थककर पटरियों पर ही सो गए थे मजदूर, ट्रेन से कटकर हुई दो की मौत

बालोद- काम की तलाश में झारखंड से छत्तीसगढ़ आए 11 मजदूरों का संघर्ष मंगलवार तड़के एक भयावह हादसे में बदल गया। दल्लीराजहरा क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पार करते समय दो युवकों की ट्रेन से कटकर मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी मजदूर रेलवे लाइन के सहारे पैदल चल रहे थे और अत्यधिक थकान के कारण चार मजदूर वहीं ट्रैक पर ही लेट गए थे।
यह हादसा सुबह करीब 4 बजे कुसुमकसा और दल्लीराजहरा रेलवे स्टेशन के बीच हुआ, जब एक तेज रफ्तार ट्रेन वहां से गुजरी। इससे पहले कि साथी मजदूर पीछे मुड़कर अपने साथियों को जगा पाते, ट्रेन दो युवकों को रौंदते हुए निकल गई।
मृतकों की पहचान
इस हादसे में जिन दो मजदूरों की मौत हुई है, वे दोनों झारखंड के रहने वाले थे:
- कृष्णा राय, उम्र 20 वर्ष, निवासी लक्ष्मणपुर, थाना चपचाची, जिला धनबाद, झारखंड
- ढिल्लू राय, उम्र 19 वर्ष, निवासी लक्ष्मणपुर, थाना चपचाची, जिला धनबाद, झारखंड
दो अन्य घायल मजदूरों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
थकान ने ली जान, पटरी को बना लिया था बिस्तर
मिली जानकारी के अनुसार, ये सभी 11 मजदूर झारखंड से दल्लीराजहरा आए थे और रेलवे ट्रैक के किनारे पैदल सफर कर रहे थे। लंबा सफर तय करने और रातभर की थकान के कारण चार मजदूर ट्रैक पर ही लेटकर सो गए। बाकी सात मजदूर कुछ दूरी पर आगे निकल चुके थे। जब उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो साथियों को सोता पाया और उन्हें उठाने के लिए आवाज लगाई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटनास्थल पर बिखरे शव और सामान
ट्रेन की चपेट में आने से दोनों मृतकों के शव क्षत-विक्षत हो गए। आसपास उनका सामान, मोबाइल और बैग बिखरे हुए मिले। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे और दल्लीराजहरा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रशासन सक्रिय, जांच जारी
दल्लीराजहरा सीएसपी डॉ. चित्रा वर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना सुबह करीब 4 बजे मिली, जिसके बाद पुलिस और रेलवे टीम ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि घायल मजदूरों से पूछताछ की जा रही है और बाकी साथियों से घटना की विस्तृत जानकारी ली जा रही है।
Jun 10 2025, 15:34
दो अन्य घायल मजदूरों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
थकान ने ली जान, पटरी को बना लिया था बिस्तर
मिली जानकारी के अनुसार, ये सभी 11 मजदूर झारखंड से दल्लीराजहरा आए थे और रेलवे ट्रैक के किनारे पैदल सफर कर रहे थे। लंबा सफर तय करने और रातभर की थकान के कारण चार मजदूर ट्रैक पर ही लेटकर सो गए। बाकी सात मजदूर कुछ दूरी पर आगे निकल चुके थे। जब उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो साथियों को सोता पाया और उन्हें उठाने के लिए आवाज लगाई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटनास्थल पर बिखरे शव और सामान
ट्रेन की चपेट में आने से दोनों मृतकों के शव क्षत-विक्षत हो गए। आसपास उनका सामान, मोबाइल और बैग बिखरे हुए मिले। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे और दल्लीराजहरा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रशासन सक्रिय, जांच जारी
दल्लीराजहरा सीएसपी डॉ. चित्रा वर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना सुबह करीब 4 बजे मिली, जिसके बाद पुलिस और रेलवे टीम ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि घायल मजदूरों से पूछताछ की जा रही है और बाकी साथियों से घटना की विस्तृत जानकारी ली जा रही है।