बिहार में सड़कों का विकास: सीएम नीतीश कुमार ने की एक्सप्रेस-वे/हाईवे परियोजनाओं की समीक्षा
बिहार में सडकें और बेहतर होंगी. सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को बिहार में प्रस्तावित एवं निर्माणाधीन चार एक्सप्रेस-वे/हाईवे से संबंधित मामलों की उच्चस्तरीय समीक्षा की. सीएम नीतीश कुमार ने यह उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में की. इस बैठक में बिहार राज्य में प्रस्तावित एवं निर्माणाधीन चार एक्सप्रेस-वे/हाईवे गोरखपुर-सिलीगुड़ी, रक्सौल-हल्दिया, पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड और आमस-दरभंगा पथ से बोधगया/राजगीर की संपर्कता से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा की गई.
समीक्षा के क्रम में मुख्य सचिव द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कु्मार को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी गई कि इन चार प्रमुख परियोजनाओं के तहत 1,575 किमी एक्सप्रेस-वे पथ के निर्माण पर 84 हजार 734 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसमें बिहार में पथों की लंबाई 1,063 किमी होगी और इस पर 59 हजार 173 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने वर्तमान में राज्य के किसी भी कोने से पांच घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लिए पथों का नेटवर्क विकसित किया है. अब आगामी पांच वर्षों में राज्य के किसी भी कोने से चार घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य की कार्य योजना प्रस्तावित है. इसके अन्तर्गत राज्य में नए एक्सप्रेस-वे/हाईवे के निर्माण के लिए आगे की कार्यवाही की जा रही है.
600 किमी लंबा गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे, राज्य के आठ जिलों पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज से होकर गुजरेगा, जिसकी कुल लंबाई 600 किमी होगी. इसमें बिहार राज्य में 415 किमी लंबा पथांश शामिल होगा. इसके लिए 100 मीटर चौड़ाई में भू-अर्जन किया जाना है. रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे रक्सौल अवस्थित अंतर्राष्ट्रीय चेक पोस्ट से निकटतम बंदरगाह, हल्दिया से त्वरित सम्पर्कता प्रदान करने के दृष्टिकोण से इस परियोजना का निर्माण किया जा रहा है.
इसकी कुल लंबाई 702 किमी है, जिसमें बिहार में 367 किमी का हिस्सा पड़ेगा. यह राज्य के पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई व बांका जिलों से होकर गुजरेगा. इसके लिए सौ मीटर चौडाई में भू-अर्जन किया जाना है.
इसी प्रकार पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे, पटना रिंग रोड में प्रस्तावित दिघवारा ब्रिज से शुरू होगा और पूर्णिया तक बनाया जाएगा. इसकी कुल लंबाई 250 किलोमीटर होगी. यह सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जिलों से होकर गुजरेगा. इसके लिए भी सौ मीटर चौडाई में भू-अर्जन किया जाना है. इसके अलावा आमस-दरभंगा एक्सप्रेस वे पथ से बोधगया/राजगीर की संपर्कता के लिए चार लेन स्पर का निर्माण किया जाना है. इसके लिए 45 मीटर चौडाई में भू-अर्जन किया जाना है.
एक्सप्रेस-वे के निर्माण से आवागमन की सुविधा
समीक्षा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इन एक्सप्रेस-वे के निर्माण से राज्य में आवागमन को और गति मिलेगी. लोगों को एक जगह से दूसरे जगह पर आने-जाने में समय की बचत होगी. वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद से आवागमन को बेहतर करने के लिए सडकों व पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया. राज्य के किसी कोने से राजधानी पांच घंटे में पहुंचने के लिए पथों का नेटवर्क विकसित किया गया. उन्होंने कहा कि इन प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे के लिए भू-अर्जन का काम ठीक ढंग से समय से सुनिश्चित कराएं और इस कार्य में लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
Sep 20 2024, 18:39