शकूराबाद बाजार को जाम से कब मिलेगा छुटकारा? प्रतिदिन लग रहे जाम से आम लोगों को झेलनी पड़ रही हैं भारी परेशानियाँ
जहानाबाद (बिहार)। जिले के रतनी फरीदपुर प्रखंड स्थित शकूराबाद बाजार में जाम की समस्या दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है। प्रतिदिन सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगने से आम नागरिकों, स्कूली बच्चों, मरीजों और राहगीरों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कब प्रशासन इस समस्या से निजात दिलाएगा?
कूर्था-जहानाबाद मुख्य पथ पर स्थित यह बाजार क्षेत्र आवागमन का प्रमुख मार्ग है। भारी वाहन, निजी वाहन और स्थानीय यातायात का दबाव लगातार बढ़ने के बावजूद उचित प्रबंधन नहीं हो सका है। हालात और भी बदतर हो गए हैं जब बाजार में अवैध अतिक्रमण ने सड़क को संकरा कर दिया है। शकूराबाद अस्पताल से नेहालपुर मोड़ तक सड़क के दोनों किनारों पर गुमटियां, ठेले और अस्थायी दुकानें जम गई हैं, जिससे सड़क पर चलना दूभर हो गया है।
स्थिति इतनी भयावह है कि पुलिस और प्रखंड प्रशासन के वाहन भी अक्सर जाम में फंसे नजर आते हैं। कई बार गंभीर मरीजों को लेकर जा रही एम्बुलेंस भी इस जाम में फंस जाती हैं, जिससे समय पर इलाज न मिलने का खतरा बना रहता है।
स्थानीय नागरिकों और दुकानदारों का कहना है कि इस समस्या को लेकर कई बार रतनी फरीदपुर के अंचल अधिकारी से लिखित और मौखिक रूप से शिकायत की गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि अंचल अधिकारी प्रतिदिन इस मार्ग से गुजरते हैं और स्वयं भी कई बार जाम में फंसते हैं, इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई न होना प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करता है। शकूराबाद के दुकानदारों और स्थानीय निवासियों ने बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने और जाम से निजात दिलाने की पुरजोर मांग की है। उनका कहना है कि अतिक्रमण हटने से न केवल आम लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि बाजार की गतिविधियाँ भी सुव्यवस्थित होंगी। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन कब सक्रिय होता है और कब शकूराबाद बाजार को जाम और अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए प्रभावी कदम उठाता है।

जहानाबाद (बिहार)। जिले के रतनी फरीदपुर प्रखंड स्थित शकूराबाद बाजार में जाम की समस्या दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है। प्रतिदिन सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगने से आम नागरिकों, स्कूली बच्चों, मरीजों और राहगीरों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कब प्रशासन इस समस्या से निजात दिलाएगा?
जहानाबाद जिले के काको प्रखंड स्थित ऐतिहासिक पनिहास तालाब आज प्रशासनिक उदासीनता के चलते अपनी पहचान खोने की कगार पर है। लगभग 80 बीघा क्षेत्रफल में फैला यह तालाब अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक महत्व के लिए कभी दूर-दूर तक प्रसिद्ध था। एक छोर पर स्थित भगवान भास्कर का प्राचीन सूर्य मंदिर और दूसरे छोर पर पहली महिला सूफी संत बीबी कमाल का मकबरा इस क्षेत्र की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत को विशेष पहचान देते हैं।
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जहानाबाद जिले के एनएच-33 वाइपास पर शुक्रवार को तेज रफ्तार पिकअप वैन और टेम्पो के बीच जोरदार टक्कर हो गई, जिसमें टेम्पो सवार तीन महिलाओं समेत चार लोग घायल हो गए। हादसे के बाद गश्त कर रही नगर थाना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है।

अम्बेडकर चौक से बत्तीस भंभरिया मोड़ तक दुकानदारों को डस्टबिन रखने की दी गई नसीहत।
Apr 29 2025, 17:59
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