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आजमगढ़: अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में अधिवक्ताओं ने अपने हाथों में काली पट्टी बांध किया प्रदर्शन, लगाए नारे
निजामाबाद (आजमगढ़ ) । जिले के निजामाबाद तहसील में  अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में अधिवक्ताओं ने अपने हाथों में काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया और अपने मांगों के समर्थन में नारे लगाए।
शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में तहसील मुख्यालय स्थित सभागार में अधिवक्ताओं ने बैठक किया। बैठक के बाद नारेबाजी करते हुए तहसील से बाहर रोड के किनारे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर कि प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया । कहा कि अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 अधिवक्ता हित में नहीं है। जिसको लेकर अधिवक्ता लामबंद हैं।
 विधेयक के विरोध में  बार एसोसिएशन  की बैठक संघ के अध्यक्ष मितई यादव की अध्यक्षता में हुई। सरकार द्वारा पारित विधेयक का कड़े शब्दो मे विरोध किया।अधिवक्ता सम्पूर्ण  दिन न्यायिक कार्य से विरत रहे । अपने हाथों में काली पट्टी बांधे हुए थे। संघ के मंत्री चंद्रेश राम ने कहा कि यह विधेयक अधिवक्ताओं के हित के खिलाफ है । उन्होंने इस विधेयक को अधिवक्ता स्वतंत्रता के लिए घातक है ।इसे तत्काल रद्द करने की मांग जनहित में हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 अधिवक्ताओं के हित में नहीं है। और वही न्याय प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए अधिवक्ता स्वतंत्रता बेहद आवश्यक है।लेकिन इस संशोधन विधेयक में अधिवक्ताओं के अधिकारों को सीमित करने का प्रस्ताव किया गया है। उन्होंने ने कहा कि  विधेयक में अधिवक्ताओं के स्वतंत्र अधिकारों पर प्रतिबंध लगाने के प्रावधान शामिल किए गए हैं। जिससे वे आमजन को न्याय दिलाने में बाधित हो सकते हैं। उन्होंने अधिवक्ताओं का आह्वान किया कि सभी लोग विधेयक का विरोध दर्ज कराएं। और इसके खिलाफ सशक्त विरोध प्रदर्शन भी करें। इसके बाद बार एसोशिएशन के अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति , प्रधान मंत्री, और क़ानून मंत्री के नाम ज्ञापन  दिया ।
 इस अवसर पर बार एसोशिएशन के मंत्री चंद्रेश राम , मनोज राय ,देवेंद्र राय, अनिल कुमार, मोहन, कुमार, डॉक्टर शहनवाज ख़ान, लालमन यादव, कमलेश यादव, इशरत हुसैन, महेंद्र पांडेय, राम आसरे चतुर्वेदी, निलेश पाण्डेय आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
यूपी का बजट अगले 25 साल का रोडमैप तैयार करेगा : सीएम योगी

डेस्क:– उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्त वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के तिलक हॉल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बजट की खूबियां गिनाईं। उन्होंने इस बजट की थीम 'वंचित को वरीयता' को बताया जो 'सर्वे भवन्तु सुखिन:' की अवधारणा के अनुरूप गरीब, किसान, युवा और महिला उत्थान को समर्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के 5टी - ट्रेड, टूरिज्म, टेक्नोलॉजी, ट्रेडिशन और टैलेंट - को मंत्र मानकर नया उत्तर प्रदेश आज श्रम शक्ति से अर्थ शक्ति के रूप में पहचाना जा रहा है। उत्तर प्रदेश आज 'बीमारू' राज्य से ऊपर उठकर रेवेन्यू सरप्लस राज्य बन चुका है।

उन्होंने कहा कि देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य ने देश के सभी राज्यों में अब तक का सबसे बड़ा बजट विधानसभा में प्रस्तुत किया है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश का यह 9वां बजट है। पिछले 8 साल में सरकार ने जो भी राज्य के लिए किया है, उसके अच्छे परिणाम हमें देखने को मिले हैं। यह बजट हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह संविधान के लागू होने का अमृत महोत्सव वर्ष भी है। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश की स्थापना का भी अमृत वर्ष है। ये दोनों कार्य जनवरी 1950 में हुए थे। 75 साल के शानदार इतिहास के साथ ही आगामी 25 साल की कार्ययोजना का रोडमैप तैयार करने के लिए यह बजट महत्वपूर्ण है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के नाम पर लखनऊ में स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना कर रही है। इसके अलावा प्रत्येक जनपद में 100 एकड़ में पीपीपी मॉडल पर सरदार पटेल जनपदीय आर्थिक क्षेत्र स्थापित किया जाएगा। पीपीपी मोड पर 10 संत कबीर वस्त्रोद्योग पार्क तथा 2 संत रविदास चर्मोद्योग पार्क स्थापित किए जाएंगे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष में उनके सम्मान में नगरीय क्षेत्रों में पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि यूपी में कृषि विभाग की स्थापना के 150 वर्ष को बीज वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। लखनऊ स्थित अटारी कृषि प्रक्षेत्र पर 251 करोड़ रुपये की लागत से पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के सम्मान में एक सीड पार्क की स्थापना की जाएगी।

प्रत्येक कृषि मंडी में माता शबरी के नाम पर कैंटीन और विश्रामालय स्थापित किए जाएंगे। यहां सब्सिडाइज्ड दरों पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही मेधावी छात्राओं को प्रात्रता के आधार पर स्कूटी प्रदान करने की नई योजना 'रानी लक्ष्मी बाई स्कूटी योजना' के लिए 400 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। इसी प्रकार सात जनपदों वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर नगर, झांसी, आगरा में माता अहिल्याबाई होलकर के नाम पर श्रमजीवी महिलाओं के लिए हॉस्टल का निर्माण होगा। सीएम योगी ने बताया कि सरकार ने 2017-18 से अब तक हर वर्ष अलग-अलग वर्गों को समर्पित बजट प्रस्तुत किया है। वर्ष 2017-18 का बजट अन्नदाता किसानों को, 2018-19 का इन्फ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास को, 2019-20 का महिला सशक्तीकरण को और 2020-21 का बजट युवाओं और रोजगार सृजन को समर्पित था।

वर्ष 2021-22 का बजट स्वावलंबन से सशक्तिकरण, 2022-23 का बजट अंत्योदय से आत्मनिर्भरता, 2023-24 का बजट त्वरित और समावेशी विकास और 2024-25 का बजट रामराज्य और पर्यटन को समर्पित किया गया था। इसी प्रकार 2025-26 का बजट ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की अवधारणा के तहत 'वंचित को वरीयता' की मूल भावना पर आधारित है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह बजट राज्य के सामर्थ्य और 'डबल इंजन सरकार' की प्रतिबद्धता को भी दिखाता है। इसमें 2,25,561.49 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का प्रस्ताव है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर धनराशि व्यय होगी, जिससे अधिक से अधिक रोजगार सृजित होंगे और प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। साल 2017-18 में प्रदेश की जीडीपी 12,89,000 करोड़ रुपये थी जो 2024-25 में बढ़कर 27,51,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। तीन साल वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद यह उपलब्धि है।

सीएम योगी ने कहा कि साल 2016-17 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठे स्थान पर थी, आज यह दूसरे स्थान पर है। इसके लिए हमने रेवेन्यू लीकेज को खत्म किया, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया। प्रदेश के अंदर राजस्व प्राप्ति के नए साधन उपलब्ध कराए गए। उन्होंने कहा कि बजट में कुल राजकोषीय घाटा जीडीपी के तीन फीसदी से कम 2.9 फीसदी है। यह राज्य सरकार के व्यवस्थित वित्तीय प्रबंधन का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। नीति आयोग द्वारा राज्यों के राजकोषीय घाटे के संबंध में यूपी को फ्रंट रनर की श्रेणी में रखा गया है। प्रदेश के फिसिकल हेल्थ इंडेक्स में बढ़ोत्तरी हुई है। पूंजीगत व्यय 1.8 प्रतिशत से 19.3 प्रतिशत के बीच रहा है। देश के राज्यों के औसत अनुपात से यूपी का अनुपात अधिक रहा है।
मस्क व्हाइट हाउस के सिर्फ एक कर्मचारी”, टेस्ला के सीईओ पर क्या है इस बयान के मायने

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टेस्ला सीईओ और अमेरिका के सरकारी दक्षता विभाग यानी डीओजीई की जिम्मेदारी संभालने वाले एलन मस्क का सरकार के फैसलों में दखल अमेरिका के लोगों और प्रशासन को रास नहीं आ रहा है। अमेरिका में फेडरल कर्मियों को नौकरियों से निकालने के ट्रंप के आदेश को मॉनिटर करने की जिम्मेदारी भी मस्क को मिली हुई है जो खुद ट्रंप ने दी है। अब अमेरिका में राष्ट्रपति ऑफिस व्हाइट हाउस ने एक कोर्ट में जवाब दिया कि अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क सिर्फ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार हैं। वे डीओजीई के एम्पलॉयी नहीं हैं, इसलिए उनके पास सरकार के अंदर फैसले लेने का अधिकार नहीं है।

दरअसल, न्यू मेक्सिको की अगुआई में 14 अमेरिका राज्यों ने वॉशिंगटन डीसी के एक फेडरल कोर्ट में ट्रंप और मस्क के खिलाफ केस किया है। ये राज्य मस्क को डीओजीई प्रमुख बनाए जाने से नाराज हैं। राज्यों के मुताबिक, एलन के हाथ में बड़ी ताकत आ गई है, जो अमेरिकी संविधान के उल्लंघन में है।

इसी केस को लेकर व्हाइट हाउस में ऑफिस ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के डायरेक्टर जॉशुआ फिशर ने कोर्ट में जानकारी दी कि मस्क की भूमिका सिर्फ सलाहकार की है। उनका काम सिर्फ राष्ट्रपति को सलाह देना और प्रशासन की तरफ से निर्देशों को कर्मचारियों तक पहुंचाने का है।

व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन में मस्क की भूमिका व्हाइट हाउस के कर्मचारी और राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में थी, और वह डीओजीई के कर्मचारी नहीं थे। व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि मस्क के पास निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है।

पिछले महीने डीओजीई द्वारा राष्ट्रपति के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद से डीओजीई ने संघीय एजेंसियों में अपनी पैठ बना ली है और मस्क को सरकार में नाटकीय बदलाव के तहत फिजूलखर्ची को रोकने का जिम्मा सौंपा है, जिसमें हजारों नौकरियों में कटौती भी शामिल है।

आजमगढ़:-फौज की ट्रेनिंग कर घर वापस आने पर माहुल में फौजी का हुआ स्वागत
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  सीआरपीएफ में चयन होने के बाद फौज की ट्रेनिंग कर पहली बार फौजी की वर्दी में अपने गाँव आये फौजी की क्षेत्रीय लोगों द्वारा स्वागत किया गया। क्षेत्रीय लोगों ने फौजी बेटे की अगवानी में उसे पदयात्रा कराकर पूरे गांव मे जुलूस निकाला। गांव में हर घर के बाहर  माला पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया गया। गांव वालों का इतना प्रेम देखकर फौजी के मित्र सुजीत जायसवाल आशू भी भावुक हो गये। आज़मगढ़ जिले के फूलपुर तहसील के ग्राम मोतीपैर गांव मे रहने वाले सतिराम गौतम के बेटे राजकुमार गौतम का फरवरी 2024 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मेें हवलदार मंत्रालयिक पद के लिये चयन हुआ था। राजकुमार अपने गांव से ग्वालियर में फौज की ट्रेनिंग के लिए गए थे। 18 सप्ताह बाद जब ट्रेंनिग खत्म कर गांव का बेटा राजकुमार फौजी की ड्रेस में अपने गांव लौटा तो इस गांव मे लोगों के दिलों में देश भक्ति का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। लोगो ने फौजी बेटे के गांव में पहली बार लौटने पर आतिशबाजी एवं देशभक्ति नारों के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला। इस दौरान गांव के लोग माला लेकर खड़े थे। जिनके द्वारा जगह जगह राजकुमार का स्वागत किया गया और लोगों ने उसे आशीर्वाद दिया। गांव वालों के दिलों में देशभक्ति का आपार प्रेम देख राजकुमार भी भावुक हो गए। एक गरीब परिवार के बेटे राजकुमार ने ये साबित कर दिया कि दुख की चट्टान हौसलों के आगे घुटने टेक देती है। राजकुमार के पिता सतिराम विदेश में नौकरी करते हैं। उनके 3 बेटे हैं जिसमें राजकुमार दूसरे नम्बर के हैं।  राजकुमार ने पढाई में बीएससी फाइनल किए हैं। गरीब परिवार की वजह से राजकुमार ने अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी का सामना भी किया फिर भी अपने आगे की पढ़ाई जारी रखी।12वीं पास करने के बाद  राजकुमार के मन में फौज में जाने का जूनून था। जिसको लेकर अपने काम के साथ साथ उसने रात रात भर पढाई की। कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं माने और लगातार प्रयास करने के बाद राजकुमार का चयन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में हवलदार मंत्रालयिक के लिए हो गया। इस मौके पर राजकुमार के बड़े भाई सुनील, मां उर्मिला देवी, सुजीत जायसवाल आशू, सलमान कुरैशी , शैलेश शर्मा,  गुलशन, अजय श्रीवास्तव, हरिहर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।

आजमगढ़:-फौज की ट्रेनिंग कर घर वापस आने पर माहुल में फौजी का हुआ स्वागत
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  सीआरपीएफ में चयन होने के बाद फौज की ट्रेनिंग कर पहली बार फौजी की वर्दी में अपने गाँव आये फौजी की क्षेत्रीय लोगों द्वारा स्वागत किया गया। क्षेत्रीय लोगों ने फौजी बेटे की अगवानी में उसे पदयात्रा कराकर पूरे गांव मे जुलूस निकाला। गांव में हर घर के बाहर  माला पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया गया। गांव वालों का इतना प्रेम देखकर फौजी के मित्र सुजीत जायसवाल आशू भी भावुक हो गये। आज़मगढ़ जिले के फूलपुर तहसील के ग्राम मोतीपैर गांव मे रहने वाले सतिराम गौतम के बेटे राजकुमार गौतम का फरवरी 2024 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मेें हवलदार मंत्रालयिक पद के लिये चयन हुआ था। राजकुमार अपने गांव से ग्वालियर में फौज की ट्रेनिंग के लिए गए थे। 18 सप्ताह बाद जब ट्रेंनिग खत्म कर गांव का बेटा राजकुमार फौजी की ड्रेस में अपने गांव लौटा तो इस गांव मे लोगों के दिलों में देश भक्ति का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। लोगो ने फौजी बेटे के गांव में पहली बार लौटने पर आतिशबाजी एवं देशभक्ति नारों के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला। इस दौरान गांव के लोग माला लेकर खड़े थे। जिनके द्वारा जगह जगह राजकुमार का स्वागत किया गया और लोगों ने उसे आशीर्वाद दिया। गांव वालों के दिलों में देशभक्ति का आपार प्रेम देख राजकुमार भी भावुक हो गए। एक गरीब परिवार के बेटे राजकुमार ने ये साबित कर दिया कि दुख की चट्टान हौसलों के आगे घुटने टेक देती है। राजकुमार के पिता सतिराम विदेश में नौकरी करते हैं। उनके 3 बेटे हैं जिसमें राजकुमार दूसरे नम्बर के हैं।  राजकुमार ने पढाई में बीएससी फाइनल किए हैं। गरीब परिवार की वजह से राजकुमार ने अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी का सामना भी किया फिर भी अपने आगे की पढ़ाई जारी रखी।12वीं पास करने के बाद  राजकुमार के मन में फौज में जाने का जूनून था। जिसको लेकर अपने काम के साथ साथ उसने रात रात भर पढाई की। कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं माने और लगातार प्रयास करने के बाद राजकुमार का चयन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में हवलदार मंत्रालयिक के लिए हो गया। इस मौके पर राजकुमार के बड़े भाई सुनील, मां उर्मिला देवी, सुजीत जायसवाल आशू, सलमान कुरैशी , शैलेश शर्मा,  गुलशन, अजय श्रीवास्तव, हरिहर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।

आजमगढ़:-फौज की ट्रेनिंग कर घर वापस आने पर माहुल में फौजी का हुआ स्वागत
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। सीआरपीएफ में चयन होने के बाद फौज की ट्रेनिंग कर पहली बार फौजी की वर्दी में अपने गाँव आये फौजी की क्षेत्रीय लोगों द्वारा स्वागत किया गया। क्षेत्रीय लोगों ने फौजी बेटे की अगवानी में उसे पदयात्रा कराकर पूरे गांव मे जुलूस निकाला। गांव में हर घर के बाहर  माला पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया गया। गांव वालों का इतना प्रेम देखकर फौजी के मित्र सुजीत जायसवाल आशू भी भावुक हो गये। आज़मगढ़ जिले के फूलपुर तहसील के ग्राम मोतीपैर गांव मे रहने वाले सतिराम गौतम के बेटे राजकुमार गौतम का फरवरी 2024 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मेें हवलदार मंत्रालयिक पद के लिये चयन हुआ था। राजकुमार अपने गांव से ग्वालियर में फौज की ट्रेनिंग के लिए गए थे। 18 सप्ताह बाद जब ट्रेंनिग खत्म कर गांव का बेटा राजकुमार फौजी की ड्रेस में अपने गांव लौटा तो इस गांव मे लोगों के दिलों में देश भक्ति का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। लोगो ने फौजी बेटे के गांव में पहली बार लौटने पर आतिशबाजी एवं देशभक्ति नारों के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला। इस दौरान गांव के लोग माला लेकर खड़े थे। जिनके द्वारा जगह जगह राजकुमार का स्वागत किया गया और लोगों ने उसे आशीर्वाद दिया। गांव वालों के दिलों में देशभक्ति का आपार प्रेम देख राजकुमार भी भावुक हो गए। एक गरीब परिवार के बेटे राजकुमार ने ये साबित कर दिया कि दुख की चट्टान हौसलों के आगे घुटने टेक देती है। राजकुमार के पिता सतिराम विदेश में नौकरी करते हैं। उनके 3 बेटे हैं जिसमें राजकुमार दूसरे नम्बर के हैं।  राजकुमार ने पढाई में बीएससी फाइनल किए हैं। गरीब परिवार की वजह से राजकुमार ने अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी का सामना भी किया फिर भी अपने आगे की पढ़ाई जारी रखी।12वीं पास करने के बाद  राजकुमार के मन में फौज में जाने का जूनून था। जिसको लेकर अपने काम के साथ साथ उसने रात रात भर पढाई की। कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं माने और लगातार प्रयास करने के बाद राजकुमार का चयन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में हवलदार मंत्रालयिक के लिए हो गया। इस मौके पर राजकुमार के बड़े भाई सुनील, मां उर्मिला देवी, सुजीत जायसवाल आशू, सलमान कुरैशी , शैलेश शर्मा,  गुलशन, अजय श्रीवास्तव, हरिहर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।

महाकुंभ में भारतीय संस्कृति और व्यवस्थाओं का अध्ययन कर रहे विदेशी सैलानी

डेस्क:–इस बार महाकुंभ में विदेशी सैलानियों की रुचि में बड़ा बदलाव देखा गया है। पहले जहां विदेशी पर्यटक नागा साधुओं और उनके रहस्यमय जीवन को जानने के लिए आते थे, वहीं इस बार वे महाकुंभ की स्वच्छता, यातायात व्यवस्था और संपूर्ण आयोजन प्रबंधन का अध्ययन करने भी आ रहे हैं।

इस बार मेले में पहले से कहीं ज्यादा विदेशी सैलानी पहुंचे और उन्होंने भारतीय संस्कृति को नजदीक से देखा और अनुभव किया।

अग्नि अखाड़े के सचिव महामंडलेश्वर संपूर्णानंद जी ने बताया कि इस बार कई देशों से विदेशी पर्यटक प्रयागराज आए हैं। उन्होंने यहां ब्रह्मचारी जीवन और गृहस्थ जीवन के अंतर को करीब से जाना और समझा। अब विदेशी सैलानी सिर्फ नागा साधुओं के जीवन को देखने नहीं आ रहे, बल्कि वे महाकुंभ की व्यवस्थाओं और सनातन संस्कृति का गहराई से अध्ययन करने भी आ रहे हैं।

अफ्रीका के घाना देश से आए जितेंद्र सिंह नेगी (उच्चायोग अफेयर्स, घाना) ने बताया कि उनके पूर्वज भारत से घाना गए थे और पहली बार प्रयागराज आकर उन्हें सनातन धर्म की अद्भुत जानकारी मिली।

उन्होंने कहा, "हमने पहली बार गुरुजी (अग्नि अखाड़ा महामंडलेश्वर संपूर्णानंद जी) से मुलाकात की और सनातन धर्म के गूढ़ रहस्यों को समझा। हमारे साथ 16 अन्य प्रतिनिधि भी आए, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को गहराई से जाना।"

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इसी क्रम में विदेशी सैलानी अंकिता उपाध्याय ने बताया, "हमने महाकुंभ के बारे में जो सुना था, उससे कहीं अधिक यहां आकर देखा और महसूस किया। व्यवस्थाओं की सुगमता और संगम की आध्यात्मिक ऊर्जा ने हमें नई अनुभूति दी है।"

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महाकुंभ नगर प्रशासन के अनुसार, महाकुंभ 2025 में अब तक 50 से अधिक देशों के सैलानी आ चुके हैं और आगे भी बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना है।

आजमगढ़:-जमानत का बांड तोड़वाकर जेल में इजाल के लिए आते हैं लोग:दारा सिंह चौहान
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। फूलपुर के गददौपुर विद्युत उपकेन्द्र के पास अंबारी दीदारगंज मार्ग पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अवधेश सिंह के पेट्रोल पंप का शिलान्यास  कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से पंडित मनोज  कुमार उपाध्याय के द्वारा भूमि पूजन कराया गया । कारागार मंत्री दारासिंह चौहान ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि मेरे मंत्री बनने के बाद सभी जिलों में स्थित जेलों की व्यवस्था में सुधार किया गया है । अब बहने अपने भाइयों को रक्षा बंधन के दिन बिना रोक टोक के जेल में जाकर राखी बांधने बांध सकती है । जेल में बंद सभी कैदियों को बेहतर सुविधाएं दी जाती है । कारागार मंत्री से पूछा गया कि जेल बन्द पूर्व सांसद एवं फूलपुर पवई विधायक रमाकांत यादव ने आरोप लगाया था कि  जेल में स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल पा रही, तो कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि व्यक्ति विशेष की बात नही है , सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है ,चाहे गरीब हो या अमीर सभी लोगों को जेल बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध है। यहाँ तक कि जमानत का बांड तोड़कर  लोग जेल में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाते हैं । इस अवसर पर योगेश सिंह ,आशीष सिंह , प्रवीण सिंह ,सूरज सिंह ,अनिल नारायण सिंह ,तुफैल अहमद ,सौरभ सिंह बीनू ,राजेन्द्र सिंह ,प्रवेश सिंह ,उपेंद्र सिंह आदि रहे ।

आजमगढ़:-जमानत का बांड तोड़वाकर जेल में इजाल के लिए आते हैं लोग:दारा सिंह चौहान
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। फूलपुर के गददौपुर विद्युत उपकेन्द्र के पास अंबारी दीदारगंज मार्ग पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अवधेश सिंह के पेट्रोल पंप का शिलान्यास  कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से पंडित मनोज  कुमार उपाध्याय के द्वारा भूमि पूजन कराया गया । कारागार मंत्री दारासिंह चौहान ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि मेरे मंत्री बनने के बाद सभी जिलों में स्थित जेलों की व्यवस्था में सुधार किया गया है । अब बहने अपने भाइयों को रक्षा बंधन के दिन बिना रोक टोक के जेल में जाकर राखी बांधने बांध सकती है । जेल में बंद सभी कैदियों को बेहतर सुविधाएं दी जाती है । कारागार मंत्री से पूछा गया कि जेल बन्द पूर्व सांसद एवं फूलपुर पवई विधायक रमाकांत यादव ने आरोप लगाया था कि  जेल में स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल पा रही, तो कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि व्यक्ति विशेष की बात नही है , सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है ,चाहे गरीब हो या अमीर सभी लोगों को जेल बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध है। यहाँ तक कि जमानत का बांड तोड़कर  लोग जेल में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाते हैं । इस अवसर पर योगेश सिंह ,आशीष सिंह , प्रवीण सिंह ,सूरज सिंह ,अनिल नारायण सिंह ,तुफैल अहमद ,सौरभ सिंह बीनू ,राजेन्द्र सिंह ,प्रवेश सिंह ,उपेंद्र सिंह आदि रहे ।

जन सुराज कि सरकार बनी तो बुजुर्ग महिलाओं का पेंशन 400 की जगह ₹2000 कर दिया जाएगा  ।


सुगौली विधानसभा क्षेत्र के समस्याओं को लेकर जन सुराज के अपने प्रखंड कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। जन सुराज के अजय झा ने प्रखंड अध्यक्ष आदित्य मिश्रा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि जन सुराज कि सरकार बनने के बाद बुजुर्ग महिलाओं का पेंशन ₹400 की जगह2000 किया जायेगा. सुगौली को अनुमंडल व रघुनाथपुर को प्रखंड बनना तय है । चुकी सुगौली कि आम जनता वर्षों से सुगौली को अनुमंडल व रघुनाथपुर को प्रखंड बनाने के लिए विभिन्न माध्यमों से मांग करते आ रहे हैं ।सुगौली बाढ प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र के ग्रामीणों को फरेशानी से निजात मिलेगा.जो नीतीश कुमार की सरकार मे संभव नही है . चुनावी मंच के माध्यम उक्त मांग को पुरा करने का आश्वासन भी दिया गया। चुनाव उपरांत सरकार भी बनी । लेकिन सुगौली के आमजन कि मांग पुरा नही किया गया।जन सुराज के कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कार्यक्रम जन संवाद के माध्यम से लगातार विधानसभा के एक गांव का भ्रमण कर आमजन के माध्यम से उनकी मूल समस्याओं कि जानकारी लिया जा रहा है । अगर मुझे यहां से आमजन ने अपना विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया तो सुगौली में डिग्री महाविद्यालय खोलने के साथ जन संवाद के माध्यम से चिन्हित समस्याओं को सबसे पहले समाधान करने का काम किया जाएगा । साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य केन्द्र को आधुनिक करण कर बेहतर से बेहतर व्यवस्था करने का काम किया जाएगा।

आजमगढ़: अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में अधिवक्ताओं ने अपने हाथों में काली पट्टी बांध किया प्रदर्शन, लगाए नारे
निजामाबाद (आजमगढ़ ) । जिले के निजामाबाद तहसील में  अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में अधिवक्ताओं ने अपने हाथों में काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया और अपने मांगों के समर्थन में नारे लगाए।
शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में तहसील मुख्यालय स्थित सभागार में अधिवक्ताओं ने बैठक किया। बैठक के बाद नारेबाजी करते हुए तहसील से बाहर रोड के किनारे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर कि प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया । कहा कि अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 अधिवक्ता हित में नहीं है। जिसको लेकर अधिवक्ता लामबंद हैं।
 विधेयक के विरोध में  बार एसोसिएशन  की बैठक संघ के अध्यक्ष मितई यादव की अध्यक्षता में हुई। सरकार द्वारा पारित विधेयक का कड़े शब्दो मे विरोध किया।अधिवक्ता सम्पूर्ण  दिन न्यायिक कार्य से विरत रहे । अपने हाथों में काली पट्टी बांधे हुए थे। संघ के मंत्री चंद्रेश राम ने कहा कि यह विधेयक अधिवक्ताओं के हित के खिलाफ है । उन्होंने इस विधेयक को अधिवक्ता स्वतंत्रता के लिए घातक है ।इसे तत्काल रद्द करने की मांग जनहित में हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 अधिवक्ताओं के हित में नहीं है। और वही न्याय प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए अधिवक्ता स्वतंत्रता बेहद आवश्यक है।लेकिन इस संशोधन विधेयक में अधिवक्ताओं के अधिकारों को सीमित करने का प्रस्ताव किया गया है। उन्होंने ने कहा कि  विधेयक में अधिवक्ताओं के स्वतंत्र अधिकारों पर प्रतिबंध लगाने के प्रावधान शामिल किए गए हैं। जिससे वे आमजन को न्याय दिलाने में बाधित हो सकते हैं। उन्होंने अधिवक्ताओं का आह्वान किया कि सभी लोग विधेयक का विरोध दर्ज कराएं। और इसके खिलाफ सशक्त विरोध प्रदर्शन भी करें। इसके बाद बार एसोशिएशन के अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति , प्रधान मंत्री, और क़ानून मंत्री के नाम ज्ञापन  दिया ।
 इस अवसर पर बार एसोशिएशन के मंत्री चंद्रेश राम , मनोज राय ,देवेंद्र राय, अनिल कुमार, मोहन, कुमार, डॉक्टर शहनवाज ख़ान, लालमन यादव, कमलेश यादव, इशरत हुसैन, महेंद्र पांडेय, राम आसरे चतुर्वेदी, निलेश पाण्डेय आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
यूपी का बजट अगले 25 साल का रोडमैप तैयार करेगा : सीएम योगी

डेस्क:– उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्त वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के तिलक हॉल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बजट की खूबियां गिनाईं। उन्होंने इस बजट की थीम 'वंचित को वरीयता' को बताया जो 'सर्वे भवन्तु सुखिन:' की अवधारणा के अनुरूप गरीब, किसान, युवा और महिला उत्थान को समर्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के 5टी - ट्रेड, टूरिज्म, टेक्नोलॉजी, ट्रेडिशन और टैलेंट - को मंत्र मानकर नया उत्तर प्रदेश आज श्रम शक्ति से अर्थ शक्ति के रूप में पहचाना जा रहा है। उत्तर प्रदेश आज 'बीमारू' राज्य से ऊपर उठकर रेवेन्यू सरप्लस राज्य बन चुका है।

उन्होंने कहा कि देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य ने देश के सभी राज्यों में अब तक का सबसे बड़ा बजट विधानसभा में प्रस्तुत किया है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश का यह 9वां बजट है। पिछले 8 साल में सरकार ने जो भी राज्य के लिए किया है, उसके अच्छे परिणाम हमें देखने को मिले हैं। यह बजट हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह संविधान के लागू होने का अमृत महोत्सव वर्ष भी है। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश की स्थापना का भी अमृत वर्ष है। ये दोनों कार्य जनवरी 1950 में हुए थे। 75 साल के शानदार इतिहास के साथ ही आगामी 25 साल की कार्ययोजना का रोडमैप तैयार करने के लिए यह बजट महत्वपूर्ण है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के नाम पर लखनऊ में स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना कर रही है। इसके अलावा प्रत्येक जनपद में 100 एकड़ में पीपीपी मॉडल पर सरदार पटेल जनपदीय आर्थिक क्षेत्र स्थापित किया जाएगा। पीपीपी मोड पर 10 संत कबीर वस्त्रोद्योग पार्क तथा 2 संत रविदास चर्मोद्योग पार्क स्थापित किए जाएंगे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष में उनके सम्मान में नगरीय क्षेत्रों में पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि यूपी में कृषि विभाग की स्थापना के 150 वर्ष को बीज वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। लखनऊ स्थित अटारी कृषि प्रक्षेत्र पर 251 करोड़ रुपये की लागत से पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के सम्मान में एक सीड पार्क की स्थापना की जाएगी।

प्रत्येक कृषि मंडी में माता शबरी के नाम पर कैंटीन और विश्रामालय स्थापित किए जाएंगे। यहां सब्सिडाइज्ड दरों पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही मेधावी छात्राओं को प्रात्रता के आधार पर स्कूटी प्रदान करने की नई योजना 'रानी लक्ष्मी बाई स्कूटी योजना' के लिए 400 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। इसी प्रकार सात जनपदों वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर नगर, झांसी, आगरा में माता अहिल्याबाई होलकर के नाम पर श्रमजीवी महिलाओं के लिए हॉस्टल का निर्माण होगा। सीएम योगी ने बताया कि सरकार ने 2017-18 से अब तक हर वर्ष अलग-अलग वर्गों को समर्पित बजट प्रस्तुत किया है। वर्ष 2017-18 का बजट अन्नदाता किसानों को, 2018-19 का इन्फ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास को, 2019-20 का महिला सशक्तीकरण को और 2020-21 का बजट युवाओं और रोजगार सृजन को समर्पित था।

वर्ष 2021-22 का बजट स्वावलंबन से सशक्तिकरण, 2022-23 का बजट अंत्योदय से आत्मनिर्भरता, 2023-24 का बजट त्वरित और समावेशी विकास और 2024-25 का बजट रामराज्य और पर्यटन को समर्पित किया गया था। इसी प्रकार 2025-26 का बजट ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की अवधारणा के तहत 'वंचित को वरीयता' की मूल भावना पर आधारित है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह बजट राज्य के सामर्थ्य और 'डबल इंजन सरकार' की प्रतिबद्धता को भी दिखाता है। इसमें 2,25,561.49 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का प्रस्ताव है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर धनराशि व्यय होगी, जिससे अधिक से अधिक रोजगार सृजित होंगे और प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। साल 2017-18 में प्रदेश की जीडीपी 12,89,000 करोड़ रुपये थी जो 2024-25 में बढ़कर 27,51,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। तीन साल वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद यह उपलब्धि है।

सीएम योगी ने कहा कि साल 2016-17 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठे स्थान पर थी, आज यह दूसरे स्थान पर है। इसके लिए हमने रेवेन्यू लीकेज को खत्म किया, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया। प्रदेश के अंदर राजस्व प्राप्ति के नए साधन उपलब्ध कराए गए। उन्होंने कहा कि बजट में कुल राजकोषीय घाटा जीडीपी के तीन फीसदी से कम 2.9 फीसदी है। यह राज्य सरकार के व्यवस्थित वित्तीय प्रबंधन का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। नीति आयोग द्वारा राज्यों के राजकोषीय घाटे के संबंध में यूपी को फ्रंट रनर की श्रेणी में रखा गया है। प्रदेश के फिसिकल हेल्थ इंडेक्स में बढ़ोत्तरी हुई है। पूंजीगत व्यय 1.8 प्रतिशत से 19.3 प्रतिशत के बीच रहा है। देश के राज्यों के औसत अनुपात से यूपी का अनुपात अधिक रहा है।
मस्क व्हाइट हाउस के सिर्फ एक कर्मचारी”, टेस्ला के सीईओ पर क्या है इस बयान के मायने

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टेस्ला सीईओ और अमेरिका के सरकारी दक्षता विभाग यानी डीओजीई की जिम्मेदारी संभालने वाले एलन मस्क का सरकार के फैसलों में दखल अमेरिका के लोगों और प्रशासन को रास नहीं आ रहा है। अमेरिका में फेडरल कर्मियों को नौकरियों से निकालने के ट्रंप के आदेश को मॉनिटर करने की जिम्मेदारी भी मस्क को मिली हुई है जो खुद ट्रंप ने दी है। अब अमेरिका में राष्ट्रपति ऑफिस व्हाइट हाउस ने एक कोर्ट में जवाब दिया कि अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क सिर्फ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार हैं। वे डीओजीई के एम्पलॉयी नहीं हैं, इसलिए उनके पास सरकार के अंदर फैसले लेने का अधिकार नहीं है।

दरअसल, न्यू मेक्सिको की अगुआई में 14 अमेरिका राज्यों ने वॉशिंगटन डीसी के एक फेडरल कोर्ट में ट्रंप और मस्क के खिलाफ केस किया है। ये राज्य मस्क को डीओजीई प्रमुख बनाए जाने से नाराज हैं। राज्यों के मुताबिक, एलन के हाथ में बड़ी ताकत आ गई है, जो अमेरिकी संविधान के उल्लंघन में है।

इसी केस को लेकर व्हाइट हाउस में ऑफिस ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के डायरेक्टर जॉशुआ फिशर ने कोर्ट में जानकारी दी कि मस्क की भूमिका सिर्फ सलाहकार की है। उनका काम सिर्फ राष्ट्रपति को सलाह देना और प्रशासन की तरफ से निर्देशों को कर्मचारियों तक पहुंचाने का है।

व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन में मस्क की भूमिका व्हाइट हाउस के कर्मचारी और राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में थी, और वह डीओजीई के कर्मचारी नहीं थे। व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि मस्क के पास निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है।

पिछले महीने डीओजीई द्वारा राष्ट्रपति के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद से डीओजीई ने संघीय एजेंसियों में अपनी पैठ बना ली है और मस्क को सरकार में नाटकीय बदलाव के तहत फिजूलखर्ची को रोकने का जिम्मा सौंपा है, जिसमें हजारों नौकरियों में कटौती भी शामिल है।

आजमगढ़:-फौज की ट्रेनिंग कर घर वापस आने पर माहुल में फौजी का हुआ स्वागत
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  सीआरपीएफ में चयन होने के बाद फौज की ट्रेनिंग कर पहली बार फौजी की वर्दी में अपने गाँव आये फौजी की क्षेत्रीय लोगों द्वारा स्वागत किया गया। क्षेत्रीय लोगों ने फौजी बेटे की अगवानी में उसे पदयात्रा कराकर पूरे गांव मे जुलूस निकाला। गांव में हर घर के बाहर  माला पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया गया। गांव वालों का इतना प्रेम देखकर फौजी के मित्र सुजीत जायसवाल आशू भी भावुक हो गये। आज़मगढ़ जिले के फूलपुर तहसील के ग्राम मोतीपैर गांव मे रहने वाले सतिराम गौतम के बेटे राजकुमार गौतम का फरवरी 2024 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मेें हवलदार मंत्रालयिक पद के लिये चयन हुआ था। राजकुमार अपने गांव से ग्वालियर में फौज की ट्रेनिंग के लिए गए थे। 18 सप्ताह बाद जब ट्रेंनिग खत्म कर गांव का बेटा राजकुमार फौजी की ड्रेस में अपने गांव लौटा तो इस गांव मे लोगों के दिलों में देश भक्ति का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। लोगो ने फौजी बेटे के गांव में पहली बार लौटने पर आतिशबाजी एवं देशभक्ति नारों के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला। इस दौरान गांव के लोग माला लेकर खड़े थे। जिनके द्वारा जगह जगह राजकुमार का स्वागत किया गया और लोगों ने उसे आशीर्वाद दिया। गांव वालों के दिलों में देशभक्ति का आपार प्रेम देख राजकुमार भी भावुक हो गए। एक गरीब परिवार के बेटे राजकुमार ने ये साबित कर दिया कि दुख की चट्टान हौसलों के आगे घुटने टेक देती है। राजकुमार के पिता सतिराम विदेश में नौकरी करते हैं। उनके 3 बेटे हैं जिसमें राजकुमार दूसरे नम्बर के हैं।  राजकुमार ने पढाई में बीएससी फाइनल किए हैं। गरीब परिवार की वजह से राजकुमार ने अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी का सामना भी किया फिर भी अपने आगे की पढ़ाई जारी रखी।12वीं पास करने के बाद  राजकुमार के मन में फौज में जाने का जूनून था। जिसको लेकर अपने काम के साथ साथ उसने रात रात भर पढाई की। कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं माने और लगातार प्रयास करने के बाद राजकुमार का चयन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में हवलदार मंत्रालयिक के लिए हो गया। इस मौके पर राजकुमार के बड़े भाई सुनील, मां उर्मिला देवी, सुजीत जायसवाल आशू, सलमान कुरैशी , शैलेश शर्मा,  गुलशन, अजय श्रीवास्तव, हरिहर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।

आजमगढ़:-फौज की ट्रेनिंग कर घर वापस आने पर माहुल में फौजी का हुआ स्वागत
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  सीआरपीएफ में चयन होने के बाद फौज की ट्रेनिंग कर पहली बार फौजी की वर्दी में अपने गाँव आये फौजी की क्षेत्रीय लोगों द्वारा स्वागत किया गया। क्षेत्रीय लोगों ने फौजी बेटे की अगवानी में उसे पदयात्रा कराकर पूरे गांव मे जुलूस निकाला। गांव में हर घर के बाहर  माला पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया गया। गांव वालों का इतना प्रेम देखकर फौजी के मित्र सुजीत जायसवाल आशू भी भावुक हो गये। आज़मगढ़ जिले के फूलपुर तहसील के ग्राम मोतीपैर गांव मे रहने वाले सतिराम गौतम के बेटे राजकुमार गौतम का फरवरी 2024 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मेें हवलदार मंत्रालयिक पद के लिये चयन हुआ था। राजकुमार अपने गांव से ग्वालियर में फौज की ट्रेनिंग के लिए गए थे। 18 सप्ताह बाद जब ट्रेंनिग खत्म कर गांव का बेटा राजकुमार फौजी की ड्रेस में अपने गांव लौटा तो इस गांव मे लोगों के दिलों में देश भक्ति का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। लोगो ने फौजी बेटे के गांव में पहली बार लौटने पर आतिशबाजी एवं देशभक्ति नारों के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला। इस दौरान गांव के लोग माला लेकर खड़े थे। जिनके द्वारा जगह जगह राजकुमार का स्वागत किया गया और लोगों ने उसे आशीर्वाद दिया। गांव वालों के दिलों में देशभक्ति का आपार प्रेम देख राजकुमार भी भावुक हो गए। एक गरीब परिवार के बेटे राजकुमार ने ये साबित कर दिया कि दुख की चट्टान हौसलों के आगे घुटने टेक देती है। राजकुमार के पिता सतिराम विदेश में नौकरी करते हैं। उनके 3 बेटे हैं जिसमें राजकुमार दूसरे नम्बर के हैं।  राजकुमार ने पढाई में बीएससी फाइनल किए हैं। गरीब परिवार की वजह से राजकुमार ने अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी का सामना भी किया फिर भी अपने आगे की पढ़ाई जारी रखी।12वीं पास करने के बाद  राजकुमार के मन में फौज में जाने का जूनून था। जिसको लेकर अपने काम के साथ साथ उसने रात रात भर पढाई की। कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं माने और लगातार प्रयास करने के बाद राजकुमार का चयन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में हवलदार मंत्रालयिक के लिए हो गया। इस मौके पर राजकुमार के बड़े भाई सुनील, मां उर्मिला देवी, सुजीत जायसवाल आशू, सलमान कुरैशी , शैलेश शर्मा,  गुलशन, अजय श्रीवास्तव, हरिहर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।

आजमगढ़:-फौज की ट्रेनिंग कर घर वापस आने पर माहुल में फौजी का हुआ स्वागत
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। सीआरपीएफ में चयन होने के बाद फौज की ट्रेनिंग कर पहली बार फौजी की वर्दी में अपने गाँव आये फौजी की क्षेत्रीय लोगों द्वारा स्वागत किया गया। क्षेत्रीय लोगों ने फौजी बेटे की अगवानी में उसे पदयात्रा कराकर पूरे गांव मे जुलूस निकाला। गांव में हर घर के बाहर  माला पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया गया। गांव वालों का इतना प्रेम देखकर फौजी के मित्र सुजीत जायसवाल आशू भी भावुक हो गये। आज़मगढ़ जिले के फूलपुर तहसील के ग्राम मोतीपैर गांव मे रहने वाले सतिराम गौतम के बेटे राजकुमार गौतम का फरवरी 2024 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मेें हवलदार मंत्रालयिक पद के लिये चयन हुआ था। राजकुमार अपने गांव से ग्वालियर में फौज की ट्रेनिंग के लिए गए थे। 18 सप्ताह बाद जब ट्रेंनिग खत्म कर गांव का बेटा राजकुमार फौजी की ड्रेस में अपने गांव लौटा तो इस गांव मे लोगों के दिलों में देश भक्ति का एक अनोखा नजारा देखने को मिला। लोगो ने फौजी बेटे के गांव में पहली बार लौटने पर आतिशबाजी एवं देशभक्ति नारों के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला। इस दौरान गांव के लोग माला लेकर खड़े थे। जिनके द्वारा जगह जगह राजकुमार का स्वागत किया गया और लोगों ने उसे आशीर्वाद दिया। गांव वालों के दिलों में देशभक्ति का आपार प्रेम देख राजकुमार भी भावुक हो गए। एक गरीब परिवार के बेटे राजकुमार ने ये साबित कर दिया कि दुख की चट्टान हौसलों के आगे घुटने टेक देती है। राजकुमार के पिता सतिराम विदेश में नौकरी करते हैं। उनके 3 बेटे हैं जिसमें राजकुमार दूसरे नम्बर के हैं।  राजकुमार ने पढाई में बीएससी फाइनल किए हैं। गरीब परिवार की वजह से राजकुमार ने अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी का सामना भी किया फिर भी अपने आगे की पढ़ाई जारी रखी।12वीं पास करने के बाद  राजकुमार के मन में फौज में जाने का जूनून था। जिसको लेकर अपने काम के साथ साथ उसने रात रात भर पढाई की। कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं माने और लगातार प्रयास करने के बाद राजकुमार का चयन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में हवलदार मंत्रालयिक के लिए हो गया। इस मौके पर राजकुमार के बड़े भाई सुनील, मां उर्मिला देवी, सुजीत जायसवाल आशू, सलमान कुरैशी , शैलेश शर्मा,  गुलशन, अजय श्रीवास्तव, हरिहर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।

महाकुंभ में भारतीय संस्कृति और व्यवस्थाओं का अध्ययन कर रहे विदेशी सैलानी

डेस्क:–इस बार महाकुंभ में विदेशी सैलानियों की रुचि में बड़ा बदलाव देखा गया है। पहले जहां विदेशी पर्यटक नागा साधुओं और उनके रहस्यमय जीवन को जानने के लिए आते थे, वहीं इस बार वे महाकुंभ की स्वच्छता, यातायात व्यवस्था और संपूर्ण आयोजन प्रबंधन का अध्ययन करने भी आ रहे हैं।

इस बार मेले में पहले से कहीं ज्यादा विदेशी सैलानी पहुंचे और उन्होंने भारतीय संस्कृति को नजदीक से देखा और अनुभव किया।

अग्नि अखाड़े के सचिव महामंडलेश्वर संपूर्णानंद जी ने बताया कि इस बार कई देशों से विदेशी पर्यटक प्रयागराज आए हैं। उन्होंने यहां ब्रह्मचारी जीवन और गृहस्थ जीवन के अंतर को करीब से जाना और समझा। अब विदेशी सैलानी सिर्फ नागा साधुओं के जीवन को देखने नहीं आ रहे, बल्कि वे महाकुंभ की व्यवस्थाओं और सनातन संस्कृति का गहराई से अध्ययन करने भी आ रहे हैं।

अफ्रीका के घाना देश से आए जितेंद्र सिंह नेगी (उच्चायोग अफेयर्स, घाना) ने बताया कि उनके पूर्वज भारत से घाना गए थे और पहली बार प्रयागराज आकर उन्हें सनातन धर्म की अद्भुत जानकारी मिली।

उन्होंने कहा, "हमने पहली बार गुरुजी (अग्नि अखाड़ा महामंडलेश्वर संपूर्णानंद जी) से मुलाकात की और सनातन धर्म के गूढ़ रहस्यों को समझा। हमारे साथ 16 अन्य प्रतिनिधि भी आए, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को गहराई से जाना।"

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इसी क्रम में विदेशी सैलानी अंकिता उपाध्याय ने बताया, "हमने महाकुंभ के बारे में जो सुना था, उससे कहीं अधिक यहां आकर देखा और महसूस किया। व्यवस्थाओं की सुगमता और संगम की आध्यात्मिक ऊर्जा ने हमें नई अनुभूति दी है।"

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महाकुंभ नगर प्रशासन के अनुसार, महाकुंभ 2025 में अब तक 50 से अधिक देशों के सैलानी आ चुके हैं और आगे भी बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना है।

आजमगढ़:-जमानत का बांड तोड़वाकर जेल में इजाल के लिए आते हैं लोग:दारा सिंह चौहान
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। फूलपुर के गददौपुर विद्युत उपकेन्द्र के पास अंबारी दीदारगंज मार्ग पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अवधेश सिंह के पेट्रोल पंप का शिलान्यास  कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से पंडित मनोज  कुमार उपाध्याय के द्वारा भूमि पूजन कराया गया । कारागार मंत्री दारासिंह चौहान ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि मेरे मंत्री बनने के बाद सभी जिलों में स्थित जेलों की व्यवस्था में सुधार किया गया है । अब बहने अपने भाइयों को रक्षा बंधन के दिन बिना रोक टोक के जेल में जाकर राखी बांधने बांध सकती है । जेल में बंद सभी कैदियों को बेहतर सुविधाएं दी जाती है । कारागार मंत्री से पूछा गया कि जेल बन्द पूर्व सांसद एवं फूलपुर पवई विधायक रमाकांत यादव ने आरोप लगाया था कि  जेल में स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल पा रही, तो कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि व्यक्ति विशेष की बात नही है , सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है ,चाहे गरीब हो या अमीर सभी लोगों को जेल बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध है। यहाँ तक कि जमानत का बांड तोड़कर  लोग जेल में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाते हैं । इस अवसर पर योगेश सिंह ,आशीष सिंह , प्रवीण सिंह ,सूरज सिंह ,अनिल नारायण सिंह ,तुफैल अहमद ,सौरभ सिंह बीनू ,राजेन्द्र सिंह ,प्रवेश सिंह ,उपेंद्र सिंह आदि रहे ।

आजमगढ़:-जमानत का बांड तोड़वाकर जेल में इजाल के लिए आते हैं लोग:दारा सिंह चौहान
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। फूलपुर के गददौपुर विद्युत उपकेन्द्र के पास अंबारी दीदारगंज मार्ग पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अवधेश सिंह के पेट्रोल पंप का शिलान्यास  कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से पंडित मनोज  कुमार उपाध्याय के द्वारा भूमि पूजन कराया गया । कारागार मंत्री दारासिंह चौहान ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि मेरे मंत्री बनने के बाद सभी जिलों में स्थित जेलों की व्यवस्था में सुधार किया गया है । अब बहने अपने भाइयों को रक्षा बंधन के दिन बिना रोक टोक के जेल में जाकर राखी बांधने बांध सकती है । जेल में बंद सभी कैदियों को बेहतर सुविधाएं दी जाती है । कारागार मंत्री से पूछा गया कि जेल बन्द पूर्व सांसद एवं फूलपुर पवई विधायक रमाकांत यादव ने आरोप लगाया था कि  जेल में स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल पा रही, तो कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि व्यक्ति विशेष की बात नही है , सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है ,चाहे गरीब हो या अमीर सभी लोगों को जेल बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध है। यहाँ तक कि जमानत का बांड तोड़कर  लोग जेल में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाते हैं । इस अवसर पर योगेश सिंह ,आशीष सिंह , प्रवीण सिंह ,सूरज सिंह ,अनिल नारायण सिंह ,तुफैल अहमद ,सौरभ सिंह बीनू ,राजेन्द्र सिंह ,प्रवेश सिंह ,उपेंद्र सिंह आदि रहे ।

जन सुराज कि सरकार बनी तो बुजुर्ग महिलाओं का पेंशन 400 की जगह ₹2000 कर दिया जाएगा  ।


सुगौली विधानसभा क्षेत्र के समस्याओं को लेकर जन सुराज के अपने प्रखंड कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। जन सुराज के अजय झा ने प्रखंड अध्यक्ष आदित्य मिश्रा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि जन सुराज कि सरकार बनने के बाद बुजुर्ग महिलाओं का पेंशन ₹400 की जगह2000 किया जायेगा. सुगौली को अनुमंडल व रघुनाथपुर को प्रखंड बनना तय है । चुकी सुगौली कि आम जनता वर्षों से सुगौली को अनुमंडल व रघुनाथपुर को प्रखंड बनाने के लिए विभिन्न माध्यमों से मांग करते आ रहे हैं ।सुगौली बाढ प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र के ग्रामीणों को फरेशानी से निजात मिलेगा.जो नीतीश कुमार की सरकार मे संभव नही है . चुनावी मंच के माध्यम उक्त मांग को पुरा करने का आश्वासन भी दिया गया। चुनाव उपरांत सरकार भी बनी । लेकिन सुगौली के आमजन कि मांग पुरा नही किया गया।जन सुराज के कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कार्यक्रम जन संवाद के माध्यम से लगातार विधानसभा के एक गांव का भ्रमण कर आमजन के माध्यम से उनकी मूल समस्याओं कि जानकारी लिया जा रहा है । अगर मुझे यहां से आमजन ने अपना विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया तो सुगौली में डिग्री महाविद्यालय खोलने के साथ जन संवाद के माध्यम से चिन्हित समस्याओं को सबसे पहले समाधान करने का काम किया जाएगा । साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य केन्द्र को आधुनिक करण कर बेहतर से बेहतर व्यवस्था करने का काम किया जाएगा।