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बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: कबाड़ का काम करने मुंबई गए थे शिवा-धर्मराज, फिर कैसे बने हत्यारे? जानें क्या बोले परिजन

डेस्क: मुंबई में शनिवार रात बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में यूपी के बहराइच जिले के दो आरोपियों के नाम सामने आए हैं। आरोपियों के परिजनों का कहना है कि वह कबाड़ का काम करने मुंबई गए थे। दोनों की वहां क्या बात हुई... कैसे क्या हुआ इस बात की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

आरोपी शिवा गौतम की मां ने बताया कि होली के बाद शिवा मुंबई गया था। आठ दिन पहले उससे बात हुई थी। उन्होंने बताया कि सुबह लोगों ने उन्हें घटना की सूचना दी। शिवा की मां ने बताया धर्मराज और शिवा दोनों मुंबई थे, उन दोनों के बीच क्या बात हुई इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। धर्मराज घर में मछली बेचने का काम करता था। वहीं, शिवा दिहाड़ी मजदूरी करता था।

वहीं, आरोपी धर्मराज की मां ने बताया कि धर्मराज कबाड़ का काम करने मुंबई गया था। बताकर नहीं गया था। किसी के साथ बैग लेकर चला गया था। करीब 22 दिन पहले बात हुई थी, तब हालचाल पूछा था। मां ने बताया कि उसने रुपये के लिए पूछा तो मैंने कहा कि अगर हों तो दे देना न हों तो कोई बात नहीं। दिवाली में घर आने की बात कही थी। धर्मराज ने गांव के ही स्कूल से पांच तक पढ़ाई की है।

धर्मराज कश्यप पुत्र राधे कश्यप, छह भाइयों में सबसे छोटा भाई है। पिता और बड़ा भाई मछली बेचते हैं। दूसरा भाई ठेला लगाता है। तीसरा भाई कपड़े की दुकान पर मजदूरी करता है साथ ही और भी भाई मजदूरी करते हैं। चार बड़े की भाई शादी हो गई है। धर्मराज और एक और भाई की शादी नहीं हुई है। इन लोगों के पास खेती न के बराबर है।

धर्मराज कश्यप और शिवा गौतम कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड फिलहाल नहीं मिला है। दोनों सामान्य परिवार के हैं और मजदूरी करने मुंबई गए थे। दोनों के बारे में सारी जानकारियां जुटाई जा रही हैं।

मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में यूपी के दो शूटरों के नाम सामने आ रहे हैं। इस घटना में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम दोनों कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। दोनों परिवार के भरण पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। यह दोनों ही सामान्य परिवार के लोग हैं। अभी तक नियमित रूप से यह परिवार के साथ जुड़े हुए भी थे। पुलिस घर पहुंचकर परिवार से बात कर रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के बारे में परिवार के पास क्या जानकारी है।

महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। मुंबई पुलिस ने इस मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, इस हत्याकांड को लेकर नया दावा सामने आया है। रिपोर्ट्स में दावा किया है कि हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए पटाखों का फायदा उठाया। दरअसल, दशहरे के मौके पर जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे, तभी उनकी हत्या की गई।

पहले भी हत्या में शामिल था गुरमेल, जेल में बिश्नोई गैंग से जुड़ा, जमानत पर बाहर आया तो बाबा सिद्दीकी को मारा

डेस्क: एनसीपी नेता बाबा सिद्धीकी की हत्या में शामिल गुरमेल कैथल के नरड गांव का रहने वाला है। उसके ऊपर पहले से कई मामले दर्ज हैं। वह फिलहाल जमानत पर बाहर आया था और वारदात को अंजाम दिया। वह 2020 में हुए मर्डर केस में जेल के अंदर था। यहां उसकी मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे से हुई और वह उसकी गैंग में शामिल हो गया। इसके बाद उसे जमानत मिली और वह मुंबई चला गया। यहां उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी की दादी का कहना है कि उसे चौराहे पर खड़ा करके गोली मार दी जानी चाहिए।

गुरमेल की दादी ने बताया "उसे संपत्ति से बेदखल कर चुके हैं। 3-4 महीने से घर नहीं आया। हमारे लिए वह मर चुका है और हम उसके लिए मर चुके हैं। हम तो उसे 10-11 साल पहले परिवार से बेदखल कर चुके हैं। वह तीन चार महीने से घर नहीं आया है। हमें नहीं पता कि वो कहां पर गया है, हमें कुछ बता कर थोड़े ही गया है।"

गुरमेल की दादी ने कहा "हमारे पास नंबर नहीं, वह कभी फोन नहीं करता। जब वो घर आया था, मैं उससे नहीं मिली। मैं तब कूड़ा डालने के लिए गई हुई थी। न तो हमारे पास उसका कोई फोन नंबर है, न ही वो कभी हमें फोन करता है। मैं अपने 12-13 साल के पोते के साथ रहती हूं। गुरमेल 4 महीने से गांव में नहीं आया है।"

पिता की मौत के बाद मां की शादी देवर से की

गुरमेल अपने पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद उसकी मां की शादी देवर के साथ कर दी। इसके बाद उसकी मां को देवर के नाम से एक लड़का व एक लड़की हुए। गुरमेल की दादी ने बताया कि वह पहले जेल जा चुका है। भाई ने भाई का मर्डर किया था, तब ये भी उनके साथ था। तब वो जेल गया था। उससे तो उनकी कोई बात नहीं होती, वो जेल से कैसे बाहर आया, किसने उसकी जमानत कराई। वो तीज-त्योहार पर भी घर नहीं आता था।

साल 2019 में कैथल जिले के गांव नरड़ में श्री ग्यारह रुद्री मंदिर के पास सुनील नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का मुख्य आरोपी सुनील का छोटा भाई अशोक रहा। हालांकि, अशोक ने इस वारदात को अंजाम अपने दोस्तों गुरमेल और सुल्तान के साथ मिलकर दिया था। आरोपियों ने सुनील को बर्फ तोड़ने वाले सुए मारकर मौत के घाट उतार दिया। आपसी विवाद में अंजाम दी गई इस वारदात में छापे मारकर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा। इसके बाद इन्हें जेल हुई। गुरमेल इस मामले में सजा काटकर बाहर आया और मुंबई चला गया।

कैबिनेट मंत्री के बेटे की पुलिसकर्मियों से झड़प, सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बवाल

डेस्क: मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल के बेटे प्रबल सिंह पटेल का एक वीडियो चर्चा में है। इस वीडियो में वह पुलिसकर्मियों के साथ झड़प करते दिख रहे हैं। वायरल वीडियो जबलपुर के लेबर चौक का बताया जा रहा है। यहां पुलिस की बैरिकेडिंग को लेकर विवाद शुरू हुआ था और बात हाथापाई तक पहुंच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक प्रबल सिंह पटेल अपने कुछ मित्रों के साथ लेबर चौक से गुजर रहे थे। वहां बैरिकेडिंग लगी हुई थी। वह इसे हटाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से रोक दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों से उनकी बहस शुरू हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक पहुंच गई।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में प्रबल और उनके मित्रों को पुलिसकर्मियों के साथ जोरदार बहस करते और झड़प करते देखा जा सकता है। प्रबल पुलिस कर्मियों से बेखौफ होकर भिड़ रहे हैं। उनके मित्र भी स्थिति को और तनावपूर्ण बनाते नजर आ रहे हैं। पुलिसकर्मी संयम बरतते हुए हालात सामान्य बना रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन झड़प के दौरान स्थिति और बिगड़ती चली गई। हालांकि, घटना के बाद किसी भी पक्ष ने अब तक पुलिस में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।

वीडियो के वायरल होने के बाद जनता में इस घटना को लेकर गुस्सा है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने पुलिसकर्मियों से झड़प को लेकर प्रबल सिंह की निंदा की। वहीं, कुछ लोगों ने इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया। मंत्री प्रह्लाद पटेल के बेटे के नाम से इस विवाद ने और भी ज्यादा तूल पकड़ लिया।

राजनीतिक हलकों में भी इसे लेकर चर्चा हो रही है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद सवाल उठ रहे हैं कि जब किसी मंत्री के बेटे की पुलिसकर्मियों से ऐसी झड़प हो सकती है, तो आम जनता के लिए पुलिस की कार्रवाई कैसी हो सकती है। फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने इस घटना पर कोई बयान नहीं दिया है और मामले की जांच की बात कही जा रही है।

3 लाख रुपये में 4 लोगों ने ली थी बाबा सिद्दीकी की सुपारी, सितंबर से साथ रहकर कर रहे थे रेकी, सामने आया पंजाब कनेक्शन

डेस्क: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और एक फरार चल रहा है। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि इस हत्या की सुपारी तीन नहीं बल्कि चार लोगों ने ली थी। चौथा व्यक्ति कौन है, जिसने सुपारी ली थी। इस बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस साल दो सितंबर से तीनों आरोपी कुर्ला में किराए के मकान में रह रहे थे। इनमें से एक फरार है। इस मकान का किराया 14,000 रुपये प्रति महीने था।

बाबा सिद्दीकी की सुपारी 2.5 से 3 लाख रुपये में दी गई थी। हत्या के लिए चार लोगों को काम पर रखा गया था और उन्होंने पैसे को बराबर-बराबर बांटने की योजना बनाई थी, जिसमें प्रत्येक को 50,000 रुपये मिलेंने थे। चारों आरोपियों में से तीन पहले पंजाब की जेल में एक साथ बंद रह चुके थे, जहां उनका संपर्क बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य से हुआ, जो पहले से ही जेल में था। उसके जरिए तीनों आरोपी बिश्नोई गिरोह में शामिल हो गए।

क्राइम ब्रांच की टीमें उज्जैन (मध्य प्रदेश), दिल्ली और हरियाणा भेजी गई हैं। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि सलमान खान फायरिंग मामले में गिरफ्तार आरोपी शूटिंग को अंजाम देने से पहले इसी तरह टोह लेने के लिए किराए के मकान में रुके थे।

सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियां गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की तैयारी कर रही हैं। बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने वाले लोगों का दावा है कि वह लॉरेंस गैंग से जुड़े हैं। इसकी पुष्टि के लिए लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की जा सकती है। इसके लिए लीगल एडवाईज ली जा रही है, क्योंकि पूछताछ के लिए कोर्ट से परमिशन चाहिए होती है। एक एंगल यह भी सामने आया है कि लॉरेंस गैंग के शूटर्स जिगाना पिस्टल का उपयोग करते हैं। वहीं, बाबा सिद्दीकी की हत्या में 9 एमएम पिस्टल का उपयोग हुआ है।

दक्षिणी लेबनान के राम्या गांव पर कब्जे के कोशिश में इजरायली सेना, गाजा पर भी IDF का हमला, 29 मौतें

डेस्क: हिजबुल्लाह पर इजरायली सेना का ताबड़तोड़ हमला जारी है। अब इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान के राम्या गांव में घुस गई है, जहां वह कब्जे के प्रयास में है। इस स्थान पर इजरायली सेना और हिजबुल्लाह लड़ाकों के बीच भीषण जमीनी और हवाई युद्ध चल रहा है। हिबबुल्लाह ने कहा कि हमारे लड़ाकों ने फिलहाल इजरायल के घुसपैठ करने की कोशिश का नाकाम कर दिया है और इस मोर्चे पर भीषण जंग जारी है। वहीं गाजा में भी इजरायली सेना ने हमले बढ़ा दिए हैं। बीते 24 घंटे में गाजा में 29 लोग इजरायली हमले में मारे गए हैं। इस हमले में संयुक्त राष्ट्र के 3 कर्मचारी भी अब तक घायल हुए हैं। इजरायली हमलों ने दक्षिणी लेबनान में शांति सैनिकों के मुख्य अड्डे को हिला दिया है, जिससे संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और पश्चिमी देशों ने हमलों की निंदा की है। UNIFIL बल ने इसे "गंभीर बताते हुए संयुक्त राष्ट्र कर्मियों और संपत्ति की सुरक्षा की गारंटी दी जानी चाहिए। फ्रांस ने इस बीच इजरायल के राजदूत को तलब किया। इटली और स्पेन के साथ एक संयुक्त बयान जारी कर ऐसे हमलों को "अनुचित" बताया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह इज़रायल से यूनिफ़िल बलों पर हमला नहीं करने के लिए कह रहे हैं। रूस ने भी इस हमले पर गंभीर गुस्सा जाहिर करते हुए इजरायल से शांति सैनिकों के खिलाफ "शत्रुतापूर्ण कार्रवाई" से परहेज करने को कहा है। वहीं शनिवार को गाजा पर इजरायली सैन्य हमलों में कम से कम 29 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। डॉक्टरों ने कहा इजरायली सेनाएं जबालिया क्षेत्र में उस गहराई तक घुसती रहीं, जहां अंतरराष्ट्रीय राहत एजेंसियों के अनुसार हजारों लोग फंसे हुए हैं।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में तीसरे शूटर की भी हुई पहचान, शूटर्स को कर रहा था लीड, गिरफ्तारी में जुटी पुलिस

डेस्क: एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। जानकारी के मुताबिक तीसरे शूटर का नाम शिवकुमार गौतम है और वह उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के गंदारा गांव का रहनेवाला है। बाबा सिद्दीकी की हत्या में कुल तीन आरोपियों में से दो आरोपी उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहनेवाले हैं जबकि एक आरोपी हरियाणा के कैथल का रहनेवाला है। इस केस की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम मुंबई जाएगी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े एंगल से इस केस की जांच करेगी। बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटर्स का संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। इसका खुलासा दोनों आरोपियों ने पूछताछ में किया है। इसी एंगल से जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम मुंबई जाएगी
बाबा सिद्दीकी की हत्या पर मुंबई पुलिस का बयान आया सामने, जानिए क्या कहा?

डेस्क: महाराष्ट्र के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले पर पुलिस का अधिकारिक बयान सामने आया है। मुंबई पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी शनिवार रात 9:15 से 9:30 बजे के बीच अपने ऑफिस से निकलकर मुंबई के बांद्रा (पश्चिम) स्थित अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी तीन हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी को निशाना बनाकर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।

गोली के हमलों से गंभीर रूप से घायल बाबा सिद्दीकी को तुरंत इलाज के लिए बांद्रा (पश्चिम) स्थित लीलावती अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आनन-फानन में पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी।

पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले पर निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया। पुलिस ने अपराध पंजीकरण संख्या 589/2024, भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1), 109, 125 और 3(5) के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही शस्त्र अधिनियम की धारा 3, 25, 5 और 27 तथा महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37 और धारा 137 के तहत केस दर्ज किया है।

वारदात के बाद बाबा सिद्दीकी के 2 हत्यारों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने 2 हत्यारों के नामों का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप है।

गुरमेल बलजीत सिंह 23 साल का है। वह हरियाणा का रहने वाला है। इसके साथ ही दूसरा आरोपी धर्मराज राजेश कश्यप की उम्र 19 साल है। वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। बाबा सिद्दीकी के हत्या के मामले की जांच क्राइम ब्रांच मुंबई द्वारा की जा रही है।

पुलिस ने बताया की तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले पर मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच मुंबई सभी एंगलों में जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि जल्द ही तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रामलीला में वानर बनकर भागे जेल से दो कैदी, 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड, पकड़ने के लिए 10 टीमें बनाई गई

डेस्क: हरिद्वार जेल से दो कैदी फरार होने के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। लापरवाही सामने आने पर जेल मुख्यालय से जेलर, प्रभारी अधीक्षक समेत 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य अवकाश पर होने के चलते कार्रवाई की जद में नहीं आए हैं। वहीं हरिद्वार पुलिस भी फरार कैदियों की खोजबीन में जुटी हुई है और यूपी तक छापेमारी कर रही है।

एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने 10 टीमों का गठन किया है और सिडकुल थाना इंचार्ज के नेतृत्व में एक एसआईटी भी बनाई है। एसआईटी का सुपरविजन एसपी सिटी को सौंपा गया है। पुलिस फरार कैदियों के घर और संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द से जल्द फरार कैदियों को ढूंढ निकाला जाएगा।

एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मामले पर अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और कैदियों को पकड़ने के लिए रणनीति तैयार की। उन्होंने बताया कि इस मामले छह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है और 10 टीमें कैदियों को पकड़ने के लिए बनाई गई हैं।

हरिद्वार जिले की कारागार में दशहरे के मौके पर रामलीला का आयोजन हुआ था। इस रामलीला में दो कैदी वानर का किरदार निभा रहे थे। दोनों उछलकूद कर रहे थे और सभी दर्शक इसका आनंद ले रहे थे। हालांकि, उछल कूद करते हुए दोनों जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए। दोनों माता सीता को खोजने निकले थे, लेकिन इसी बीच खुद ही फरार हो गए। जब दोनों की तलाश शुरू की गई तो पता चला कि दोनों कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए हैं।

एसएसपी ने बताया कि कल यहां पर शाम के समय में रामलीला का कार्यक्रम चल रहा था। उसी का फायदा उठाकर यहां कंस्ट्रक्शन साइट पर एक सीढ़ी पड़ी थी, उसी सीढ़ी को दीवार पर लगाकर ये दोनों कैदी रात में यहां से निकले हैं। इनमें से एक कैदी पंकज पूर्व में 302 के तहत सजायाफ्ता है, वह मंगलौर में हत्या के मामले में सजायाफ्ता कैदी है। दूसरा कैदी रामकुमार है, जो अभी अंडर ट्रायल में चल रहा है, उसे अपहरण के केस में पकड़ा गया था।

गोपालगंज से मुंबई तक का सफर, बाबा सिद्दीकी का क्या है बिहार कनेक्शन? 5 साल की उम्र में ही छोड़ दिया था पुश्तैनी घर

डेस्क: महाराष्ट्र की सियासत में बाबा सिद्दीकी एक बड़ा नाम था। बॉलीवुड के बड़े सितारे भी अपने बुरे वक्त का साथी बाबा सिद्दीकी को बताया करते थे। शनिवार की शाम मुंबई में तीन बंदूकधारी हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद से बॉलीवुड और सियासत दोनों जगह गम का माहौल है। बाबा सिद्दीकी के इस तरह का जाने का गम बिहार के लोगों को भी है। दरअसल, बाबा सिद्दीकी का बिहार से खास कनेक्शन रहा है।

मूल रूप से बिहार के रहने वाले बाबा सीद्दीकी ने मुंबई में बड़ा नाम कमाया। वह बिहार के गोपालगंज जिले से माया नगरी मुंबई पहुंचे थे। उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती 5 साल गोपालगंज जिले के शेख टोगी गांव में बिताए थे। गोपालगंज जिले के माझा ब्लॉक के शेख टोली गांव में बाबा सिद्दीकी का पुश्तैनी परिवार रहता है। बाबा सिद्दीकी के पिता बिहार के गोपालगंज से मुंबई गए थे। पिता के साथ ही वह 5 साल की उम्र में मुंबई पहुंचे। जहां उनके पिता अब्दुल रहीम सिद्दीकी घड़ी बनाने का काम करते थे।

मुंबई में खासा नाम कमाने के बाद साल 2018 में बाबा सिद्दीकी बिहार के अपने पुश्तैनी गांव पहुंचे थे। गांव पहुंचने पर उन्होंने कहा था कि वह अपने पुश्तैनी घर और जमीन को कभी नहीं भूल सकते हैं। आज उनकी हत्या के बाद गोपालगंज से लेकर सियासी जगत तक शोक की लहर है।

1977 में छात्र नेता के रूप में राजनीति में एंट्री

बाबा सिद्दीकी के पॉलिटिकल करियर की बात करें तो कांग्रेस पार्टी में चार दशक से ज्यादा का वक्त गुजारने वाला बाबा सीद्दीकी के चाहने वाले सभी दलों में थे। बाबा सिद्दीकी ने अपने करियर की शुरुआत एक 1977 में छात्र नेता के रूप में की थी। वे बीएमसी में कॉरपोरेटर चुने गए।

बाद में वह बांद्रा पश्चिम से 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे। महाराष्ट्र सरकार में 2004 से 2008 के दौरान बाबा सीद्दीकी ने राज्य मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी संभाली। इस साल फरवरी में बाबा सीद्दीकी ने 48 साल की कांग्रेस पार्टी की सदस्यता को अलविदा कह कर एनसीपी (अजीत पवार गुट) का दामन थाम लिया था।

शनिवार रात बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर सुनते ही लीलावती अस्पताल में बॉलीवुड से लेकर सियासत के दिग्गजों का जमावड़ा लगने लगा। बॉलीवुड एक्टर सलमान खान अपने बिग बॉस की शूटिंग छोड़कर लीलावती अस्पताव पहुंचे तो संजय दत्त भी बाबा सीद्दीकी के परिजनों से मिलने लीलावती हॉस्पिटल पहुंचे। एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी भी अपने हसबैंड राजकुंद्रा के साथ बाबा सिद्दकी का हाल जानने पहुंची।

बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर से हर कोई सन्न रह गया। बालीवुड स्टार्स के अस्पताल पहुंचने का सिलसिला पूरी रात चलता रहा। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से लेकर दोनों डिप्टी सीएम भी लालावती अस्पताल पहुंचे। यहां पहुंचने वाले हर एक शख्स की जुबान पर यही बात थी की आखिर बाबा सिद्दीकी का दुश्मन कौन हो सकता है?

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ, गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में किया दावा

डेस्क: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ सामने आ रहा है। मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का होने दावा किया है। हालांकि पुलिस अभी उनके दिए गए बयान को क्रॉस वेरिफाई कर रही है। सूत्रों के मुताबिक तीनों आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी कर रहे थे। घटना से पहले तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट पहुंचे थे। सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्धकी पर गोली चलाने से पहले तीनों कुछ देर तक उनका वहीं इंतजार कर रहे थे। वहीं मुंबई पुलिस बाबा सिद्दीकी हत्याकांड पर प्रेस स्टेटमेंट जारी करनेवाली है।

पुलिस का ऐसा मानना है कि बाबा सिद्दीकी को तीन या चार गोलियां लगी थीं लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरी बात साफ हो पाएगी। मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। पहला आरोपी करनैल सिंह हरियाणा का रहने वाला है और धर्मराज कश्यप उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

जिस वक्त बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग हुई उस वक्त छत्रपाल नाम का शख्स थोड़ी दूर पर मौजूद था। छत्रपाल ने बताया कि दुर्गा माता के विसर्जन के जुलूस में वह शामिल था। रात 9:30 बजे के करीब काफी पटाखे चल रहे थे तभी सामने से लोग भागते हुए आए और उन्होंने बताया कि वहां पर गोलियां चल रही हैं जिसके बाद लोग तितर बितर हो गए।