आंधी पानी की आहट से बागवानों में बौखलाहट
लखनऊ। फलपट्टी क्षेत्र की अमराइयों में लदे बौर को देखकर खुशी से बौराये बागवानों को मौसम की बदमिजाजी का आभास होते ही डर सताने लगा है।मौसम विभाग द्वारा पश्चिमी विक्षोभ की प्रतिक्रया स्वरूप आगामी दिनों तेज हवा के साथ बेमौसम बरसात होने तथा ओलावृष्टि की आशंका जताए जाने के कारण बागवानों तथा किसानों का कलेजा मुंह में आ रहा है। बेटी की विदाई तथा बेटे की पढ़ाई का सपना सँजोये फलपट्टी क्षेत्र के बागवानों ने माल, मलिहाबाद तथा काकोरी की आम की बागों में लदे बौर को देखकर खुशी जताई थी।
आम की आन ईयर फसल में बहुल उत्पादन से अच्छी आमदनी की आस लगाए बैठे बागवानों की चिंता है कि यदि मौसम ने पलटी मारी तो बौर में आम का भ्रूण स्थापित होने के पीक आवर में फफूंदी,दहिया,खर्रा, गालमिज आदि रोगों का प्रकोप बढ़ेगा ।जिससे फसल का बचाव करना कठिन हो जाएगा।यदि ओलावृष्टि हुई तो भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। वहीं सरसों, चना,गेहूं की तैयार खड़ी फसलें भी किसानों के घर तक पहुंचने से पहले ही खराब हो जाएंगी।इसी फिक्र में किसान
अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
फसल बीमा प्रक्रिया का हो सरलीकरण
किसान नेता भास्कर सिंह का कहना है कि बागवानों की फसल के बीमा की प्रक्रिया का सरलीकरण होना चाहिए।जिससे बागवानों को नुकसान होने पर राहत अहसास हो।बागवान कपिल द्विवेदी का कहना है कि पिछले साल कमजोर फसल होने के बावजूद अच्छे दाम मिल गए थे।इस बारअच्छी फसल होने की उम्मीद के बाद मौसम की मार से नुकसान का अंदेशा है।
धैर्य पूर्वक रखें फसल तथा मौसम पर नजर
क्षेत्र में बागवानी के विशेषज्ञ अजय प्रताप सिंह का कहना है बागवान मौसम तथा अपनी फसल पर धैर्य के साथ नजर रखें तथा बूंदाबांदी होने के बाद आम के पेड़ों की धुलाई दहिया खर्रा अवरोधी अच्छी दवाओं से धुलाई करा कर फसल को कीटनाशक के प्रयोग से बचकर फसल की बेहतर सुरक्षा करें।
Mar 14 2023, 17:20