आरोप-प्रत्यारोप: भूमाफिया ने जमीन का गलत दस्तावेज बना फर्ज़ी तरीक़े से बेचा, इस पर किसी प्रकार का निर्माण अवैध, दूसरे पक्ष ने कहा पूरी यह बात
गया ज़िले के मगध मेडिकल थाना एरिया से सटे बोधगया थाना अंतर्गत स्थित खराटी गांव में दो पक्षों के बीच जमीनी विवाद के बाद पुलिस पहुंची। दोनों पक्ष अपने-अपने दावे पर अड़े हुए थे। पुलिस के पहुंचने के बाद मामला फ़िलहाल शांत कराया गया है।
एक पक्ष के पिंकू सिंह का कहना है, कि खराटी गांव में हमारी पैतृक जमीन है, जो कि रघुनंदन सिंह, पिता स्वर्गीय दीपू सिंह के नाम से है। इस ज़मीन को गलत ढंग से भूमाफियाओं ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर अवैध बिक्री कर दिया है। इसके बाद इस अवैध बिक्री की गई मेरी पैतृक जमीन पर निर्माण कार्य हो रहा है, जबकि मैंने या मेरे परिवार ने यह जमीन बेची ही नहीं है। न ही मेरे किसी रिश्तेदार ने बेची है। वहीं, किसी भी प्रकार का निर्माण इस जमीन पर अवैध है।
वही, इस जमीन का मामला गया कोर्ट में भी चल रहा है, जिसका वाद संख्या बीआरजीए 030004792023 दिनांक 22-03-2023 है। इसके बावजूद हम लोगों की जमीन को माफियाओं ने बेचा है। अब उस पर निर्माण कार्य हो रहा है। कोर्ट में मामला लंबित है, फिर भी यह सब हो रहा है।
इस मामले को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के पास गए, लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हम लोग मांग करते हैं कि इस मामले पर संज्ञान लेते हुए किसी भी तरह का निर्माण कार्य को फिलहाल रोका जाए और जांच कर न्याय दिलाया जाए।
वही, निर्माण कार्य करा रहे विनोद पांडे ने बताया कि उनकी बेटी श्यामली कुमारी के नाम से खराटी गांव में यह जमीन खरीदी है। जमीन जिनसे खरीदी है, उनका बोर्ड लगा हुआ है।उनका नाम संजय भउवार है, जो कि खैरा गांव के रहने वाले हैं। करीब 22- 23 लाख रुपए में हमने यह प्रॉपर्टी खरीदी है, जिसका केवाला मेरे पास है। सारे कागजात मौजूद हैं। यदि गलत में हम लोग होते तो दाखिल खारिज नहीं होता। इस जमीन का दाखिल खारिज अंचल से हमने कराया है।सब कुछ सही कागजात है। यह जमीन की रजिस्ट्री बिल्कुल सही है। अब बीच में यह लोग इस तरह के मामले को उठाते हैं, तो इसमें हम लोग का कोई दोष नहीं है। यदि सीओ किसी प्रकार का नोटिस भेजते हैं, तो हम लोग इस निर्माण कार्य पर भले ही रोक लगा सकते हैं। हम लोग किसी प्रकार का गलत या अवैध निर्माण नहीं करा रहे हैं।
Dec 21 2024, 17:58