सदर अस्पताल के लिपिक की पिटाई के विरोध में स्वास्थ्यकर्मियों ने दिया एक दिवसीय धरना
औरंगाबाद : सांसद सुशील कुमार सिंह की कथित मौजूदगी में सदर अस्पताल के लिपिक संजय कुमार सिंह की पिछ्ले दिनों हुई पिटाई के विरोध में स्वास्थ्यकर्मियों ने आज मंगलवार को चिकित्सा सेवा कर्मचारी संघ के बैनर तले सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया।
धरना को संबोधित करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि 25 मार्च को अपराहन 3.00 से 4.00 बजे के बीच ट्रैक्टर से दुर्घटनाग्रस्त एक मरीज आया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।
इसे लेकर मृतक के परिजनों एवं असामाजिक तत्वों द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाकर लिपिक संजय कुमार सिंह के साथ मारपीट की गयी थी, जिसे सीसीटीवी फुटेज में भी देखा जा सकता है।
यह घटना सांसद सुशील कुमार सिंह के समक्ष हुई थी। इस घटना की हम घोर निंदा करते है। इस घटना से सभी कर्मचारी मर्माहत एंव भयभीत है।
कहा कि गलती आम जनता की रहती है और जान बुझकर दोष अस्पताल के कर्मियों पर मढ़ दिया जाता है। सदर अस्पताल में बार बार इस तरह की घटनाएं घटित हो रही हैं। पूर्व में भी कई बार ऐसी घटनाएं घट चुकी है लेकिन कार्रवाई के नाम पर लीपापोती कर दी जाती है।
वहीं सदर अस्पताल के प्रबंधक हेमन्त राजन ने कहा की अस्पताल में सुरक्षा की किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है। हंगामा होने पर अस्पताल के सभी सुरक्षा गार्ड भाग जाते हैं। इसी वजह से संघ ने सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया है कि दोषी व्यक्ति पर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई की जाए अन्यथा संघ आंदोलन को और तेज करेगा।
धरनार्थियो ने इसे लेकर सिविल सर्जन को एक तीन सूत्री मांग पत्र भी सौंपा है। मांग पत्र में मारपीट करनेवाले पर कार्रवाई करने, सुरक्षा के लिए सदर अस्पताल में पुलिस पिकेट स्थापित करने एवं सभी प्राईवेट सुरक्षाकर्मियों को बदल कर नये सुक्षाकर्मी की तत्काल व्यवस्था करने की मांग शामिल है।
संघ ने अल्टीमेटम दिया है कि इस मामले में यदि कार्रवाई नहीं होती है तो सभी कर्मचारी 28 मार्च को पूर्वाहन 08:00 बजे से अनिश्चितकालीन हडताल पर चले जायेंगें।
वही धरना को समर्थन देने आये राजद के जिला प्रवक्ता रमेश यादव ने धरनार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लिपिक की पिटाई सांसद के इशारे पर हुई है। पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है।
कहा कि सदर अस्पताल के कर्मी विकट से विकट परिस्थिति में बेहतर काम करते है। वे पीड़ित मानवता की सेवा करते है। बदले में उनकी पिटाई बेहद निंदनीय है।
राजद स्वास्थ्यकर्मियों के साथ खड़ा है और मामले में कार्रवाई नही होने पर पार्टी कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ देगी।
वही पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों की सभी तीन सूत्री मांगों को लेकर वें डीएम से मिलने जा रहे है। डीएम से मिलकर वें मामले के दोषियों पर कार्रवाई करने, स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और पुलिस पिकेट की स्थापना की मांग को रखेंगे।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Mar 29 2023, 16:01