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रक्षाबंधन पर पुलिस का स्पेशल गिफ्ट,बहनों का नहीं कटेगा चालान

सोमवार को रक्षाबंधन का पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध रही हैं तो वहीं भाई उन्हें आशीर्वाद के साथ गिफ्ट दे रहे हैं. इस पावन पर्व पर एनसीआर की नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने बहनों के लिए खास पहल की है. ट्रैफिक पुलिस ने आज यानी रक्षाबंधन के दिन महिलाओं का चालान न काटने का निर्णय लिया है.इतना ही नहीं जागरूकता के लिए महिलाओं को ट्रैफिक पुलिस हेलमेट भी बाटेंगी. इस दिन को ‘नो चालान डे’ घोषित किया है.

ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, रक्षाबंधन पर्व के दिन कोई भी महिला दोपहिया या चार पहिया वाहन पर सफर कर रही है तो उस वाहन का चालान नहीं काटा जाएगा. उन्होंने बताया कि ट्रैफिक पुलिस नोएडा के अलग-अलग चौराहों पर सघन रक्षा अभियान चलाएगी, जिसमे ट्रैफिक पुलिस भाई की तरह महिलाओं की रक्षा के लिए हेलमेट वितरण करेगी. इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस के तरफ से आज महिलाओं का चालान भी नही किया जायेगा ताकि महिलाएं अपने भाई को बिना चालान के राखी बांध सकें.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन किसी भी महिला की गाड़ी का चालान नहीं काटा जाएगा. इसके लिए विभाग के सभी एडिशनल एसपी, ट्रैफिक निरीक्षक, उप निरीक्षक के अलावा शहर के चेकिंग पॉइंट पर डयूटी में तैनात ट्रैफिक कर्मियों को आवश्यक निर्देशित किया गया है. साथ ही सड़कों पर हुडदंग मचाने वाले अराजकतत्वों पर विशेष नजर रखी जा रही है.

रक्षाबंधन पर यूपी रोडवेज ने महिलाओं को तोहफा दिया है. सीएम योगी ने महिलाओं को निःशुल्क यात्रा उपलब्ध कराने के साथ ही उनकी सुविधाओं का भी ख्याल रखा है. इसके लिए परिवहन निगम द्वारा सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के लिए अतिरिक्त बसों को भी उतारा गया है. महिलाएं इस फ्री बस सेवा का लाभ सोमवार रात 12 बजे तक उठा सकती हैं. महिलाएं त्योहार के दिन फ्री बस यात्रा से काफी खुश हैं.

कोलकाता डॉक्टर रेप केस,CBI की 5 दिन की जांच में क्या-क्या हुआ? जाने

कोलकाता रेप मर्डर केस मामले में CBI ने घटनास्थल की 3D मैपिंग की. वहीं, कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से CBI ने 10 घंटे तक पूछताछ की. आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट हुआ, जो आज फिर होगा. कोलकाता पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के पास धारा 163 लागू कर दी है, जिसके बाद कॉलेज के पास धरना-प्रदर्शन पर रोक लग गई है.

बीते दिन इस केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय का रविवार को साइकोमेट्रिक टेस्ट किया गया. खबर है कि आज फिर से संजय रॉय को साइकोमेट्रिक टेस्ट के लिए बुलाया गया है. हालांकि सीबीआई की टीम ने अब तक की जांच के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. उसकी फोरेंसिक टीम ने कल एक बार फिर आरजी कर हॉस्पिटल में जांच की और स्पॉट पर 3 घंटों तक 3D लेजर मैपिंग की.

सीबीआई की कई टीमें एक साथ जांच में जुटी हैं, लेकिन कोलकाता और दिल्ली में इंसाफ की आवाजें लगातार उठ रही हैं. रात में भी डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी रहा. कई ट्रेनी डॉक्टरों ने हाथ पर काली पट्टी लगा रखी थी और सुरक्षा की मांग की. इस बीच बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस आज दिल्ली आ रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए राजभवन ने समय भी मांगा है. राज्यपाल गृह मंत्री को राज्य की मौजूदा परिस्थिति को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंप सकते हैं.

सीबीआई ने अब तक क्या-क्या किया?

कलकत्ता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपा.

हाई कोर्ट का ये फैसला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के एक दिन बाद आया.

सीबीआई अपनी जांच के सिलसिले में कोलकाता पुलिस के कुछ अधिकारियों सहित 20 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है.

CBI ने घटनास्थल की 3D मैपिंग की.

CBI ने आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल से तीसरे दिन भी पूछताछ की.

संदीप घोष से CBI ने 10 घंटे तक पूछताछ की.

अब तक संदीप घोष से 36 घंटे की पूछताछ हो चुकी है

CBI ने संदीप घोष की कॉल डिटेल और चैट की जांच की.

आरोपी संजय रॉय का आज फिर होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट.

मेडिकल कॉलेज के पास धारा 163 लागू.

24 अगस्त तक कॉलेज के पास धरना-प्रदर्शन पर रोक.

राखी बांधने के लिए बहनों को मिलेगा बस इतना समय

आज रक्षाबंधन का त्योहार है. इस त्योहार की हिंदू धर्म में बहुत महत्ता है और ये भाई-बहन के बीच अटूट रिश्ते का प्रतीक है. जब भी राखी का त्योहार आता है इस बात की चर्चा शुरू हो जाती है कि राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कब है. राखी के त्योहार में सारा खेल ही शुभ मुहूर्त का है. 

बाकी समय का आज के दिन कोई विशेष महत्व नहीं. तो आइये जानते हैं कि इस बार बहनों को भाई की कलाई में राखी बांधने के लिए कितना वक्त मिलेगा और किन-किन शुभ मुहूर्त में आज राखी बांधी जा सकती है.

ये हैं दो शुभ मुहूर्त

साल 2024 रक्षाबंधन में राखी बांधने का पहला शुभ मुहूर्त दोपहर में शुरू होगा. तब तक बहनों को भाई की कलाई में राखी बांधने के लिए इंतजार करना होगा. इस बार भद्रकाल का समय रात 2 बजकर 21 मिनट से शुरू होगा जो दोपहर 1 बजकर 30 मिनट तक चलेगा. ये वो समय है जब राखी बांधना अशुभ माना जाता है. 1 बजकर 46 मिनट पर पहला शुभ मुहूर्त शुरू होगा. ये मुहूर्त शाम को 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. इस लिहाज से देखा जाए तो इस बार राखी बांधने के लिए बहनों को 2 घंटा 33 मिनट का समय मिलेगा. इसके अलावा दूसरा शुभ मुहूर्त शाम को प्रदोष काल में बन रहा है. शाम को 6 बजकर 55 मिनट पर प्रदोष काल शुरू होगा जो शाम को 9 बजकर 07 मिनट तक रहेगा. ये भी राखी बांधने का शुभ मुहूर्त माना जाता है.

रक्षाबंधन की परंपरा

रक्षाबंधन का त्योहार भारत में काफी समय से मनाया जाता रहा है. महाभारत की कथा के अनुसार द्रौपदी ने कृष्ण की चोट को ठीक करने के लिए अपने वस्त्र से कपड़ा फाड़कर बांधा था. इस बात से कृष्ण काफी खुश हुए थे और उन्होंने द्रौपदी की रक्षा की जिम्मेदारी ले ली थी. तभी से रक्षाबंधन का त्योहार मनाने की परंपरा शुरू हुई. एक कथा राजा बलि और भगवान विष्णु से जुड़ी हुई है. इसके अलावा और भी कई सारी मान्यताएं रक्षाबंधन को लेकर रही हैं.

बीते 300 साल से इस गांव में नही मनाया गया रक्षाबंधन का पर्व,जाने

देश में सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश का एक गांव ऐसा है जहां इस पावन पर्व पर कोई भी बहन अपने भाई की कलाई पर राखी नहीं बांधेगी. यह परंपरा 300 सालों से चली आ रही है.

पूरे देश में सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन बहन अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र के तौर पर राखी बांधेंगी. भाई अपनी बहनों को उनकी रक्षा के वचन के साथ उन्हें उपहार भी देंगे. लेकिन उत्तर प्रदेश का एक गांव ऐसा भी है जहां इस पवित्र त्योहार को नहीं मनाया जाता. इसकी वजह बहन के द्वारा भाई से मांगा गया उपहार है.

यूपी के संभल जिले का गांव बेनीपुर के भाइयों की कलाई हर वर्ष रक्षाबंधन पर सूनी रहती है. गांव में इस इस दिन राखी का त्यौहार नहीं मनाया जाता. इसके पीछे 300 साल पहले एक बहन का भाइयों से राखी बांधने के बाद मांगा गया उपहार बताया जाता है. गांव में यादव समाज के परिवार रहते हैं. हर वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार आता है लेकिन गांव में कोई भी इसका जिक्र तक नहीं करता.

गांव में थे यादव और ठाकुर परिवार

संभल के गांव बेनीपुर चक के लोग 300 साल पहले पलायन करके इस गांव में आए थे. गांव के ग्रामीणों ने मुताबिक, उनके पूर्वज पहले यूपी के अलीगढ़ जिले के अतरौली थाना क्षेत्र के गांव सेमरी में रहते थे. गांव में यादव और ठाकुर समाज के परिवार बसे हुए थे. दोनों परिवारों में अपार प्रेम था. यादव परिवार की लड़कियां ठाकुर परिवार के लड़कों और ठाकुर परिवार की लड़कियां यादव परिवार के लड़कों को रक्षाबंधन के पर्व पर राखी बांधा करती थीं.

बहनों ने मांग लिए उपहार

एक बार रक्षाबंधन त्योहार पर यादव परिवार की लड़की ने अपने ठाकुर भाई से राखी की नेग के बदले घोड़ी मांग ली. भाई ने अपनी बहन की मांग को पूरा कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि उसके अगले साल जब फिर से रक्षाबंधन का पर्व आया तो इस बार पर ठाकुर परिवार की लड़की ने अपने यादव भाई से पूरे का पूरा गांव ही मांग लिया. बहन के नेग को पूरा करने के लिए सेमरी गांव मे रहने वाले यादव परिवार के लोगों ने गांव की अपनी सारी संपत्ति बहन को उपहार में दे दी और गांव छोड़ दिया.

300 साल से कलाइयां सूनी

वह सभी संभल जिले के कई गांवों मे आकर बस गए. उस दिन से आज तक कई पीढ़ियां गुजरने के बाद भी यादव परिवार के लोग रक्षाबंधन नही मनाते. उनका मानना है कि कहीं फिर कोई बहन उनसे उनकी जांगीर मांगकर उन्हें घर से बेघर न कर दे. बेनीपुर चक गांव के अलावा भी कई गांवों में बसे यादव परिवार रक्षाबंधन का त्योहार नही मानते हैं.

दुल्हनों को भी निभाई पड़ती है परंपरा

गांव के जबर सिंह ने बताया कि उनके गांव में दूसरे गांव की शादी कर जो दुल्हन आती है, वह भी अपने घर रक्षाबंधन मनाने नहीं जाती. उनका कहना है कि वह अपने पूर्वजों की परंपरा को निभाते आ रहे हैं. अब वो चाहे इस गांव की बेटी हो या दुल्हन यह परंपरा सभी को निभानी पड़ती है. गांव की महिलाओं का कहना है कि हर रक्षाबंधन पर उनका अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने की ख्वाहिश होती है. लेकिन वह वर्षों से बुजुर्गों की चली आ रही परंपरा से बंधी हुई हैं.

रक्षाबंधन पर उत्तर भारत के 10 राज्यों में कैसा रहेगा मौसम का हाल, जाने

देश में मौसम फिर बदलने लगा है. बीते दिनों से जारी बारिश का सिलसिला अब थमता नजर आ रहा है. लेकिन मध्यम बारिश का दौर बने रहने की संभावना बनी हुई है. कई राज्यों में रक्षाबंधन पर बारिश होने की आशंका जताई गई है. दिल्ली में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है. इनके अलावा पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, बिहार, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है.

शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों में बारिश हुई लेकिन बाकी इलाके सूखे नजर आए. हालांकि ठंडी हवाओं से मौसम में राहत रही. दिल्ली-एनसीआर में कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश का दौर जारी है. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 1 अगस्त से 15 तक हर दिन बारिश रिकॉर्ड की गई. मौसम विभाग ने रक्षाबंधन पर हल्की बारिश, 20 और 21 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

उत्तर प्रदेश में ऐसा रहेगा मौसम

उत्तर प्रदेश में बारिश न होने से एक बार फिर से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. इन सबके बीच मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को यूपी में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है. इसके अलावा 17 अगस्त से 23 के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश और 19 अगस्त से 23 के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है. बीते दिनों हई बारिश से प्रदेश के किसान काफी खुश हैं. उन्होंने धान, मक्का, बाजरा जैसी फसलों के लिए बारिश को काफी मुफीद बताया.

राजस्थान, हिमाचल और उत्तराखंड, पंजाब- हरियाणा-चंडीगढ़ का मौसम

राजस्थान में जारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने राहत की बात कही है. रविवार को कई जिलों में बारिश थमने की संभावना जताई है. 18 अगस्त से 22 तक कई जिलों में आसमान साफ रहेगा. 22 और 23 अगस्त को पूर्वी राजस्थान में बारिश हो सकती है. उत्तर-पश्चिम भारत की बात करें तो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में व्यापक रूप से हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है. 18 से 23 अगस्त के दौरान हिमाचल प्रदेश 19, 21, 22 और 23 अगस्त के दौरान उत्तराखंड, 20 से 21 को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ में बारिश होने की संभावना जताई गई है.

मध्य भारत का मौसम

मौसम विभाग ने मध्य भारत में बहुत व्यापक से लेकर हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है. 18-20 अगस्त के दौरान छत्तीसगढ़, 20-23 अगस्त के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश, 18-23 अगस्त के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश, 19 और 20 अगस्त को मध्य महाराष्ट्र तथा 21 एवं 22 अगस्त को गुजरात क्षेत्र में हल्की या मध्यम बारिश होगी.

यहां होगी भारी बारिश

20 और 21 अगस्त को पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना है. 18-20 अगस्त के दौरान ओडिशा, 18, 20 और 21 अगस्त को झारखंड, 18-22 अगस्त के दौरान बिहार, 20-22 अगस्त के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, 18 और 23 अगस्त को असम और मेघालय, 18-21 अगस्त के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे फुटबॉल समर्थकों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज,कई घायल

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे फुटबॉल समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इससे कई लोगों के घायल होने की आशंका है. ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हड़ताल हो रहे हैं. इस बीच, कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पास धारा 144 लागू कर जुलूस और प्रदर्शन कर दिया था. इस बीच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज से सटे क्षेत्र के बाद इस बार ईएम बाईपास, बेलियाघाटा कोलकाता पुलिस क्षेत्र, कोलकाता पुलिस आयुक्त द्वारा धारा 163 (पहले 144) नोटिस जारी किया गया है.

उसके बाद रविवार को साल्टलेक स्थित युवा भारती क्रीड़ागन में पुलिस ने ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के होने वाले डर्वी फुटबॉल मैच को रद्द कर दिया था. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने यह फैसला लिया था.

विधाननगर कमिश्नरेट का दावा है कि समर्थकों के विरोध जुलूस में बड़े शोर-शराबे का खतरा हो सकता था, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में इनके समर्थक पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और समर्थकों को गिरफ्तार कर रही है.

फुटबॉल समर्थकों ने किया प्रदर्शन

यह मैच 18 अगस्त को होना था, लेकिन एक दिन पहले ही पुलिस ने सुरक्षा कारणों से मैच रद्द करने की घोषणा कर दी. उस मैच में, ईस्ट बंगाल और मोहन बागान समर्थकों ने आरजी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले में न्याय की मांग करते हुए गैलरी में एक साथ विरोध प्रदर्शन किया, चूंकि विरोध प्रदर्शन मैदान में नहीं हो सकता था. इसलिए इसे मैदान के बाहर करने का फैसला किया गया, लेकिन जब फुटबॉल समर्थक जमा हुए और प्रदर्शन करने लगे तो पुलिस ने उनके खिलाफ बल प्रयोग करना शुरू कर दिया.

समर्थकों पर लाठीचार्ज से गुस्सा

इस बीच,एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने धरना में शामिल होकर अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने सवाल उठाया कि फुटबॉल देखते समय खेल प्रेमियों को क्यों गिरफ्तार किया गया? 100 साल पुराने दो क्लबों के बीच मैच देखने जाने वाले खेल प्रशंसकों को क्यों प्रताड़ित किया जाना चाहिए? साथ ही बीजेपी नेता कल्याण ने कहा कि जिन पांच लोगों को डर्बी में अशांति फैलाने के डर से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए. हालांकि बाद में पुलिस ने उनकी मांग पर गिरफ्तार समर्थकों को रिहा कर दिया.

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में मिलेगा इन बच्चों को लाभ, हर महीने मिलेगा इतना हजार, लाभ उठाने के लिए करें ये काम

केंद्र सरकार अपने नागरिकों के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाती है. यही योजनाएं अलग-अलग लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर लाई जाती हैं. इनमें कुछ योजनाएं खास तौर पर महिलाओं के लिए होती है. तो कुछ योजनाएं बुजुर्गों के लिए होती हैं. तो वहीं कुछ योजनाएं बच्चों के लिए लाई जाती हैं. और सिर्फ केंद्र सरकार ही नहीं. बल्कि बहुत सी राज्य सरकारें भी इस तरह की कई योजनाएं चलाती हैं.

जनसंख्या के लिए लिहाज से भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योजना शुरू की है. इस योजना के तहत बच्चों को हर महीने 2500 रुपये दिए जाते हैं. किन बच्चों को मिलता है इस योजना के तहत लाभ. कैसे कर सकते हैं इस योजना में आवेदन. चलिए आपको बताते हैं पूरी प्रक्रिया. 

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में मिलेगा

यूपी सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में सरकार द्वारा बच्चों को हर महीने आर्थिक सहायता दी जाती है. यह सहायता बच्चों की शिक्षा और उनके पोषण के लिए दी जाती है. इस योजना के तहत यूपी सरकार राज्य के निराश्रित बच्चों को लाभान्वित करती है.

योजना के जरिए अब तक बहुत से बच्चों को लाभ दिया जा चुका है. निराश्रित बच्चों के लिए यह योजना बेहद लाभदायक है. यूपी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में निराश्रित बच्चों को 2500 रुपए हर महीने अनुदान के तौर पर दिए जाते हैं. 

इन बच्चों को दिया जाता है लाभ

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत सरकार ऐसे बच्चों को लाभ देती है जिन बच्चों के माता या पिता या फिर माता-पिता दोनों की मृत्यु हो जाती है. इस अनुदान राशि को सीधे बच्चों के बैंक अकाउंट में भेजती है. हर 3 महीने बाद सरकार योजना के तहत बच्चों के खाते में पैसे भेजती हैं. 

इस तरह लिया जा सकता है लाभ

यूपी में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लाभ लेने के लिए ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है. उन्हें आय प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं होती. वह सिर्फ अपने स्कूल का कार्ड इस्तेमाल करके ही इस योजना के जरिए लाभ ले सकते हैं. हालांकि यूपी सरकार द्वारा इस योजना का लाभ सिर्फ उन बच्चों को दिया जाता है जो स्कूल में पढ़ाई कर रहे होते हैं. 

पोषण और शिक्षा के लिए है योजना

यूपी सरकार ने इस योजना को इसलिए शुरू किया गया है ताकि ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता नहीं है. उन्हें शिक्षा और पोषण मिलने में किसी प्रकार की रुकावट ना आए. बता दें इस योजना का रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन होता है. बच्चों को इसके लिए बैंक खाता होना जरूरी है और इसके साथ ही स्कूल एडमिशन का रजिस्ट्रेशन नंबर, आधार कार्ड, और माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जरूरी है. 

रक्षाबंधन पर बहनें इस समय पर न बांधे भाई की कलाई पर राखी,जानें शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम, विश्वास और स्नेह का पर्व है. पंचांग के अनुसार हर साल रक्षाबंधन का त्योहार सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जोकि अगस्त के महीने में पड़ता है. इस साल 19 अगस्त 2024 को देशभर में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा और इसी दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधेगी.

 रक्षाबंधन में राखी हमेशा शुभ मुहूर्त में ही बांधी जाती है. वहीं खासकर भद्राकाल में राखी बांधने से बचना चाहिए. यही कारण है कि राखी बांधने से पहले सभी लोग मुहूर्त जरूर देखते हैं. क्योंकि अशुभ मुहूर्त में राखी बांधना अच्छा नहीं माना जाता है.

लेकिन पंचांग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन पर सुबह के समय राखी बांधने के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है. यानी सुबह के समय बहनें भाई की कलाई पर राखी नहीं बांध सकेगी. ऐसे में जान लीजिए रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के लिए क्या है शुभ मुहूर्त और किस समय बांधी जा सकेगी भाई को राखी.

राखी बांधने के लिए सुबह नहीं कोई मुहूर्त

19 अगस्त को सावन पूर्णिमा के दिन सुबह 3 बजकर 4 मिनट से पूर्णिमा तिथि लग जाएगी, जिसका समापन रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगा. पूरे दिन पूर्णिमा तिथि रहने पर भी सुबह राखी नहीं बांधी जा सकेगी, क्योंकि इस दिन सूर्योदय से पूर्व ही भद्रा का साया रहेगा, जिसकी समाप्ति दोपहर 1 बजकर 29 मिनट पर होगी.

दरअसल भद्रा काल में राखी बांधना बहुत अशुभ होता है. मान्यता है कि, रावण की बहन के भद्रा काल में राखी बांधी थी, जो उसकी मृत्यु का कारण बना. इसके बाद से ही भद्रा में कोई भी बहन अपने भाई को राखी नहीं बांधती है. 

ऐसे में आप दोपहर 01 बजकर 32 मिनट के बाद आप भाई को राखी बांध सकती हैं. क्योंकि इस समय भद्रा समाप्त हो जाएगी. वहीं राखी बांधने के लिए दोपहर डेढ़ बजे से लेकर शाम 7 बजे के बीच सबसे शुभ समय रहेगा.

कोलकाता की घटना के बाद गृह मंत्रालय ने लिया एक बड़ा फैसला,सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को हर दो घंटे में राज्य की लॉ एंड ऑर्डर रिपोर्ट

कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस के बाद गृह मंत्रालय सख्त हो गया है. डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन के बीच मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है. सभी राज्यों से हर दो घंटे में लॉ एंड ऑर्डर रिपोर्ट मांगी गई है. कलकत्ता की घटना के बाद गृह मंत्रालय ने ये फैसला लिया है. आदेश में कहा गया है कि सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हर दो घंटे में केंद्रीय गृह विभाग को राज्य की लॉ एंड ऑर्डर रिपोर्ट भेजेंगे.

गृह मंत्रालय के आदेश के बाद राज्यों की पुलिस ने शुक्रवार शाम 4 बजे से ईमेल, फैक्स और व्हाट्सएप के जरिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के कंट्रोल रूम को अपडेट्स भेजना शुरू कर दिया है. कोलकाता के आरजी कर कॉलेज और अस्पताल की उस भयावह घटना के बाद देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. डॉक्टरों में आक्रोश है. वे लगातार विरोध जता रहे हैं. हड़ताल कर रहे हैं. पीड़िता को इंसाफ दिलाने की बात कर रहे हैं.

पीड़िता को इंसाफ दिलाने की जद्दोजहद जारी

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त को घटी पूरे देश में तहलका मचा दिया है. पीड़िता को इंसाफ दिलाने की जद्दोजहद लगातार जारी है. अलग-अलग राज्यों में लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं. देशभर के डॉक्टर्स हड़ताल कर रहे हैं. शनिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे का बंद बुलाया था. इस दौरान कई राज्यों की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावति रहीं. इमरजेंसी सेवा को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहीं.

13-14 अगस्त की आधी रात अस्पताल में हिंसा

9 अगस्त की घटना के बाद 13-14 अगस्त की दरमियानी रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हिंसा भड़क गई. घटना के विरोध में डॉक्टरों का प्रदर्शन चल रहा था. इसी बीच हजारों की भीड़ अस्पताल में घुस आई और जमकर हंगामा किया. इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई. भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े. इस मामले में पुलिस ने अब तक 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. बाकियों की तलाश जारी है. पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

सीबीआई कर रही मामले की जांच

कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस की सीबीआई कर रही है. पहले यह जांच कोलकाता पुलिस कर रही थी लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के बाद जांच सीबीआई को सौंपी गई. सीबीआई ने अब तक इस घटना से जुड़े 10 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है. वहीं पीड़ित परिवार ने भी जांच एजेंसी को कुछ नाम सुझाए हैं. पूर्व प्रिंसिपल संदीप घओष समेत कुल मिलाकर 30 लोग सीबीआई की रडार पर हैं.

कोलकाता रेप-मर्डर केस,कौन हैं संदीप घोष, जिनसे इस मामले में CBI लगातार कर रही पूछताछ

9 अगस्त 2024 को सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ पहले रेप किया जाता है और फिर बेरहमी के साथ उसे मौत के घाट उतार दिया जाता है. इस रेप-मर्डर कांड को कॉलेज के प्रिंसिपल सुसाइड में बदलने की कोशिश करते हैं. लेकिन नाकाम हो जाते हैं. पूरे देश में जूनियर डॉक्टर को इंसाफ दिलाने की कवायद शुरू होती है और लोग सड़कों पर उतर आते हैं प्रेशर में आकर कॉलेज के प्रिंसिपल घटना के 4 दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे देते हैं. लेकिन ये प्रिंसिपल कौन हैं, जिनसे इस मामले में CBI लगातार पूछताछ कर रही है.

एक्स प्रिंसिपल संदीप घोष सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल से पहले वो कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल रह चुके हैं. इसके साथ ही वो एक सर्जन और ऑर्थोपेडिक्स भी हैं. उन पर न सिर्फ हत्या को आत्महत्या में बदलने की कोशिश का आरोप है. बल्कि उन्होंने पीड़िता का नाम और पहचान भी उजागर कर दी. इसके अलावा उनको लेकर तब ज्यादा चर्चा होने लगी, जब ये बात सामने आई कि उनके लिंक तृणमूल कांग्रेस से हैं. इसलिए उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है.

ट्रांसफर किया गया

जून 2023 में कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज में वाइस प्रिंसिपल रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगा. इसके बाद उनका मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में ट्रांसफर कर दिया गया. लेकिन 48 घंटे के अंदर-अंदर ही उन्हें उनके पिछले पद पर बहाल कर दिया गया. इसके बाद सितंबर 2023 में रैगिंग से जुड़ी एक घटना के बाद उन्हें प्रिंसिपल के तौर पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रांसफर कर दिया गया.

सीबाआई की पूछताछ

यही नहीं विवादों से प्रिंसिपल साहब को पुराना नाता लगता है. साल 2021 से भी वो आरजी कर हॉस्पिटल में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत थे. लेकिन छात्रों ने सेपरेट स्टूडेंट और रेजिडेंट हॉल काउंसिल स्थापित करने से इनकार करने के विरोध में भूख हड़ताल की, जिसके ​​बाद में उन्हें हटा दिया गया था.फिलहाल संदीप घोष से सीबीआई दो दौर की पूछताछ कर चुकी है. इसमें अधिकारियों ने उनसे डॉक्टर को दी गई 36-48 घंटे की शिफ्ट के बारे में पूछताछ की है.

आरापों से किया था इनकार

जब संदीप घोष ने इस्तीफा दिया था, तब उन्होंने अपने ऊपर जूनियर डॉक्टरों की ओर लग रहे आरोप से इनकार किया था. उन्होंने कहा था कि मैं यह अपमान और बर्दाश्त नहीं कर सकता. मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं. मुझे पद से हटाने के लिए छात्रों को भड़काया गया और आंदोलन कराया गया. इस सब के पीछे राजनीतिक साजिश है.