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महाराष्ट्र पुलिस ने बांग्लादेशी पोर्न स्टार रिया बर्डे को किया गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों के साथ भारत में रहने का आरोप

बांग्लादेश की एक पोर्न अभिनेत्री को महाराष्ट्र में गिरफ्तार किया गया है. यहां की ठाणे क्राइम ब्रांच ने रिया उर्फ आरोही को उनके पूरे परिवार के साथ गिरफ्तार किया है. रिया एक बांग्लादेशी पोर्न स्टार हैं और महाराष्ट्र में हिंदू बनकर अपने परिवार के साथ रह रही थी.

पोर्न और सी ग्रेड स्टार रिया बर्डे, जिन्हें बन्ना शेख और आरोही बर्डे के नाम से भी इंडस्ट्री में जाना जाता है. अब वह सलाखों के पीछे हैं. उल्हासनगर में ठाणे क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गिरफ्तार किया. फिर स्थानीय हिल लाइन पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 465, 468, 479, 34 और 14 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पूरे परिवार का फर्जी दस्तावेज

बांग्लादेशी अभिनेत्री रिया पर आरोप है कि वह मूल रूप से बांग्लादेशी है. वह फर्जी दस्तावेज बनवाकर अपनी मां, भाई और बहन के साथ भारत में अवैध रूप से रह रही थी.

यही नहीं बांग्लादेशी होने के बावजूद भारतीय कागजात बनाने के लिए रिया की मां ने अमरावती के एक शख्स से शादी भी की थी. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में रिया के अलावा उसकी मां अंजली बर्डे उर्फ रूबी शेख, पिता अरविंद बर्डे, बहन रितू उर्फ मोनी शेख और भाई रविंद्र उर्फ रियाज शेख को भी आरोपी बनाया है.

मां का पश्चिम बंगाल का होने का दावा

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रेस नोट में बताया कि, गिरफ्तार रिया कई प्रोडक्शन हाउस से जुड़ी हुई थी और उसने कई सी ग्रेड फिल्मों में भी काम किया है. वह अपने आरोही नाम से इंडस्ट्री में जानी जाती है. पूरे मामले की जांच करने वाले पुलिस सब-इंस्पेक्टर संग्राम मालकर ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला कि रिया की मां अंजलि मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है. वह अपनी दो बेटियों रिया और एक बेटे के साथ भारत में अवैध रूप से रह रही थी.

उन्होंने बताया, “रिया की मां ने खुद को पश्चिम बंगाल से होने का दावा करते हुए अमरावती निवासी अरविंद बर्डे से शादी भी की. बाद में खुद और अपने बच्चों के लिए फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट और अन्य फर्जी दस्तावेज बनवाकर भारतीय पासपोर्ट तक बनवा लिया, ताकि वह अपनी भारतीय पहचान साबित कर सके.”

रिया के दोस्त ने किया मामले का खुलासा

पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि रिया की मां और पिता दोनों फिलहाल कतर में रह रहे हैं. पुलिस ने बताया कि रिया को पहले भी मुंबई पुलिस ने वेश्यावृत्ति से जुड़े एक मामले में अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था.

यह मामला तब पुलिस के सामने आया जब रिया के दोस्त प्रशांत मिश्रा को पता चला कि वह मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है और देश में अवैध रूप से रह रही है. उन्होंने पुलिस में इस मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने उसके दस्तावेजों की जांच की और पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश किया.

पितृ पक्ष के दौरान अगर आपके सपनों में पूर्वजों के आने के संकेत, जानें क्या है इसका अर्थ और महत्व!

पितृ पक्ष 2024 चल रहा है. 27 सितंबर 2024 को श्राद्ध का दसवां दिन है. इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन हिंदू पंचांग के दसवें दिन होता है. ऐसा माना जाता है कि 16 दिनों के इस पितृ पक्ष के दौरान अगर सच्चे मन से अपने पूर्वजों को याद करें और पिंडदान करें, तो इसका फायदा मिलता है. इससे पूर्वजों की कृपा बरसती है और उनका आशीर्वाद मिलता है. आपके पूर्वज आपसे खुश हैं कि नहीं ये अगर पता करना है तो इसका संकेत आपके सपने से जुड़ा हो सकता है. कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान अगर आपके पूर्वज सपनों में आ रहे हैं तो और कुछ इशारा कर रहे हैं या कह रहे हैं तो ये इस बात से जुड़ा हो सकता है कि वे आपसे खुश हैं या फिर दुखी.

अगर आपके पूर्वज सपने में आशीर्वाद दे रहे हों

कहते हैं कि माता-पिता के आशीर्वाद से बड़ा कोई पुण्य कमाना नहीं होता. उनका आशीर्वाद और कृपा इंसान के लिए एक कवच की तरह होती है. ऐसे में अगर पितृ पक्ष की तरह आपके पूर्वज सपने में आ रहे हों और आशीर्वाद दे रहे हों तो इसका मतलब होता है कि वे आपपर महरबान हैं और जो भी काम आप करने जा रहे हैं उसमें आपको आपार सफलता मिलेगी. इसके अलावा आपके जीवन में आने वाले समय में धन का आगमन हो सकता है.

अगर सपने में आपके पूर्वज शांत हों

अगर सपने में आपके पूर्वज शांत बैठे हों तो ये भी शुभ संकेत माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि वे आपको आशीर्वाद दे रहे हैं और आपको निकट भविष्य में कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है. ये शुभ समाचार धन प्राप्ति हो सकती है. संतान सुख भी हो सकता है. या फिर कोई बड़ी खुशखबरी आपके जीवन में दस्कत दे सकती है.

अगर सपने में आपके पूर्वज हंस रहे हों

अगर सपने में आपके पूर्वज हंसते हुए नजर आएं तो इसका भी बहुत मतलब होता है. ये एक शुभ संकेत माना जाता है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि आपके पूर्वज आपसे खुश हैं और उनकी कृपा आपपर बनी हुई है. वे आपको आशीर्वाद दे रहे हैं और आगे भविष्य में आपको कोई गुड न्यूज मिल सकती है. ये खुशखबरी नौकरी में आपकी तरक्की से जुड़ी हो सकती है. इसके अलावा ये खुशखबरी धन लाभ का भी संकेत हो सकती है.

देवरा पार्ट 2: जूनियर एनटीआर के फैन्स को बड़ा झटका! शूटिंग में हो सकती है लंबी देरी

Junior NTR के फैन्स को जिस घड़ी का इंतजार था, वो फाइनली आ गई है. इस साल की मच अवेटेड फिल्म Devara सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है. जूनियर एनटीआर के अपोजिट जान्हवी कपूर नजर आ रही हैं. वहीं सैफ अली खान विलेन बनकर भौकाल काट रहे हैं. फिल्म को प्री-बुकिंग से भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि फिल्म ओपनिंग डे पर 100 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर सकती है. यह फिल्म दो पार्ट में आएगी. ‘देवरा’ को लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. इस बीच फैन्स को निराश करने वाली खबर सामने आ गई है.

RRR की सफलता के बाद यह जूनियर एनटीआर की अगली फिल्म है. पिक्चर को लेकर लंबे वक्त से तगड़ा बज बना हुआ है. इस फिल्म को कोरताला शिवा डायरेक्ट कर रहे हैं. उन्होंने एक साल के अंदर ही फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली थी. फिल्म में काफी तगड़े VFX देखने को मिल रहे हैं. इसी बीच Cinejosh पर एक रिपोर्ट सामने आई. इंटरव्यू के दौरान डायरेक्टर ने कहा कि अगर एक्टर्स को दूसरे प्रोजेक्ट्स से वक्त नहीं मिला, तो दूसरे पार्ट की शूटिंग में देरी होगी. साथ ही एक और फिल्म में काम करने की इच्छा जाहिर की है.

देवरा पार्ट 2’ बनने में कितना वक्त लगेगा?

हाल ही में कोरताला शिवा ने बताया था कि Devara पार्ट 2 के दो एपिसोड पहले ही शूट कर लिए गए हैं. जिन हिस्सों को उन्हीं सेम सेट पर शूट किया जाना था, वो टीम के साथ कंप्लीट कर चुके हैं. वहीं पहले पार्ट के एक्सपीरियंस के साथ वो 6-8 महीने में दूसरे इंस्टॉलमेंट की शूटिंग खत्म कर सकते हैं. फिल्म की रिलीज के बाद वो जूनियर एनटीआर के साथ बैठकर सीक्वल के शूटिंग शेड्यूल की चर्चा करेंगे. पर जिस तरह से डायरेक्टर ने जानकारी दी है, वो देखकर साफ पता लगता है कि इसमें अभी वक्त लगेगा.

दरअसल जूनियर एनटीआर के पास ‘देवरा’ के अलावा दो बड़े प्रोजेक्ट्स हैं. जल्द वो ऋतिक रोशन की War 2 में दिखाई देंगे. वहीं प्रशांत नील के साथ एक फिल्म कर रहे हैं, जिसका टाइटल- ड्रैगन बताया जा रहा है. वहीं सैफ अली खान के खाते में भी पहले से ही कई प्रोजेक्ट्स हैं. वो कई फिल्मों के लिए अपनी डेट्स भी दे चुके हैं. बात रही जान्हवी कपूर की तो वो इस वक्त ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ पर काम कर रही हैं. इसके बाद वो दूसरी फिल्मों का काम खत्म करेंगी. कुल मिलाकर आने वाले एक साल में भी देवरा पार्ट 2 पर काम होगा या नहीं, कहा नहीं जा सकता. तो यह फैन्स के लिए झटका ही है क्योंकि उन्हें अब लंबा इंतजार करना होगा.

भारत की समुद्री सुरक्षा मजबूत होगी: नौसेना में शामिल होंगे 7 नए युद्धपोत और एक पनडुब्बी

भारतीय नौसेना के बेड़े में जल्द ही 7 नए युद्धपोत और एक पनडुब्बी शामिल होने जा रही है. यह भारत की ओर से अपनी समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा. भारतीय नौसेना को अगले चार महीनों के भीतर 7 युद्धपोत और एक पनडुब्बी मिल जाएगी. इससे नौसेना की निगरानी शक्ति भी बढ़ेगी, जिससे समुद्र में दुश्मन की हर हरकत पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी.

नौसेना को जल्द ही एक सर्वे पोत और डाइविंग सपोर्ट पोत भी मिलेगा. इनमें से एक जहाज रूस में बन रहा है, जबकि बाकी भारतीय शिपयार्ड में बने हैं. ये सभी नवंबर तक नौसेना में शामिल हो सकते हैं. यानी हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की नौसेना को मजबूत करने के लिए नौसेना के बेड़े में इजाफा किया जाएगा. फिलहाल ये परीक्षण के अलग-अलग चरणों में हैं.

स्वदेशी ब्रह्मास्त्र ब्रह्मोस मिसाइल से रहेगा लैस

इन जहाजों में विध्वंसक, फ्रिगेट, सर्वेक्षक जहाज और पनडुब्बी शामिल हैं. ये सभी अत्याधुनिक संचार साधनों और हथियारों से लैस हैं. सूत्रों के मुताबिक रूस में बन रहा तलवार क्लास का तीसरे बैच का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट नवंबर तक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा. इसका वजन 3600 टन से ज्यादा है. इसमें 180 नौसैनिक 9000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकते हैं.

यह फ्रिगेट स्वदेशी ब्रह्मास्त्र “ब्रह्मोस मिसाइल” से लैस है. इस साल के अंत तक विशाखापत्तनम श्रेणी का चौथा और आखिरी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा. इस विध्वंसक का वजन 7400 टन है और यह ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है, जो लंबी दूरी की मिसाइल हैं. इसमें 32 बराक मिसाइलें भी हैं जो 100 किलोमीटर तक वार कर सकती हैं.

इसके साथ ही दुश्मन की पनडुब्बियों से निपटने के लिए रॉकेट और टॉरपीडो भी हैं. इसमें दो हेलीकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं. यह बेहतरीन संचार साधनों और रडार से लैस है. इसमें 300 नौसैनिकों के साथ 45 दिनों तक समुद्र में रहने की क्षमता है और यह एक बार में 15000 किलोमीटर की यात्रा कर सकता है. दूसरा बड़ा युद्धपोत नीलगिरी श्रेणी का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी है.

मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी नवंबर में नौसेना में शामिल होगी

मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी का वजन 6670 टन है. यह 8 लंबी दूरी की ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है, जिनका इस्तेमाल दुश्मन के जहाजों या ज़मीनी ठिकानों पर किया जा सकता है. यह बराक मिसाइलों, रॉकेट और टॉरपीडो से भी लैस है. दुश्मन की पनडुब्बियों को निशाना बनाने वाला यह पहला माहे क्लास का पनडुब्बी रोधी युद्धपोत है, जिसे नवंबर में नौसेना में शामिल किया जाएगा.

यह तट के पास उथले पानी में पनडुब्बियों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम है. यह टॉरपीडो के साथ-साथ आधुनिक सोनार सिस्टम से लैस है. कलवरी क्लास की छठी और आखिरी पनडुब्बी नवंबर में नौसेना में शामिल होगी. इसमें 43 नौसैनिक बैठ सकते हैं और यह पनडुब्बी 50 दिनों तक पानी के अंदर रह सकती है. यह पनडुब्बी एक बार में 12,000 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है.

सोने की लूट: केरल के त्रिशूर में नेशनल हाइवे पर कार का पीछा कर डकैतों ने लूटा 2.5 किलो सोना

अपराधी चोरी-डकैती के लिए रोज नए-नए हथकंडे अपनाते हैं. दक्षिण भारत के केरल में फिल्मी स्टाइल में एक डकैती हुई जिसमें डकैत नेशनल हाइवे पर योजनाबद्ध तरीके से कार का पीछा करते हैं

और जब संकरा रास्ता आता है तो उससे पहले ही अपनी गाड़ी खड़ी कर उसे रुकने के लिए मजबूर कर देते हैं. फिर बीच हाइवे पर ही 2.5 किलो सोना लूट लेते हैं. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

केरल के त्रिशूर जिले में पेची इलाके के पास एक नेशनल हाइवे पर हुई डकैती का डैशकैम वीडियो वायरल हुआ है. घटना के बारे में पुलिस ने कहा कि 12 लोगों के एक गैंग ने काफी देर तक एक कार का पीछा किया और फिर उस कार के आगे जाकर रुकते हुए 2 लोगों को अगवा कर लिया. उन लोगों के पास मौजूद 2.5 किलो सोने के जेवर भी ले गए. इस जेवर की कीमत करीब 2 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

संकरे रास्ते के पास रोकी गई गाड़ी

लूटपाट की यह घटना तब हुई, जब ​​हाइवे पर एक फ्लाईओवर के बगल में निर्माण कार्य की वजह से रास्ता बेहद संकरा था, इस बीच आगे चल रही कम से कम तीन कारों ने उस लक्षित गाड़ी को रोक दिया.

एसयूवी में 2 लोग सवार थे और उसे उसे तीनों कारों ने घेर लिया. इस वजह से हाइवे पर चल रही अन्य गाड़ियां भी रूक गईं.

इस बीच उन तीनों कारों से कई लोग बाहर निकले और दोनों व्यक्तियों का अपहरण कर लिया. उनके पास मौजूद 2.5 किलो का सोना लेकर चलते बने. संकरा रास्ता होने की वजह से आसपास में भी कई अन्य गाड़ियां लग गईं जिससे रास्ता बाधित हो गया. पूरी घटना का वीडियो एक कार में लगे कैमरे में रिकॉर्ड हो गया.

लूटपाट के अलावा मारपीट भी की

घटना के बारे में समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि पुलिस ने कहा कि लूटपाट से जुड़ी इस घटना को लेकर बुधवार को एक शिकायत मिली थी. शिकायत के बाद मामले में कार्रवाई करते हुए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई. दर्ज एफआईआर के अनुसार, यह घटना 25 सितंबर को हुई थी.

लूटपाट के बाद दो लोगों (अरुण सनी और रोजी थॉमस) को गैंग के लोगों ने अपहरण कर लिया गया.

एफआईआर में दर्ज शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि डकैतों ने उन्हें पीटा और उनके पास मौजूद 1.84 करोड़ रुपये की ज्वेलरी भी लूट ली. हालांकि बाद में दोनों को छोड़ दिया गया. पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं.

मुंबई की हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांच

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में अक्सर धमकी भरे मेल, फोन और खत आते रहते हैं. इस बार एक और धमकी भरा फोन आया, जिसमें सुप्रसिद्ध हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. फोन करने वाले ने दरगाह ट्रस्ट के ऑफिस में कॉल किया, जिसमें उसने धमकी देते हुए कहा कि हाजी अली दरगाह में बम रखा गया है.

दरगाह को तुरंत गिरा दो. जानकारी के मुताबिक, ये धमकी भरा कॉल एक दिन पहले यानि कि बुधवार की शाम करीब पांच बजे आया था. ट्रस्ट वालों ने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस थाने को दी, जिसके बाद पुलिस और बम स्क्वायड टीम ने मौके पर पहुंचकर कर जांच-पड़ताल की.

गुरुवार को मुंबई पुलिस की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया कि हाजी अली दरगाह ट्रस्ट के ऑफिस में बीते बुधवार की शाम करीब 5 बजे एक कॉल आया, जिसमें मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. कॉल करने वाले ने खुद को पवन बताया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.

साथ ही दरगाह के बारे में विवादित बयान दिया. हाजी अली दरगाह के प्रशासनिक अधिकारी ने इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में की. पुलिस स्टेशन अधिकारी और बम स्क्वायड टीम ने दरगाह पहुंचकर जांच की, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. फिलहाल ताड़देव पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

2 साल पहले भी मिली थी धमकी

यह पहली बार नहीं है जब हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी मिली हो. 2022 में भी एक बार दहगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. तब धमकी भरा कॉल मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम के पास आया था. कॉल करने वाले आरोपी ने कहा था कि 17 आतंकी दरगाह को उड़ाने वाले हैं.

इसके बाद ही उसने तुरंत फोन को कट कर ऑफ कर लिया था. हालांकि मुंबई पुलिस आरोपी की कॉल ट्रेस कर उसके पास पहुंची, लेकिन पता चला कि वह तो मानसिक रोगी है.

सभी धर्म के लोग जाते हैं दरगाह पर

हाजी अली दरगाह मुंबई के सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है. यहां सभी धर्मों के लोग समान रूप से आते हैं. हाजी अली दरगाह भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है, जो लाला लाजपतराय मार्ग से दूर अरब सागर के बीच में मुंबई तटरेखा से लगभग 500 गज की दूरी पर स्थित है. हाजी अली दरगाह मुस्लिम सूफी संत पीर हाजी अली शाह बुखारी की कब्र वाला परिसर है. मकबरे के साथ-साथ हाजी अली में एक मस्जिद भी है. यह स्मारक लंबे समय से मुंबई के तटों की रखवाली कर रहा है.

चाइनीज लहसुन का खतरा: इलाहाबाद हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

चाइनीज लहसुन ने लोगों की चिंता बढ़ा रखी है. लहसुन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में तस्कर चीन से लहसुन ला रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहा है. इसी महीने यूपी में चाइनीज लहसुन पकड़ा भी गया था. अब चाइनीज लहसुन का मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंच गया है.

हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में चाइनीज लहसुन के खिलाफ जनहित याचिका डाली गई है. गुरुवार को अधिवक्ता कोर्ट रूम में जज के सामने देसी और चाइनीज लहसुन लेकर पहुंचे. इस लहसुन से होने वाली बीमारियों और इस पर लगी रोक को लेकर हाई कोर्ट के अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने जनहित याचिका दायर की है.

कोर्ट में मंगवाया गया चीनी और देसी लहसुन

याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने चीनी लहसुन और देसी लहसुन को कोर्ट में मंगवाया. अधिवक्ता मोतीलाल यादव लहसुन लेकर कोर्ट पहुंचे. लहसुन को चेक किया गया. अब इसको लेकर शुक्रवार को यूपी के फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ को कोर्ट द्वारा तलब किया गया है. फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ कल कोर्ट में दोनों तरह के लहसुन की जांच करेंगे.

2014 में इस पर लगा दिया था बैन

इसके बाद कोर्ट को इनसे होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे. इस मामले में जानकारी देते हुए अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने बताया कि 2014 में चीनी लहसुन से होने वाली बीमारी और खतरों को देखते हुए इस पर बैन लगा दिया था. इस समय देश में यह लहसुन बेचा जा रहा है. इस संबंध में जनहित याचिका दायर की है. इस पर कोर्ट ने देसी और चाइनीज लहसुन को कोर्ट में मंगवाया था. जज ने अब कल संबंधित अधिकारियों को तलब किया है. अब वो इसकी जांच करेंगे.

मुनाफा कमाने के लिए तस्कर बेच रहे हैं ‘जहर’

इस महीने यूपी में कस्टम विभाग ने 16 टन चाइनीज लहसुन जब्त किया था. इसके बाद लहसुन को जांच के लिए लैब में भेजा गया था. सैंपलिंग फेल होने पर विभाग ने इसको नष्ट करवा दिया था. लहसुन में फंगस मिला था. देश में इन दिनों लहसुन काफी महंगा है. इसको देखते हुए ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए तस्कर चीन से लहसुन मंगा रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंचाया जा रहा है.

ऑनलाइन शॉपिंग में ठगी से बचने के लिए क्या न करें, जानें आम गलतियों से बचने के तरीके

ज्यादातर लोग ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद करते हैं इससे समय और पैसों दोनों की बचत हो जाती है. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर आने वाली सेल काफी बेनिफिट देकर जाती हैं. लेकिन कई बार ये सेल भारी नुकसान भी करा देती हैं. कई लोग ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान ठगी का शिकार हो जाते हैं. इस कई तरह के फ्रॉड और अलग-अलग तरीकें शामिल हैं, जिन्हें स्कैमर आजमाता है और आप से पैसों की ठगी करता है. इस सब से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

डिलीवरी के दौरान फ्रॉड से बचें

ये गलती कई बार आप भी करते हैं, जब आप शॉपिंग करते हैं तो जो प्रोडक्ट आपको पसंद आया उसे सलेक्ट कर के डायरेक्ट पेमेंट के ऑप्शन पर चले जाते हैं और ऑर्डर कर देते हैं. इसमें आप कुछ ऐसी चीजें करना भूल जाते हैं जो जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए था. इसमें सबसे पहला ऑप्शन ओपन बॉक्स डिलीवरी है जिसे आपको हमेशा याद से इनेबल करना चाहिए.

ओपन बॉक्स डिलीवरी में जब भी आपका प्रोडक्ट डिलीवर होगा तो आप उसी के सामने ऑनबॉक्सिंग वीडियो बनाते है. इससे अगर सामान डैमेज होता है तो वापिस करने में आसानी होती है.

जब तक आप सेटिस्फाई नहीं होते हैं तब तक डिलीवरी पर्सन वहां से नहीं जाता है. इसके अलावा रिटर्न पॉलिसी को ध्यान से पढ़ें और उस ऑप्शन पर भी क्लिक करें.

मीशो पर रिटर्न ऑप्शन के साथ कुछ पैसे ज्यादा देने होते हैं, अगर किसी भी प्लेटफॉर्म पर ये फीस लगती भी है तो देने में बुराई नहीं क्योंकि भारी नुकसान उठाने से बेहतर है कि आप कुछ पैसे पहले ही ज्यादा दे दें. इससे आपको प्रोडक्ट खराब निकलने पर रिटर्न करने का मौका मिलता है, ध्यान दें कि रिटर्न ऑप्शन के लिए फीस सब प्लेटफॉर्म पर नहीं लगती है.

फोन खरीदते टाइम रखें ध्यान

ज्यादातर लोग अमेजन-फ्लिपकार्ट की सेल का इंतजार स्मार्टफोन खरीदने के लिए करते हैं. सेल में कई प्रीमियम स्मार्टफोन लगभग आधी कीमत में मिल जाते हैं. ऐसे में कई बार जल्दबाजी में नुकसान हो जाता है. हमेशा फोन या कोई भी डिवाइस खरीदते टाइम उनके रिव्यू वीडियो और कंपेरजन वाली वीडियो जरूर देखें. फोन के स्पेसिफिकेशन रैम, स्टोरेज, कैमरा क्वालिटी, प्रोसेसर, बैटरी और कैमरा जैसे फीचर चेक करें. अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर डिस्काउंट और ऑफर्स कंपेयर करें, जहां ज्यादा बेनिफिट मिल रहा हो वहां से खरीदें. फोन की अनबॉक्सिंग करते टाइम उसका वीडियो जरूर बनाए.

डॉ. मनमोहन सिंह का 92वां जन्मदिन पर पीएम मोदी ने फोन कर दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को उनके जन्मदिन पर बधाई देने के लिए फोन किया. उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह का हालचाल पूछा. उनकी सेहत के बारे में जाना. इससे पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ए्क्स पर उनको जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं.

पीएम मोदी ने लिखा- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को जन्मदिन की बधाई. मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन मिले.

मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ

8 फरवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में डॉ. मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ की थी. पूर्व प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 के खिलाफ वोट देने के लिए व्हीलचेयर पर संसद आए थे. तब पीएम मोदी ने कहा था कि वो किस दल को मजबूती देने आए हैं, ये मायने नहीं रखता बल्कि व्हीलचेयर पर उनका संसद आना और मतदान में हिस्सा लेना लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है.

देश की इकोनोमी में योगदान

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 में हुआ था. लिहाजा आज मनमोहन सिंह 92 साल के हो गए. पीएम मोदी के साथ ही अनेक राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनको बधाई और शुभकामनाएं दी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ-साथ कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उनको बधाई दी.

उन्होंने कहा देश के विकास में मनमोहन सिंह जी का बड़ा योगदान है. हमारे देश के भविष्य को आकार देने में आपकी विनम्रता, बुद्धिमत्ता और नि:स्वार्थ सेवा मुझे और लाखों भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी.

आर्थिक सुधारों के वास्तुकार

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 2004 और 2014 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए वन और यूपीए टू के शासन के दौरान देश के प्रधानमंत्री थे. वह 1991-96 के दौरान पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री थे. उन्होंने वित्त मंत्री रहते देश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए एक युगांतकारी प्रयास किया था. उनको देश के आर्थिक सुधारों का वास्तुकार कहा जाता है. राजनीति में आने से पहले मनमोहन सिंह 1985 से 1987 तक योजना आयोग के प्रमुख थे. उससे पहले 1982 से 1985 तक आरबीआई के गवर्नर भी रहे. उनको बैंकिंग सेक्टर में भी सुधार का श्रेय दिया जाता है.

यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों को झटका: टोल टैक्स में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी, जानें क्या होंगी नई दरें

यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों को अब पहले से ज्यादा टोल टैक्स देना होगा. टोल टैक्स में 4 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. ये फैसला यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की गुरुवार को 82वीं बैठक में लिया गया है. सूत्रों का कहना है कि नई दरें 1 अक्टूबर से लागू होंगी. यमुना एक्सप्रेसवे को ताज एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है. ढाई साल बाद टोल प्लाजा की दरें बढ़ाई गई हैं.

2022 और 2023 की दरों में 4 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. इससे पहले 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी. नियम के अनुसार, हर साल दरें बढ़ाई जाती हैं. अब बढ़ाई गई दरें शासन के अनुमोदन के बाद लागू कर दी जाएंगी. इस एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का किसानों को 64 प्रतिशत का मुआवजा नहीं दिया जा सका था.

प्रति किलोमीटर की दर से टोल टैक्स

दोपहिया और तीन पहिया वाहन: अब 1 रुपये 50 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल चुकाना होगा. इन वाहनों से अभी तक 1 रुपया 25 पैसे की दर से टोल लिया जा रहा था.

कार और जीप जैसे हल्के चार पहिया यात्री वाहन: टोल दरें 2 रुपये 50 पैसे प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर 2 रुपये 95 पैसे प्रति किलोमीटर कर दी गई हैं.

हल्के कमर्शियल वाहन: अब 4 रुपये 60 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जाएगा. पहले यह दर 4 रुपये 15 पैसे प्रति किलोमीटर थी.

बस और ट्रक: अब 9 रुपये 35 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूला जाएगा. पहले 8 रुपये 45 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जा रहा था.

निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होने वाले भारी वाहन और मल्टी-एक्सल वाहन: इन वाहनों पर टोल दर बढ़ाकर 14 रुपये 25 पैसे प्रति किलोमीटर कर दी गई है. पहले 12 रुपये 90 पैसे प्रति किलोमीटर था.

बड़े आकार वाले वाहन (7 या उससे अधिक एक्सल वाले): 18 रुपये 35 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूला जाएगा. पहले इनसे 16 रुपये 60 की दर से टोल वसूला जाता था.

किसानों को मिलेगा बचा हुआ मुआवजा

अब बढ़ाई गई दरों से मिलने वाली रकम से किसानों को उनका बचा हुआ मुआवजा भी दिया जाएगा. ये जानकारी यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने दी है. किसानों के बकाया पैसे का मुद्दा लंबे समय से चला आ रहा है. इसको लेकर विवाद भी रहा है. बैठक में यमुना सिटी का विकास कैसे हो इस पर भी चर्चा हुई. यमुना सिटी को आधुनिक, स्मार्ट और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की योजना है. इस परियोजना में सरकार विकास के साथ ही रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने पर काम कर रही है.