बाबा सिद्दीकी की हत्या पर युवराज सिंह ने जताया दुख, कहा- वह एक सच्चे नेता थे
मुंबई में शनिवार 12 अक्टूबर की देर रात एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मार दी गई थी. इस घटना के बाद आनन-फानन में उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई. घटना के वक्त वह अपने बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर दशहरा सेलिब्रेट कर रहे थे. बाबा सिद्दीक का नाम महाराष्ट्र के बड़े नेताओं में शामिल है और राजनेताओं के साथ सेलिब्रिटीज के साथ भी उनके संबंध अच्छे रहे हैं. इसलिए उन पर हुई फायरिंग के बारे में पता चलते ही कई बॉलीवुड एक्टर्स लीलावती अस्पताल पहु्ंच गए. वहीं भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने उनकी हत्या से हैरान हैं. उन्होंने इस घटना पर दुख जताया और उनके आत्मा की शांति के लिए कामना की है
क्या बोले युवराज सिंह?
बाबा सिद्दीकी की मौत को लेकर युवराज सिंह को जैसे ही पता चला, उन्होंने देर रात 2 बजे अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. युवराज ने उन्हें एक सच्चा नेता बताया और कहा कि बाबा सिद्दीकी आम लोगों के लिए काम करते थे और उनकी दरियादिली के लिए उन्हें याद किया जाएगा. बता दें बाबा सिद्दीकी पर दो से तीन राउंड फायरिंग हुई थी, जिसमें एक गोली उनके सीने में लगी थी. वहीं एक गोली उनके पेट में भी लगी थी.
कौन थे बाबा सिद्दीकी?
बाबा सिद्दीकी हर साल ईद पर इफ्तार पार्टी देते थे. उनकी ये पार्टी खूब चर्चा में रहती थी, क्योंकि इसमें कई बड़े सितारे हिस्सा लेते थे. वह सियासत में सक्रिय होने के साथ-साथ बिल्डर के तौर पर भी काम करते थे. उनका परिवार मूल रूप से बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. उनके पिता करीब पचास साल पहले गोपालगंज से मुंबई आए थे और घड़ी बनाने का काम किया करते थे.
बाबा सिद्दीकी ने मुंबई में अपनी शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की. इसके बाद वह दो बार म्युनिसिपल कॉरपोरेटर रहे. फिर वह कांग्रेस में शामिल हुए और 1999, 2004 और 2009 में 3 बार विधायक चुने गए. वह मुंबई कांग्रेस में अल्पसंख्यक समुदाय का बड़ा चेहरा थे. लगभग 48 साल कांग्रेस में रहने के बाद उन्होंने एनसीपी जॉइन कर लिया था.
Oct 13 2024, 17:46