भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच में बड़ा बवाल: पुणे में फैंस को पानी की बोतलें नहीं मिलीं, एमसीए के खिलाफ लगाए नारे
भारत और न्यूजीलैंड की टीमों के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच पुणे में खेला जा रहा है. दोनों टीमें महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड में भिड़ रही हैं. इस मुकाबले का पहला दिन भारतीय टीम के नाम रहा. टॉस हारने के बाद भी टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड की पहली पारी को 259 रनों पर ढेर कर दिया. लेकिन पुणे में खेल के साथ-साथ एक बवाल भी देखने को मिला. दरअसल, महाराष्ट्र क्रिकेट संघ की एक गलती के चलते मैदान में मौजूद फैंस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
भारत-न्यूलीलैंड मैच में हुआ बड़ा बवाल
दअसल, इस मुकाबले के दौरान महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड में पानी की बोतलें देरी से पहुंची थीं, जिसके बाद एमसीए स्टेडियम में अफरा-तफरी मच गई और कुछ फैंस ने एमसीए के खिलाफ नारे लगाए. जिसके चलते महाराष्ट्र क्रिकेट संघ को फैंस से माफी भी मांगनी पड़ी. बता दें, इस मुकाबले को देखने के लिए खेल के पहले दिन 18000 फैंस मैदान में पहुंचे थे और ये घटना मुकाबले के पहले ही सेशन में घटी.
दरअसल, इस मैदान के अधिकांश हिस्से में छत नहीं है और धूप में बैठे फैंस जब पहले सेशन के खेल के बाद पानी लेने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि पानी की बोतलें उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में पानी के लिए बूथ पर भीड़ बढ़ती गई और कुछ देर इंतजार करने के बाद फैंस एमसीए के खिलाफ नारे लगाने लगे. तब तक सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को शांत करने के लिए पानी की बोतलें बांटनी शुरू कर दी थीं. यह सब स्टेडियम के हिल एंड में मीडिया और कमेंट्री सेंटर के पास हुआ. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शहर के बाहरी इलाके में स्थित स्टेडियम में पानी लाने वाले वाहनों को सुबह के समय भारी ट्रैफिक के कारण देरी हो गई.
MCA के सचिव ने मांगी माफी
एमसीए सचिव कमलेश पिसल ने मीडिया से कहा, ‘हम सभी फैंस से असुविधा के लिए माफी मांगते हैं. हम सुनिश्चित करेंगे कि आगे सब कुछ ठीक रहे. हमने पानी की समस्या का समाधान पहले ही कर लिया है. इस बार हमने फैस को ठंडा पानी उपलब्ध कराने का फैसला किया है और इसमें कुछ दिक्कतें आईं क्योंकि लंच ब्रेक के दौरान कुछ स्टॉल पर पानी खत्म हो गया था क्योंकि वहां बहुत भीड़ थी. पानी के कंटेनरों को भरने में हमें 15 से 20 मिनट लगे और इसमें देरी हो गई थी इसलिए हमने उन्हें मुफ्त में बोतलबंद पानी देने का फैसला किया.’
Oct 25 2024, 09:41