/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1714541855430118.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1714541855430118.png StreetBuzz एसबीआई लाइफ की ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल ने बनाया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स®, स्तन स्वास्थ्य को घर-घर की बातचीत का विषय बनाया shishir Verma
एसबीआई लाइफ की ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल ने बनाया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स®, स्तन स्वास्थ्य को घर-घर की बातचीत का विषय बनाया

मुंबई : एक अग्रणी पहल के तहत भारत की सबसे भरोसेमंद बीमा कंपनियों में से एक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने स्तन स्वास्थ्य को “हर घर की बातचीत” बनाने के अपने संदेश को वैश्विक स्तर पर मजबूत किया है। कंपनी ने गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® बनाकर यह उपलब्धि हासिल की है। इस दौरान 1,191 ‘हग ऑफ लाइफ’ हॉट वॉटर बैग्स से बना सबसे बड़ा मोज़ेक तैयार किया गया, जिस पर लिखा था — “टेक ए ब्रेस्ट सेल्फ-एग्जाम विथ थैंक्स-ए-डॉट।” इस प्रयास ने न केवल शुरुआती पहचान और आत्म-देखभाल के महत्व को दोहराया, बल्कि भारत में महिलाओं के स्वास्थ्य पर खुलकर बातचीत को सामान्य बनाने की दिशा में एक अहम कदम रखा।

इस रिकॉर्ड को श्री अमित झिंगरन, एम डी एवं सीईओ, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस; सुश्री महिमा चौधरी, अभिनेत्री और स्तन कैंसर सर्वाइवर; श्री रवींद्र शर्मा, चीफ ऑफ ब्रांड, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन एवं सीएसआर, एसबीआई लाइफ; और श्री स्वप्निल डांगरिकर, आधिकारिक निर्णायक, गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® सहित अन्य सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति में दर्ज किया गया।

भारत में स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, जो कुल कैंसर मामलों में से लगभग हर चार में से एक का कारण है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 60% से अधिक स्तन कैंसर के मामलों का पता तब चलता है जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है, जिससे उपचार कठिन और सफलता की संभावना कम हो जाती है। जबकि अगर समय रहते जांच हो जाए, तो स्तन कैंसर के लगभग 90% मामले ठीक किए जा सकते हैं। लेकिन समाज में झिझक, कलंक और परिवार को स्वयं से पहले रखने की सोच के कारण महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करती हैं।

एसबीआई लाइफ की ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल 2019 में शुरू हुई थी, इसका उद्देश्य इन बाधाओं को तोड़ना है - ताकि महिलाएं स्तन स्वास्थ्य पर खुलकर बात करें और अपनी जांच और सेहत को अपनी दिनचर्या का सामान्य हिस्सा बना सकें।

2023 में एसबीआई लाइफ ने ‘हग ऑफ लाइफ’ हॉट वॉटर बैग लॉन्च किया। यह दुनिया का पहला ऐसा बैग है जिसमें 3डी गांठें हैं, ताकि महिलाएं सुरक्षित और आत्मविश्वास के साथ स्तन स्व-परीक्षण करना सीख सकें। इस रिकॉर्ड बनाने वाले मोज़ेक में कर्मचारियों, साझेदारों और स्वयंसेवकों ने मिलकर एक साधारण वस्तु को जागरूकता और सशक्तिकरण का प्रतीक बना दिया।

इस पहल पर श्री रवींद्र शर्मा, चीफ ब्रांड, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन एवं सीएसआर, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने कहा: “यद्यपि महिलाएं परिवारों के पालन-पोषण में केंद्रीय भूमिका निभाती हैं, लेकिन वे अक्सर अपने स्वास्थ्य को लेकर फिक्रमंद नहीं रहती हैं। ‘थैंक्स-ए-डॉट’ के माध्यम से, हम न केवल महिलाओं को अपने स्तर पर ही स्तन परीक्षण के लिए प्रेरित कर रहे हैं, बल्कि एक ऐसा आंदोलन शुरू कर रहे हैं जो आत्म-देखभाल को घर और समाज की साझा बातचीत का हिस्सा बनाता है। हमारा मानना है कि सच्चा स्वास्थ्य स्वयं की देखभाल से शुरू होता है। हम स्व-देखभाल को एक बड़ी जिम्मेदारी के हिस्से के रूप में देखते हैं, जहाँ अपने प्रियजनों की देखभाल स्वयं की देखभाल से शुरू होती है। गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® हासिल करना सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्म-देखभाल को प्राथमिकता देने और स्तन स्व-परीक्षण को नियमित आदत बनाने की प्रेरणा है।”

महिमा चौधरी, अभिनेत्री और स्तन कैंसर सर्वाइवर ने कहा: “एसबीआई लाइफ की ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल से जुड़ना मेरे दिल के बहुत करीब है, क्योंकि यह शुरुआती पहचान के महत्व को बढ़ावा देती है। मैंने खुद स्तन कैंसर का सामना किया है, इसलिए मैं जानती हूं कि समय पर जांच कितनी जरूरी है और नियमित स्व-परीक्षण जीवन बदल सकता है। आज भी ऐसे विषयों पर खुली बातचीत कम होती है, लेकिन एसबीआई लाइफ की यह गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® पहल उन चर्चाओं के द्वार खोलती है - जिससे महिलाएं सीखें, कदम उठाएं और आत्मनिर्भर बनें।”

यह पहल एसबीआई लाइफ के मूल सिद्धांत “अपने लिए, अपनों के लिए” को मजबूत करती है। नवाचार, सहानुभूति और उद्देश्य के साथ, कंपनी का लक्ष्य है कि स्तन स्व-परीक्षण झिझक नहीं, बल्कि आदत बने ताकि महिलाएं अपने स्वास्थ्य को अपनी वित्तीय सुरक्षा जितनी ही प्राथमिकता दें।

संभल में बड़ा सड़क हादसा टला: भाजपा सरकार में बफ्फ विकास निगम के डायरेक्टर इमरान अहमद तुर्की की कार को रोडवेज बस ने मारी टक्कर, बाल-बाल बचे

संभल। भाजपा सरकार में बफ्फ विकास निगम के डायरेक्टर इमरान अहमद तुर्की बुधवार दोपहर लगभग 3 बजे मुरादाबाद से संभल की ओर अपनी ब्रेजा कार से आ रहे थे। जैसे ही वे सिरसी बुध बाजार के पास पहुंचे, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार रोडवेज बस ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार सड़क के एक साइड से दूसरी साइड जा पहुंची।

गनीमत यह रही कि हादसे में इमरान अहमद तुर्की और उनके बेटे दोनों सुरक्षित रहे, उन्हें कोई चोट नहीं आई। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और रोडवेज ड्राइवर को पकड़कर सिरसी चौकी पुलिस के हवाले कर दिया।

क्षेत्रीय जनता ने ड्राइवर को दोषी ठहराते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हालांकि, इमरान अहमद तुर्की ने शालीनता और संयम का परिचय देते हुए जनता को समझाया और पुलिस से अनुरोध कर बस व ड्राइवर को छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने ड्राइवर को नसीहत देते हुए कहा कि आगे से वाहन चलाते समय पूरी सावधानी और जिम्मेदारी बरते।स्थानीय लोगों ने इमरान अहमद तुर्की की इस दरियादिली और समझदारी की सराहना की और कहा कि उन्होंने मानवीय संवेदना का उदाहरण पेश किया।

शिक्षा में नया अध्याय- इनसेट टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम से पंजाब में अध्यापकों को नई दिशा

जालंधर: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत भारत की शिक्षा व्यवस्था लगातार बदल रही है, और इसी के साथ शिक्षकों के निरंतर प्रशिक्षण की जरूरत भी पहले से कहीं ज़्यादा महसूस की जा रही है। पंजाब में इस समय सरकारी स्कूलों में करीब 6,423 शिक्षकों के पद खाली हैं और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 44% प्रिंसिपल पद भी रिक्त हैं। ऐसे में शिक्षकों को नई स्किल्स और आधुनिक शिक्षा पद्धतियों से जोड़ना बेहद ज़रूरी हो गया है।

इसी दिशा में आदित्य बिरला एजुकेशन अकादमी (एबीईए) ने अपने इनसेट (इन-सर्विस एजुकेशन एंड ट्रेनिंग) प्रोग्राम का नया बैच शुरू करने की घोषणा की है। यह पहल शिक्षकों को ऐसे टूल्स, तकनीक और सोच से सशक्त बनाएगी, जिससे वे एनईपी 2020 की सोच को कक्षा में उतार सकें।

पंजाब में लगभग 59 लाख छात्र 27,000 से अधिक स्कूलों में पढ़ते हैं, लेकिन कई शिक्षक अब भी 21वीं सदी की शिक्षण पद्धति के साथ तालमेल बिठाने में संघर्ष कर रहे हैं। हालिया शिक्षा सर्वेक्षणों से पता चलता है कि राज्य के लगभग 88% शिक्षक डिजिटल और कौशल-आधारित शिक्षा की ज़रूरत को समझते हैं, लेकिन इसे प्रभावी रूप से लागू करने के लिए उन्हें बेहतर प्रशिक्षण और सहयोग की आवश्यकता है।

जालंधर, जो पंजाब का एक प्रमुख शिक्षा केंद्र है, वहाँ हर तीन में से एक शिक्षक ने स्वीकार किया है कि उन्हें तकनीक और एआई टूल्स को कक्षा शिक्षण में शामिल करने में कठिनाई होती है। नेतृत्व की कमी ने स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है ,राज्य के 44% सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में स्थायी प्रिंसिपल नहीं हैं, जिससे स्कूल स्तर पर प्रशासन, मार्गदर्शन और नवाचार प्रभावित हो रहे हैं।

एबीईए (आदित्य बिरला एजुकेशन एकेडमी) के प्रोग्राम डायरेक्टर प्रदीप्ता होरे ने कहा , “शिक्षक ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सफलता की आत्मा हैं। लेकिन उचित प्रशिक्षण और समर्थन के बिना, बेहतरीन नीतियाँ भी प्रभावी रूप से लागू नहीं हो पातीं। इनसेट प्रोग्राम का उद्देश्य शिक्षकों को वह दृष्टिकोण और व्यवहारिक रणनीतियाँ देना है, जो उन्हें बदलते शैक्षणिक माहौल में उत्कृष्टता हासिल करने में मदद करें।”

इनसेट प्रोग्राम सिर्फ सैद्धांतिक चर्चा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शोध-आधारित, व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है, जो शिक्षण और नेतृत्व, दोनों से जुड़ी चुनौतियों पर केंद्रित है। आगामी बैच में शामिल कुछ प्रमुख मॉड्यूल इस प्रकार हैं :

ग्लोबल एजुकेटर्स का निर्माण: 21वीं सदी के कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करना।

स्मार्ट टीचिंग, लर्निंग और असेसमेंट विद एआई : तकनीक और डेटा-आधारित सीखने को शामिल करना।

सोशल-इमोशनल लर्निंग इन स्कूल्स : विद्यार्थियों की भागीदारी और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।

एजुकेशनल लीडरशिप एंड स्कूल मैनेजमेंट : चिंतनशील और दृढ़ नेतृत्व विकसित करना।

इनक्लूसिव एजुकेशन एंड डिफरेंशिएटेड इंस्ट्रक्शन : कक्षा में विविध सीखने की ज़रूरतों को संबोधित करना।

एबीईए के पिछले इनसेट बैचों के विश्लेषण के अनुसार, शिक्षकों के बीच सबसे पसंदीदा मॉड्यूल रहे हैं: स्मार्ट टीचिंग विद एआई (34%), शेपिंग ग्लोबल एजुकेटर्स (28%), प्रोफेशनल डेवलपमेंट एंड टीचर ग्रोथ (16%) और लीडरशिप फॉर लर्निंग (22%)। यह दर्शाता है कि शिक्षक व्यावहारिक, तकनीक-आधारित शिक्षण, सतत पेशेवर विकास और प्रभावी मूल्यांकन पद्धतियों में गहरी रुचि रखते हैं। पंजाब और जालंधर में इनसेट प्रोग्राम का विस्तार करके, एबीईए का उद्देश्य महानगरों से आगे भी शिक्षकों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करना है। यह प्रोग्राम स्कूलों को एनईपी (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) के मानकों को पूरा करने में सक्षम बनाता है, साथ ही स्थायी और अनुभवात्मक शिक्षण को बढ़ावा देता है। इसमें कक्षा में एआई टूल्स के उपयोग और प्रायोगिक सीखने पर खास ध्यान दिया गया है। इन वर्कशॉप्स में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के सत्र होंगे, ताकि शहरों और ग्रामीण इलाकों के शिक्षकों को लचीलापन मिल सके।

प्रदीप्ता होरे ने आगे कहा , “एबीईए का मकसद सीधा है; शिक्षकों तक उच्च-गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण सुलभ और असरदार तरीके से पहुँचाना। जब शिक्षक आगे बढ़ते हैं, तो स्कूल बदलते हैं, और उसी के साथ देश का सीखने का स्तर भी।”

शिक्षा में जागरूकता बढ़ाने के लिए एबीईए 1 नवंबर को एक नि:शुल्क परिचयात्मक वर्कशॉप आयोजित करेगा, जिसमें शिक्षकों और स्कूल लीडर्स को इनसेट प्रोग्राम के फायदों, ढांचे और प्रभाव के बारे में जानकारी दी जाएगी।

शिक्षक और स्कूल प्रशासक इस सत्र या आगामी इनसेट बैच के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं: https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfLbo2R92iXrf3hzJ-LKrNydIu233SfJUfF1HTL-tzaEUwHEA/viewform 

https://www.abea.in/school-services

गुलरी पुरवा में गन्ना क्रय केंद्र का शुभारंभ, पूजा-अर्चना के साथ हुई खरीद की शुरुआत

लहरपुर (सीतापुर)। ग्राम गुलरी पुरवा में अवध शुगर मिल हरगांव के अंतर्गत आने वाले गन्ना क्रय केंद्र का शुभारंभ सोमवार को विधिवत पूजा-अर्चना के साथ किया गया। पूजा के बाद सेंटर इंचार्ज संजय विश्वकर्मा ने किसान गीता प्रसाद (ग्राम फेनवा) का गन्ना तौलकर खरीद की शुरुआत की।

इस मौके पर गन्ना सीडीओ जयवर्धन सिंह व डेलीगेट दिनेश पटेल ने किसानों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। दिनेश पटेल ने बताया कि केसरीगंज, निबौरी और सलारपुर के क्रय केंद्र भी प्रारंभ हो गए हैं। किसानों से अपील की गई कि वे पर्ची के अनुसार अपना गन्ना निर्धारित केंद्र पर लाएं।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जयवर्धन सिंह (सीडीओ गन्ना), कल्लू यादव, छोटू, मोहनलाल, मुकेश मिश्रा समेत क्षेत्र के किसान उपस्थित रहे।

लाभ बढ़कर 122 करोड़ रुपए हुआ, तिमाही दर तिमाही 18.2% की वृद्धि

सिक्योर्ड बुक में 52.9% वार्षिक वृद्धि, 16,173 करोड़ रुपए पर; सिक्योर्ड बुक का हिस्सा 46.8%

अब तक का सबसे अधिक ऋण वितरण 7,932 करोड़ रुपए, वार्षिक आधार पर 47.6% की वृद्धि; ऋण पोर्टफोलियो 34,588 करोड़ रुपए, वार्षिक आधार पर 14.0% वृद्धि

जमा राशि 39,211 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 15.1%; सीएएसए जमा 10,783 करोड़ रुपए, 22.1% की वार्षिक वृद्धि

*दिल्ली ।उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड [BSE: 542904; NSE: UJJIVANSFB] ने सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का व्यवसाय प्रदर्शन सारांश- वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही और वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही जमा राशि 

 सितंबर 2025 तक कुल जमा 39,211 करोड़ रुपए, वार्षिक आधार पर 15.1% वृद्धि।

 सीएएसए जमा 10,783 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 22.1%; सीएएसए अनुपात 27.5%।

 फंड की लागत वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के 7.6% से घटकर 7.3% हुई।

संपत्ति

 अब तक का सबसे अधिक ऋण वितरण 7,932 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 47.6% और तिमाही वृद्धि 21.3%।

 सकल ऋण पोर्टफोलियो 34,588 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 14.0% और तिमाही वृद्धि 3.9%।

 सिक्योर्ड बुक का हिस्सा सितंबर 2025 में 46.8%, जबकि सितंबर 2024 में 34.9% और जून 2025 में 45.5% था।

 माइक्रो बैंकिंग वितरण 4,259 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 29.3% और तिमाही वृद्धि 8.3%।

 माइक्रो बैंकिंग पोर्टफोलियो 18,570 करोड़ रुपए, तिमाही वृद्धि 1.5%।

कलेक्शन और एसेट क्वालिटी

 जोखिमग्रस्त पोर्टफोलियो (पीएआर)/जीएनपीए/एनएनपीए क्रमशः 4.45% / 2.45% / 0.67% (सितंबर 2025 तक); जून

2025 में यह 4.81% / 2.52% / 0.71% था।

 प्रावधान कवरेज अनुपात सितंबर 2025 में 73%।

 ग्रुप और व्यक्तिगत ऋण पुस्तकों के लिए “बकेट-एक्स” कलेक्शन दक्षता 99.5% रही।

 कुल एसएमए घटकर 1.99%- वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के बाद से सबसे कम स्तर।

वित्तीय प्रदर्शन

 वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कर पश्चात लाभ (पीएटी) 122 करोड़ रुपए, तिमाही वृद्धि 18.2%।

 पीपीओपी (प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट) 9.6% बढ़कर 395 करोड़ रुपए।

 नेट इंटरेस्ट इनकम 922 करोड़ रुपए, तिमाही वृद्धि 7.7%- तीन तिमाहियों में पहली बार सुधार।

 वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के लिए आरओए / आरओई

 क्रमशः 1.0% / 7.7%।

पूंजी स्थिति

 पूंजी पर्याप्तता अनुपात 21.4%; टियर-I पूंजी 19.9%।

संजीव नौटियाल, एमडी और सीईओ, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक, ने कहा, “हमने इस तिमाही में संतुलित वृद्धि दी है, जिससे अधिशेष तरलता का प्रभावी उपयोग हुआ और हमारा सीडी अनुपात 88.2% पर पहुँचा। कुल जमा 39,211 करोड़ रुपए रही, जो तिमाही 1.5% और सालाना 15.1% अधिक है। सीएएसए 10,783 करोड़ रुपए तक बढ़ी, जिसमें तिमाही 14.9% और सालाना 22.1% की वृद्धि हुई।

खुदरा टीडी और सीएएसए मिलाकर कुल जमा का लगभग 71% हिस्सा है। हमारे सीएएसए संवर्धन प्रयास अभी आकार लेने लगे हैं। एमएफ वितरण और विदेशी मुद्रा उत्पाद ग्राहकों के लिए तीसरी तिमाही में शुरू किए जाएँगे, जबकि एएसबीए के भविष्य के रोलआउट से सीएएसए जुटाव को और बढ़ावा मिलेगा। हमने विभिन्न बकेट में टीडी और एसए दोनों में दरों को सक्रिय रूप से रीसेट किया है, जिसके परिणामस्वरूप फंड की लागत में 23 बीपीएस तिमाही-दर-तिमाही और 17 बीपीएस सालाना सुधार हुआ है। हमें आने वाली तिमाहियों में सीओएफ के और लाभ की उम्मीद है।

इस तिमाही में ऋण वितरण मजबूत रहा और 7,932 करोड़ रुपए का उच्चतम संवितरण हुआ, जो तिमाही-दर-तिमाही 21.3% और सालाना 47.6% अधिक है। वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही के लिए, संवितरण 35.8% बढ़कर 14,471 करोड़ रुपए, सुरक्षित ऋण पुस्तिका में निरंतर गति के कारण। हमारी सकल ऋण पुस्तिका वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 3.9% तिमाही-दर-तिमाही और 14.0% वर्ष-दर-वर्ष बढ़कर 34,588 करोड़ रुपए हो गई, जो परिसंपत्ति सूट में विविधता लाने और एक स्थायी पोर्टफोलियो बनाने के हमारे अनुशासित दृष्टिकोण से प्रेरित है। असुरक्षित की तुलना में सुरक्षित उत्पादों में तेज़ वृद्धि के कारण सुरक्षित ऋणों की हिस्सेदारी 47% पर आ गई।

मार्गदर्शन के अनुसार, हमारा माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो स्थिर हो रहा है, और ग्राहकों के पुनर्भुगतान व्यवहार में सुधार दिखाई दे रहा है। इसका प्रमाण “बकेट-एक्स” कलेक्शन दक्षता 99.45% से 99.50% तक लगातार तीन महीनों के लिए वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में रहा। हमारी कुल एसेट क्वालिटी, जिसे क्रेडिट लागत से परिभाषित किया जाता है, 2.8% पर स्थिर बनी रही, और हम वित्तीय वर्ष की शेष तिमाहियों में सुधार के क्रम में बने रहने की स्थिति में हैं।

वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के लिए कर पश्चात लाभ (पीएटी) 122 करोड़ रुपए रहा, जो तिमाही दर तिमाही (तिमाही) 18.2% बढ़ा। आरओए और आरओई क्रमशः 1.0% और 7.7% तक बढ़े। रणनीतिक शाखा विस्तार और उत्पाद विविधीकरण के माध्यम से हमारे भविष्य के विकास योजनाओं का समर्थन करते हुए, हमें वित्त वर्ष 26 में अग्रिम ऋण लगभग 20% बढ़ाने का विश्वास है, जबकि क्रेडिट लागत सकल ऋण पोर्टफोलियो के 2.3% से 2.4% के बीच रहेगी।"

मैकडॉवेल्स एंड कंपनी ने नैचुरल फ्लेवर्स के साथ एक्स सीरीज़ वोडका लॉन्‍च की

जयपुर: मैकडॉवेल्स एंड कंपनी ने अपनी प्रीमियम एक्स सीरीज़ के तहत वोडका के नए और रोमांचक फ्लेवर्स पेश किए हैं। इन वोडका वैरिएंट्स में प्राकृतिक फ्लेवर्स का इस्तेमाल किया गया है, जो उन्हें एक ताज़ा और शानदार स्वाद प्रदान करते हैं। ये फ्लेवर्स उन युवाओं और जिंदादिल उपभोक्ताओं के लिए बनाए गए हैं, जो नए अनुभवों को अपनाना पसंद करते हैं और एक्स सीरीज़ की आत्मा- ‘यंग, स्पिरिटेड एंड प्लेफुल’ को पूरी तरह दर्शाते हैं। नए ऑरेंज, ग्रीन एप्पल और क्रैनबेरी फ्लेवर्स अब राजस्थान में उपलब्ध हैं, जो पारंपरिक व्हिस्की से अलग एक आधुनिक और जोशभरा ड्रिंकिंग अनुभव प्रदान करते हैं।

मैकडॉवेल्स एंड कंपनी की एक्स सीरीज़ को युवा और जिंदादिल लोगों के लिए तैयार किया गया है, जो खेल और नए अनुभवों को अपनाते हैं। नवंबर 2024 में लॉन्च की गई, एक्स सीरीज़ रेंज अगली पीढ़ी के उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए बनाई गई है, जो पारंपरिक व्हिस्की से हटकर ड्रिंक करने का एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करती है। इस पोर्टफोलियो में डार्क रम, सिट्रॉन रम, वोडका (सादा और फ्लेवर्ड) और जिन शामिल हैं, निश्चित रूप से यह हर अवसर के लिए एक बहुपयोगी कलेक्‍शन है। 

इस लॉन्च के बारे में, डियाजियो इंडिया के चीफ इनोवेशन ऑफिसर, विक्रम दामोदरन ने कहा, “एक्स सीरीज़ वोडका के नैचुरल फ्लेवर्स के साथ, हम वोडका अनुभव को फिर से परिभाषित करना चाहते थे, जिससे ऑरेंज, ग्रीन एप्पल और क्रैनबेरी का एक शानदार और रिफ्रेशिंग स्वाद मिले। ये वैरिएंट्स उन लोगों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जो एक प्रीमियम लेकिन मजेदार ड्रिंक का आनंद लेते हैं, यह पारंपरिक वोडका का एक ताज़ा और रोमांचक विकल्प प्रदान करता है।” 

ऑरेंज, ग्रीन एप्पल और क्रैनबेरी फ्लेवर्स के लॉन्च के साथ, जो अब राजस्थान में उपलब्ध हैं, मैकडॉवेल्स एंड कंपनी वोडका को लगातार नए अंदाज़ में पेश कर रही है। एक्स सीरीज़ में प्रीमियम गुणवत्ता का संयोजन नैचुरल फ्लेवर्स से किया गया है, जिससे युवा एवं जिंदादिल लोगों के लिए एक स्‍मूद, जीवंत और ताज़ा ड्रिंक मिलती है। ये फ्लेवर्स केवल वोडका नहीं हैं, ये जिंदगी को एक बोल्ड, फ्लेवरफुल अंदाज़ में एक्‍स्‍प्‍लोर करने, जश्‍न मनाने और आनंद लेने का निमंत्रण हैं।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही का कर-पश्चात लाभ 352 करोड़ रुपए; पिछले वर्ष की तुलना में 76% अधिक

दिल्ली: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त हुई तिमाही और अर्धवार्षिक अवधि के लिए बगैर ऑडिट किए हुए वित्तीय परिणाम जारी किए हैं, जो कि इस प्रकार हैं:

करोड़ रुपए

30 सितंबर, 24

30 जून, 25

30 सितंबर, 25

सालाना परिवर्तन

तिमाही-दर-तिमाही परिवर्तन

कुल ग्राहक व्यवसाय

4,40,640

5,10,031

5,35,673

21.6%

5.0%

परिसंपत्तिया

ऋण और अग्रिम

2,22,613

2,53,233

2,66,579

19.7%

5.3%

सकल एनपीए

1.92%

1.97%

1.86%

-6 बीपीएस

-11 बीपीएस

शुद्ध एनपीए

0.48%

0.55%

0.52%

4 बीपीएस

-3 बीपीएस

एसएमए 1 + 2 (खुदरा, ग्रामीण और एमएसएमई)

0.97%

1.01%

0.90%

-7 बीपीएस

-11 बीपीएस

*जमा राशि

ग्राहक जमा राशि

2,18,026

2,56,799

2,69,094

23.4%

4.8%

सीएएसए जमा राशि

1,09,292

1,27,158

1,38,583

26.8%

9.0%

सीएएसए अनुपात

48.88%

47.99%

50.07%

119 बीपीएस

208 बीपीएस

फंड की लागत

6.46%

6.42%

6.23%

-23 बीपीएस

-19 बीपीएस

लाभप्रदता

वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही

वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही

वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही

सालाना परिवर्तन

तिमाही-दर-तिमाही परिवर्तन

शुद्ध ब्याज मार्जिन

6.18%

5.71%

5.59%

-59 बीपीएस

-12 बीपीएस

मुख्य परिचालन लाभ

1,857

1,744

1,825

-1.7%

4.6%

शुद्ध लाभ

201

463

352

75.6%

-23.8%

पूँजी पर्याप्तता% (अवधि समाप्त होने तक)

16.36%

15.01%

14.34%

-202 बीपीएस

-67 बीपीएस

श्रीराम सुपर 5-SR-05 और 1-SR-14 गेहूं बीज से मिल रही किसानों को रिकॉर्ड उपज, इस साल भी इन्हीं किस्मों पर भरोसे का रुझान

रतलाम: मध्य प्रदेश में गेहूं की खेती में श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स द्वारा विकसित श्रीराम सुपर 5-SR-05 और श्रीराम सुपर 1-SR-14 गेहूं बीजों ने उल्लेखनीय परिवर्तन लाया है। इन उन्नत किस्मों ने किसानों के बीच उच्च उपज, रोग प्रतिरोधकता और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में अनुकूलता के लिए ख्याति प्राप्त की है।

श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स के विश्वविख्यात गेहूं वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई गेहूं की किस्में, श्रीराम सुपर 1-SR-14 और 5-SR-05, इनकी अनुकूलन क्षमता और बेहतरीन उत्पादकता के चलते किसानों में बहुत लोकप्रिय हैं। इनमें कल्ले ज़्यादा और बालियां लंबी है, और यह रोगों के प्रति सहनशील है।सबसे खास बात यह है कि बदलती प्रकृति से उभर रही नई-नई चुनौतियों में भी इन किस्मों के परिणाम श्रेष्ठ हैं। अपनी इन्हीं विशेषताओं के चलते ये दोनों किस्में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के किसानों की पहली पसंद बन गई हैं।

अनुभवी किसान विजेन्द्र सिंह बताते हैं कि इस साल उन्होंने अपने खेत में श्रीराम सुपर 5-SR-05 गेहूं की बुवाई की। उनका कहना है कि इस किस्म का तना बेहद मज़बूत है, जिससे फसल गिरने की संभावना नहीं रहती। साथ ही, कल्लों की संख्या अधिक है और हर बाली में 85–90 दाने मिलने से उत्पादन अत्यधिक रहा। वे कहते हैं, “विपरीत मौसम में भी श्रीराम सुपर 5-SR-05 ने स्थिर और शानदार उपज दी — यह सच में भरोसेमंद गेहूं की किस्म है।”

साथ ही साथ श्रीराम द्वारा बाजार में दी जा रही किस्म श्रीराम सुपर 1-SR-14 से भी किसान बहुत खुश हैं व उत्तम परिणाम पा रहे हैं।

एक अन्य किसान केदार सिंह जिन्होंने पिछले साल अपने खेत में श्रीराम सुपर 1-SR-14 गेहूं बीज की बुवाई की थी। उनका कहना

है कि इसमें अन्य किस्म की तुलना में श्रीराम सुपर 1-SR-14 में लंबी बालियाँ, अधिक कल्ले और प्रति बालियों दानों की संख्या अधिक रही और श्रीराम 1-SR-14 में कम पानी की आवश्यकता पड़ी। वे अन्य किसानों को भी श्रीराम सुपर 1-SR-14 लगाने की सलाह देती हैं।

श्रीराम सुपर 5-SR-05 और 1-SR-14 गेहूं बीज के साथ-साथ, श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स के अन्य उत्पाद जैसे श्रीराम सुपर 3-SR-72, 303, 111, 272 भी पिछले कुछ सालों से अपनी शानदार परफॉर्मेंस के चलते किसानों में बेहद लोकप्रिय हो गए हैं।

श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स 135 वर्ष पुरानी डीसीएम श्रीराम लिमिटेड का एक हिस्सा है। यह एक अग्रणी बिजनेस ग्रुप है, जिसका टर्नओवर 12741 करोड़ है। श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स कृषि इनपुट्स जैसे बीज, विशेष पोषण, और फसल संरक्षण के कारोबार में सक्रिय है, जिससे भारतीय कृषि को मजबूत और किसानों की आय को बढ़ाने में सहायता मिल रही है।

पत्रकार एलएन सिंह की हत्या पर एनयूजेआई का आक्रोश ,प्रदेश सरकार से पत्रकार सुरक्षा बिल लागू करने और आर्थिक मदद की मांग

प्रयागराज। सिविल लाइंस स्थित होटल हर्ष के पास गुरुवार की रात पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह उर्फ पप्पू (एलएन सिंह) की चाकुओं से गोदकर की गई हत्या से पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश है। घटना की निंदा करते हुए नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया (एनयूजेआई) प्रयागराज इकाई ने शोकसभा आयोजित कर दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

शोकसभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कुन्दन श्रीवास्तव ने की, जिसमें संरक्षक पवन द्विवेदी और परवेज आलम सहित कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद रहे। सभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रदेश सरकार मृतक पत्रकार के परिवार को विशेष आर्थिक सहायता प्रदान करे, उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए और बच्चों की निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जाए।एनयूजेआई ने कहा कि यह घटना पत्रकारों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। संगठन ने मांग की कि प्रदेश सरकार तत्काल पत्रकार सुरक्षा बिल लागू करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

ज्ञात हो कि गुरुवार रात अज्ञात हमलावरों ने सरेआम एलएन सिंह पर 20 से 25 बार चाकुओं से हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। इस घटना से प्रयागराज के पत्रकारों में गहरा ष है।शोकसभा में शामिल प्रमुख लोगों में महामंत्री अखिलेश शुक्ला, संगठन मंत्री चित्रांशी यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष धमेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ. सुधाकर पाण्डेय, प्रवक्ता शनी केसरी, मीडिया प्रभारी असद कुरैशी, कोषाध्यक्ष मधुर दरबारी सहित दर्जनों पत्रकार और पदाधिकारी उपस्थित रहे।

किसी भी समाज मे टकराव समस्या का समाधान नहीं है : सूरज प्रसाद चौबे राष्ट्रीय अध्यक्ष

लखनऊ राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने पदाधिकारियों को बताया कि विगत कई दिन पूर्व में भीम आर्मी मध्यप्रदेश के अध्यक्ष का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था 15 अक्तुबर को उच्च न्यायालय ग्वालियर बार के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा को जूते की माला पहनाई जाएगी क्यों कि उन्होंने अंबेडकर को गंदा व्यक्ति बोला था,भीम आर्मी के इस बयान से पूरे देश के सवर्ण के आक्रोश व्याप्त हो गया,सभी सामाजिक संगठन के मुखिया मुखर हो कर एक साथ भीम आर्मी के कथित विवादास्पद बयान पर क्रिया की प्रतिक्रिया व्यक्त करने लगे तथा 15 अक्तुबर को ग्वालियर जाने की अपील की जाने लगी सामाजिक समरसता की स्थिति बिगड़ जाने की स्थित बन गई सवर्ण समाज के बढ़ते दबाव , पुलिस प्रशासन के सूझ बुझ से भीम आर्मी मध्य प्रदेश अध्यक्ष ने वीडियो जारी कर 15 अक्टुबर के आंदोलन को वापस ले लिया एवं बयान पर खेद जताया । भीम आर्मी के आंदोलन वापस लेने से एक बात सवर्ण समाज को समझ में आनी चाहिए जब आप एक जुट ह। भीम आर्मी के आंदोलन वापस लेने से एक बात सवर्ण समाज को समझ में आनी चाहिए जब आप एक जुट हो कर आवाज उठाओगे तो अन्याय अत्याचार करने वालो के हौसले टूटेंगे मै राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे उन सभी सवर्ण संगठन,सवर्ण समाज के लोगों को धन्यवाद देता हु कि आप के एकता का प्रदर्शन किया एक साथ सवर्ण की आवाज उठाई जिस कारण से सामाजिक समरसता सौहार्द बना रहा जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन ग्वालियर को भी धन्यवाद देता हु कि बहुत सुध बुध से काम लिए जिससे सामाजिक समरसता सौहार्द बना रहा, राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने सभी सवर्ण संगठन, सवर्ण समाज से कहा कि 15 अक्तुबर ग्वालियर का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है आप सभी शांति शौहर्द बनाए रखें हम सभी का प्रथम दायित्व है कि सामाजिक समरसता सौहार्द की मूल अवधारणा बनी रहे,राष्ट हित सर्वोपरि है ग्वालियर जाने की कोइ जरूरत नहीं है किसी भी समाज में टकराव समस्या का सामना नहीं है।