/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz देर से अस्पताल पहुंचने पर 47 डॉक्टरों को सिविल सर्जन ने थमाया नोटिस, बिफरे डॉक्टरों ने लगाया यह आरोप… cg streetbuzz
देर से अस्पताल पहुंचने पर 47 डॉक्टरों को सिविल सर्जन ने थमाया नोटिस, बिफरे डॉक्टरों ने लगाया यह आरोप…

बिलासपुर-   सुबह की पाली में देर से और शाम को अनुपस्थित रहने वाले जिला अस्पताल व मातृ शिशु अस्पताल के 47 डॉक्टरों को नोटिस थमाया गया है. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन की ओर से जारी नोटिस में 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया है. सिविल सर्जन के इस आदेश के बाद डॉक्टर विरोध पर उतर आए हैं.

जिला अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता और डॉक्टरों के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही है. एक-दूसरे के खिलाफ दोनों पक्षों की ओर से कलेक्टर से भी लगातार शिकायतें की जा रही हैं. सिविल सर्जन कई बार बोल चुके हैं कि अस्पताल की व्यवस्था में सुधार लाने के लिए कड़ाई बरती जा रही है.

ऐसे में सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता ने जुलाई, अगस्त, सितम्बर के बायोमैट्रिक्स अटेंडेंस का रिकार्ड को चेक करने के बाद काम में देरी से पहुंचने और काम से अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टरों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है. इधर डॉक्टरों का आरोप है कि ओवर ड्यूटी करने, सरकारी छुट्टी के दिन को भी अनुपस्थित बताया जा रहा है.

सबसे बड़े नक्सल एन्काउंटर के बाद नक्सलियों ने जारी किया पर्चा, विरोध दिवस मनाने का किया आह्वान
जगदलपुर-   छत्तीसगढ़ में  4 अक्टूबर को हुए सबसे बड़े नक्सल एनकाउंटर के बाद नक्सलियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमिटी ने पर्चा जारी किया है. नक्सलियों ने स्वीकार किया है कि दो अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 38 नक्सली मारे गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने पर्चा जारी कर बताया है कि कैसे वे सुरक्षा जवानों के घेरे में फंसे. लेकिन उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि मुठभेड़ में हुए एन्काउंटर में स्थानीय आदिवासियों की भी हत्या हुई है.

नक्सलियों की तरफ से जारी पर्चे में बताया गया है कि नक्सलियों की कमांडर नीति बीमार थी. वह हथियार उठाने के हालात में भी नहीं थी. वहीं इस एन्काउंटर के खिलाफ नक्सलियों ने 21 और 22 अक्टूबर को देशभर में विरोध दिवस मनाने के लिए आह्वान किया है.

बता दें, दंतेवाड़ा डीआरजी, नारायणपुर डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम 3 अक्टूबर को थुलथुली नेंदुर क्षेत्र में पूर्वी में गश्त पर निकली थी. इसी दौरान नेंदूर-थुलथुली के जंगल में 4 अक्टूबर को सुबह से लेकर रात तक पुलिस-नक्सल मुठभेड़ हुई, जिसमें 38 नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. वहीं सभी सुरक्षा बल सुरक्षित वापिस लौटे थे. यह मुठभेड़ इस वर्ष की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है.

देखें नक्सलियों की तरफ से जारी पर्चा:

पीसीसी चीफ दीपक बैज का बड़ा बयान, कहा- रायपुर दक्षिण के लिए आज होगी कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा…

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से चर्चा में पहले स्पष्ट किया कि रायपुर दक्षिण विधानसभा उप चुनाव के लिए अभी प्रत्याशी तय नहीं हुआ है. आज शाम तक नाम को घोषणा होगी. वहीं चुनाव के लिए सभी वरिष्ठ नेताओं को वार्डों की भी जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा पार्षदों, छाया पार्षदों को भी जिम्मेदारी दे दी गई है.

भाजपा से सुनील सोनी उम्मीदवार

बता दें कि भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद खाली हुई रायपुर दक्षिण सीट पर 13 नवंबर को उप चुनाव होगा. भाजपा ने गहन मंथन के बाद पूर्व सांसद सुनील सोनी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. लेकिन कांग्रेस अभी तक भाजपा के इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है. 

पुलिस ने लग्जरी गाड़ियों से तस्करी का किया भंडाफोड़, 3 अंतरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार, 25 लाख का गांजा जब्त

रायपुर-   राजधानी रायपुर में मंदिरहसौद पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने लग्जरी गाड़ियों से गांजा तस्करी कर रहे 3 अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन तस्करों के पास से पुलिस ने करीब 165 किलों गांजा बरामद किया है जिसकी कीमत 24.75 लाख रुपए बताई जा रही है। तस्करों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने तुरंत पीछा कर उन्हें पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

बता दें कि मंदिरहसौद पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ओडिशा से महासमुंद होते हुए रायपुर की ओर गांजे की बड़ी खेप लाई जा रही है। इसके बाद थाना मंदिरहसौद पुलिस ने नाकाबंदी की और महासमुंद की ओर से आ रही संदिग्ध गाड़ियों को रोककर तलाशी ली। एक्सयूवी 500 (सीजी 13 एस 0999) और थार (सीजी 04 पीएफ 6897) वाहनों से 165 किलो गांजा बरामद किया गया।

जानकारी के मुताबिक, गांजा तस्करी के आरोप में पुलिस ने 3 युवकों को गिराफ्तार किया है, जिनमें से एक भूपेंद्र कुमार देवदास ( उम्र 33 वर्ष) राजनांदगांव और अन्य दो वसीम अहमद (उम्र 29 वर्ष) , शहजाद खान (उम्र 30 वर्ष) राजस्थान के रहने वाले है। इन तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस ने इन तस्करों के पास से बरामद 165 किलोग्राम गांजा, एक XUV 500 कार कमांक CG 13 S 0999 और एक THAR कार CG 04 PF 6897 जब्त किया गया है, जिसकी कुल कीमत 54.75 लाख रुपए है।

डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह बने संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के नए कुलपति, राज्यपाल रमेन डेका ने जारी किया आदेश

रायपुर-     राज्यपाल रमेन डेका ने छत्तीसगढ़ शासन से परामर्श पर डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह (प्रोफसर प्राणीशास्त्र) को संत गहिरा गुरू यूनिवर्सिटी सरगुजा का नया कुलपति नियुक्त किया है। डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह वर्तमान में स्व. श्री महली भगत कॉलेज कुसमी बलरामपुर में बतौर प्रोफेसर पदस्थ थे। राज्यपाल रमेन डेका ने तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश तक उन्हें विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में नियुक्त करने का आदेश जारी किया है।

देखें आदेश –

मुख्यमंत्री ने पुलिस स्मृति दिवस पर वीर शहीदों को दी विनम्र श्रद्धांजलि
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर वीर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को उन वीर पुलिसकर्मियों के सम्मान में मनाया जाता है जिन्होंने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिन हमें हमारे देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सुरक्षा बलों और पुलिस के वीर शहीदों द्वारा अपने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान दिए सर्वाेच्च बलिदान पर पूरे देश को गर्व है।
पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, रायपुर रेंज आईजी ने बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को किया इधर से उधर, देखें लिस्ट

रायपुर-  रायपुर रेंज के पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों का तबादला हुआ है. जिसमें सहायक उप निरीक्षक (ASI), प्रधान आरक्षक और आरक्षकों को इधर से उधर किया गया है. यह ट्रांसफर आदेश आईजी अमरेश कुमार मिश्रा ने जारी की है.

देखें सूची –

छत्तीसगढ़ीभाषी राज्य सम्मेलन: नंदकिशोर शुक्ल ने कहा- छत्तीसगढ़ियों के साथ हुआ षड्यंत्र, नहीं मिलने दिया छत्तीसगढ़ीभाषी राज्य का दर्जा
रायपुर-   राजधानी में रविवार को छत्तीसगढ़ीभाषी राज्य सम्मेलन हुआ। सम्मेलन में साहित्यकार, संस्कृति विशेषज्ञ, रंगकर्मी, पत्रकार, शिक्षक, लोक कलाकार, कर्मचारी नेता, छात्र, और संगठन सेनानी शामिल हुए। सम्मेलन का विषय था – ‘छत्तीसगढ़ीभाषी राज्य का दर्जा’। सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रूप में छत्तीसगढ़ी राजभाषा मंच के संरक्षक नंदकिशोर शुक्ल ने संबोधित किया। शुक्ल ने दस्तावेजी प्रमाणों के साथ बताया कि राज्य निर्माण के साथ ही छत्तीसगढ़ियों के साथ एक बड़ा षड्यंत्र हुआ था।

छत्तीसगढ़ी राजभाषा मंच के संरक्षक नंदकिशोर शुक्ल ने कहा कि 2001 से लेकर 2003 तक केंद्र और राज्य सरकार के बीच क और ख श्रेणी को लेकर कई पत्र व्यवहार हुए। इस पत्र व्यवहार में केंद्र से जब यह पूछा गया था कि छत्तीसगढ़ को किस राज्य की श्रेणी में रखा जाए तो साजिशन छत्तीसगढ़ीभाषी राज्य को क श्रेणी में रखवा दिया गया। क श्रेणी हिंदीभाषी राज्यों के लिए है, जबकि छत्तीसगढ़ राज्य को ख श्रेणी में रखा जाना चाहिए था क्योंकि यह छत्तीसगढ़ की पहचान छत्तीसगढ़ी राज्य के तौर पर है। ख श्रेणी में छत्तीसगढ़ी और हिंदीभाषी राज्य को रखा जाता है।

इस षड्यंत्र का बड़ा नुकसान आज छत्तीसगढ़ियों को उठाना पड़ा है। छत्तीसगढ़ी भाषा को लेकर संघर्ष की स्थिति इस श्रेणी के चलते पैदा हुई है। आज भी यह संघर्ष जारी है। 2007 में छत्तीसगढ़ीभाषियों के आंदोलन के बाद राज्य में छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा तो दे दिया गया, लेकिन इसमें भी छत्तीसगढ़ियों के साथ छल हुआ। छत्तीसगढ़ी को हिंदी के बाद द्वितीय भाषा घोषित कर दिया गया। इसी तरह 2008 में छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग गठित किया गया था, लेकिन बाद में षड्यंत्र के तहत इसमें भी बदलाव कर इसे छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग कर दिया गया।

2020 में केंद्र सरकार की ओर से नवा शिक्षा नीति के तहत छत्तीसगढ़ में भाषायी सर्वेक्षण कराया गया, तो यह पाया गया कि छत्तीसगढ़ में सिर्फ 5 फीसदी लोगों की मातृभाषा हिंदी है, जबकि 65 फीसदी से अधिक लोगों की मातृभाषा छत्तीसगढ़ी है। बावजूद इसके अभी भी छत्तीसगढ़ियों के साथ छल और षड्यंत्र चल रहा है। आज भी स्कूलों में माध्यम भाषा छत्तीसगढ़ी में पढ़ाई नहीं हो रही है। यह मोदी सरकार की गारंटी के खिलाफ भी है, जिसमें नवा शिक्षा नीति में यह बात कही गई है।

सम्मेलन को संस्कृति विशेषज्ञ अशोक तिवारी, साहित्यकार सुधीर शर्मा सहित कई अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया कि छत्तीसगढ़ी भाषा के साथ हो रहे छल और षड्यंत्र के मुद्दे पर जल्द ही राज्य के मंत्रियों और मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और यह मांग करेंगे कि छत्तीसगढ़ीभाषी राज्य का दर्जा दिलाने के लिए सरकार विशेष प्रयास करें। छत्तीसगढ़ी को सरकारी काम-काज और पढ़ाई का माध्यम भाषा बनाने का स्पष्ट निर्देश जारी करें।

सम्मेलन में विशेष रूप से वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी, बृजेश चौबे, प्रकाश शर्मा, गुलाल वर्मा, प्रफुल्ल ठाकुर, विधि विशेषज्ञ राजीव तिवारी, प्रोफेसर डॉ. तपेशचंद्र गुप्ता, डॉ. प्रीति सतपथी, डॉ. गार्गी पांडेय, डॉ. राहुल तिवारी, शिक्षक संघ वीरेंद्र दुबे, अमित शुक्ला, रंगकर्मी विजय मिश्रा, विकास शर्मा, कर्मचारी नेता सीएल दुबे, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना अध्यक्ष दिलीप मिरी सहित छात्र संगठन के पदाधिकारी शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वैभव बेमेतरिहा ने किया।

अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ बना ओवरऑल चैम्पियन

रायपुर-    अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने पहला स्थान प्राप्त कर ओवरऑल चैम्पियन बना। समापन समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान की। इस मौके पर राज्यपाल रमेन डेका ने अपने वीडियो संदेश में खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।

प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 97 गोल्ड, 44 सिल्वर, 33 कांस्य पदक के साथ कुल 731 प्वाइंट्स लेकर रिकॉर्ड जीत हासिल की और पहला स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में ओलम्पिक मेडलिस्ट मनु भाकर ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर केरल ने 38 गोल्ड, 37 सिल्वर, ब्रोंज 27, कुल अंक 389 के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान मध्यप्रदेश ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 26 कांस्य पदक के साथ कुल अंक 363 प्राप्त किया।

समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने खेल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि खेल व्यक्तित्व विकास के लिए अहम होता है उन्होंने सभी खिलाड़ियों का बधाई दी। समारोह की अध्यक्षता कर रहे वन मंत्री केदार कश्यप ने आयोजन की सफलता के लिए वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में उत्तराखंड के वनमंत्री सुबोध उनियाल ने आगामी अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता उत्तराखण्ड में किए जाने की घोषणा की।

समारोह में नोडल ऑफिसर शालिनी रैना ने उत्तराखंड के वनमंत्री सुबोध उनियाल को प्रतियोगिता के ध्वज का हस्तांतरण किया। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार संपन्न हुआ। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया।

समारोह में वन बल प्रमुख श्रीनिवास राव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और वन मंत्री केदार कश्यप के मार्गदर्शन में इस खेल प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया है। विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों ने खेल भावना और मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की। प्रतियोगिता के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य की संस्कृति, परम्परा और स्थानीय गीत-संगीत से प्रतिभागियों को रूबरू कराया गया। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही।

समारोह में बॉलीवुड सिंगर सुवर्णा तिवारी के गीतों ने समां बांधा। इसके अलावा सुप्रसिद्ध बस्तर बैंड और छत्तीसगढ़ की लोकगाथा लोरिक चन्दा की शानदार प्रस्तुति दी गई। समापन समारोह में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव वन ऋचा शर्मा, केन्द्रीय वन महानिरीक्षक, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के.बी. सिंह और छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

शहीद जवानों को छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से मंत्री श्री वर्मा ने दी श्रद्धांजलि, नक्सलियों के लगाए बारूदी सुरंग में हुआ था विस्फोट

रायपुर-      खेलकूद, युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री टंकराम वर्मा ने नारायणपुर जिले में शनिवार को हुए एक बारूदी सुरंग विस्फोट के कारण शहीद हुए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के दो जवानों को आज माना स्थित चौथी बटालियन परिसर पहुंचकर छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से श्रद्धांजलि दी। मंत्री टंकराम वर्मा ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि हमारी सरकार राज्य को नक्सलियों से मुक्त करने के लिए काम कर रही है। बीते 9 महीने में नक्सलियों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित अभियान के चलते नक्सलियों के हौसले पस्त हो गए हैं और अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इस तरीके की कायराना हरकत कर रहे हैं।

गौरतलब है कि नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाई गई एक बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से आईटीबीपी के जवान अमर पंवार और के. राजेश शहीद और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। शहीद हुए जवान 53वीं बटालियन के थे। शहीद जवान अमर पंवार महाराष्ट्र के सतारा और के. राजेश आंध्र प्रदेश के कडप्पा के रहने वाले थे। उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से उनके पैतृक स्थानों पर ले जाया गया है।