गया के जिलाधिकारी को उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अवार्ड देकर किया सम्मानित
गया। सिविल सेवा दिवस 2023 के अवसर पर पटना अधिवेशन भवन में जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम को श्रवण श्रुति प्रोजेक्ट तथा जल जीवन हरियाली अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अलग-अलग 2 अवार्ड से सम्मानित किया गया। श्रवण श्रुति प्रोजेक्ट के तहत जिला में कम सुनने तथा बहरेपन के शिकार बच्चों की आवश्यक जांच तथा ईलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है।
इस परियोजना का जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा सीधा अनुश्रवण किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सुनने की क्षमता से प्रभावित या बहरेपन के शिकार बच्चों के ईलाज की सुविधा प्रदान होने के कारण मातापिता के लिए एक आशा की किरण बन गया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार प्रति हजार बच्चे में से 5 से 8 बच्चे बहरेपन से पीड़ित पाए जाते हैं। बहरेपन का इलाज केवल प्रारंभिक पहचान से ही उपचार संभव है। गया जिले में कुल 40998 बच्चों की जांच की गई है, इसमें कुल 1414 आंगनवाड़ी केंद्रों को आच्छादित किया गया है। 187 बच्चे बहरेपन चिन्हित किए गए, जिनमें 153 बच्चे टेंपरेरी/अस्थाई बहरेपन पाए गए हैं।
जिन्हें चिकित्सीय इलाज एवं दवा के पश्चात ठीक करा दिया गया तथा 34 बच्चे पूर्णरूपेण बहरेपन पाए गए अर्थात पूरी तरीके से हियरिंग लॉस पाया गया इनमें से 14 बच्चे को सर्जरी के पश्चात कॉकलियर इंप्लाट मशीन लगाया गया। शेष बच्चे को युद्ध स्तर पर सर्जरी करवाने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को बधाई देते हुए कहा कि श्रवण श्रुति प्रोजेक्ट काफी अच्छा साबित हो रहा है, इससे छोटे बच्चे, जो सुन नहीं पाते हैं, उनकी नई जिंदगी देने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत पूरे राज्य में गया जिला तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया के जिलाधिकारी को जल-जीवन-हरियाली अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया। जल-जीवन-हरियाली योजना अंतर्गत गया जिला में बीते पिछले वित्तीय वर्ष में जो कार्य हुए हैं, उन कार्यों से इस वर्ष सुखाड़ की समस्या से कुछ हद तक निदान मिलने की संभावना है। पिछले वित्तीय वर्ष में कुछ कारणों से वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण कार्य नहीं किया जा सका। इसके बावजूद भी गया जिला पूरे राज्य भर में प्रथम 3 में अपना स्थान बनाने में कामयाब रहा। जल-जीवन-हरियाली अंतर्गत नए तालाबों का सृजन एवं तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य, आहर पइन का सृजन एवं जीर्णोद्धार, नई जल संरचनाओं का सृजन भी बड़ी संख्या में कराया गया है। इसके साथ-साथ इस अभियान अंतर्गत चापाकलों के किनारे सोख्ता, कुओं का जीर्णोद्धार एवं उनके किनारे सोख्ता का निर्माण, भवन संरचना पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग अधिष्ठापन सौर ऊर्जा के आयामों का क्रियान्वयन कराया गया है।
Apr 28 2023, 20:52