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निगम-मंडल और स्वशासी संस्थाओं को मिलने वाली अतिरिक्त सुविधाओं पर लगी रोक, वित्त विभाग ने जारी किया आदेश…

रायपुर-  वित्त विभाग ने तमाम मंडल, निगम और स्वशासी संस्थाओं को आदेश जारी किया गया है, जिसमें शासन के सहमति के बिना दी जा रही अन्य सुविधाओं पर तत्काल रोक लगाएं, साथ ही समीक्षा कर विभाग को जानकारी उपलब्ध कराने कहा गया है. 

जारी आदेश में कहा गया है कि बिना शासन की अनुमति के निगम, मंडल और स्वशासी के कर्मचारियों को मिलने वाली अतिरिक्त सुविधाओं पर तत्काल रोक लगाई जाए. कर्मचारियों को वेतन भत्ते समेत अन्य सुविधाएं राज्य शासन की ओर से दी जा रही है. राज्य शासन के अनुमति के बिना कोई भी अतिरिक्त सुविधाएं न दें.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का राजभवन में हुआ आत्मीय स्वागत
रायपुर-      राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के राजभवन पहुंचने पर राज्यपाल रमेन डेका, प्रथम महिला रानी डेका काकोटी ने आत्मीय स्वागत किया। राज्यपाल के सचिव यशंवत कुमार, संयुक्त सचिव हिना अनिमेष नेताम एवं विधिक सलाहकार भीष्म प्रसाद पाण्डेय ने भी श्रीमती मुर्मू का स्वागत किया।
पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के मामले में आया नया मोड़, साले ने बहन को प्रताड़ित करने के साथ बेचने का लगाया आरोप
बलरामपुर-  एनएचएम कर्मी गुरुचरण मंडल की पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. मृतक के साले बदला गिरी मंडल ने अपने जीजा के साथ-साथ उसके माता-पिता पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए अपनी बहन रीना गिरी के किडनैप या फिर उसे बेचने जाने की आशंका जताई है. वहीं पुलिस को क्लीनचिट देते हुए जीजा की हत्या से इंकार किया है. 

सेना के मेडिकल कोर में पदस्थ बदला गिरी मंडल ने मीडिया से चर्चा में बताया कि 30 सितंबर को अपनी छोटी बहन से ऑडियो क्लिप मिली था, जिसमें रीना ने गाड़ी में कहीं ले जाने की बात कह रही थी. इसके बाद बहन को खोजने के लिए आया था, इस दौरान 10 अक्टूबर को बलरामपुर एसपी को और 19 अक्टूबर को सरगुजा रेंज आईजी अंकित गर्ग को आवेदन दिया था, जिसमें मामले में बहन के सास-ससुर और पति की गहराई से जांच करने की बात कही थी.

मेरा शक और भी इसलिए गहरा गया क्योंकि बहन का मोबाइल लोकेशन ट्रेस किए तो वह झारखंड में मिला था. इस पर मुझे शक है कि या तो मेरी बहन का अपहरण किया गया है, या किसी के हाथ में बेच दिया गया है. उसी संदर्भ में गुरुचरण मंडल से पूछताछ से हो रही थी. बदला गिरी ने बताया कि उसकी बहन चार साल शादी के बाद से ही प्रताड़ित हो रही थी. एक बार तो उसने जहर पी लिया था, जिस पर उसका अंबिकापुर में उपचार कराया था. इस दौरान मैने उससे अपने पास रहने की बात कही थी, लेकिन उसने पति के साथ ही रहना मंजूर किया था.

साले ने अपने जीजा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने उसकी बहन को पत्नी ही नहीं मानता था. उसने उसकी बहन मां न बने इसके लिए वह गोली खिला दिया करता था. यहां तक उसने उसकी बहन से बच्चादानी निकाल देनी की बात कही थी, जिससे बच्चा ही न हो. इस कारण से ज्यादा शक हो गया था कि बहन को हटा देगा. इसलिए मैने आईजी और एसपी से गुजारिश की थी कि मेरी बहन को जिंदा वापस लाया जाए. इसके साथ उसने आरोप लगाया कि गुरुचरण अपनी पहली पत्नी के पास संतोषी नगर जाता था. उसने अपनी पहली पत्नी को तलाक भी नहीं दिया था.

पुलिस नहीं मार सकती गुरुचरण को

गुरुचरण मंडल की मौत के मामले में मचे हंगामे पर उन्होंने लोगों से गुजारिश की कि यह जांच का विषय है, उसकी बहन की जिंदगी का सवाल है, पुलिस को जांच करने दीजिए. पुलिस नहीं मार सकती है किसी को. लेकिन जिस पर संदेह है, पति और सास-ससुर से पूछताछ तो होगी ही न.

24 लाख के इनामी नक्सली दंपत्ति समेत 6 नक्सलियों ने किया सरेंडर, सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में जुड़ रहे माओवादी

सुकमा-    नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की बढ़ती कार्रवाई और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं. वहीं आज सुकमा जिले सक्रिय एक नक्सली दंपत्ति सहित 06 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का यह कदम “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति” और “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर उठाया है.

आत्मसमर्पित नक्सली दंपत्ति पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था, जबकि 01 महिला और 01 पुरूष नक्सली पर 05-05 लाख रुपये का और 02 पुरूष नक्सलियों पर 02-02 लाख रुपये का इनाम था. कुल मिलाकर इन नक्सलियों पर 24 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी.

नक्सलियों को आत्मससमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में जिला बल, डीआरजी, विशेष आसूचना शाखा सुकमा और रेंज फिल्ड टीम (आरएफटी) कोंटा एवं 02, 50 वाहिनी सीआरपीएफ को सफलता मिली है.

नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 62 लाख के गांजे के साथ दो अंतर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार
कबीरधाम-    पुलिस को अवैध गांजा परिवहन के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध गांजा परिवहन कर रहे दो अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई में तस्करों के पास से 245.105 किलो ग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसकी बाजार कीमत लगभग 61,27,625 रुपये है. पुलिस ने बरामद गांजे समेत एक टाटा 1109 वाहन, दो एन्ड्रायड मोबाइल फोन और कुछ नकद राशि भी जब्त की है.

बता दें, पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में थाना कुकदुर की टीम ने संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इसी बीच 24 अक्टूबर को उन्हें सूचना मिली कि एक टाटा 1109 वाहन में अवैध गांजा परिवहन हो रहा है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहन को रोककर जांच की, जिसमें अवैध गांजा बरामद हुआ. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा दिया है. इस कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक ने थाना कुकदुर टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बबलू सिंह (35) और शिवकुमार (28) के रूप में हुई है. बबलू सिंह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर का निवासी है, जबकि शिवकुमार रायबरेली से है. इनके पास से जब्त किए गए गांजे के अलावा, घटना में प्रयुक्त टाटा 1109 वाहन, दो एन्ड्रायड मोबाइल फोन और 1,020 रुपये नकद भी जब्त किए गए हैं. कुल मिलाकर, जब्त की गई सामग्री की कीमत 71,48,645 रुपये है.

पिछले घटनाक्रम

इसके पहले, 20 अक्टूबर 2024 को भी थाना बोड़ला में 54 किलो ग्राम गांजा जब्त किया गया था, जो इस अभियान की निरंतरता को दर्शाता है. कबीरधाम पुलिस का यह अभियान नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाने का प्रयास है.

बलरामपुर अपडेट: थाने में पथराव और तोड़फोड़ के बाद SP ने थाना प्रभारी और एक आरक्षक को किया निलंबित, इधर कांग्रेस ने 8 सदस्यीय जांच दल का किया गठन

बलरामपुर-      बलरामपुर के कोतवाली थाना में स्वास्थ्यकर्मी की मौत के मामले में थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और आरक्षक अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है. वहीं कांग्रेस ने 8 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है.

बता दें, बीती रात बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली, जिसके बाद हड़कंप मच गया है. सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने रात में कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा खड़ा किया. सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने में पथराव कर दिया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की.

देखें आदेश की कॉपी:

कांग्रेस की 8 सदस्यीय जांच कमेटी:

मृतक के पिता ने पुलिस पर मारपीट का लगाया आरोप

इस मामले में मृतक गुरु चरण के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है. बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए है. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मारपीट का जख्म भी दिखाया.

एएसपी ने लोगों से पुलिस को सहयोग और शांति बनाए रखने की अपील

इस मामले में एडिशनल एसपी शैलेन्द्र पांडेय ने बताया कि 29 सितंबर को मृतक और उसके पिता थाने में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे थे. पुलिस लगातार इसकी पातासजी कर रही थी, इसी बीच आज थाने में गुरुचरण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि पुलिस ने किसी के साथ मारपीट नहीं की है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. एडिशनल एसपी ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है.

26 SI बनेंगे TI: उप निरीक्षकों को मिला दीपावली का तोहफा, निरीक्षक के पद पर मिली पदोन्नति, आदेश जारी

रायपुर-   छत्तीसगढ़ पुलिस के 26 सब इंस्पेक्टरों को दिवाली सुनहरा तोहफा मिला है. राज्य सरकार ने कुछ छब्बीस SI को TI पद पर पदोन्नति दी है. DGP अशोक जुनेजा ने सभी एसआई के पद्दोन्नती के आदेश जारी किए हैं.

देखें आदेश की कॉपी:

बलरामपुर बवाल अपडेट: मंत्री नेताम ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील, थाना प्रभारी को हटाने के दिए निर्देश

बलरामपुर-  बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिलने के बाद हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा मचा दिया है। सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने में पथराव कर दिया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। घटना के बाद मंत्री रामविचार नेताम ने लोगों से शांति बनाने रखने की अपील करते हुए वीडियो जारी किया है, वहीं PCC चीफ दीपक बैज ने सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। इधर मृतक के पिता ने पुलिस पर थाने में बुलाकर मारपीट करने का आरोप लगाया है।

बलरामपुर में इस घटना को लेकर क्षेत्रीय विधायक और मंत्री रामविचार नेताम ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि, मेरे क्षेत्र के परिवारजनों यह अत्यंत ही दुख का विषय है कि हम सभी के प्रिय गुरु मंडल के आकस्मिक निधन का समाचार हमें मिला है। यह मृत्यु संदेहास्पद है, इसलिए लोग यह चाहते है कि इस घटना की पूरी पारदर्शिता के साथ सही-सही जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मैं आपसे यही आग्रह करना चाहूंगा कि इस जांच में आप पूरा सहयोग करें और पूरे शांति व्यवस्था बनाए रखें। संयम से काम लें।

मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि कोई भी बड़ा से बड़ा अधिकारी भी दोषी होगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। हमने तत्काल इस बारे में पुलिस अधीक्षक से वहां के कलेक्टर से हमने बात किया है और निर्देश भी दिया है कि जो दोषी थाना प्रभारी है उसे तत्काल उसे निलंबित किया जाए, जिससे कि जांच जो हो वह सही-सही हो सके। मैं पुनः आपसे यही आग्रह करना चाहूंगा कि अभी पीएम रिपोर्ट आने तक आप संयम बना कर रखें, संयम बरतें और किसी भी प्रकार से कानून को अपने हाथ में ना लें, यह सरकार आपकी सरकार है। इस मामले में जो दोषी व्यक्ति कोई भी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

पूर्व सीएम बघेल ने साय सरकार पर साधा निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी और सीएम विष्णु देव साय पर निशाना साधा है, उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स अकाऊंट पर लिखा कि, ” लीजिए, अब चौथे ज़िले में बवाल शुरु हो गया। बलरामपुर में लोगों ने कोतवाली घेर ली, महिलाओं ने पथराव किया और पुलिस को आंसू गैस छोड़ने पड़े।‌ मामला फिर वही पुलिस हिरासत में मौत का है। क्या हो रहा है जी आपके राज में?

उन्होंने आगे लिखा कि, तीन-तीन ज़िलों के कलेक्टर एसपी को क़ानून व्यवस्था न संभाल पाने के कारण हटाया जा चुका है। कितनों को बदलेंगे? इससे अच्छा तो आप अपने नाकारा साबित हो चुके गृहमंत्री को बदल दीजिए।‌

फांसी है या हत्या मामले की हो उच्चस्तरीय जांच – पीसीसी चीफ दीपक बैज

बलरामपुर की घटना को लेकर पीसीसी चीफ बैज ने एक बार फिर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में जो घटना हुई है वो बेहद दुर्भाग्यजनक है। छत्तीसगढ़ में लगातार अपराध बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ को मणिपुर बनाने की कोशिश की जा रही है। अभी की घटना लोहारीडीह की घटना की तरह ही है। गुरुचरण की मौत फांसी लगाने से हुई या उसकी हत्या की गई है इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।

मृतक के पिता ने पुलिस पर मारपीट का लगाया आरोप

इस मामले में मृतक गुरु चरण के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है। बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मारपीट का जख्म भी दिखाया।

एएसपी ने लोगों से पुलिस को सहयोग और शांति बनाए रखने की अपील

इस मामले में एडिशनल एसपी शैलेन्द्र पांडेय ने बताया कि 29 सितंबर को मृतक और उसके पिता थाने में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे थे। पुलिस लगातार इसकी पातासजी कर रही थी, इसी बीच आज थाने में गुरुचरण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि पुलिस ने किसी के साथ मारपीट नहीं की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल एसपी ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है।

सीमांकन में गड़बड़ी, दो अलग-अलग रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर पटवारी को किया निलंबित…
बिलासपुर-   पूर्व पदस्थापना के दौरान सीमांकन में की गई गड़बड़ी के आरोप में पटवारी तो तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर एसडीएम कोटा ने निलंबन आदेश जारी किया. 

बिलासपुर जिला के बेलगहना तहसील के ग्राम डाडबछाली के पटवारी रामनरेश बागड़ी ने ग्राम मटसगरा में पदस्थ रहते हुए ग्राम मटसगरा की भूमि खसरा नंबर 285/1, 37/1 और 37/2 का सीमांकन किया गया था. यह भूमि सुरेश कुमार पिता फूलसिंह मरावी के स्वामित्व में थी. पटवारी द्वारा सीमांकन प्रक्रिया के दौरान दो भिन्न- भिन्न रिपोर्ट प्रस्तुत की गईं, जो आपस में मेल नहीं खा रहा था.

11 अप्रैल 2017 को किए गए स्थल निरीक्षण में बताया गया कि सुरेश कुमार की भूमि पर कोई कब्जा नहीं है. वहीं 20 अप्रैल 2017 को तहसीलदार कोटा को भेजी गई रिपोर्ट में पटवारी ने जनकराम पिता चमरू सिंह द्वारा भूमि खसरा नंबर 285/1 पर 0.35 एकड़ पर कब्जा होने की जानकारी दी.

दो अलग तरह की रिपोर्ट को लेकर अतिरिक्त कलेक्टर, बिलासपुर ने विभागीय जांच का आदेश दिया था. जांच में पटवारी रामनरेश बागड़ी की गड़बड़ी सामने आई. प्रशासन ने इस अनियमितता को गंभीरता से लेते हुए 24 अक्टूबर को पटवारी रामनरेश बागड़ी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय बेलगहना तहसील कार्यालय होगा.

इसके साथ बेलगहना तहसील पटवारी हल्का नं. 43 सोनसाय नवागाँव पटवारी अमित पाण्डेय को पटवारी हल्का नम्बर 03 ग्राम डाड़बछाली का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया. इसके साथ ही पटवारी रामनरेश बागड़ी के विरूद्ध विभागीय जांच के लिए बेलगहना तहसीलदार अभिषेक राठौर को नियुक्त किया गया है.

मूर्ति विसर्जन के बाद मची गंदगी पर हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान, नगरीय प्रशासन सचिव से मांगा हलफनामा…

बिलासपुर-  खारून नदी में मूर्ति विसर्जन के बाद छोड़े गए अवशेष एवं सफाई नहीं कराए जाने से संबंधित खबरों पर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया है. चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने नगरीय प्रशासन सचिव समेत अन्य को नोटिस जारी कर पूरे प्रदेश की स्थिति पर व्यक्तिगत हलफनामा पेश करने कहा है. 

मामले की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस सिन्हा के डिवीजन बेंच ने कहा कि इन खबरों से पता चलता है कि खारुन नदी के किनारे बने तालाब में मूर्तियों के विसर्जन के बाद अवशेष वहीं छोड़ दिए गए हैं. मूर्तियों की मिट्टी और संरचनाएं वहीं रखी हुई हैं. पानी सूख गया है, और दलदल बन गया है. इलाके के बच्चे इस दलदली तालाब में उतरकर खेल रहे हैं. ऐसी स्थिति में छोटी सी चूक भी खतरनाक हो सकती है.

सुनवाई के दौरान डिवीजन बेंच ने कहा कि प्रदेशभर में प्रतिमा विसर्जन के लिए तालाब या फिर नदी का चयन किया गया था. जिन जगहों पर प्रतिमा विसर्जन किया गया है, वर्तमान में क्या स्थिति है, सफाई की गई है या नहीं. राजधानी रायपुर जैसी स्थिति तो नहीं है. इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव को व्यक्तिगत शपथ पत्र के साथ पूरी जानकारी पेश करने के लिए कहा. जनहित याचिका की अगली सुनवाई के लिए कोर्ट ने 8 नवंबर की तिथि तय कर दी है.