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मृत्यु से पहले पोप के अंतिम संस्कार की रिहर्सल, फेफड़ों के इंफेक्शन से जूझ रहे

#hospitalizedpopefrancisfuneralbeing_rehearsed

रोम में पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार की कथित तौर पर रिहर्सल की जा रही है। कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस की हालत बेहद नाजुक है। 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस बीते 8 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने पहले ही ये चिंता व्यक्त की थी कि उनके वापस लौटने की गुंजाइश कम है।

रोमन कैथोलिक चर्च के हेडक्वार्टर वेटिकन के मुताबिक पोप ने खुद कहा है कि निमोनिया से उनके बचने की उम्मीद नहीं है। जिसके बाद दावा किया जा रहा है कि पोप फ्रांसिस अंतिम संस्कार की रिहर्सल शुरू हो गई है। यह दावा स्विस न्यूज पेपर ब्लिक ने किया है। बता दें कि 88 साल के पोप फ्रांसिस पिछले हफ्ते से निमोनिया और फेफड़ों के संक्रमण की वजह से रोम के जेमेली अस्पताल में एडमिट हैं।

वेटिकन सूत्रों का कहना है कि संभावित उत्तराधिकार नियोजन की तैयारियां चल रही हैं तथा स्विस गार्ड संभावित पोप के अंतिम संस्कार के लिए प्रोटोकॉल का अभ्यास कर रहा है। पोप की सुरक्षा में लगे स्विस गार्ड को कर्फ्यू के तहत रखा गया है, क्योंकि वे पोप के संभावित निधन के लिए प्रोटोकॉल अभ्यास कर रहे हैं। पोलिटिको ने बताया कि पोप फ्रांसिस ने निजी तौर पर अपने करीबी सहयोगियों से कहा है कि वे इस बीमारी से "शायद बच न पाएं"।

पोप के अंतिम संस्कार की रस्मों में संशोधन

जब किसी पोप की मृत्यु हो जाती है, तो शोक मनाने वाले लोग नोवेमडियाल्स नामक अनुष्ठान करते हैं, जो दिवंगत पोप के लिए नौ दिनों तक मनाया जाने वाला सामूहिक प्रार्थना समारोह है। लेकिन पिछले वर्ष पोप फ्रांसिस ने पोप के अंतिम संस्कार की रस्मों में बदलाव को मंजूरी दे दी थी। संशोधित धार्मिक पुस्तक अनुष्ठानों को सरल बनाती है और वेटिकन के बाहर दफनाने की अनुमति देती है, तथा एक शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में नहीं बल्कि एक बिशप के रूप में उनकी पहचान पर ध्यान केंद्रित करती है। 2013 में अपने चुनाव के बाद से, उन्होंने विनम्रता और "गरीबों की कलीसिया" की सेवा पर जोर दिया है।

पोप का कैसे होता है अंतिम संस्कार?

अंतिम संस्कार को लेकर 2024 में इसको लेकर एक नियम तैयार किया गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि पोप फ्रांसिस का इन्हीं नियमों के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा। पोप की मृत्यु की घोषणा कैमरलेंगो (वेटिकन का एक वरिष्ठ अधिकारी) करते हैं। वेटिकन का यह अहम पद वर्तमान में आयरिश मूल के कार्डिनल केविन फैरेल के पास है।

पहले पोप की मृत्यु होती थी, तो पार्थिव शरीर को काफी देर तक खुले में रखा जाता था, लेकिन अब नए नियमों के तहत ऐसा नहीं होगा। मृत्यु के तुरंत बाद उनके शरीर को ताबुत के अंदर रखना अनिवार्य है। ताबूत में पोप के शरीर को रखे जाने के बाद ही आम नागरिक दर्शन कर सकेंगे।

पोप फ्रांसिस ने दफनाने के लिए जगह चुनी

2023 में दिए गए एक साक्षात्कार में फ्रांसिस ने यह भी खुलासा किया कि वह सेंट पीटर बेसिलिका के नीचे स्थित गुफाओं के बजाय रोम के सांता मारिया मैगीगोर बेसिलिका में दफन होना चाहते हैं, जहां अधिकांश पोपों को दफनाया जाता है।

पुतिन से मुलाकात के तुरंत बाद बेलारूस के राष्ट्रपति अस्पताल में भर्ती, जहर दिए जाने की आशंका

#belaruspresidentalexanderlukashenkohospitalizedaftermeetingwithputin

बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की तबियत बिगड़ गई और उन्हें मॉस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के तुरंत बाद बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की तबीयत अचानक बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें मॉस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बेलारूसी राष्ट्रपति लुकाशेंको को पुतिन के करीबी नेताओं के रूप में जाना जाता था जो यूक्रेन पर उनके हमले का समर्थन कर रहे थे।

लुकाशेंको-पुतिन के बीच बंद कमरे में हुई बातचीत

बेलारूस में विपक्ष के नेता वालेरी सेपकालो ने बताया कि लुकाशेंकों को तबीयत खराब होने के बाद मॉस्को के सेंट्रल क्लीनिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि लुकाशेंको और पुतिन के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई थी, जिसके बाद लुकाशेंको की तबीयत बिगड़ गई। वालेरी सेपकालो ने बताया कि रूस के शीर्ष डॉक्टर लुकाशेंको का इलाज कर रहे हैं लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। वालेरी सेपकालो ने जानकारी दी कि लुकाशेंको के खून को साफ करने की प्रक्रिया चल रही है।

लुकाशेंको को दिया गया जहर?

वालेरी ने कहा कि लुकाशेंको को क्रेमलिन की ओर से जहर देने की आशंका है। उन्होंने दावा किया कि बेलारूसी तानाशाह को बचाने के प्रयास इसलिए किए जा रहे हैं ताकि किसी को 'शक' न हो। पिछले कुछ समय से लुकाशेंको के स्वास्थ्य को लेकर पिछले कुछ समय से अफवाहों का बाजार गर्म रहा है। इस महीने की शुरुआत में भी रूस के विजय दिवस परेड में शामिल होने के लिए मॉस्को पहुंचे हुए थे। जहां, पुतिन के साथ उनको लंच भी करना था लेकिन तबीयत खराब होने की वजह से लुकाशेंको अचानक बेलारूस लौट गए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने खुद ही बयान देते हुए अफवाहों को खारिज कर दिया था और कहा था कि मैं मरने वाला नहीं हूं दोस्तों। आपके अभी बहुत लंबे समय तक मेरे साथ संघर्ष करना होगा। एक बैठक के दौरान लुकाशेंको ने कहा कि था कि वो वह एक सामान्य कोल्ड वायरस एडेनोवायरस की चपेट में है।

मृत्यु से पहले पोप के अंतिम संस्कार की रिहर्सल, फेफड़ों के इंफेक्शन से जूझ रहे

#hospitalizedpopefrancisfuneralbeing_rehearsed

रोम में पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार की कथित तौर पर रिहर्सल की जा रही है। कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस की हालत बेहद नाजुक है। 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस बीते 8 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने पहले ही ये चिंता व्यक्त की थी कि उनके वापस लौटने की गुंजाइश कम है।

रोमन कैथोलिक चर्च के हेडक्वार्टर वेटिकन के मुताबिक पोप ने खुद कहा है कि निमोनिया से उनके बचने की उम्मीद नहीं है। जिसके बाद दावा किया जा रहा है कि पोप फ्रांसिस अंतिम संस्कार की रिहर्सल शुरू हो गई है। यह दावा स्विस न्यूज पेपर ब्लिक ने किया है। बता दें कि 88 साल के पोप फ्रांसिस पिछले हफ्ते से निमोनिया और फेफड़ों के संक्रमण की वजह से रोम के जेमेली अस्पताल में एडमिट हैं।

वेटिकन सूत्रों का कहना है कि संभावित उत्तराधिकार नियोजन की तैयारियां चल रही हैं तथा स्विस गार्ड संभावित पोप के अंतिम संस्कार के लिए प्रोटोकॉल का अभ्यास कर रहा है। पोप की सुरक्षा में लगे स्विस गार्ड को कर्फ्यू के तहत रखा गया है, क्योंकि वे पोप के संभावित निधन के लिए प्रोटोकॉल अभ्यास कर रहे हैं। पोलिटिको ने बताया कि पोप फ्रांसिस ने निजी तौर पर अपने करीबी सहयोगियों से कहा है कि वे इस बीमारी से "शायद बच न पाएं"।

पोप के अंतिम संस्कार की रस्मों में संशोधन

जब किसी पोप की मृत्यु हो जाती है, तो शोक मनाने वाले लोग नोवेमडियाल्स नामक अनुष्ठान करते हैं, जो दिवंगत पोप के लिए नौ दिनों तक मनाया जाने वाला सामूहिक प्रार्थना समारोह है। लेकिन पिछले वर्ष पोप फ्रांसिस ने पोप के अंतिम संस्कार की रस्मों में बदलाव को मंजूरी दे दी थी। संशोधित धार्मिक पुस्तक अनुष्ठानों को सरल बनाती है और वेटिकन के बाहर दफनाने की अनुमति देती है, तथा एक शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में नहीं बल्कि एक बिशप के रूप में उनकी पहचान पर ध्यान केंद्रित करती है। 2013 में अपने चुनाव के बाद से, उन्होंने विनम्रता और "गरीबों की कलीसिया" की सेवा पर जोर दिया है।

पोप का कैसे होता है अंतिम संस्कार?

अंतिम संस्कार को लेकर 2024 में इसको लेकर एक नियम तैयार किया गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि पोप फ्रांसिस का इन्हीं नियमों के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा। पोप की मृत्यु की घोषणा कैमरलेंगो (वेटिकन का एक वरिष्ठ अधिकारी) करते हैं। वेटिकन का यह अहम पद वर्तमान में आयरिश मूल के कार्डिनल केविन फैरेल के पास है।

पहले पोप की मृत्यु होती थी, तो पार्थिव शरीर को काफी देर तक खुले में रखा जाता था, लेकिन अब नए नियमों के तहत ऐसा नहीं होगा। मृत्यु के तुरंत बाद उनके शरीर को ताबुत के अंदर रखना अनिवार्य है। ताबूत में पोप के शरीर को रखे जाने के बाद ही आम नागरिक दर्शन कर सकेंगे।

पोप फ्रांसिस ने दफनाने के लिए जगह चुनी

2023 में दिए गए एक साक्षात्कार में फ्रांसिस ने यह भी खुलासा किया कि वह सेंट पीटर बेसिलिका के नीचे स्थित गुफाओं के बजाय रोम के सांता मारिया मैगीगोर बेसिलिका में दफन होना चाहते हैं, जहां अधिकांश पोपों को दफनाया जाता है।

पुतिन से मुलाकात के तुरंत बाद बेलारूस के राष्ट्रपति अस्पताल में भर्ती, जहर दिए जाने की आशंका

#belaruspresidentalexanderlukashenkohospitalizedaftermeetingwithputin

बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की तबियत बिगड़ गई और उन्हें मॉस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के तुरंत बाद बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की तबीयत अचानक बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें मॉस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बेलारूसी राष्ट्रपति लुकाशेंको को पुतिन के करीबी नेताओं के रूप में जाना जाता था जो यूक्रेन पर उनके हमले का समर्थन कर रहे थे।

लुकाशेंको-पुतिन के बीच बंद कमरे में हुई बातचीत

बेलारूस में विपक्ष के नेता वालेरी सेपकालो ने बताया कि लुकाशेंकों को तबीयत खराब होने के बाद मॉस्को के सेंट्रल क्लीनिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि लुकाशेंको और पुतिन के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई थी, जिसके बाद लुकाशेंको की तबीयत बिगड़ गई। वालेरी सेपकालो ने बताया कि रूस के शीर्ष डॉक्टर लुकाशेंको का इलाज कर रहे हैं लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। वालेरी सेपकालो ने जानकारी दी कि लुकाशेंको के खून को साफ करने की प्रक्रिया चल रही है।

लुकाशेंको को दिया गया जहर?

वालेरी ने कहा कि लुकाशेंको को क्रेमलिन की ओर से जहर देने की आशंका है। उन्होंने दावा किया कि बेलारूसी तानाशाह को बचाने के प्रयास इसलिए किए जा रहे हैं ताकि किसी को 'शक' न हो। पिछले कुछ समय से लुकाशेंको के स्वास्थ्य को लेकर पिछले कुछ समय से अफवाहों का बाजार गर्म रहा है। इस महीने की शुरुआत में भी रूस के विजय दिवस परेड में शामिल होने के लिए मॉस्को पहुंचे हुए थे। जहां, पुतिन के साथ उनको लंच भी करना था लेकिन तबीयत खराब होने की वजह से लुकाशेंको अचानक बेलारूस लौट गए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने खुद ही बयान देते हुए अफवाहों को खारिज कर दिया था और कहा था कि मैं मरने वाला नहीं हूं दोस्तों। आपके अभी बहुत लंबे समय तक मेरे साथ संघर्ष करना होगा। एक बैठक के दौरान लुकाशेंको ने कहा कि था कि वो वह एक सामान्य कोल्ड वायरस एडेनोवायरस की चपेट में है।