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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के सामने डॉ. अजय और बृहस्पत सिंह के बीच हुआ जमकर विवाद, नाराज बैज भोजन छोड़ लौटे रायपुर

बलरामपुर-  छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो बड़े नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के सामने ही भिड़ गए. दोनों के बीच विवाद इतना हुआ कि बैज भोजन छोड़कर रायपुर रवाना हो गए. दरअसल यह घटना आज बलरामपुर सर्किट हाउस में उस वक्त घटी, जब दीपक बैज जिले के दौरे पर थे. बैज थाने में हुई स्वास्थ्यकर्मी गुरुचरण मंडल की मौत के मामले में मृतक परिवार से मिलने गए थे. उनके साथ जिले के बहुत से कांग्रेसी भी थे. कांग्रेस की ओर से गठित जांच दल के संयोजक डॉ. अजय तिर्की भी थे, वहीं पार्टी से निष्कासित नेता पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह भी थे.

बैज और अन्य नेता मृतक परिवार से मिलकर वापस भोजन के लिए जब सर्किट हाउस पहुंचे तो फोटो सेशन को लेकर डॉ. अजय तिर्की और बृहस्पत सिंह आपस में भिड़ गए. देखते-देखते कहासुनी जमकर विवाद और गाली-गलौज में पहुंच गया. स्थानीय नेताओं की ओर से मामला शांत कराने का प्रयास किया गया, लेकिन विवाद बढ़ता ही चला गया. आखिर में पीसीसी अध्यक्ष बैज भोजन छोड़कर ही रायपुर रवाना हो गए. नाराज बैज को मनाने की कोशिश नेता करते रहे, लेकिन वे नहीं रुके.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, डॉ. अजय तिर्की यह कहते हुए नाराज हो गए कि पार्टी से निष्कासित नेता यहां कैसे आ गए ? उन्हें तो किसी ने बुलाया ही नहीं था. इसी बात से बृहस्पत सिंह गुस्सा हो गए. उन्होंने भी तिर्की को तल्ख लहजे में जवाब दे दिया. और फिर दोनों के बीच बहस इस कदर होने लगी की कमरे का दरवाजा बंद करना पड़ा.

इस मामले में डॉ. अजय तिर्की और बृहस्पत सिंह ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है, जबकि बलरामपुर जिलाध्यक्ष ने कहा कि विवाद हुआ है, लेकिन अभी इस पर वह कुछ नहीं कहेंगे.

सुख-शांति एवं समृद्धि की निशानी कमल का फूल: बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर-      भारतीय जनता पार्टी रायपुर दक्षिण उपचुनाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती इसी क्रम में पार्टी ने शनिवार को कैलाशपुरी में "तत्पर" क्षेत्रीय चुनाव कार्यालय का शुभारंभ साथ भी भव्य कार्यकर्ता सम्मेलन किया।

सांसद और दक्षिण से पूर्व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, भाजपा सरकार विकास की पहचान है, जब जब भाजपा सरकार आती है, रायपुर समेत छत्तीसगढ़ का तेज गति से विकास होता है। रायपुर दक्षिण में विकास की गंगा अनवरत बहती रहे उसके लिए सभी कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर भाजपा और सुनील सोनी के लिए वोट मांगे।

श्री अग्रवाल ने अपने भाषण में कहा कि, सुनील सोनी ने महापौर और सांसद रहते हुए शहर के विकास में अतुलनीय योगदान दिया है। शहर की चौड़ी चौड़ी सड़कें, फ्लाईओवर, वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन, स्टेडियम के साथ ही स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल आपूर्ति समेत दूसरी मूलभूत सुविधाओं को जन जन तक पहुंचाने का काम किया है। ऐसे में सुनील सोनी के विधायक चुने जाने पर क्षेत्र के विकास का पहिया तेज गति से घूमेगा।

उन्होंने लोगों को दिवाली की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, दिवाली में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए हम सभी कमल का फूल अर्पित करते हैं क्योंकि कमल सुख-शांति और समृद्धि की निशानी है। आप सभी कमल को वोट देकर रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाने में सहयोग दें।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, आप लोगों ने 8 बार बृजमोहन अग्रवाल को जिताया है, बृजमोहन हर समय स्थानीय लोगों के सुख-दुख में खड़े रहे है। इस बार फिर से कमल को वोट देकर सुनील सोनी को ऐतिहासिक मतों से जीता कर यह जीत बृजमोहन को समर्पित करिए। उन्होंने कहा कि, जो भी विकास का काम है वो भाजपा ने किया है, गरीबों को जमीन का पट्टा, राशन, महतारी वंदन, धान का उचित मूल्य, पक्का मकान, नल से जल जैसी सैकड़ों योजनाओं ने गरीबों की जिंदगी बदली है।

कांग्रेस ने केवल घोटाला किया है। cgpsc घोटाला, कोयला, रेत, शराब, डीएमएफ घोटाला कांग्रेस के घोटालों की लिस्ट बहुत लंबी है। इसी का परिणाम है कि कुछ जेल में है, कुछ बेल पर है और कुछ जेल जाने की तैयारी में है।

कांग्रेस पूरे प्रदेश में दंगे करवा रही है। सरकार को बदनाम करने का काम कर रही है, इसको सबक सिखाने के लिए घर घर जा कर मतदाताओं से मिलकर सरकार की उपलब्धियों को बताए और भाजपा को मजबूत करने के लिए कमल फूल प्रत्याशी सुनील सोनी को वोट देने के लिए कहें। बृजमोहन हमेशा आपकी सेवा करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे।

सम्मेलन में विधायक अजय चंद्राकर, राजेश मूणत समेत शीर्ष नेताओं ने पार्टी की उपलब्धियों और राज्य के विकास के लिए किए गए कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए जनता से भाजपा को समर्थन देने का आग्रह किया, ताकि छत्तीसगढ़ में विकास की गति को और तेज किया जा सके।

भव्य कार्यकर्ता सम्मेलन में सभी कार्यकर्ताओं ने भाजपा की जीत के लिए संकल्प लिया और आने वाले चुनाव में पार्टी को विजयी बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने का वादा किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, शिव रतन शर्मा, मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक पुरंदर मिश्रा, जयंती भाई पटेल, विजय अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल, मंडल अध्यक्षगण, पार्षदगण, पदाधिकारी समेत हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

नया भारत विश्व में अपना उचित स्थान पाने के लिए आगे बढ़ रहा है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

रायपुर-   राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में विकसित छत्तीसगढ़ का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा। समग्र विकास के लिए नागरिकों का अच्छा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। अच्छा स्वास्थ्य लोगों की उत्पादकता और रचनात्मकता को बढ़ाने में सहायक होता है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह शामिल होकर संस्थान के 25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की उपाधि प्रदान की।

राज्यपाल ने कहा कि यह विद्यार्थियों की अथक प्रयासों, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। यह विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक उपलब्धि ही नहीं है बल्कि मानव सेवा के मार्ग पर एक उत्कृष्ट शुरुआत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार तेजी से किया जा रहा है, जहां नव-प्रशिक्षित चिकित्सकों की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्यपाल रामेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रदीप कुमार पात्रा, रजिस्ट्रार सहित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एवं उनके परिजन उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समरोह के अवसर पर 6337 चिकित्सकों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इनमें 6 सुपरस्पेशलिस्ट चिकित्सक, 606 स्नातकोत्तर चिकित्सक और 5725 स्नातक चिकित्सक शामिल हैं। इसके अलावा 25 चिकित्सकों को स्वर्ण पदक से अलंकृत किया गया।

राष्ट्रपति ने कहा कि जनजाति समाज में सिकल सेल एनीमिया की अभी भी समस्या है। भारत सरकार सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी ही अग्रिम पंक्ति में होते हैं। आप सामान्य लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूक बना सकते हैं, आम नागरिकों को सरकार द्वारा किए जा रहे हैं प्रयासों से अवगत करा सकते हैं। आप नीति निर्माता और सम्माननीय जनता के बीच सेतु का कार्य कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप लोगोें के ग्रामीण क्षेत्रों में जाने से देश की बहुत बड़ी जनसंख्या की वास्तविक समस्याओं से अवगत हो पाएंगे। मैं चाहती हूं कि सभी विद्यार्थियों को समय-समय पर गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ करना चाहिए।

श्रीमती मुर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ की अधिकांश जनता गांव में रहती हैं, उन लोगों तक उचित स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना चुनौती पूर्ण कार्य है। इस संदर्भ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में चिकित्सा शिक्षण, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान इस विश्वविद्यालय के प्रमुख लक्ष्यों में से एक है। यह प्रसन्नता की बात है कि विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कॉलेजों में आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ आयुष की शिक्षा भी दी जाती है। बहुत सारे कालेजो में नर्सिंग के कोर्स कराए जा रहे हैं। इस प्रकार यह विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अभी भी मलेरिया, फाइलेरिया और टीबी जैसे संक्रमक बीमारियों का पूरी तरह से उन्मूलन नहीं हुआ है। भारत सरकार इन रोगों के उन्मूलन के लिए आगे बढ़ी है।

उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह सफलता आपकी प्रतिभा, लगन और परिश्रम के साथ-साथ आपके माता-पिता, परिवारजनों, शिक्षक के सहयोग और मार्गदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि आपको अपने भविष्य की रूपरेखा बनाते समय यह ध्यान रखना है कि आपकी इस शिक्षा में समाज का भी योगदान है। समाज ने आपकी शिक्षा में जो निवेश किया है वह समाज को लौटाना आपका कर्तव्य है। श्रीमती मुर्मु ने कहा कि आपमें स्थानीय समस्याओं की बेहतर समझ है। आप राज्य के स्वास्थ्य समस्याओं पर रिसर्च करें उनका समाधान खोजने का प्रयास करें।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि महान राष्ट्रवादी विचारों एवं भारतीय राजनीति की सम्मानित विभूतियां में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय में आकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए बहुत हर्ष हो रही है कि उपाधि प्राप्त करने वाले अधिकांश हमारी बेटियां हैं, यह प्रदर्शन बेटियों के वर्चस्व को रेखाँकित करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि दो दिनों के अपने इस छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान मुझे दो इंजीनियरिंग और दो मेडिकल संस्थानों के विद्यार्थियों को संबोधित करने का अवसर मिला। इस दौरान मैं विद्यार्थियों और शोधार्थियों में ललक को महसूस की। ऐसे युवाओं में मेरी भारत की झलक दिखती है और नया भारत जो पूरे मजबूती के साथ विश्व में अपना उचित स्थान पाने के लिए आगे बढ़ रहा है।

राज्यपाल रामेन डेका ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा कि यह दिन उनके अथक प्रयासों, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह न केवल विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक उपलब्धि है बल्कि मानव सेवा के मार्ग पर एक उत्कृष्ट शुरुआत है। राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि चिकित्सक बनने की यात्रा कठिन है, जिसमें छात्र देर रात तक पढ़ाई, क्लिनिकल प्रशिक्षण और लैब के अनगिनत घंटे बिताते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए चिकित्सा का क्षेत्र केवल ज्ञान और कौशल नहीं, बल्कि ईमानदारी, सहानुभूति और दूसरों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता से परिभाषित होता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा का क्षेत्र लगातार विकासशील है, जिसमें नए-नए रोग, स्वास्थ्य असमानताएँ और तकनीकी परिवर्तन जैसे कई चुनौतियाँ शामिल हैं। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि यह चुनौतियाँ चिकित्सा के क्षेत्र में नवाचार और सुधार का अवसर प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सक के रूप में उन्हें ऐसे क्षणों का सामना करना पड़ेगा जब मरीज उनके अथक प्रयासों के बावजूद ठीक नहीं हो पाएंगे, परंतु इस दौरान भी उनका करुणामय दृष्टिकोण सबसे महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के इस पेशे में सफलता के साथ विनम्रता बनाए रखना आवश्यक है और मानवता की सेवा के प्रति सच्ची निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय के 33 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक और 6 छात्रों को सुपर स्पेशलिटी की उपाधि मिलने पर बधाई दी और कहा कि चिकित्सा का क्षेत्र मानवता की सेवा का प्रतीक है। उन्होंने सभी स्नातक छात्रों को समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ दायित्व निर्वहन और सेवा भाव से कार्य करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी जैसे पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की बढ़ती लोकप्रियता का भी जिक्र किया और प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय इन पद्धतियों में भी शिक्षा प्रदान कर रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय का नामकरण उनके नाम पर होना हमें उनके सिद्धांतों और समाज के हर तबके तक सेवा पहुंचाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने महामारी, विज्ञान रोग नियंत्रण एवं अनुसंधान संस्थान और शिक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान को देश के चिकित्सा क्षेत्र में मील का पत्थर बताया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रदीप कुमार पात्रा ने संस्थान का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कुलपति ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह और शाल भेंट किया।

छत्तीसगढ़ में गोल्फ खेलों का अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर, इससे देश-विदेश में खेलों के क्षेत्र में बनेगी प्रदेश की पहचान : ओपी चौधरी

रायपुर-     छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में खेलों की शानदार अधोसंरचना तैयार हो रही है और राष्ट्रीय स्तर के खेलों का आयोजन लगातार कर रहे हैं। परंपरागत खेलों के साथ ही गोल्फ जैसे खेलों के आयोजन से छत्तीसगढ़ को खेल के क्षेत्र में एक नई पहचान मिली है। यह बात नेशनल गोल्फ फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित गोल्फ खेल प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में वित्त और आवास मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कही। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के लोग अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। इनकी प्रतिभा को निखारने के लिए सरकार द्वारा इन्हें लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है।

श्री चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास की अपार संभावनाएं हैं। छत्तीसगढ़ खनिज, वन, उद्योग आदि क्षेत्रों में विकसित राज्य है। नवा रायपुर को प्रदूषण मुक्त शहर के रूप में विकसित किया जा रहा है। नवा रायपुर में पानी की उपलब्धता भरपूर है। यहां पर पीपल फॉर प्यूपिल का कैंपेन चलाकर पर्यावरण को स्वस्थ्य बनाने की दिशा में कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में गोल्फ के खेल के संभावनाओं को बढ़ाने के लिये यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा। नवा रायपुर में गोल्फ खेल के लिए 200 एकड़ का क्षेत्र सुरक्षित है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, एन.आर.डी.ए. के सीईओ सौरभ कुमार सहित सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी उपस्थित थे।

गोल्फ फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष जक्सय साह ने कहा कि गोल्फ में धैर्य और एकाग्रता की जरूरत होती है। इस खेल को छत्तीसगढ़ के गांव-गांव तक ले जाएं, इस खेल को बढ़ावा देने की जरूरत है।

नेशनल गोल्फ फेडरेशन के संस्थापक एवं महासचिव आर्यवीर आर्य ने कहा कि गोल्फ के प्रति उत्साह ने सिद्ध कर दिया कि गोल्फ को छत्तीसगढ़ में बढ़ावा दिया जा सकता है। खेल के इस आयोजन में सरकार ने मदद दी। इस प्रतियोगिता में देश के 20 राज्यों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लेकर छत्तीसगढ़ का नाम गोल्फ खेल में नाम रोशन कर दिया। गोल्फ फेडरेशन ऑफ इंडिया (जीएफआई) खेल, पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और विजन भारत 2047 के लिए काम करने प्रतिबद्ध है। नवा रायपुर में चौंपियनशिप का आयोजन होने से नवा रायपुर के गोल्फकोर्स को राष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने का प्लेटफार्म तैयार होगा।

विजेताओं को मिला पुरस्कार

चैंपियनशिप के लिए पहला पुरस्कार पंजाब को 10 लाख रुपए, वाउचर एवं ट्रॉफी तथा महाराष्ट्र को रनरअप पुरस्कार के रूप में 6 लाख रुपए, वाउचर एवं ट्रॉफी दिया गया। अन्य पुरस्कारों में विजेता श्री संजू की आईफोन 16 प्रो मैक्स तथा एम.के. मोहंती को विजेता नेट को आईफोन 16 प्रो दिया गया।

विधायक रायमुनि के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से भड़का इसाई समाज, सीएम कैंप जा रही भीड़ को पुलिस ने रोका, वाटर कैनन का भी किया इस्तेमाल

जशपुर-  इसाई समाज ने BJP विधायक रायमुनि भगत पर भगवान यीशु पर आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया है. उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर समाज ने न्याय पदयात्रा निकाली. हजारों लोग 130 किलाेमीटर तय कर आस्ता से बगीया पहुंचे, जहां सीएम कैंप में ज्ञापन सौंपने वाले थे. सीएम कैंप पहुंचने से पहले पुलिस ने बैरिकेड लगाकर पदयात्रियों को रोका. इस दौरान इसाई समाज के लोगों ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस से नोकझोंक भी हुई.

पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने NH- 43 लोरो घाट के समीप सड़क पर बैठकर चक्काजाम किया और शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे.

इससे पहले इसाई समाज ने नेशनल हाइवे 43 पर 130 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर विधायक रायमुनि के बयान का विरोध किया था और कार्रवाई की मांग की थी. आक्रोशित लोगों ने बताया, विधायक रायमुनी भगत ने आस्ता थाना क्षेत्र के ग्राम ढेंगनी में आयोजित एक कार्यक्रम में ईसाई धर्म और धर्मांतरण को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी. जिले के विभिन्न थानों में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की शिकायतें दी गईं. इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इससे समाज के लोगों में आक्रोश है.

बीजेपी विधायक के बेटे की गिरफ्तारी को लेकर आदिवासी समाज ने दिया धरना, पूर्व मंत्री नेताम बोले-

बेमेतरा-  साजा विधानसभा में आदिवासी युवक के साथ विधायक ईश्वर साहू के बेटे द्वारा की गई मारपीट का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. विधायक पुत्र की गिरफ्तारी को लेकर आज बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग साजा में एकत्रित हुए और एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया. समाज प्रमुखों का कहना है यह अपमान आदिवासी नहीं सहेगा. विधायक के बेटे पर कार्रवाई करनी होगी नहीं तो आगे यह आंदोलन और भी तेज होगा. 

धरने में पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद नेताम भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि साजा में मनीष मंडावी के साथ जो घटना हुई वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. शासन ऐसे मामले में गंभीर नहीं दिखती है. ऐसे मामलों में अगर न्याय न मिले तो समाज के लिए यह चिंता का विषय है. उम्मीद थी की प्रशासन इसको लेकर उचित कार्रवाई करेगी, लेकिन ये लोग दलाली करने की कोशिश कर रहे हैं. हमें मनाने की कोशिश कर रहे हैं. प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा है.

उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि कोंटा से लेकर बलरामपुर तक समाज को इकठ्ठा किया जा रहा है. अंबिकापुर में भी हमने न्याय की लडाई लड़ी और जीते भी. यहां भी समाज के साथ हैं और आगे ये लड़ाई जारी रहेगी. बता दें कि घटना वाले दिन के बाद से ही आदिवासी लगातार विधायक ईश्वर साहू के बेटे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. 

क्या है मामला?

बता दें कि यह मामला 13 अक्टूबर की रात ग्राम चेचानमेटा में दशहरा कार्यक्रम के दौरान हुए विवाद से जुड़ा है. आदिवासी समाज के अनुसार, दशहरा कार्यक्रम के दौरान रात 11 बजे मनीष के दोस्त राहुल और विधायक पुत्र कृष्णा साहू के बीच विवाद हुआ. जब मनीष ने बीच-बचाव किया, तो विधायक पुत्र ने जातिगत गाली-गलौज करते हुए हाथ के कड़े से मारा. मारपीट में विधायक पुत्र के साथ करीब दस लोग और थे, जिन्होंने मनीष और उसके दोस्त राहुल पर हमला किया. इसके बाद जब समाज के लोग कृष्णा साहू के खिलाफ मारपीट की शिकायत करने साजा थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया और समझौता करने के लिए कहा. 

समाज का आरोप है कि थानेदार पर विधायक का दबाव था, जिसके चलते रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और उन्हें समझौते का सुझाव दिया गया. न्याय न मिलने पर आदिवासी समाज ने कलेक्टर और एसडीएम से शिकायत की और केस दर्ज न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी. कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा. मामले के बढ़ते विवाद को देखते हुए अंततः कृष्णा साहू के खिलाफ साजा थाने में विभिन्न धाराओं और SC/ST अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.

बलरामपुर घटना पर गरमाई सियासत : PCC चीफ बैज ने मृतक के परिवार से की मुलाकात, कहा –

लरामपुर-   जिला मुख्यालय के कोतवाली थाने में युवक की कस्टोडियल डेथ मामले में अब राजनीति गरमा गई है. आज पीसीसी चीफ दीपक बैज समेत कांग्रेसी नेता बलरामपुर पहुंचे और ग्राम संतोषी नगर जाकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की. बैज ने परिजनों से पूरी घटना की जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. मीडिया से बातचीत करते हुए बैज ने छत्तीसगढ़ सरकार और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि गुरु चंद ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है. उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

दीपक बैज के साथ पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक डॉ प्रीतम राम समेत अन्य कांग्रेसी नेता मृतक के घर पहुंचे थे. बैज ने मृतक के परिजनों से काफी देर तक चर्चा की. इस दौरान मृतक के पिता और उसके परिजनों ने थाने में हुए पूरे घटनाक्रम को विस्तार से बताया. मृतक के पिता ने पुलिस द्वारा मारे गए शरीर के चोट के निशान को भी दिखाया.

विष्णु का सुशासन नहीं, अंग्रेजी की चल रही सरकार : बैज

पूरे मामले में मीडिया से बातचीत करते हुए दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अराजकता की सरकार हो गई है. बलौदाबाजार, लोहारीडीह कवर्धा, सूरजपुर समेत पूरा प्रदेश इस समय जल रहा है. उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है. बैज ने कहा कि छग में विष्णु का सुसाशन नहीं बल्कि अंग्रेजों की सरकार चल रही है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को दी गई भावभीनी विदाई

रायपुर-   राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के बाद आज शाम विशेष विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना हुईं। राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री अरूण साव, सांसद रायपुर बृजमोहन अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी अशोक जुनेजा ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 25 एवं 26 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर आई थीं। इस दौरान वे रायपुर एवं दुर्ग जिले में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुईं। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के मुख्य आतिथ्य में 04 उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों के दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुए, जिसमें एम्स रायपुर एनआईटी रायपुर, आईआईटी भिलाई तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय ममोरियल हेल्थ साइंस एवं आयुष यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ नवा रायपुर का दीक्षांत समारोह शामिल है।

नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के करकमलों से महतारी वंदन योजना की 70 लाख लाभार्थी महिलाओं को दीपावली से पूर्व छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से एक-एक हजार रूपए की आथिक सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित हुई। महिलाओं की सशक्तिकरण एवं आर्थिक स्वावलंबन के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह अभिनव योजना मार्च 2024 से संचालित की जा रही है। इस योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से किया था। इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को अब तक 9 किस्तों में 5878 करोड़ 37 लाख रूपए आर्थिक मदद दी जा चुकी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इस दौरान महतारी वंदन योजना की हितग्राही महिलाओं से आत्मीय चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने पुरखौती मुक्तांगन में सरगुजा प्र्रखंड का लोकार्पण भी किया।

आत्मरक्षा प्रशिक्षण के नाम पर राशि का बंदरबांट : शिक्षा विभाग के अफसरों की उदासीनता के चलते जमकर चली मनमानी

मुंगेली- जिले के पथरिया विकासखंड में स्कूली बालिकाओं को दी जाने वाले रानी लक्ष्मीबाई आत्म प्रशिक्षण के नाम पर शासकीय राशि का बंदरबांट करने का मामला सामने आया है. शिक्षा विभाग के अफसरों पर आरोप लगाते हुए कर्राटे प्रशिक्षण कार्य से जुड़े प्रशिक्षक चैतराम साहू ने मामले की शिकायत कलेक्टर राहुल देव से की है. कलेक्टर के निर्देश पर मामले की जांच हुई तो कई चौंकाने वाले कारनामे सामने आए.

जानिए कैसे उठा इस खेल से पर्दा

शिकायतकर्ता चैतराम साहू ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए कहा था कि पथरिया विकासखण्ड के जिन स्कूलों में बालिकाओं को रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाना था, उन स्कूलों में प्रशिक्षण के नाम पर शासकीय राशि का जमकर बंदरबांट किया गया है। शिकायत में यह भी कहा गया था कि प्रशिक्षण के नाम पर खानापूर्ति करते हुए स्कूल शिक्षकों द्वारा ही प्रशिक्षण दे दिया गया है, जबकि इसके लिए जुडो, कर्राटे, ताइक्वांडो, किक बॉक्सिंग, मार्शल आर्ट जैसे अन्य विधाओं में पारंगत खिलाड़ी या प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाना था।

कलेक्टर के निर्देश पर मामले की जांच हुई तो पता चला कि पथरिया विकासखण्ड के कई स्कूलों में बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिए जाने के नाम पर भुगतान किया गया है। कायदे से जारी गाइडलाइन के मुताबिक प्रति स्कूल 15 हजार रुपये की राशि का भुगतान प्रशिक्षकों को PFMS पोर्टल के माध्यम से प्रधानपाठक या प्राचार्य द्वारा किया जाना था, लेकिन नियम विपरीत स्कूल के प्राचार्य और प्रधानपाठकों ने सीधे प्रशिक्षक को नगद भुगतान कर दिया.

मॉनिटरिंग नहीं होने से चली मनमर्जी

इधर शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी और उदासीन रवैय्ये के चलते इसको लेकर मॉनिटरिंग भी नहीं किए जाने की ख़बर है। यही वजह है कि कई स्कूलों में आज तक प्रशिक्षण भी नहीं हुआ है और जहां हुआ भी है उनमें से कई स्कूलों में गाइडलाइन से परे प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण देकर नियम विरुद्ध तरीके से राशि आहरण किया गया है। और तो और कई स्कूलों में तो प्रशिक्षण हुआ भी हैं तो प्रशिक्षकों को स्वीकृत राशि से कम भुगतान किया गया है।

शिकायतकर्ता ने उठाया सवाल

शिकायतकर्ता ने सवाल उठाया है कि नियम विरुद्ध स्कूल शिक्षकों ने शाला अवकाश के बाद प्रशिक्षण लेने की बात कहते हुए जिस तरह से स्कूलों में प्रशिक्षण दिया है और फिर नियम विरुद्ध तरीके से प्रधान पाठक एवं प्राचार्यों ने भुगतान किया है। यह मनमर्जी जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता और मॉनिटरिंग नहीं करने की वजह से निर्मित हुई है.

गाइडलाईन को किया गया दरकिनार

प्रशिक्षकों के चयन को लेकर आत्मरक्षा प्रशिक्षण की जिम्मा संभाल रहे शिक्षा विभाग के अफसर को जिला स्तर पर चयन टीम बनाना था, जिस पर कलेक्टर के अनुमोदन के पश्चात ही प्रशिक्षकों का चयन होता और फिर उन्हें स्कूलों का प्रशिक्षण के लिए आबंटित किया जाता, लेकिन नियम कायदों को दरकिनार कर बालिकाओं को आत्म निर्भर बनाने जैसे महत्वपूर्ण प्रशिक्षण का कार्य शिक्षा विभाग के अफसरों की लापरवाही के चलते मजाक बनता नजर आ रहा है, क्योंकि जिम्मेदारों ने प्रशिक्षण को लेकर न मॉनिटरिंग किया और न ही मॉनिटरिंग दल का गठन किया.

दोषियों पर होगी कार्रवाई -कलेक्टर

आत्मरक्षा प्रशिक्षण के नाम पर शासकीय राशि का बंदरबांट और मनमानी का खुलासा होते ही शिक्षा विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। डीईओ सीके धृतलहरे का कहना है कि जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है। PFMS पोर्टल के माध्यम से भुगतान करने की बजाय नगद भुगतान किया गया है. इसके अलावा कुछ शिक्षकों द्वारा भी प्रशिक्षण देने की बात सामने आई है तो संबंधितों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जा रहा है। इस मामले में कलेक्टर राहुल देव का कहना है कि इस संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसको लेकर जांच कराई गई. जांच में कुछ खामियां पाई गई है, जिसे दुरुस्त करने कहा गया है. दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का मुख्यमंत्री निवास में आत्मीय स्वागत

रायपुर-      राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज नवा रायपुर सेक्टर 24 स्थित नवीन मुख्यमंत्री निवास पहुंची। उनके यहां पहुंचने पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रथम महिला रानी डेका काकोटी, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय सहित परिजनों ने परंपरागत रूप से उनका आत्मीय स्वागत किया।

राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने मुख्यमंत्री के परिवारजनों से आत्मीय मुलाकात की। राष्ट्रपति ने सबके साथ सामूहिक फोटो खिंचवाई। श्रीमती मुर्मु ने बच्चों को आशीष दिया और राष्ट्रपति भवन की पुस्तक और चॉकलेट उपहार स्वरूप दिए। गौरतलब है कि राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के सम्मान में मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने निवास में भोज का आयोजन किया था।

मुख्यमंत्री ने भेंट किया छायाचित्र का एल्बम

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उनके दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान की विभिन्न अवसरों पर ली गई छायाचित्र का एल्बम नवा रायपुर स्थित निवास कार्यालय में भेंट किया। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय डिजिटल का है और फोटो डिजिटल रूप में तुरंत मिल जाती हैं। लेकिन आपने इतने सीमित समय में इसका एल्बम तैयार कर मुझे दिया है। आपने इस फोटो एल्बम के माध्यम से मेरे छत्तीसगढ़ प्रवास को चिरस्मरणीय बना दिया है।