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बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, कहा-बिना इजाजत न हो कार्रवाई
#supreme_court_orders_to_stop_bulldozer_action
सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी है।कोर्ट ने अगली सुनवाई तक ये रोक लगाई है।कोर्ट ने राज्यों को निर्देश दिया है कि अगली सुनवाई की तारीख 1 अक्तूबर तक न्यायालय की अनुमति के बिना भारत में कहीं भी संपत्ति को ध्वस्त नहीं किया जाएगा। हालांकि, कोर्ट ने यह साफ किया है कि यह आदेश सार्वजनिक सड़कों, फुटपाथों आदि पर किसी भी अनधिकृत निर्माण पर लागू नहीं होगा।

कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन के महिमामंडन पर सवाल खड़ा किया। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राज्यों को निर्देश देते हुए कहा कि बुलडोजर जस्टिस का महिमामंडन बंद होना चाहिए। कानूनी प्रक्रिया के तहत ही अतिक्रमण हटाएं। कोर्ट ने कहा कि यह रूकना चाहिए। अदालत ने अगले आदेश तक देश में कहीं भी मनमाने ढंग से बुलडोजर की कार्रवाई पर रोक लगाई। कोर्ट इस संबंध में दिशा निर्देश जारी करेगा। अगली सुनवाई 1 अक्टूबर को होगी।

उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में बुलडोजर की कार्रवाई के खिलाफ दाखिल जमीयत उलेमा ए हिंद की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में ये निर्देश दिया गया है। जस्टिस बी आर गवई और जस्टिस के वी विश्वनाथन की बेंच ने ये निर्देश दिया है।

अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के एक अन्य पीठ ने कहा था कि आपराधिक मामले में आरोपी होने के आधार पर किसी के मकान पर बुलडोजर नहीं चलाया जा सकता है। जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा था कि आरोपी ही नहीं, आपराधिक मामले में दोषी ठहराने के बाद भी बुलडोजर से मकान को नहीं गिराया जा सकता है।
आतिशी को ही क्यों चुना गया दिल्ली का सीएम? रेस के अन्य चेहरों को पछाड़ बनीं केजरीवाल की उत्तराधिकारी?

#why_was_atishi_chosen_for_the_post_of_chief_minister_of_delhi 

दिल्ली की सियासत में बड़ा बदलाव हुआ है। आम आदमी पार्टी विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लग गई है। अब दिल्ली की नई सीएम आतिशी होंगी।अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी में सीएम पद के कई दावेदार थे, लेकिन आतिशी ने सबको पीछे छोड़ सीएम की कुर्सी पा ली है।आतिशी के मुख्यमंत्री नामित होने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि आखिर उन्हें ही क्यों सीएम नियुक्त किया गया?

आतिशी मारलेना अरविंद केजरीवाल की बहुत विश्वसनीय सहयोगी मानी जाती हैं। वे दिल्ली सरकार में इस समय भी वित्त मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय सहित छह प्रमुख मंत्रालय संभाल रही हैं। आतिशी का प्रशासनिक अनुभव, मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि, दिल्ली सरकार की योजनाओं को आकार देने में अहम भूमिका और एक महिला होने के कारण उनका नाम अन्य सभी दावेदारों पर भारी पड़ा। 

जब से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा देने का एलान किया था, तभी से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि आतिशी को अरविंद केजरीवाल अपना राजनैतिक उत्तराधिकारी बना सकते हैं। इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद आतिशी ने ही सरकार की प्रमुख जिम्मेदारियों की कमान संभाली थी। 

आतिशी को केजरीवाल का सबसे करीबी और ईमानदार होने का इनाम मिला। वे केजरीवाल कैबिनेट में सिसोदिया के बाद सबसे भरोसेमंद मंत्रियों में से एक हैं। इसके अलावा उनकी तेज तर्रार छवि और मीडिया को अच्छे से हैंडल करने की खूबी के कारण वे अन्य दावेदारों को पछाड़ते हुए सीएम की कुर्सी तक पहुंचीं।

आतिशी की गिनती आम आदमी पार्टी के सबसे पढ़े-लिखे नेताओं में होती है। वह राजनीति में आने से पहले टीचर थीं और उन्होंने ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई की है। अरविंद केजरीवाल जब जेल में थे, तब आतिशी काफी मुखर होकर सामने आई थीं और मीडिया के सामने भी पार्टी का स्टैंड वह बड़ी मजबूती के साथ रखती थीं। भाजपा के राजनीतिक हमलों का जवाब देने में भी उनकी भूमिका सबसे आगे रहती है। 

सबसे बड़ी और अहम बात, बिहार में जीतन राम मांझी और झारखंड में चंपई सोरेन के अनुभव को देखते हुए आम आदमी पार्टी किसी ऐसे चेहरे को ही कमान सौंपना चाहती होगी जो बाद में बगावत न करे और अरविंद केजरीवाल की सत्ता को चुनौती ना दे। जिस तरह से अतिशी मारलेना की अरविंद केजरीवाल से वैचारिक साम्यता रही है, उस देखते हुए पार्टी नेता मानते हैं कि वे केजरीवाल की एक मजबूत साथी साबित हो सकती हैं। उनके नेतृत्व में कभी पार्टी खंडित नहीं होगी, पार्टी को इस बात का भी भरोसा है।

मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिलने के बाद आतिशी का पहला बयान, बोलीं- दिल्ली का एक ही सीएम है, अरविंद केजरीवाल
#delhi_new_chief_minister_atishi

देश की राजधानी नई दिल्ली को एक नया मुख्यमंत्री मिल गया है। आम आदमी पार्टी की सरकार में शिक्षामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहीं आतिशी दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। मंगलवार को केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में आतिशी के नाम का प्रस्ताव केजरीवाल ने सभी विधायकों के सामने रखा। जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया। आप नेता आतिशी ने दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद अपनी पहली पीसी में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने मुझ पर भरोसा किया। जिम्मेदारी देने के लिए मेरे नेता और गुरु केजरीवाल का धन्यवाद। आज जितना सुख उतना ही ज्यादा मुझे दुख भी हो रहा है।

*आतिशी ने कहा- मुझे कोई बधाई न दे*
मैं अगले कुछ महीने तक चुनाव तक सीएम होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि हम केजरीवाल की वापसी के लिए प्रयास करें। जबतक इस जिम्मेदारी को निभाऊंगी मैं दिल्ली के लोगों की रक्षा करने की कोशिश करूंगी। मेरा सभी कार्यकर्ताओं से, विधायक साथियों से आग्रह करूंगी कि आप में से कोई बधाई नहीं दीजिए। मेरे लिए यह बहुत दुख की घड़ी है कि दिल्ली के चहेते सीएम को इस्तीफा देना पड़ेगा।

*केजरीवाल को झूठे मुकदमे में 6 महीने जेल भेजा- आतिशी*
प्रेस कॉन्फ्रेंन में आतिशी ने बीजेपी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, 2 साल तक अरविंद केजरीवाल को परेशान किया है। केजरीवाल की गिरफ्तारी गलत थी। आतिशी ने कहा कि केजरीवाल को झूठे मुकदमे में जेल भेजा गया।

*दिल्ली का एक ही सीएम है, उसका नाम अरविंद केजरीवाल-आतिशी*
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और वो केजरीवाल हैं। केजरीवाल के इस्तीफे से पूरी दिल्ली को लोगों को दुख है। दिल्ली वाले बीजेपी के षड्यंत्र से नाराज हैं।
आतिशी होंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, विधायक दल की बैठक में हुआ फैसले

#atishi_will_be_next_chief_minister_of_delhi 

दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री आतिशी होंगी। आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लग गई है। बैठक में सीएम केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा। केजरीवाल के प्रस्ताव को सर्व सहमति से स्वीकार कर लिया गया। वहीं आज शाम को अरविंद केजरीवाल एलजी से मिलकर पद से इस्तीफा देंगे।

आपको बता दें कि वर्तमान सीएम अरविंद केजरीवाल लंबे समय बाद जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर आए थे। इसके बाद केजरीवाल ने इस्तीा देने का ऐलान किया था। आज मंगलवार को हुई विधायक दल की बैठक में आतिशी का नए सीएम के रूप में चुनाव गया है। बैठक में अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा। सभी विधायकों ने खड़े होकर प्रस्ताव को स्वीकार किया।

आतिशी इसी हफ्ते मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकती हैं। आतिशी आम आदमी पार्टी की सीनियर नेताओं में शामिल हैं। उन्हें अरविंद केजरीवाल का करीबी माना जाता है। मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद आतिशी को शिक्षा मंत्रालय समेत कई बड़ी जिम्मेदारी दी गईं थी। वो दिल्ली के कालकाजी से विधायक हैं।

आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित इस पद पर काबिज हो चुकी हैं।

अमित शाह ने पेश किया मोदी सरकार 3.0 के 100 दिन का ब्यौरा, गरीब कल्याण से लेकर लखपति दीदी तक गिनाई उपलब्धियां

#on_the_first_100_days_of_the_third_term_of_pm_modi_government

नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक बुकलेट लॉन्च की और सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भारत को दुनिया में सम्मान दिलाया है। सरकार गरीबों के हित में लगातार काम कर रही है। पिछले 10 साल में देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई है। गृह मंत्री अमित शाह ने बताया है कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिनों में 15 लाख करोड़ की परियोजनाओं को लागू किया गया है।

100 दिन में 15 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट हुए शुरू

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, '60 साल के बाद पहली बार देश में राजनीतिक स्थिरता का माहौल आया है और नीतियों के सातत्य को भी हमने अनुभव किया है। नीतियों की दिशा, नीतियों की गति और नीतियों का क्रियान्वयन सटीकता से 10 साल तक बरकरार रखकर 11वें साल में प्रवेश करना बहुत कठिन है तीसरे कार्यकाल ने 100 दिन पूरे हो रहे हैं। इन 100 दिनों में लगभग 15 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शुरू किया गया है।'

मोदी 3.0 के 100 दिनों की उपलब्धियां

• इंफ्रा में 3 लाख करोड़ की लागत से कम शुरू हुआ है।

• 25 हजार करोड़ गांव को जोड़ने को प्रक्रिया शुरू हुई है, 100 परिवार वाले टोलों को भी जोड़ा जाएगा।

• बनारस, बिहटा समेत 5 नए हवाई पट्टी बनाने का काम शुरू हो रहा है।

• 12.33 करोड़ किसानों को 3 लाख करोड़ का सम्मान राशि दिया गया है।

• इथेनॉल प्रोसेसिंग को बढ़ावा दिया गया है।

• किसान सम्मान निधि की 21वीं किश्त जारी की, खरीद फसलों का MSP बढ़ाया गया है।

• यूपीए सरकार से कई गुना ज्यादा एमएसपी खरीद की है।

• ग्रामीण इलाकों में 2 करोड़ और शहरी इलाकों में 1 करोड़ घर बनाने का नया लक्ष्य तय हो रहा है।

• स्टार्ट अप पर एंजल टैक्स को खत्म किया गया है।

• 12 इंडस्ट्रियल जोन देश के विभिन्न क्षेत्रों में किया गया है।

• मुद्रा लोन को 10 लाख की जगह 20 लाख किया गया है।

• इंफ्रास्ट्रक्चर में 100 दिन में 3 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं घोषित, इस पर काम भी शुरू

• युवाओं के लिए 2 लाख करोड़ रुपये के पीएम पैकेज की घोषणा, पांच साल में चार करोड़ 10 लाख युवाओं को लाभ पहुंचेगा

किन योजनाओं पर काम कर रही सरकार?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आने वाले दिनों सरकार का एजेंडा क्या होगा इसके बारे में भी जानकारी दी है, उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में वक्फ संशोधन विधेयक को भी संसद में पारित किया जाएगा। आयुष्मान योजना के तहत 70 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को करीब 10 लाख का मेडिकल कवर मिलेगा. इसके अलावा 75000 मेडिकल की सीटें बढ़ाई जाएंगी जिससे देश में डाक्टरों की कमी पूरी होगा। शाह ने बताया कि अगले 5 साल में 5 हजार साइबर कमांडो तैयार कर देश में साइबर क्राइम पर लगाम लगाया जाएगा। साथ ही 1 जुलाई से तीन नए कानून जो लागू हुए हैं उससे क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को बहुत ज्यादा मजबूत बनाएंगे।

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने भारतीय मुसलमानो को लेकर ऐसा क्या कहा? भारत ने दिया करार जवाब

#iran_supreme_leader_ali_khamenei_minority_muslim_india_mea_tough_reply

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने भारतीय मुसलमानों को लेकर चिंता जताई है।अयातुल्लाह अली खामेनेई को भारतीय मुसलमान पीड़ित नजर आ रहा है।उन्होंने भारत पर मुस्लिम उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उसे म्यांमार और गाजा के साथ तुलना की। हालांकि, भारत की तरफ से करार जवाब मिला है।भारत ने ईरान को जवाब देते हुए कहा कि वो पहले अपना रिकॉर्ड देखें।

दरअसल, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोमवार को भारत पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया।इसके साथ ही ईरान के सुप्रीम लीडर ने दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने का आह्वान भी किया।खामेनेई ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "इस्लाम के दुश्मनों ने हमेशा हमें इस्लामी उम्माह के रूप में हमारी साझा पहचान के प्रति उदासीन बनाने की कोशिश की है। अगर हम #म्यांमार, #गाजा, #भारत या किसी अन्य स्थान पर एक मुसलमान को होने वाली पीड़ा से अनजान हैं, तो हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते।"

भारत सरकार ने देश में अल्पसंख्यकों के संबंध में ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अली ख़ामेनेई की तरफ से की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा की और बयान को “गलत जानकारी वाला और अस्वीकार्य” बताया। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने ख़ामेनेई के बयान को सिरे से खारिज किया और कहा कि भारत को लेकर उनकी समझ कम है। एमईए ने कहा, “हम ईरान के सर्वोच्च नेता द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के संबंध में की गई टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हैं। ये बिल्कुल गलत जानकारी है और कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है।”

मंत्रालय ने उन देशों से भी आग्रह किया जो अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार के बारे में टिप्पणी करते हैं और उनसे कहा कि दूसरों की आलोचना करने से पहले अपने रिकॉर्ड के बारे में विचार करना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने कहा, “अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को सलाह दी जाती है कि वे दूसरों के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देख लें।”

यह पहली बार नहीं है कि ईरान के सुप्रीम लीडर ने भारत में मुसलमानों को लेकर ऐसा बयान दिया। खामेनेई 2020 के दिल्ली दंगों पर भी बयान दे चुके हैं। उन्होंने दंगों को मुसलमानों का नरसंहार बताया था। उन्होंने दिल्ली दंगे पर ट्वीट किया था कि दुनिया भर के मुसलमान भारत में मुसलमानों के नरसंहार पर दुखी हैं। भारत सरकार को चरमपंथी हिंदुओं और उनकी पार्टियों का मुकाबला करना चाहिए और इस्लाम की दुनिया से भारत के अलगाव को रोकने के लिए मुसलमानों के नरसंहार को रोकना चाहिए। इसके बाद उन्होंने हैशटैग IndianMuslimslnDanger का इस्तेमाल किया था। 

ऐसी ही 2019 में J-K में अनुच्छेद 370 हटने पर खामेनेई ने चिंता जताई थी। तब उन्होंने कहा था कि हम कश्मीर में मुसलमानों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। हमारे भारत के साथ अच्छे संबंध हैं, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार कश्मीर के लोगों के प्रति उचित नीति अपनाएगी और इस क्षेत्र में मुसलमानों के उत्पीड़न को रोकेगी।

पीएम नरेंद्र मोदी आज मना रहे अपना 74वां जन्मदिन, शाह और योगी समेत इन नेताओं ने दी बधाई

#pm_modi_is_celebrating_his_74th_birthday

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। वे 74 साल के हो गए हैं। पीएम मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। उनके जन्मदिन के मौके पर भाजपा समेत राजनीतिक दलों के नेताओं और अन्य जानीमानी हस्तियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को बधाई दी और उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।

राष्ट्रपति ने दी शुभकामनाएं

राष्ट्रपति मुर्मू की ओर से माइक्रो ब्लॉगिंग साइट 'एक्स' पर लिखा गया, 'प्रधानमंत्री को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बल पर असाधारण नेतृत्व प्रदान किया है तथा देश की समृद्धि और प्रतिष्ठा में वृद्धि की है। मेरी कामना है कि आपके द्वारा राष्ट्र प्रथम की भावना से किए जा रहे अभिनव प्रयासों से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का मार्ग प्रशस्त हो। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि आप दीर्घायु हों तथा सदैव स्वस्थ और सानंद रहें।'

अमित शाह ने दी बधाई

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, "मोदी जी ने अपने दशकों लंबे सार्वजानिक जीवन में राष्ट्र के लिए त्याग व समर्पण के नए मानदंड स्थापित किये हैं। देश में लंबे समय के बाद राष्ट्रप्रथम के विचार को पुनर्स्थापित करने का काम मोदी जी ने किया। संगठन से लेकर सरकार के सर्वोच्च शिखर तक की उनकी यात्रा में जनकल्याण व समाज के हर आयु-वर्ग की चिंता सर्वोपरि रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के जरूरतमंदों को न सिर्फ सशक्त बनाया, बल्कि 'विकसित भारत' के निर्माण के संकल्प से पूरे देश को जोड़ने का काम किया। ऐसे दूरदर्शी राजनेता के मार्गदर्शन में देशहित के कार्यों में सहभागी बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।"

सीएम योगी आदित्यनाथ ने को दी शुभकामनाएं

वहीं उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पीएम मोदी को बधाई देते हुए लिखा, "नवनिर्माण के शिल्पकार बीते एक दशक में विश्व पटल पर ग्लोबल लीडर बनकर उभरे भारत के शिल्पी आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं। युद्धग्रस्त राष्ट्र भी समाधानकारी हस्तक्षेप पर जिन पर भरोसा करते हैं, वह मोदी ही हैं। रूस और यूक्रेन के मध्य तनावपूर्ण हालात हो या पश्चिम एशिया का संकट, हर वैश्विक तनाव के समाधान हेतु प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत केंद्र में है। 'मोदी है तो मुमकिन है' के भाव को आज न केवल देश मानता है, बल्कि महाशक्ति देशों को भी 'मोदी की गारंटी' पर विश्वास है।

खरगे समेत इन विपक्षी नेताओं ने दी शुभकामनाएं

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामनाएं दीं और उनकी दीर्घायु की कामना की। खरगे ने ‘एक्स’ पर लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं। उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना है।' समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने पोस्ट किया, 'प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।' वहीं, आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आपके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।'

आज इस्तीफा देंगे केजरीवाल, किसे मिलेगी दिल्ली सीएम की कुर्सी?

#delhi_cm_arvind_kejriwal_resignation

देश की राजधानी दिल्ली में राजनीति पारा हाई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के लेकर राजनीति सरगर्मी आज दिन भर बनी रहेगी। केजरीवाल आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की थी कि वो दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने शाम 4.30 बजे एलजी वीके सक्सेना से मिलने का वक्त मांगा है। उससे पहले सुबह 11 बजे विधायक दल की बैठक में नया सीएम चुना जाएगा। आप 12 बजे नए सीएम के नाम का ऐलान करेगी। विधायक दल की बैठक के बाद नए सीएम के नाम की घोषणा होगी।

आज सुबह 11 बजे विधायक दल की बैठक होगी। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने सभी विधायकों को बैठक की औपचारिक सूचना भेजी है। पंकज गुप्ता ने सभी विधायकों को बैठक में मौजूद रहने के निर्देश दिए।

सोमवार को हुईं कई बैठकें

इससे पहले सोमवार को कई बैठकें कीं। केजरीवाल ने पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था-राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) के सदस्यों से अपने आधिकारिक आवास पर ‘एक-एक करके’ बैठकें कीं और अगले मुख्यमंत्री को लेकर उनकी राय मांगी। उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी की पसंद के बारे में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा सहित वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। 

सीएम की रेस में ये नेता

मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों में मंत्री कैलाश गहलोत और सौरभ भारद्वाज का नाम भी शामिल है। सौरभ भारद्वाज दिल्ली मंत्रिमंडल के एक प्रमुख सदस्य हैं और उनके पास स्वास्थ्य और शहरी विकास सहित कई महत्वपूर्ण विभाग हैं। वह भी इस दौड़ में शामिल हैं। ऐसी भी अटकलें हैं कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आप किसी दलित या मुस्लिम विधायक को मुख्यमंत्री पद के लिए आगे ला सकती है। दिल्ली में 12 सीट आरक्षित हैं और लगभग आधा दर्जन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अल्पसंख्यक आबादी काफी अधिक है। मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों में आतिशी को भी एक प्रबल दावेदार माना जा रहा है। आतिशी के पास दिल्ली सरकार में शिक्षा, वित्त, लोक निर्माण विभाग, राजस्व और सेवाएं समेत अधिकतम संख्या में विभाग हैं। आतिशी को केजरीवाल का करीबी भी माना जाता है।

केजरीवाल ने किया था इस्तीफे का ऐलान

बता दें कि आबकारी नीति मामले में जमानत पर तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा था कि वह 48 घंटे के भीतर इस्तीफा दे देंगे और दिल्ली में जल्द चुनाव कराने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा था कि जब तक लोग उन्हें ‘‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’’ नहीं दे देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। केजरीवाल ने कहा था कि वह कुछ दिनों में आप विधायकों की बैठक करेंगे और पार्टी का कोई नेता मुख्यमंत्री बनेगा।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: इंजीनियर रशीद और जमात ने मिलाया हाथ, क्या हैं इसके सियासी मायने?
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जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले दौर का मतदान 18 सितंबर को होना है। इससे पहले इंजीनियर रशीद की अवामी इत्तिहाद पार्टी ने प्रतिबंधित संगठन जमात ए इस्लामी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन कर लिया है। अवामी इत्तिहाद पार्टी और जमात के इस गठबंधन को कश्मीर घाटी में होने वाले चुनाव के लिहाज से बहुत अहम माना जा रहा है।इस नए गठजोड़ से घाटी में चुनाव परिणामों में भारी उलटफेर की संभावना जताई जा रही है।

इंजीनियर रशीद के मुताबिक़ जमात के साथ गठबंधन का मक़सद कश्मीरियों की आवाज़ को बुलंद करना और कश्मीर की समस्या का समाधान ढूंढना है। उन्होंने कहा, "हम जमात के उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे और वो हमारे उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे, जबकि कुछ सीटों पर दोस्ताना मुक़ाबला भी होगा और दोनों के उम्मीदवार मौजूद होगें।"

दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग के मुताबिक एआईपी कुलगाम व पुलवामा जिले में जमात समर्थित उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, जबकि जमात पूरे कश्मीर में एआईपी प्रत्याशियों का समर्थन करेगा। उत्तरी कश्मीर के लंगेट तथा दक्षिण कश्मीर के देवसर व जैनापोरा में दोनों पार्टियों के बीच दोस्ताना लड़ाई होगी।

इस नए गठजोड़ से नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन तथा पीडीपी को घाटी में झटका लग सकता है।विश्लेषकों का भी मानना है कि इंजीनियर रशीद की पार्टी और जमात ए इस्लामी का गठबंधन दरअसल कांग्रेस, एनसी और पीडीपी के ख़िलाफ़ एक मोर्चा है, जो इनके वोट बैंक को तोड़ने की एक कोशिश हो सकती है। जमात का दक्षिण कश्मीर तो एआईपी का उत्तर कश्मीर में खासा प्रभाव है। कुलगाम व पुलवामा के कई इलाके जमात के गढ़ रहे हैं।
इस बार के विधानसभा चुनाव में नेकां, कांग्रेस और माकपा के बीच गठबंधन में हैं। गठबंधन के तहत विधानसभा की 90 सीटों में 51 पर नेकां व 32 पर कांग्रेस लड़ रही है। माकपा तथा पैंथर्स भीम के लिए एक-एक सीट छोड़ी गई है। कुछ सीटों पर नेकां-कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार हैं।

बता दें कि जमात पिछले तीन दशक से चुनावों का बहिष्कार करती रही है। जमात-ए-इस्लामी ने आख़िरी बार साल 1987 के विधानसभा चुनाव में हिस्सा लिया था। क़रीब 37 साल बाद यह पहला मौक़ा है जब जमात चुनाव में खड़े हुए उम्मीदवारों का समर्थन कर रही है।

वहीं, इंजीनियर राशिद हालिया लोकसभा चुनाव में उत्तरी कश्मीर में दो दिग्गज (पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपल्स कांफ्रेंस के मुखिया सज्जाद लोन) को हराकर सुर्खियों में बने हुए हैं।
कॉलेज के हॉस्टल में ‘बीफ’ पकाने पर हंगामा, 7 छात्रों को किया गया रेस्टिकेट
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ओडिशा के बहरामपुर के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में कथित तौर पर ‘बीफ’ पकाने वाले 7 छात्र निष्कासित कर दिए गए। उनकी शिकायत छात्रों के एक दूसरे समूह ने कॉलेज प्रशासन को दी। मामले में विश्व हिन्दू परिष और बजरंग दल ने भी प्रदर्शन किया। इसके बाद कॉलेज ने यह एक्शन लिया। वहीं, घटना के बाद तनाव बढ़ गया और कॉलेज कैंपस के अंदर पुलिस को तैनात करना पड़ा है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टूडेंट कल्याण के डीन ने गुरुवार को एक नोटिफिकेशन के जरिए से ऐलान किया कि छात्रों को 'प्रतिबंधित गतिविधियों' में शामिल होने की वजह से निष्कासित किया गया है, जो 'हॉल ऑफ रेजिडेंस के कोड ऑफ कंडक्ट' का उल्लंघन है।

मामला ओडिशा के पराला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज का है। आरोप है कि 11 सितंबर 2024 की रात फाल्गुनी एचओआर रे अपने हॉस्टल के कमरा नंबर बी-23 में सात छात्रों ने बीफ पकाया था। अगले दिन 12 सितंबर की इसकी सूचना कॉलेज अथॉरिटी को दी गई।मामले की जांच हुई तो जानकारी सही पाई गई।

वहीं दूसरी तरफ, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने छात्रावास में बीफ पकाने वाले छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। स्थिति के मद्देनजर कॉलेज परिसर और हॉस्टल के पास पुलिस कर्मियों की एक टीम तैनात की गई है। फिलहाल सभी सातों छात्रों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया गया है और उनके पेरेंट्स को मामले की पूरी जानकारी दे दी गई है।