बिहार में बाढ़ राहत की नई उम्मीद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में फंड ट्रांसफर कर किया शुभारंभ
बिहार में बाढ़ प्रभावितों तक नीतीश सरकार त्वरित गति से हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है
मुख्यमंत्री ने आज राज्य के 13 जिलों में आई बाढ़ से प्रभावित 4.39 लाख परिवारों के खाते में सीधे 7 हजार रूपये प्रति परिवार के हिसाब से कुल 307 करोड़ रूपये की मदद राशि ट्रांसफर करने का अभियान शुरू किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य को लेकर आज फिर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराते रहें. सरकार में आने के बाद से आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए हमलोग लगातार तत्पर हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल क्षति का आकलन करायें और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध करायें. आज प्रथम चरण में आयी बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में राशि हस्तांतरित की गयी है.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि द्वितीय चरण में आये बाढ़ से प्रभावित परिवारों को 9 अक्टूबर तक उनके खाते में राशि अवश्य हस्तांतरित करा दें. प्रथम चरण में आये बाढ़ से हुई फसल क्षति को लेकर किसानों के बीच यथाशीघ्र राशि का भुगतान करायें. बाढ़ के दौरान जिन बांधों को क्षति पहुंची है, उनका शीघ्र पुनस्थापन कार्य करायें. साथ ही पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनस्थापन कार्य भी जल्द से जल्द करायें. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़जनित बीमारियों को लेकर चिकित्सा सेवा की पूरी व्यवस्था रखें.
अपर मुख्य सचिव ने हालात से अवगत कराया
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि 20 सितंबर से 29 सितंबर के बीच गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हुये हैं. प्रथम चरण में 28.34 लाख की आबादी प्रभावित हुई है. द्वितीय चरण में 29 सितम्बर से नेपाल और उत्तर बिहार के समीपवर्ती जिलों में हुई भारी वर्षा के कारण गंडक, कोसी आदि नदियों में जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी.
प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयत्न
बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ बाढ़ आपदा प्रबंधन मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सभी कार्रवाई की जा रही है. प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है. समीक्षा के दौरान कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रथम चरण में आई बाढ़ से 16 जिले के 67 प्रखंड और 645 पंचायत का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है. दूसरे चरण में आई बाढ़ के कारण हुई फसल क्षति का आकलन कराया जा रहा है. पशु और मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन विजयलक्ष्मी ने अपने विभाग से संबंधित जानकारी देते हुये बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशु शिविर लगाये गये हैं. पशु चिकित्सक, पशु चारा एवं दवा की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है.
समीक्षा बैठक में शामिल हुए मंत्री और अधिकारीगण
बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, आपदा प्रबंधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ उदय कांत मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन विजयलक्ष्मी, कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, आपदा प्रबंधन विभाग की संयुक्त सचिव साहिला सहित आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.
Oct 04 2024, 21:28