/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png StreetBuzz चंडीगढ़ में हैंड ग्रेनेड हमला: सेक्टर-10 में कोठी के बाहर फेंका गया ग्रेनेड, पुलिस जांच में जुटी veer
चंडीगढ़ में हैंड ग्रेनेड हमला: सेक्टर-10 में कोठी के बाहर फेंका गया ग्रेनेड, पुलिस जांच में जुटी

चंडीगढ़ के पॉश इलाके सेक्टर-10 में एक कोठी में हैंड ग्रेनेड फेंके जाने का मामला सामने आया. ये हैंड ग्रेनेड सेक्टर-10 में स्थित मकान नंबर- 575 में फेंका गया. बताया जा रहा है

कि ऑटो में सवार होकर आए तीन अज्ञात युवक कोठी के बाहर उतरे, फिर इन्होंने बाहर से ही कोठी के अंदर हैंड ग्रेनेड फेंक दिया. नीचे गिरते ही ग्रेनेड ब्लास्ट कर गया और कोठी की खिड़कियों के शीशे टूटे गए.

यही नहीं जमीन पर रखे गमले भी फूट गए और सात से आठ इंच का गड्ढा हो गया. हैंड ग्रेनेड फेंके जाने की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की

राजस्थान सरकार का निवेश अभियान: जापान और कोरिया दौरे पर CM और डिप्टी CM

राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए अपने अभियान में लगातार जुटी हुई है. निवेश के लिए राइजिंग राजस्थान नाम के मेगा इवेंट के लिए सरकार अभी से तैयारी में लग गई है. निवेश को आकर्षित करने के लिए खुद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान सरकार में तालमेल भी नहीं दिख रहा है. इस अहम विदेश दौरे में उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की गैरमौजूदगी सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है.

भजन लाल शर्मा सरकार जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन कर रही है. लेकिन इससे पहले ही राज्य सरकार और उनके मंत्रियों के बीच तालमेल की खासी कमी नजर आ रही है. तालमेल में ये कमी काफी समय से देखने को मिल रही है. इसको लेकर विपक्ष भी बीजेपी सरकार को लगातार घेर भी रहा है.

पहले जापान फिर कोरिया जाएंगे CM

राजस्थान में होने वाले राइजिंग राजस्थान के तहत निवेश के लिए देश- विदेश के तमाम उद्यमियों को बीजेपी सरकार न्योता दे रही है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं. मगर मुख्यमंत्री के विदेश दौरे को लेकर अब सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं. सीएम भजनलाल खुद जापान और दक्षिण कोरिया में रोड शो करेंगे. वह पहले जापान फिर दक्षिण कोरिया जाएंगे.

मुख्यमंत्री के विदेश दौरे के दौरान चर्चा की सबसे बड़ी वजह प्रदेश के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का साथ न जाना है. राजनीतिक गलियारों में इस बात की जोरों से चर्चा है कि राइजिंग राजस्थान से संबंधित इस दौर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बेरवा के साथ राजस्थान के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ क्यों नहीं गए. मंत्री और कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर से जब इस बारे में TV9 भारतवर्ष ने सवाल किया तो उन्होंने हंसते हुए बड़ा अजीब बयान दिया.

मैं यहां PC करने के लिएः मंत्री राठौड़

राठौड़ ने कहा, “राजस्थान में ज्यादा से ज्यादा निवेशक आएं, इसके लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों विदेश दौरे कर रहे हैं. सबको अलग- अलग जिम्मेदारी दी गई है. राजस्थान में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए भी कोई होना चाहिए.” उन्होंने कहा, “मैं यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान की जनता को जानकारी दे रहा हूं. ये हमारा टीम वर्क है. हम सब एकजुट होकर काम कर रहे हैं. हमारी स्ट्रेटजी ही यही है कि राजस्थान में ज्यादा से ज्यादा निवेश करने उद्यमी आएं.”

हालांकि अब सवाल ये उठता है कि राइजिंग राजस्थान जैसे अहम इन्वेस्टमेंट समिट के दौरों में राजस्थान के उद्योग मंत्री ही गायब हैं जो बिल्कुल साफतौर पर सरकार और मंत्रियों के बीच तालमेल की कमी दिखाता है.

बिहार के सासाराम में छात्रा से गैंगरेप, कोचस थाना में तीन युवकों पर केस दर्ज

बिहार के सासाराम के कोचस थाना क्षेत्र में एक छात्रा के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. छात्रा दसवीं क्लास में पढ़ती है. कोचिंग जाने के दौरान तीन बाइक सवार युवकों ने छात्रा को बंदूक का डर दिखाकर अपने कब्जे में कर लिया. छात्रा से अपने साथ चलने को कहां, युवकों ने कहा कि अगर मेरे साथ नहीं जाओगी तो तुम्हारे छोटे भाई को मार दूंगा. युवकों ने दो दिन तक छात्रा को अपनी मौसी के घर पर रखकर रेप किया और बाद में गोरारी बाजार में ले जाकर छोड़ दिया. वहीं मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दोषियों की तलाश कर रही है.

सासाराम अनुमंडल क्षेत्र के कोचस थाना क्षेत्र के एक गांव में एक दसवीं की छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. वहीं आरोपी फरार बताए जा रहे हैं इस संबंध में दुष्कर्मी सहित तीन लोगों पर कोचस थाना में केस दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक कोचस थाना क्षेत्र के एक गांव से कोचस बाजार में ट्यूशन पढ़ने पहुंची एक दसवीं कक्षा की छात्रा को बाइक सवार तीन युवकों ने हथियार का भय दिखाकर अपने कब्जे में ले लिया. युवकों ने कहा कि मेरे साथ चलो, नहीं तो तुम्हारे छोटे भाई की हत्या कर देंगे.

परिजनों ने पुलिस को दी जानकारी

आरोपी युवक बाइक से लड़की को अपनी मौसी के घर ले जाकर दो दिनों तक रखा. उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया और उसके बाद लड़की को छोड़ दिया. वहीं लड़की के घर न पहुंचने पर मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस के सहयोग से जब लड़की की खोज शुरू हुई तो आरोपियों को इसकी जानकारी मिली. वहीं जानकारी मिलने के बाद आरोपियों ने छात्रा को लाकर दूसरी जगह छोड़ दिया

पीड़ित लड़की को छोड़कर भाग गए आरोपी

मौसी के परिवार के लोगों ने लड़की को गोरारी बाजार छोड़ कर भाग गए. परिजनों के साथ पीड़ित लड़की कोचस थाना पहुंची तथा भोजपुर जिला के हसन बाजार थाना क्षेत्र के माझियाओं गांव के रहने वाले प्रकाश कुमार पर केस दर्ज कराया. कोचस के अगरसी डिहरा के रहने वाले अनिल कुमार एवं दिनारा थाना क्षेत्र के उसराव के बिट्टू कुमार पर भी केस दर्ज किया गया है.

पुलिस ने लड़की का मेडिकल चेकअप कराया है. इस मामले में रोहतास पुलिस ने कहा की आरोपियों की लगातार छानबीन की जा रही है. दोषियों को पकड़ने के लिए विभिन्न इलाकों में लगातार छापेमारी की जा रही है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.

दिल्ली-एनसीआर में बारिश का कहर: सड़कों पर भरा पानी , यातायात प्रभावित,मौसम विभाग ने जारी किया तीन दिन का यलो अलर्ट

दिल्ली-एनसीआर में सुबह से बारिश देखने को मिली. बारिश के कारण कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया. वहीं दिल्ली-एनसीआर में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने तीन दिन का यलो अलर्ट जारी किया है. बारिश और जलभराव के कारण कई इलाकों में यातायात प्रभावित हुआ. अक्षरधाम से सराय काले खां मार्ग पर जाम के कारण गाड़ियों की लंबी लाइन देखी गई. बारिश की वजह से लोग कई घंटों तक जाम में फंसे रहे.

दिल्ली-एनसीआर में बीते दिन दोपहर के बाद मौसम ने करवट बदली. बादल छाने और तेज नमी युक्त हवा चलने से मौसम सुहाना हो गया. बादल छाने और तेज हवा चलने से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली. वहीं बारिश रुकने के बाद लोग जल्दबाजी में निकलने का प्रयास करने लगे जिससे कई जगहों पर भयंकर जाम की स्थिति बन गई

दिल्ली के अलग इलाकों में बारिश के बाद लोगों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा. आईटीओ, डीएनडी, आश्रम और रिंग रोड पर भी लोगों को जाम की भारी समस्या का सामना करना पड़. इन इलाकों में लोग घंटे जाम में फंसे रहे. वहीं मंगलवार सुबह से ही आसमान में छाए रहे. वहीं दोपहर में कभी धूप कभी बादल आने से उमस बढ़ गई. जिसके बाद शाम को कई इलाकों हुई बारिश से लोगों को राहत मिली.

तीन दिन तक छाए रहेंगे बादल

दिल्ली समेत एनसीआर के कई इलाकों में बुधवार सुबह से बारिश हुई. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में एक से दो दिन तक बादल छाए रहेंगे और मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना बनी रहेगी. बता दें कि दिल्ली एनसीआर में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने तीन दिन का यलो अलर्ट जारी किया है.

राजस्थान में रेलवे ट्रैक पर सीमेंट के ब्लॉक रखकर बदमाशों ने मालगाड़ी को पटरी से उतारने का किया प्रयास, जांच में जुटी पुलिस

राजस्थान के अजमेर में एक बड़ा हादसा होने से बच गया। यूपी के कानपुर की तरह यहां भी ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई थी। सराधना और बांगड़ ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच बदमाशों ने ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। यहां बदमाशों ने दो जगहों पर ट्रैक पर करीब 70-70 किलो के सीमेंट ब्लॉक रख दिए। शुक्र है कि फुलेरा से अहमदाबाद जा रही मालगाड़ी इन ब्लॉकों को तोड़ते हुए निकल गई। इस घटना से कोई हादसा नहीं हुआ।

एक किलोमीटर तक बिखरे सीमेंट ब्लॉक के टुकड़े

घटना की सूचना 8 सितंबर की रात 10:36 बजे मिली। तुरंत कार्रवाई करते हुए, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और डीएफसीसी के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि एक किलोमीटर तक सीमेंट के टुकड़े बिखरे पड़े हैं। यह देखकर साफ हो गया कि ट्रेन ने दोनो ब्लॉकों को बुरी तरह से तोड़ा होगा। इसके बाद अधिकारियों ने सराधना से बांगड़ ग्राम स्टेशन तक गश्त की और रेलवे ट्रैक की सुरक्षा की जांच की।

ट्रेन काे पलटाने की साजिश किसने रची? पुलिस जांच में जुटी

इस घटना की रिपोर्ट मांगलियावास थाने में दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में रेलवे कर्मचारी रवि बुंदेला और विश्वजीत दास ने बताया कि सूचना मिली कि ट्रैक पर सीमेंट का ब्लॉक रखा हुआ है। मौके पर पहुंचे तो पाया कि वह टूट कर गिरा हुआ है। एक किमी आगे एक और ब्लॉक के टुकड़े साइड में पड़े दिखे। ये दोनों ब्लॉक अलग-अलग जगह पर रखे हुए थे।पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है।

आखिर क्यों सबसे पहले पूजे जाते हैं भगवान गणेश?जानें इनकी पीछे की कहानी

भगवान गणेश को हिंदू धर्म में प्रथम देव माना जाता है. उनकी पूजा-अर्चना से सारे कष्ट दूर होते हैं. भगवान गणेश हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय देवों में से एक हैं. गणेश चतुर्थी के मौके पर देशभर में भगवान गणेश की पूजा होती है और खासतौर पर उनके जन्म के रूप में इस त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन भगवान गणेश हिंदू धर्म के ऐसे भगवान हैं जिनकी पूजा सबसे ज्यादा होती है. किसी भी काम को शुरू करने से पहले लोग भगवान गणेश का नाम लेते हैं और उनकी पूजा करते हैं. उन्हें हिंदू धर्म में भाग्य का देवता भी कहा जाता है. बता रहे हैं कि आखिर वो कौन सी कथा है जिस आधार पर भगवान गणेश हिंदू धर्म के प्रथम देव हैं.

क्यों सबसे पहले पूजे जाते हैं भगवान गणेश?

पौराणिक मान्यताओं की मानें तो सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. एक बार की बात है. सभी देवी-देवता ही आपस में भिड़ गए कि आखिर सबसे पहले किसकी पूजा की जानी चाहिए. आपस में देवताओं को इस तरह भिड़ता देख वहां पर नारद जी प्रकट हुए. उन्होंने सभी देवताओं को सलाह दी कि इस सवाल के समाधान के लिए वे शिव जी के पास जाएं. सभी देवता इसके बाद शिव जी के पास गए और उनके सामने ये सवाल रखा. बहुत सोचने के बाद शिव जी ने भी सभी के सामने एक प्रतियोगिता रखी. इस प्रतियोगिता का आधार यही था कि जो भी इसे जीतेगा वही सबसे पहले पूजे जाने का अधिकारी होगा.

क्या थी प्रतियोगिता और कौन जीता?

शिव जी ने कहा कि सभी देवी-देवताओं को अपने-अपने वाहन से पूरे ब्रह्मांड का चक्कर लगाना होगा. जो भी सबसे पहले पूरे ब्रह्मांड का चक्कर लगाकर वापिस आ जाएगा उसे सबसे पहले पूजा जाएगा. सभी देवी-देवता इसके बाद अपना-अपना वाहन लेकर ब्रह्मांड यात्रा पर निकल गए. लेकिन इस दौरान वहां पर मौजूद गणेश जी दुविधा में पड़ गए और सोच-विचार करने लग गए. दरअसल भगवान गणेश की सवारी चूहा है और चूहा बहुत छोटा होता है. साथ ही वो धीमे भी चलता है. ऐसे में भगवान गणेश को लगा कि इस सवारी के साथ वे ब्रह्मांड की यात्रा सबसे पहले कैसे कर पाएंगे. ये लगभग असंभव सा था.

कौन है हिंदू धर्म के प्रथम देवता?

इसके बाद भगवान गणेश ने एक तरकीब निकाली. उन्होंने पास खड़े अपने माता-पिता, शिव-पार्वती जी का 7 बार परिक्रमा किया और उनके सामने आकर खड़े हो गए. जब बाद में सभी देवी-देवता ब्रह्मांड की परिक्रमा कर के वापिस लौटे तो वहां पर पहले से ही गणेश जी मौजूद थे. गणेश जी को वहां पर देखकर सभी हैरान रह गए. सभी को लगा कि भगवान गणेश चूहे की सवारी से कैसे ब्रह्मांड की यात्रा इतनी जल्दी कर पाए. तब शिव जी ने गणेश भगवान को विजयी घोषित करते हुए बताया कि इस संसार में माता-पिता को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. उनसे ऊपर किसी का दर्जा नहीं है. ऐसे में माता-पिता की परिक्रमा करना साक्षात ब्रह्मांड की परिक्रमा के समान है. तभी से किसी भी भगवान से पहले गणेज जी का नाम आता है और वे हिंदू धर्म के प्रथम देव हैं.

मुंबई का सबसे अमीर गणपति मंडल: गणपति प्रतिमा का बीमा हुआ 400 करोड़ रुपए से अधिक

भारत में त्योहारों की रौनक अलग ही होती है. इस समय देश में गणपति उत्सव की धूम है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में एक पंडाल ऐसा भी है जिसके गणपति इंश्योरेंस कंपनियों की पहली पसंद हैं. इसकी वजह भी साफ है, क्योंकि ये गणपति उनके लिए बड़े बिजनेस का मौका लेकर आते हैं. इस पंडाल की गणपति प्रतिमा का इस साल 400 करोड़ रुपए से भी अधिक का बीमा हुआ है.

यहां बात हो रही है, मुंबई के गौड़ सारस्वत ब्राह्मण सेवा मंडल के गणपति पंडाल की, जो मुंबई के किंग सर्कल पर गणपति प्रतिमा की स्थापना करता है. ये मुंबई का सबसे अमीर गणपति मंडल है. मंडल ने गणपति उत्सव के दौरान प्रतिमा के लिए 400.58 करोड़ रुपए का बीमा कराया है.गौड़ सारस्वत ब्राह्मण सेवा मंडल के गणपति की स्थापना 7 सितंबर को हुई है. ये उत्सव 5 दिन चलने वाला है और यहां के गणपति 11 सितंबर को विदा हो जाएंगे.

इंश्योरेंस कंपनियों के लिए बिजनेस का टाइम

ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में करीब 2,000 गणपति उत्सव समितियां हैं.इनमें से अधिकतर समितियां हर बीमा करवाती हैं.इस तरह इंश्योरेंस कंपनियों के लिए गणपति उत्सव पूरी तरह बिजनेस करने का मौका होता है. बीमा कवर में अक्सर भगवान गणेश की प्रतिमा को पहनाए जाने वाले सोने के आभूषण, दर्शन करने आने वाले भक्तों की सुरक्षा, आग या कोई अन्य दुर्घटना इत्यादि जोखिम को शामिल किया जाता है.

गौड़ सारस्वत ब्राह्मण सेवा मंडल के गणपति उत्सव में बैंक लॉकर से लाए जाने वाले सोने के आभूषण और उनके बैंक लॉकर में लौटने तक की अवधि के लिए बीमा कवर किया जाता है.

बीमा के प्रीमियम का कैलकुलेशन

अगर बात इन बीमा पॉलिसी के प्रीमियम के कैलकुलेशन की करें, तो एक करोड़ रुपए के सम एश्योर्ड के लिए ये करीब 20,000 रुपए के बराबर होता है. इस पर जीएसटी अलग से देना होता है. मुंबई में गणपति उत्सव से ठीक पहले जन्माष्टमी के मौके पर ‘दही हांडी’ उत्सव भी जोर-शोर से मनाया जाता है. तब इसमें शामिल होने वाले गोविंदा के लिए बीमा कंपनियां 75 रुपए के प्रीमियम पर पर्सनल एक्सीडेंट कवरेज उपलब्ध कराती हैं. इस साल ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी ने इस बीमा से 75 लाख रुपए का प्रीमियम जमा किया था.

जम्मू-कश्मीर के अखनूर में पाकिस्तान की गोलीबारी, बीएसएफ का एक जवान घायल, हाई अलर्ट जारी

इस वक्त बड़ी खबर जम्मू-कश्मीर के अखनूर से आ रही है जहां बुधवार की सुबह करीब 2:35 मिनट पर सीमा पार पाकिस्तान की ओर से अकारण गोलीबारी की घटना सामने आई है. हालांकि इस गोलीबारी का BSF ने बहादुरी से जवाब दिया लेकिन इस जवाबी कार्रवाई में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया है. अब सीमा पर तैनात जवान पूरी तरह से हाई अलर्ट पर हैं.

गोलीबारी की यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब बीएसएफ के एक आला अधिकारी का बयान एक दिन पहले ही आया था, जिसमें कहा गया था कि सीमाओं पर घुसपैठ पर रोक के लिए उपाय किए गए हैं ताकि जम्मू-कश्मीर में 370 हटने के बाद पहली बार होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में आतंकवादी घुसपैठ कर गड़बड़ी न कर सकें.

दो आतंकवादी मारे गए

बयान में कहा गया था, “सीमाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं क्योंकि बीएसएफ ने पुलिस समेत सहयोगी एजेंसियों के साथ घुसपैठ विरोधी सभी जरूरी इंतजाम किए हैं. मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ऐसी कोई एक्टिविटी नहीं होगी. इससे पहले इंडियन आर्मी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में LOC के पास नौशेरा इलाके में रविवार और सोमवार की रात को शुरू किए गए घुसपैठ विरोधी ऑपरेशन में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया गया था.

एक्स पर किया था पोस्ट

दहशतगर्दों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया. यह जानकारी सुरक्षाबलों की ओर से दी गई. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा, “दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है और दो AK-47 और एक पिस्तौल समेत बड़ी मात्रा में युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए हैं. वहीं इससे भी पहले जम्मू के सुंजवान आर्मी बेस के बाहर आतंकवादियों की ओर से की गई गोलीबारी में एक सैनिक घायल हो गया था, जिसने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था.

वायुसेना के हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण आपात स्थिति में लैंडिंग, दोनों पायलट सुरक्षित

भारतीय वायुसेना के एक प्रशिक्षण हेलीकॉप्टर को सोमवार को आपात स्थिति में लैंडिग कराना पड़ा है. वायुसेना के हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खराबी आने के कारण इसे तमिलनाडु के चेन्नई के पास इमरजेंसी लैंडिंग कराया गया. हेलीकॉप्टर को पोरपंडल के निकट धान के खेत में आपात स्थिति में उतरना पड़ा. पुलिस ने इसकी जानकारी दी है.

पुलिस ने बताया कि हेलीकॉप्टर को दो लोग उड़ा रहे थे और जब यह सालवक्कम थाना क्षेत्र के अंतर्गत पोरपंडल के पास पहुंचा तो अचानक इसमें तकनीकी खामी आ गई. वहीं, इसके बाद पायलट को इसे आपात स्थिति में धान के खेत में उतारना पड़ा. अधिकारियों ने कहा कि इसके तुरंत बाद, इस हेलीकॉप्टर को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए एक अन्य हेलीकॉप्टर भेजा गया

इससे पहले तेलंगाना में भी हुई थी ऐसी ही घटना

अधिकारियों ने बताया कि मरम्मत का काम पूरा होने के बाद दोनों हेलीकॉप्टर अपने बेस पर लौट आए. इससे पहले पांच सितंबर को तेलंगाना के नलगोंडा में भारतीय वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी. इस हेलीकॉप्टर ने विजयवाड़ा से उड़ान भरी थी, जिसके बाद कुछ तकनीकी खराबी के बाद नलगोंडा जिले में इसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी.

भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण इसे नलगोंडा जिले के चित्याला में एक खेत में उतारा गया था. वहीं वायुसेना के एक अन्य हेलीकॉप्टर को हेलीकॉप्टर की मरम्मत के लिए भेजा गया था. हालांकि इस घटना में पायलट समेत हेलीकॉप्टर में सवार किसी को भी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ.

लद्दाख में अपाचे हेलीकॉप्टर की हुई थी इमरजेंसी लैंडिंग

दुनिया के सबसे ताकतवर भारतीय वायु सेना के अपाचे हेलीकॉप्टर की इस साल अप्रैल में लद्दाख में इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी थी. हालांकि, इस घटना के दौरान गनीमत रही कि पालयट दल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. लेकिन अपाचे हेलीकॉप्टर पहाड़ी इलाके के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था. वहीं, भारतीय वायुसेना ने अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के कारण की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए थे.

पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू, पीएम मोदी ने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी संख्या में लोगों से देश के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों के लिए नामित करने का अनुरोध किया है. पीएम मोदी ने आज सोमवार को अपने एक पोस्ट में कहा कि पिछले एक दशक के दौरान जमीनी स्तर से जुड़े अनगिनत नायकों को पीपुल्स पद्म (लोगों के पद्म) से सम्मानित किया जा चुका है. अब और अधिक संख्या में लोगों को पुरस्कारों के लिए प्रेरक हस्तियों को नामित करने का आग्रह भी किया.

उन्होंने कहा कि पुरस्कार विजेताओं की जीवन यात्रा ने अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, “पिछले एक दशक के दौरान, हमने पीपुल्स पद्म के साथ अनगिनत जमीनी स्तर के नायकों को सम्मानित किया है. पुरस्कार विजेताओं की जीवन यात्रा ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रेरित भी किया है. उनके शानदार काम में उनका धैर्य और दृढ़ता साफ तौर से दिखाई भी देती है.”

कई नामांकन आने पर खुशीः PM मोदी

लोगों से बड़ी संख्या में पुरस्कारों के लिए नामित करने की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सहभागी बनाने के मकसद से, हमारी सरकार लोगों को अलग-अलग पद्म पुरस्कारों के लिए दूसरों को नामित करने के लिए आमंत्रित कर रही है.” मोदी ने यह भी कहा कि उन्हें खुशी है कि पुरस्कार के लिए कई नामांकन आए हैं.

पीएम मोदी ने कहा, “नामांकन

दाखिल करने की अंतिम डेट इस महीने की 15 तारीख है. इसलिए मैं अधिक लोगों से पद्म पुरस्कारों के लिए प्रेरक हस्तियों को नामित करने का अनुरोध करता हूं.” प्रधानमंत्री ने साथ ही संबंधित ऑनलाइन पोर्टल का लिंक भी साझा किया है जहां पर जाकर पद्म पुरस्कारों के लिए प्रेरक हस्तियों का नामांकन किया जा सकता है.

सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में पद्म पुरस्कार

पद्म पुरस्कार को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में गिना जाता है. पद्म पुरस्कार के तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री आते हैं. साल 1954 में इन पुरस्कारों को स्थापित किया गया है. इन पद्म पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है. इन पुरस्कारों के अंतर्गत अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिग्गज हस्तियों को सम्मानित किया जाता है.

पद्म पुरस्कार कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, मेडिकल, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, सिविल सेवा, लोक कार्य, निर्माण, व्यापार एवं उद्योग जैसे सभी क्षेत्रों और विषयों में विशिष्ट तथा असाधारण उपलब्धियों या सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं. इन पुरस्कारों के लिए जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी लोग पात्र होते हैं. डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले अन्य सरकारी सेवक भी शामिल हैं, वो पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं होते हैं.