प्रशांत किशोर की ‘बदलाव रैली’ में उम्मीद से कम भीड़, सरकार पर लगाया आरोप
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को दावा किया कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राजनीतिक श्राद्ध साबित होगा. प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान में आयोजित बिहार बदलाव रैली में यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को नीतीश कुमार, लालू यादव और प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने निराश किया है.
हालांकि, प्रशांत किशोर लोगों की कम उपस्थिति को लेकर नाखुश दिखे और उन्होंने बमुश्किल 10 मिनट रैली को संबोधित करने का फैसला किया. उन्होंने प्रशासन पर राज्य के अन्य हिस्सों से आने वाले कम से कम दो लाख लोगों के पटना में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया.
पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया
पूर्व चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर काम किया. उन्होंने अपनी रैली में पूरे दिन इंतजार के बावजूद गांधी मैदान में भीड़ नहीं पहुंचने के लिए पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. किशोर ने दावा किया कि लाखों की संख्या में लोगों को प्रशासन ने पटना में घुसने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि हजारों गाड़ियां पटना के बाहरी इलाकों में फंसी रही, वो पूरे दिन प्रशासन से हाथ पैर जोड़ते रहे.
रैली के लिए लगी कुर्सियां खाली
बता दें कि गांधी मैदान में पूरे दिन बिहार बदलाव रैली के लिए लगी कुर्सियां खाली पड़ी रहीं. अंधेरा होने पर कुछ भीड़ जुट पाई तब प्रशांत किशोर ने रैली को संबोधित किया. पीके ने 10 दिन के अंदर बिहार यात्रा शुरू करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि वह नीतीश कुमार का राजनीतिक श्राद्ध करेंगे. किशोर ने कहाकि आइए हम इस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लें. जंगलराज लेकर आए लालू प्रसाद ने बिहार के लोगों को निराश किया. लोग अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक नए प्रकार के नौकरशाही जंगल राज से जूझ रहे हैं और नीतीश का समर्थन करने वाले पीएम मोदी ने भी लोगों को निराश किया है.
प्रदर्शन से जन सुराज पार्टी का कद बढ़ा
प्रशांत किशोर ने इस साल की शुरुआत में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा के उम्मीदवारों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी को भी याद किया. इस प्रदर्शन से जन सुराज पार्टी का कद बढ़ा था, हालांकि कुछ महीने पहले राज्य में पांच विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में पार्टी कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाई थी.
समर्थकों से बातचीत करने से रोकने की साजिश
पिछले साल गांधी जयंती पर राज्यव्यापी पदयात्रा के बाद पार्टी की स्थापना करने वाले प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे इसी सार्वजनिक मैदान पर पुलिस ने हिरासत में लिया था. मैंने तब घोषणा की थी कि मैं गांधी मैदान लौटूंगा. आज प्रशासन ने मुझे अपने समर्थकों से बातचीत करने से रोकने की साजिश रची. लेकिन, अब से 10 दिनों के भीतर मैं यात्रा शुरू करूंगा और अपने लोगों से उनके दरवाजे पर मिलूंगा.
प्रशांत किशोर की रैली फ्लॉप
इस बीच, जेडीयू के एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने दावा किया कि प्रशांत किशोर की रैली एक फ्लॉप शो थी. जो लोग आए, उनकी संख्या शाम को टहलने वालों की आम भीड़ से ज़्यादा नहीं थी. अपना संक्षिप्त भाषण खत्म करने से पहले किशोर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से वादा कियाकि मैं मीडिया से कुछ बातें करूंगा और फिर देर रात तक गांधी मैदान में रहूंगा. मैं आप सभी से मिलूंगा.
Apr 12 2025, 11:11