स्नान का बहाना बनाकर प्रेमी के साथ भागी लड़की:3 दिन बाद लौटी गांव
बेगूसराय के बछवाड़ा थाना क्षेत्र के चमथा दियारा निवासी जिस लड़की को गांव वाले 3 दिन से गंगा नदी में खोज रहे थे। वह गंगा में डूबी ही नहीं थी, बल्कि अपने प्रेमी के साथ चली गई थी।
अब वो वापस घर आ गई है। विवाहिता के वापस आने की जानकारी जैसे ही गांव वालों को मिली, सभी एकजुट हो गए। स्थानीय स्तर पर पंचायती कर लड़की और लड़का से भविष्य में ऐसा नहीं करने का बॉन्ड करवाया गया है। इसके बाद दोनों अपने-अपने घर चले गए हैं।
बताया जा रहा है कि चमथा पंचायत 3 के चमथा नंबर गांव निवासी उक्त लड़की रविवार को अपने घर से चमथा घाट स्नान करने के लिए जाने की बात कह कर निकली थी। लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटी। इसके बाद परिजन जब खोजते हुए गंगा किनारे पहुंचे तो वहां एक दुपट्टा और चप्पल रखा हुआ था। यह देखकर डूबने की आशंका जताई गई।
इसके बाद सोमवार और मंगलवार को SDRF टीम के अलावा स्थानीय लोगों ने गंगा नदी में काफी खोजबीन किया। लेकिन शाम तक उसका कुछ भी पता नहीं चला। इसके बाद गांव में विभिन्न तरह की चर्चा चल रही थी, लेकिन रात में वह अचानक घर आ गई। घर आते ही मां-बाप तुरंत उसे लेकर बछवाड़ा थाना चले गए और पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन परिजनों द्वारा कोई आवेदन नहीं दिया गया था।
जिसके कारण बुधवार को थानाध्यक्ष ने परिजनों और लड़की को समझा-बुझाकर घर भेज दिया। इसके बाद गांव के चौपाल पर 200 से भी अधिक लोग जुट गए। समाज का माहौल खराब नहीं हो इस पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके बाद पंचों की उपस्थिति में भविष्य में ऐसा नहीं करने की शर्त पर दोनों को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
इस संबंध में ना लड़की के परिजन और ना ही लड़का के परिजन स्पष्ट रूप से कुछ बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त लड़की ने इसी साल चमथा से इंटर पास किया। इसी दौरान उसका संपर्क विशनपुर गांव के एक नाबालिग से हो गया। इसका ननिहाल लड़की के घर के बगल में ही था। दोनों में बातचीत होने लगी और दोनों स्कूल की किताब के बदले प्यार की किताब पढ़ने लगे।रविवार को दोनों ने घर से भागने का प्लान बना लिया।
लड़की गंगा स्नान स्नान करने की बात कह कर घर से निकली। अपने प्रेमी के साथ उसके मौसी के यहां समस्तीपुर के चपरा गांव पहुंच गई। जहां रविवार से ही दोनों रह रहे थे। इसी दौरान लड़की को गंगा में ढुंढने की जानकारी मिली। इधर, लड़की के परिजन लगातार गंगा में डूबने की बात कह रहे थे। उन लोगों का यह भी कहना था कि गांव के ही चारों लड़कों के कारण मेरी लड़की के साथ हादसा हुआ है।
वह चारों लड़के भी लड़की को तलाश कर रहे थे। जानकारी मिलने के बाद वे लोग प्रेमी के मौसी के घर पहुंचे। दोनों को वहां से लाया। इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पिछले सप्ताह गांव के कुछ लड़कों ने दोनों को वाजितपुर बाजार में देख लिया था। उसके बाद दोनों ने भागने का प्लान बनाया। यह लोग गांव का वातावरण खराब कर रहे हैं, इन लोगों के कारण गांव के अन्य बच्चों पर भी असर पड़ेगा।
जब लड़की अपने मन से भाग गई थी तो उसके बाप ने आखिर गंगा नदी में खोजने का नाटक क्यों किया। अगर उसका दुपट्टा और चप्पल मिला था तो उसे गंगा किनारे से हटा क्यों दिया। पुलिस को आवेदन क्यों नहीं दिया, इन सभी मामलों को लेकर लड़की के पिता भी दोषी हैं। लड़की के पिता को जब ग्रामीणों ने पंचायत में बुलाया तो उसने दबाव दिए जाने पर आत्महत्या की बात करने लगा। करीब 5 घंटे तक ग्रामीणों की हुई बैठक के बाद दोनों पक्ष से बॉन्ड भराव कर छोड़ दिया गया है।
इस समय लड़की के पिता का कहना है कि मेरी बेटी गंगा स्नान करने की बात कह कर रविवार को घर से निकली थी। काफी देर बाद नहीं लौटने पर हम खोजबीन करने गए, तो गंगा किनारे दुपट्टा और चप्पल मिल गया। इसकी सूचना हमने मौखिक रूप से थाना की पुलिस को दिया था। उसके बाद गोताखोर और गांव के लोगों ने नदी में खोजबीन किया। बीते रात मेरी बेटी वापस आ गई है, हमें उसके प्रेम संबंध की कोई जानकारी नहीं है। 2 महीन पहले लड़की की शादी साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र में की थी। अब हम इसे अपने घर में नहीं रखेंगे। लड़के वालों को बुलाकर ससुराल भेज देंगे।
वहीं, बछवाड़ा थानाध्यक्ष विवेक भारती का कहना है कि गंगा में डूबने की सूचना पर हमलोगों ने 2 दिन SDRF से खोजबीन करवाई। लेकिन कुछ पता नहीं चला। रात में परिजनों द्वारा लड़की को थाना पर लाया गया था, लेकिन कोई आवेदन नहीं दिया गया। थाना पर बैठाकर लड़की और उसके माता-पिता को समझाया बुझाया गया। इसके बाद लड़की को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार पता चला है कि लड़की भागने से पहले घर में एक चिट्ठी लिख कर गई थी। जिसमें गांव के ही कुछ लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया गया था। चिट्ठी के अनुसार आरोप उन्हीं लोगों पर लगाया गया था, जिन्होंने कुछ दिन पहले लड़की को अपने प्रेमी के साथ बाजार में देखा था।
बाजार में देखने पर ग्रामीणों द्वारा उक्त लड़का और लड़की को फटकार लगाई थी। जब इन लोगों को लगा की अगर लड़की नहीं मिली तो लड़की के पिता चिट्ठी के आधार पर हम लोगों को फंसा देगा। उसके बाद इन सभी ने मिलकर लड़की के प्रेमी पर दबाव बनाया तो प्रेमी ने सब कुछ बता दिया। लड़की को प्रेमी के मौसी के घर से ग्रामीणों द्वारा बरामद किया गया।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Sep 14 2024, 19:36