सहरसा की 13 साल की प्राची कुमारी की अनोखी कविता: बेटी के सपने पर आधारित कविता ने जिले में मचाया धूम
सहरसा: एक तरफ जहां बच्चे किताबों से दूर और मोबाइल के गिरफ्त में आते जा रहे हैं, तो वहीं कई बच्चे ऐसे भी हैं, जो अपने जिज्ञासा को जगाकर एक नई उड़ान भर रहे हैं. सहरसा की रहने वाली 13 साल की छात्रा प्राची कुमारी आईपीएस अफसर बनना चाहती है और देश की सेवा करना चाहती है. जितना बड़ा प्राची का सपना है, उतना बड़ा काम प्राची कर रही हैं. काफी कम उम्र में ही प्राची ने कविता लिखना शुरू कर दिया है.
प्राची भले ही देखने में छोटी हैं, लेकिन उनकी कविता सुन आप भी दंग रह जाएंगे. उनकी कविता में वह कहानी है, जिसे सुन हर एक बेटी का हौसला खुद पर खुद बढ़ जायेगा.
दरअसल प्राची कुमारी ने बेटी के सपने पर एक कविता लिखी है, जिस कविता की चर्चा जिले में खूब हो रही है. यह कविता बेटी के सपने पर आधारित है. बेटी क्या सपना देखती हैं, आगे क्या बनना चाहती हैं और कैसे अपने परिवार का नाम रौशन करना चाहती हैं, इस कविता में वो तमाम उत्तर आपको मिल जायेगा.
इस बेटी की कविता को अगर आप पूरा सुन लेंगे, तो हर बेटी के मन में वह जुनून खुद पर खुद पैदा हो जाएगा और वह बेटी जरूर आगे कुछ कर पाएगी.
हौसलों से भरी अनोखी है कविता
मैं भी दुनिया में कुछ करना चाहती हूं, कुछ बनना चाहती हूं, चांद की तरह में चमकता चाहती हूं, नदी की तरह मुश्किलों का सामना करना चाहती हूं, अंधेरे में अपनी कामयाबी से उजाला करना चाहती हूं, मैं भी इस दुनिया में कुछ करना चाहती हूं कुछ बनना चाहती हूं. मैं किसी से कम नहीं, जो किसी के सामने झुक जाऊं, मैं अपने पापा की शेरनी हूं, तो क्यों मैं किसी से डर जाऊं. कुछ ऐसा बन के दिखलाऊं मैं, सब शान ऊंची कराऊं मैं, भगवान बस आपसे यही विनती कि कुछ बनकर दिखलाऊं मैं, कुछ कर के दिखलाऊं मैं. मैं सोचती हूं कि जब कुछ बनकर मैं आऊंगी, सब की शान में ऊंची कराआऊंगी.
Oct 03 2024, 16:49