एक सितम्बर से तीस सितम्बर तक जिले में आयोजित की गईं थीं विविध गतिविधियां
गोरखपुर। पोषण माह में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) से जुड़ी आंगनबाड़़ी कार्यकत्रियों के समर्पण को सम्मान मिला है। नवाचारों और दिन रात के श्रम से गोरखपुर जिले में आईसीडीएस विभाग ने संख्यात्मक रूप से पोषण संबंधित सर्वाधिक गतिविधियों का आयोजन और फीडिंग करवा कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है।
सिर्फ बाल विकास सेवा विभाग की बात करें तो गोरखपुर में जहां बाल विकास विभाग ने 446148 गतिविधियों का आयोजन और फीडिंग करवाया वही देवरिया ने 368787, फिरोजाबाद ने 316525 गतिविधियों की फीडिंग कराई। वही विभाग ने विभिन्न सहयोगी विभागों के साथ कन्वर्जेंस में हुई गतिविधियों में भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए आयोजन व फीडिंग के मामले में सूबे में फिरोजाबाद के बाद जनपद गोरखपुर ने दूसरा स्थान हासिल किया है । ये सभी गतिविधियां एक सितम्बर से तीस सितम्बर तक मनाये गये पोषण माह के दौरान आयोजित की गई थीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लगातार चलाई जा रही सुपोषण संबंधित गतिविधियों से प्रेरित होकर उनके गृह जनपद ने यह उपलब्धि हासिल की है। गत वर्ष 2023 के पोषण माह और इस वर्ष 2024 के पोषण पखवाड़ा में भी जनपद गोरखपुर ने पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया था परिणामस्वरूप जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी और उनके विभाग के अधिकारियों,कर्मचारियों समेत कनवर्जेंस विभाग के अन्य अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था.
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्र ने बताया कि पोषण माह का शुभारंभ केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान और मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना ने किया था। जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश एवं मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना के दिशा निर्देशन में पूरे पोषण माह के दौरान गोरखपुर जनपद में इस बार सबसे ज़्यादा नवाचार आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया । इनके आयोजन में जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायती राज विभाग, समाज कल्याण विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, जिला युवा कल्याण विभाग, गोरखपुर विश्वविद्यालय और स्वास्थ्य विभाग ने आईसीडीएस विभाग के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य किया ।
डॉ मिश्रा ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों और पूरे बाल विकास सेवा विभाग को बेहतर प्रयासों के लिए बधाई दी और कहा कि सबकी कोशिश से पोषण को जनांदोलन का रूप दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर जिले ने चार लाख चौहत्तर हजार छह सौ तेईस गतिविधियों का सभी विभागों के सहयोग से ओवर ऑल आयोजन करवा कर फीडिंग किया और प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है।
पोषण माह की यह गतिविधियां रहीं खास
मानव श्रृंखला
सीडीओ के नेतृत्व में पोषण का संदेश लेकर रामगढ़ ताल के किनारे हजारों लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई । इसमें जनपद स्तरीय और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, गोरखपुर विश्वविद्यालय के अध्यापक और विद्यार्थियों, विकास भवन के कर्मचारियों और यूनिसेफ़ की टीम ने प्रतिभाग किया था। इसके माध्यम से पोषण अभियान को जनांदोलन बनाने पर जोर दिया गया।
पोषण एवं स्वच्छता मैराथन
पोषण माह और स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के तहत पोषण स्वच्छता मिनी मैराथन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी तादाद में ज़िला स्तरीय अधिकारीगण, ब्लॉक स्तरीय अधिकारीगण एवं कर्मचारी, शहर के चिकित्सक और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रतिभाग किया ।
पोषण दीपोत्सव
पोषण माह के तहत आगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा अपने परियोजना क्षेत्र में दीपोत्सव का आयोजन करते हुए , पोषण की अलख जलाने का कार्य किया गया । इसमें स्थानीय महिलाएं ,ग्राम प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।
पोषण मेंहदी
आईसीडीएस द्वारा विभिन्न परियोजना क्षेत्रों में पोषण मेंहदी प्रतियोगिताओं के आयोजन किये गये। इसके तहत सही पोषण के नारे के साथ मेंहदी लगा कर , गर्भवती व धात्री महिलाओं के बीच पोषण एवं स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश दिया गया।
पोषण रंगोली
आगनवाड़ी कार्यकत्रियों और मुख्य सेविकाओं द्वारा पोषण रंगोली का आयोजन किया गया जिसमे उचित पोषण और किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य संवर्धन पर विशेष ध्यान संबंधी संदेश दिए गए। जिला स्तर पर प्रतियोगिताओं का आयोजन करवा कर विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया ।
टॉयथॉन रहा खास
अप्रयुक्त सामग्रियों से स्वदेशी खिलौने बनाने को प्रेरित करने और स्कूल पूर्व शिक्षा में गुणवतापूर्ण वृद्धि हेतु आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने टॉयथॉन का प्रदर्शन किया था जिसने इस पोषण माह को खास बनाया था, मुख्य विकास अधिकारी ने टॉयथॉन की की थी सराहना.
सुभेद्य वर्गों तक संदेश के साथ पहुंचीं सेवाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रेरणा स्वरूप गोरखपुर जनपद के विभिन्न समुदायों जैसे - वनटांगिया , मुसहर, नट, करऊल, बांसफोर और टेराकोटा निर्माण समुदाय, ईंट भट्ठे मजदूर समुदाय आदि के बीच एनीमिया कैंप का आयोजन करके सैकड़ों लाभार्थियों के हीमोग्लोबिन की जांच कराई गई। आयरन फोलिक की गोलियां दी गईं और किशोरियों को सेनेटरी पैड भी दिये गये। इन आयोजनों में कैंपियरगंज ,खजनी, चरगंवा, ब्रह्मपुर और भटहट आदि ब्लॉक में समुदाय को लाभान्वित किया गया। इसमें जिला विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी , जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) सीडीपीओ, मुख्य सेविका, स्वास्थ्य विभाग की टीम और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां शामिल हुईं।
एनीमिया - टी तीन (टेस्ट, ट्रीट,टॉक)
एनीमिया मुक्त भारत मिशन के तहत कस्तूरबा विद्यालय और आश्रम पद्धति विद्यालयों में किशोरियों के बीच एनीमिया जागरूकता और मासिक स्वच्छता जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये गये । इसके तहत किशोरी बालिकाओं को आयरन फोलिक की गोलियां और सैनिटरी पैड का वितरण किया गया । इसमें विभिन्न विभागों के जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ राजश्री हॉस्पिटल की टीम भी उपस्थित रही ।
गोरखपुर कारागार में मना पोषण माह
गोरखपुर कारागार के नारी निकेतन में महिलाओं के लिए भी एनीमिया और मासिक धर्म जागरूकता अभियान चलाया गया । साथ ही बच्चो को पढ़ाई के लिए किट का भी वितरण किया गया । इसमें सीडीपीओ सहजनवा, खजनी और जंगल कौडिया की आईसीडीएस विभाग की टीम ने विशेष योगदान दिया ।
अनाथ गृह में भी बच्चो के साथ मनाया गया पोषण माह । बच्चो के साथ भी पोषण माह की गतिविधियां आयोजित की गई।
योग शिविर
पोषण माह के तहत योग शिविर का आयोजन भी विभिन्न आगनवाड़ी केंद्रों पर किया गया । इसमें बच्चो के साथ ही ग्रामीण अंचल की महिलाओं , किशोरी बालिकाओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
प्रभात फेरी
आगनवाड़ी केंद्रों पर प्रभात फेरी और साईकिल रैली निकाल कर ग्रामीण समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक किया गया । साथ ही आगनवाड़ी कार्यकत्री और बच्चो द्वारा नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन किया गया ।
•खास रहे मिशन खिलखिलाहट के सत्र
जिलाधिकारी के निर्देशन और सीडीओ के नेतृत्व में शुरू किए गए मिशन खिलखिलाहट को लेकर भी पोषण माह में विभिन्न संवेदीकरण सत्र आयोजित किए गए एवं इस अभियान के अंतर्गत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कुपोषित बच्चों को गोद लेने के लिए लगातार प्रेरित किया गया.
वॉश कार्यक्रम
आगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा क्षेत्र में वॉश कार्यक्रम के तहत व्यक्तिगत सफाई , जल संचयन और स्वच्छता के बारे में भी जागरूकता लाई गई।
स्वस्थ बालक- बालिका स्पर्धा
आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्वस्थ बालक- बालिका स्पर्धा का आयोजन करते हुए बच्चो के अभिभावकों को उचित पोषण के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही इन स्पर्धाओं के विजेता बच्चों को सम्मानित भी किया गया।
चर्चा में रहा पोषण महोत्सव
भारी बारिश के बीच पोषण महोत्सव में जनपद के जनसमुदाय और सभी ब्लॉक के आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। इस महोत्सव में पहुंचे सांसद रवि किशन, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक प्रदीप शुक्ला और मुख्य विकास अधिकारी ने प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया । सुपोषित बच्चों और किशोरियों को मंच पर सम्मानित कर सही पोषण के महत्व का संदेश भी दिया गया। साथ ही जनपद स्तरीय क्विज, रेसीपी, रंगोली और टॉयथॉन की विजेता आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सीडीओ ने सम्मानित किया।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और नन्हे मुन्ने बच्चो ने नाटक और समूह गीत प्रस्तुत कर पोषण और पढ़ाई के साथ नारी सशक्तीकरण का संदेश दिया। एक पेड़ मां के नाम गतिविधि का भी विभिन्न परियोजना क्षेत्रों में आयोजन किया गया जिसके तहत बांसगांव क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान ने भी हिस्सा लिया था। मिशन खिलखिलाहट के तहत कुपोषित बच्चों को लेकर स्वस्थ होने में योगदान देने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और उन बच्चों के अभिभावकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
Oct 10 2024, 20:38