बिहार विधान परिषद के गया स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के मद्देनजर हुआ प्रशिक्षण का आयोजन
औरंगाबाद: बिहार विधान परिषद के द्विवार्षिक निर्वाचन के तहत 02-गया स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए तैयारी अंतिम चरण में है। नाम निर्देशन का कार्य समाप्त हो चुका है। सभी अभ्यर्थी अपने चुनाव प्रचार में लग गए हैं। इधर जिला प्रशासन भी चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, त्रुटिरहित और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
इसी कड़ी में शनिवार को नगर भवन औरंगाबाद में मतदान पदाधिकारियों एवं माइक्रो आब्जर्वर का प्रथम प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में कुल 160 मतदान दल के सदस्य तथा 45 माइक्रो आब्जर्वर मौजूद रहे। प्रशिक्षण के दौरान उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गजाली ने बताया की आगामी 31 मार्च को जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में स्नातक निर्वाचन क्षेत्र और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 29 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 17503 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
मतदान प्रक्रिया सुबह 08 बजे प्रारंभ होगी जो शाम 04 बजे तक चलेगी। एक मतदान केंद्र पर कुल चार मतदान पदाधिकारी लगाए गए हैं। साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो आब्जर्वर भी लगाए गए हैं। मतदान सामग्री 30 मार्च को मतदान दल को प्राप्त करा दिया जाएगा, जिसे लेकर वे सीधा मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे। इस अवसर पर मुख्य मास्टर प्रशिक्षक राजकुमार प्रसाद गुप्ता ने बताया कि सभी मतदान दल एक दिन पूर्व प्राप्त सभी सामग्रियों का सूची से मिलान कर लेंगे, यदि कोई सामग्री नही हो तो इसी दिन प्राप्त कर लेंगे। खास कर निर्वाचक नामावली की प्रति, अमिट स्याही, विशेष बैगनी रंग का मार्कर, मतपत्रों का बंडल, पेपर सील, सभी प्रपत्र, सभी लिफाफे इत्यादि।
मतपेटिका को खोल बंद कर चेक कर लेंगे। मतदान दिवस के दिन बूथ पर वोटिंग प्रकोष्ठ , मतदान कर्मियों तथा मतदान अभिकर्ताओं के बैठने , मतदाताओं के कतार लगाने की व्यवस्था आदि का ले आउट कर व्यवस्थित कर लेंगे। इस बात का सख्ती से पालन किया जाएगा कि मतदान केंद्र के 200 मीटर के परिधि में किसी अभ्यर्थी या पार्टी का कार्यालय, तंबू या पोस्टर आदि नही रहेंगे। पोलिंग एजेंट, विडियोग्राफर तथा माइक्रो आब्जर्वर की उपस्थिति में मतपेटिका की मतदान के लिए प्रारंभिक सील करेंगे तत्पश्चात मतदान ससमय प्रारंभ किया जायेगा।
प्रथम मतदान पदाधिकारी मतदाताओं के पहचान के उत्तरदायी होंगे। उनके पास निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति तथा अमित स्याही होगी। स्नातक निर्वाचन के मतदाता को अमिट स्याही बाएं हाथ की तर्जनी पर जबकि शिक्षक निर्वाचन के मतदाता को बाएं हाथ की मध्यमा पर लगाई जाएगी। मतदाता अपना पहचान वोटर आईडी दिखा कर कराएंगे।
यदि वोटर कार्ड नहीं होगी तो निर्वाचन विभाग द्वारा जारी कुल 10 पहचान के दस्तावेजों में से कोई एक का प्रयोग अपनी पहचान के लिए कर सकेंगे। द्वितीय मतदान पदाधिकारी के पास मतपत्र रहेंगे जिसे आवश्यक प्रक्रिया के बाद मतदाता की जारी करेंगे। जबकि तृतीय मतदान कर्मी के पास मतपेटिका और विशेष बैगनी रंग के स्केच पेन होंगे जिससे मतदाता मतदान प्रकोष्ठ में जाकर वरीयता क्रम के अनुसार अभियर्थिओं को क्रम से प्राथमिकता देते हुए अपना मत देंगे और मतपत्र को विधिवत मोड़ कर मतपेटिका में डालेंगे।
मतदान समाप्ति के बाद सील किया हुआ मतपेटिका तथा अन्य सामग्री गया कॉलेज गया स्थित वज्र गृह में जमा किया जायेगा। माइक्रो आब्जर्वर को बताया गया की माइक्रो आब्जर्वर सीधे मुख्य आब्जर्वर के नियंत्रण में कार्य करते है। मतदान प्रक्रिया के दौरान की गतिविधियों का अपनी गोपनीय रिपोर्ट मुख्य प्रेक्षक की सौंपते हैं।
प्रशिक्षण में जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, राजस्व अधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी , बैंक के कर्मी, कोषांग के मास्टर प्रशिक्षक सैयद मोहम्मद दायम, कुंदन कुमार ठाकुर, नरेश सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।
Mar 19 2023, 21:34