“जांच से सार्थक जवाबदेही नहीं मिलने तक संतुष्ट नहीं”, पन्नू के खिलाफ साजिश मामले में बोला अमेरिका
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खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश रचने के मामले में लगातार विवाद बना हुआ है। पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप भारत पर लगाया गया। हालांकि, भारत इस बात से साफ इनकार कर चुका है। अब एक बार फिर मामला गरमा गया है। अब अमेरिका ने कहा है कि हम तब तक पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होंगे, जब तक कि जांच से सार्थक जवाबदेही नहीं मिलती। वहीं, पिछल हफ्ते अमेरिका ने कहा था कि खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर हो रही जांच में भारत की तरफ से सहयोग किया जा रहा है, उससे वे संतुष्ट हैं।
पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश पर भारत को अमेरिकी सरकार के संदेश के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा, 'एक कदम पीछे हटने के लिए, पिछले हफ्ते भारत की जांच समिति के साथ मूल्यवान बातचीत हुई और हमारी दोनों सरकारों के बीच जांच को आगे बढ़ाने के लिए जानकारी का आदान-प्रदान किया गया। हम समझते हैं कि भारतीय जांच समिति अपनी जांच जारी रखेगी और पिछले सप्ताह की बातचीत के आधार पर हमें उम्मीद है कि आगे के कदम देखने को मिलेंगे।
उन्होंने आगे कहा, 'हम उस जांच के परिणामों के आधार पर जवाबदेही देखना चाहते हैं। निश्चित रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका तब तक पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होगा जब तक कि उस जांच के परिणामस्वरूप सार्थक जवाबदेही नहीं होती है। इसके अलावा, मैं इस पर और अधिक विस्तार से बात नहीं करूंगा, क्योंकि यह एक ऐसा मुद्दा है जो सक्रिय है और हमारे दोनों देशों में इसकी जांच और चल रही है।
पहले दिखाई जांच से संतुष्टि
इससे पहले अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर हो रही जांच में भारत की तरफ से सहयोग किया जा रहा है, उससे वे संतुष्ट हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा था कि भारतीय अधिकारी हमें अपनी जांच का अपडेट दे रहे हैं और हम अपनी जांच का अपडेट उन्हें दे रहे हैं। मिलर ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग में ये भी बताया कि जिस शख्स पर अमेरिका में पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था, अब वह भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है।
दरअसल, अमेरिका ने पहले आरोप लगाया था कि पन्नू की हत्या की साजिश रचने में आरोपी निखिल गुप्ता, भारत सरकार के एक कर्मचारी का सहयोगी है। इन्होंने मिलकर न्यूयॉर्क में पन्नू की हत्या की साजिश रचने में मदद की थी।
14 अक्टूबर को अमेरिका ने कहा था कि भारत ने पन्नू की हत्या की कोशिश करने के आरोपी खुफिया अधिकारी को गिरफ्तार किया है। वॉशिंगटन पोस्ट में इस अधिकारी का नाम विक्रम यादव बताया गया था।
पन्नू की हत्या की साजिश का मामला क्या है
पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट का आरोप है कि भारतीय अधिकारी निखिल गुप्ता ने 9 जून के आसपास पन्नू की हत्या के लिए एक डॉलर यानी 83 लाख रुपए से ज्यादा की सुपारी दी थी। पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था।
अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू को मारने साजिश पिछले साल सितंबर में पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था।
कौन है खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू?
गुरपतवंत सिंह पन्नू सिख फॉर जस्टिस की अगुवाई करता है। भारत ने उसे मोस्ट वांटेड आतंकी घोषित किया हुआ है। पन्नू अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहता है। उसके पास कनाडा की भी नागरिकता है। एनआईए ने सिख फॉर जस्टिस और अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज कर रखे हैं। पिछले साल जांच एजेंसी ने पंजाब और चंडीगढ़ में उनकी संपत्तियों को भी अपने कब्जे में ले लिया था। पन्नू ने हाल ही में अपने वीडियो में जम्मू-कश्मीर, असम, मणिपुर और नागालैंड में पूर्ण आजादी आंदोलन चलाने की धमकी दी थी जैसा की पंजाब में करने का प्रयास है।
Oct 23 2024, 14:13