानकारी मिली। उन्होंने कहा की प्रधापमंत्री प्रेरणा से देश बायोएनर्जी की ओर बढ़ रहा हैं। प्रदेश सरकार ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने हेतु पहल कर रही, बायोमास के उत्पादन हेतु गम्भीर प्रयास किये जा रहे हैं। बायो एनर्जी नीति के तहत उद्यमियों को कई सारी सुविधाये दी जा रही हैं।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ऊर्जा समाज की एक बहुत ही बेसिक जरूरत बनती जा रही है। हमारे शास्त्रों में भी प्रकृति को ऊर्जा से उत्पन्न बताया गया है, फिर चाहे वह गैसीय स्थिति में हो या फिर ठोस रूप में हो। कोयला बनने में हजारों वर्ष लग जाते हैं, लेकिन बायोमास हमारे आस पास प्रतिवर्ष उत्पन्न होता है, यही सब रिन्युएबल सोर्स है। उन्होंने कहा कि पंजाब, गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश बायोमास के उत्पादन में तीसरे स्थान पर है। किसानों से 1.50 रूपये से 2 रूपये प्रतिकिलो की दर से कृषि अवशेष खरीदा जा रहा है। बायोमास क्षेत्र 55 हजार करोड रुपए से बड़ा बाजार है। इसके बढ़ने से प्रतिवर्ष 20 से 30 हज़ार करोड रुपए किसानों को फायदा होगा और 25 से 30 करोड रुपए का फ़ायदा बायोमास पेलेट्स उत्पादनकर्ता को होगा। इससे रोजगार बढ़ेगा और लोगों को अपने घर के आस-पास की काम मिलेगा। उन्होंने बताया कि हमारे देश में प्रतिव्यक्ति बिजली उपभोग करने की छमता दुनिया के अधिकांश देशों से बहुत कम हैं। प्रदेश में अभी एनटीपीसी के तीन और प्रदेश के दो पॉवर प्लांट्स में बायोमास पेलेट्स का प्रयोग किया जा रहा है। हमारे देश में मात्र 0.5 प्रतिशत ही बायोमास का उपयोग कोयले के साथ पॉवर प्लांट्स में हो रहा है। जबकि विश्व के अन्य देशों में 10 से 14 प्रतिशत तक बायोमास का उपयोग कोयले के साथ पॉवर प्लांट में किया जा रहा है। कार्यशाला में ऊर्जा राज्य मंत्री डा सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि स्वच्छ एवं ग्रीन एनर्जी प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार दोनों की प्राथमिकता में है। विद्युत उत्पादन में बायोमास के प्रयोग को बढ़ाने से सभी को फायदा होगा। भारत सरकार द्वारा तापीय परियोजनाओं में बायोमास को-फायरिंग को अनिवार्य किया गया है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार स्वच्छ एवं ग्रीन ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त करने का पूर्ण प्रयास कर रही है। पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से नये ऊर्जा स्रोतो को बढ़वा देने तथा सभी को सस्ती, सुलभ, सुरक्षित एवं सत्त ऊर्जा मिले इसके लिए कार्य किया जा रहा हैं।

अध्यक्ष उत्पादन निगम एम देवराज ने बताया कि कृषि अवशेष एंव बायोमास का पॉवर प्लांट में उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी आयेगी।किसान अपनी पराली को जलाने के बजाय इसे बेचेंगे। इससे वायु प्रदूषण को नियंत्रित भी किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 60 मीलियन टन बायोमास उपलब्ध है। इसमें से 43 मीलियन टन राइस बेस्ड हैं। प्रदेश में 7,000 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लिए 100 मीलियन टन कोयले का खपत हो रही हैं। प्रदेश में 10 प्रतिशत लगभग 10 मीलियन टन बायोमास के उपयोग से 5,000 करोड़ रूपये की बचत होगी।

निदेशक उत्पादन निगम पी गुरूप्रसाद ने बताया कि कार्बन उत्सर्जन कमी के लिए रिन्युएवल एर्जी पर जोर दिया जा रहा है। फिर भी अलगे 30 वषों तक कोयला आधारित थर्मल पॉवर प्लांट पर निर्भरता बनी रहेगी। अभी बिजली उत्पादन में 68 करोड़ टन कोयला जलता है, जिससे 112 करोड़ टन कार्बन उत्सर्जन होता हैं।

मिशन डायरेक्टर समर्थ मिशन सुदीप नाग ने बताया कि समर्थ मिशन बायोमास को-फायरिंग को बढ़ावा देने हेतु गम्भीर प्रयास कर रहा है। बायोमास पैलेट्स निर्माणकर्ताओं को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। बायोमास पैलेट्स कृषि के अनुपयुक्त अवषेशो से निर्मित होता है, जो कि विद्युत उत्पादन में प्रयोग में लाया जाता है। उन्होंने बताया कि पूरे देश में प्राइस बेस्ड पैलेट्स के उत्पादन को बढ़वा दिया जा रहा हैं। देश में प्रतिवर्ष 750 मीलियन मी0 टन कृषि अवशेष उत्पादित होते हैं। जिसमें से 100 मिलीयन मी0 टन बायोमास खेतो में जला दिया जाता हैं। उत्तर प्रदेश 216 लाख मी0 टन बायोमास उपलब्ध हैं। जब कि प्रदेश में 23729 मे0वा0 विद्युत उत्पादन के लिए 61 लाख मी0 टन बायोमास की जरूरत होगी। उन्होंने बताया कि 02 लाख मी0 टन बायोमास का प्रयोग पॉवर संयं़त्रों में किया जा रहा हैं। जिससे 02.50 लाख मी0 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आयी हैं।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर ऊर्जा राज्य मंत्री डा सोमेन्द्र तोमर , अध्यक्ष उत्पादन निगम एम देवराज, प्रबन्ध निदेशक उत्पादन निगम पी गुरू प्रसाद, मिशन डायरेक्टर समर्थ मिशन सुदीप नाग, निदेशक नेडा अनुपम शुक्ला एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें। कार्यशाला में तापीय परियोजनाओं, विभागो, वित्तीय संस्थाओं, पैलेट् निर्माताओं, किसानो के समूहो द्वारा प्रतिभाग किया गया।